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Tuesday, June 23, 2020

शैक्षणिक पाठ्यक्रम में जीवन यापन से जुड़े विषय शामिल करके विद्यार्थियों को आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में काम किया जाए

चण्डीगढ़, 23 जून - हरियाणा के राज्यपाल सत्यदेव नारायण आर्य ने कहा कि प्रदेश के सभी विश्वविद्यालयों में शिक्षा की गुणवत्ता को ध्यान में रखते हुए शैक्षणिक पाठ्यक्रम में जीवन यापन से जुड़े विषय शामिल करके विद्यार्थियों को आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में काम किया जाएगा। श्री आर्य मंगलवार को हरियाणा राज्य उच्चतर शिक्षा परिषद के अध्यक्ष श्री बी.के कुठियाला से बात कर रहे थे। उन्होनें श्री कुठियाला को विश्वविद्यालयों व महाविद्यालयों के पाठ्यक्रम में आधुनिक समय की आवश्यकता अनुसार विषयों को लागू करने हेतु सुझाव देने के लिए भी कहा। उच्चतर शिक्षा परिषद के सुझावों को विश्वविद्यालयों की विशेषज्ञता अनुसार लागू करवाया जाएगा।
राज्यपाल श्री आर्य ने भारतीय संस्कृति और  ज्ञान-विज्ञान पर आधारित विषयों पर अनुसंधान कार्य का दायरा बढ़ाने पर भी जोर दिया। उन्होनें कहा कि रिसर्च कार्यों व रोजगारोंन्मुखी शिक्षा के लिए विश्वविद्यालय परिसरों में शिक्षा के उत्कृष्टता केन्द्र स्थापित कर विद्यार्थियों को ज्यादा से ज्यादा सुविधाएं प्रदान करने की आवश्यकता है। इसके साथ-साथ ऑनलाईन शिक्षा के लिए डिजिटल प्लेटफॉम भी मजबूत किये जाने बारे विश्वविद्यालयों  को निर्देश जारी किए जाएगें जिससे विद्यार्थियों को विश्व स्तर की शिक्षा प्राप्त होगी।
हरियाणा राज्य उच्चतर शिक्षा परिषद के अध्यक्ष श्री बी.के कुठियाला ने भी बताया कि वर्तमान में युवाओं को ज्ञान-विज्ञान परंपरा व संस्कृति से ओत-प्रोत करने की जरूरत है। इन्ही सब पद्धतियों को आधुनिक विज्ञान से जोडक़र अनुसंधान कार्यों को आगे बढ़ाया जा सकता है। इसके साथ-साथ विश्वविद्यालयों की स्नातक स्तर की कक्षाओं में जीवन यापक विषयों की प्रायोगिक एवं व्यावहारिक उच्चतर शिक्षा देकर विद्यार्थियों को आत्मनिर्भर बनाया जा सकता है। राज्य उच्च शिक्षा परिषद द्वारा इस बारे दस-दस पै्रक्टिकल विषय भी तैयार किए गए हैं, जिन्हे स्नातक स्तर की कक्षाओं में लागू करने से  विद्यार्थियों को लाभ होगा। इस अवसर पर राज्यपाल की सचिव डा0 जी. अनुपमा व राज्यपाल के सलाहकार श्री अखिलेश भी उपस्थित थे।

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