Thursday, November 21, 2024
एसडी कालेज में एबीवीपी ईकाई के गठन पर ऊर्जा, परिवहन व श्रम मंत्री अनिल विज ने दी नवनियुक्त पदाधिकारियों को बधाई
नवनियुक्त पदाधिकारियों को संगठन के लिए बेहतर कार्य करने का आह्वान किया कैबिनेट मंत्री अनिल विज ने
चंडीगढ़/अंबाला : हरियाणा के ऊर्जा, परिवहन एवं श्रम मंत्री अनिल विज ने अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद की एसडी कालेज में गठित ईकाई के नवनियुक्त पदाधिकारियों को आज अपने आवास पर बधाई दी एवं आर्शीवाद दिया।
श्री विज ने कहा कि उन्होंने अपने राजनीतिक सफर की शुरूआत अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद से ही की थी। उन्होंने सभी पदाधिकारियों को परिषद के लिए बेहतर कार्य करने का आह्वान किया ताकि वह आगे बड़े मुकाम हासिल कर सकें।कैबिनेट मंत्री अनिल विज से आज एबीवीपी एसडी कालेज के नवनियुक्त प्रधान बलजिंद्र सिंह, नैंसी उपप्रधान, वंश राणा सचिव, हिमांशु संयुक्त सचिव के अलावा तान्य वर्मा, मुस्कान, नीलेश कुमार, दीपांशु, जयप्रकाश, नीरज, नवदीप, पृथवी, सारथक, युवराज, अनुराग, शबनम, अंजलि, सुचिता एवं नैंसी ने आर्शीवाद लिया।
शिवधाम योजना के तहत 50 करोड़ रुपए से 658 गांवों में शमशान घाट व कब्रिस्तानों का होगा पुनरुद्धार
शिवधाम योजना के तहत 50 करोड़ रुपए से 658 गांवों में शमशान घाट व कब्रिस्तानों का होगा पुनरुद्धार
मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी की उपस्थिति में पॉवरग्रिड और विकास एवं पंचायत विभाग के बीच हुआ एमओयूचंडीगढ़, 21 नवंबर- भारत की नवरत्न कंपनियों में से एक पॉवरग्रिड द्वारा सीएसआर स्कीम के अंतर्गत करीब 50 करोड़ रुपए की राशि से हरियाणा के चार जिलों करनाल, पानीपत, रेवाड़ी और कुरुक्षेत्र के 658 गांवों में शिवधाम योजना के तहत शमशान घाट और कब्रिस्तान का पुनरुद्धार करवाया जाएगा। इसके लिए आज गुरुग्राम में मुख्यमंत्री श्री नायब सिंह सैनी की उपस्थिति में पॉवरग्रिड और विकास एवं पंचायत विभाग के बीच एक समझौता ज्ञापन (एमओयू) पर हस्ताक्षर किए गए.
इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने कहा कि सीएसआर स्कीम के अंतर्गत ग्रामीण विकास के क्षेत्र में कॉरपोरेट कंपनियां अतुलनीय योगदान दे रही हैं, जो सामाजिक उत्थान की दिशा में सराहनीय कदम है। इस अवसर पर वाणिज्य, उद्योग, वन एवं पर्यावरण मंत्री राव नरबीर सिंह, सहकारिता एवं पर्यटन मंत्री डॉ. अरविंद शर्मा भी उपस्थित थे।एमओयू पर विकास एवं पंचायत विभाग के महानिदेशक डॉ. जे. के. अभीर और पॉवरग्रिड की ओर से महाप्रबंधक संजय कुमार वर्मा ने हस्ताक्षर किए।
चेयरमैन आर. के. त्यागी ने बताया कि इन शिवधाम और कब्रिस्तान के पुनरुद्धार के लिए 49 करोड़ 94 लाख 39 हजार रुपए की राशि खर्च की जाएगी। एमओयू के तहत इन सभी 658 शिवधाम की चारदीवारी व पक्का रास्ता बनवाया जाएगा। इनमें शेड लगवाया जाएगा और पेयजल का प्रबंध किया जाएगा। डॉ. जयकिशन अभीर ने बताया कि इन 658 गांवों की आबादी करीब 40 लाख है। करनाल जिला के 198 गांवों में शिवधामों के पुनर्निर्माण पर 10 करोड़ 97 लाख 80 हजार रुपए, कुरुक्षेत्र जिला में 237 गांवों के शिवधाम पर 18 करोड़ 46 लाख 29 हजार रुपए, पानीपत के 106 गांवों में पांच करोड़ 15 लाख 20 हजार रुपए तथा रेवाड़ी जिला के 117 गांवों में 15 करोड़ 35 लाख रुपए खर्च किए जाएंगे।उल्लेखनीय है कि हरियाणा में नवंबर 2018 में प्रदेश में सीएसआर बोर्ड का गठन किया गया था, जिसे मार्च, 2021 में मुख्यमंत्री की अध्यक्षता में हरियाणा राज्य सीएसआर ट्रस्ट बना दिया गया। प्रदेश में नवंबर, 2018 से मार्च, 2024 तक सामाजिक सहभागिता कार्यक्रम के तहत 750 करोड़ रुपए के विकास कार्य करवाए जा चुके हैं। वर्तमान वित्तीय वर्ष में इस स्कीम के अंतर्गत 350 करोड़ रुपए के विकास कार्य करवाए जाएंगे।इस मौके पर पावर ग्रिड के चेयरमैन व प्रबंध निदेशक आर. के. त्यागी, कमिश्नर आर. सी. बिढान मौजूद रहे।
अब हरियाणा में नौकरी के लिए जमीन व जेवर बेचने की नहीं है जरूरत: डिप्टी स्पीकर डॉ कृष्णलाल मिड्ढा
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Wednesday, November 20, 2024
*टीबी से निपटने के लिए स्वास्थ्य कर्मियों की क्षमता बढ़ाने की ज़रूरत - आरती सिंह राव *
*टीबी से निपटने के लिए स्वास्थ्य कर्मियों की क्षमता बढ़ाने की ज़रूरत - आरती सिंह राव *
* दो दिवसीय कार्यशाला का उद्घाटन, 'टीबी हारेगा, देश जीतेगा' के मंत्र पर बात*
चंडीगढ़, 20 नवंबर - हरियाणा की स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री कुमारी आरती सिंह राव ने आज मल्टी-ड्रग रेसिस्टेंट ट्यूबरकुलोसिस के प्रबंधन के लिए नई व्यवस्था पर स्वास्थ्य पेशेवरों को प्रशिक्षित करने के लिए एक कार्यशाला के उद्घाटन किया।
इस अवसर पर कुमारी आरती सिंह राव ने कहा कि यह कार्यशाला एमडीआर टीबी के खिलाफ प्रदेश की लड़ाई को और मजबूत करने की ओर एक महत्वपूर्ण कदम है। हमें यह सुनिश्चित करना होगा कि स्वास्थ्य सेवाएं नवीनतम उपचार प्रोटोकॉल की पालना करे और रोगी के उपचार और देखभाल में बेहतरीन तरीकों को अपनाया जाए।
उन्होंने कहा कि मल्टी-ड्रग रेसिस्टेंट ट्यूबरकुलोसिस (एमडीआर टीबी) से निपटने में स्वास्थ्य कर्मियों की क्षमता बढ़ाने की बहुत आवश्यकता है। यह विषय देश में सबसे अधिक चुनौतीपूर्ण सार्वजनिक स्वास्थ्य चिंताओं में से एक है।
स्वास्थ्य मंत्री ने टीबी के निदान, उपचार और परिणामों को बेहतर बनाने के लिए राज्य सरकार की प्रतिबद्धता पर प्रकाश डाला और विशेष रूप से दवा प्रतिरोधी संबंधित चुनौतियों पर बात की। उन्होंने निक्षय शिविर के दौरान सामुदायिक भागीदारी पर भी जोर दिया। उन्होंने कहा कि सामुदायिक भागीदारी टीबी मामलों को खोजने में बहुत सहायक सिद्ध होगी।
स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि प्रदेश सरकार प्रशिक्षण शिविरों का आयोजन जारी रखेगी और एमडीआर टीबी से प्रभावी ढंग से निपटने के लिए सभी आवश्यक संसाधन उपलब्ध कराएगी।
इस अवसर पर विधायक डॉ. कृष्ण कुमार ने अपने संबोधन में टीबी नियंत्रण कार्यक्रम के इतिहास पर विस्तार से जानकारी दी। उन्होंने सभी हितधारकों से टीबी उन्मूलन के महान कार्य में सक्रिय रूप से योगदान देने की अपील की।
स्वास्थ्य विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव,श्री सुधीर राजपाल ने भी प्रतिभागियों को संबोधित करते हुए सभी हितधारकों से टीबी उन्मूलन के लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए सहयोग से काम करने का आग्रह किया। उन्होंने दोहराया कि टीबी के खिलाफ लड़ाई एक सामूहिक जिम्मेदारी है। बेहतर प्रशिक्षण, समय पर निदान और रोगी-केंद्रित देखभाल इस विषय की सफलता सुनिश्चित करने का मजबूत तरीका है।
हरियाणा के निदेशक स्वास्थ्य सेवाएं, हरियाणा डॉ. ब्रह्मदीप सिंह ने धन्यवाद ज्ञापन दिया। उन्होंने कहा कि हम सब मिलकर टीबी की रोकथाम में बदलाव ला सकते हैं। हम टीबी के खिलाफ लड़ाई में अपने प्रयासों को मजबूत कर रहे हैं और भारत के टीबी मुक्त राष्ट्र के सपने को पूरा करने में भी योगदान दे रहे हैं।