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Thursday, June 4, 2020

रेवाड़ी जिले में कोई भी नागरिक भूखा न सोए : डीसी

डीसी यशेन्द्र सिंह ने वीसी में सीएम को अवगत कराई रेवाड़ी जिला की स्थिति

रेवाड़ी (पंकज कुमार) 4 जून। डीसी यशेन्द्र सिंह ने कहा कि रेवाड़ी जिला में बाढ़ राहत से जुड़े कार्यों को विभागीय स्तर पर समयबद्धता के साथ पूरा किया जाए। सीएम मनोहर लाल के निर्देशों की अनुपालना करते हुए जलभराव की स्थिति पर नियंत्रण रखा जाए। अधिकारी यह भी सुनिश्चित करें कि जिले में कोई भी नागरिक भूखा न सोए, मुख्यमंत्री महोदय की नेक सोच और स्पष्ट आदेश है कि प्रत्येक जरूरतमंद तक डीआरटी कार्यक्रम के तहत राशन पंहुचे। 
डीसी गुरूवार को  मुख्यमंत्री मनोहर लाल द्वारा ली गई वीडियो कांफ्रेंस उपरांत संबंधित अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दे रहे थे। गौरतलब है कि हरियाणा के सीएम मनोहर लाल ने गुरूवार को प्रदेश भर के डीसी के साथ बाढ़ राहत कार्यों सहित ड्रेनो की सफाई जैसे महत्वपूर्ण विषयों की समीक्षा वीडियो कांफ्रेंस से कर रहे थे।
बैठक में डीसी यशेन्द्र सिंह ने कहा कि मौसम विज्ञान विभाग के पूर्वानुमान के अनुसार मानसून प्रदेश में समय से पहले दस्तक दे सकता है। ऐसे में जिला में किसी भी क्षेत्र में जलभराव की स्थिति उत्पन्न न हो इसके लिए सीएम द्वारा वीसी में सभी राहत कार्य व अन्य आवश्यक प्रबंध समय पर करने के निर्देश दिए हैं।
वीसी में सीएम की ओर से मिले निर्देशों की अनुपालना सुनिश्चित करने के लिए डीसी ने सिंचाई, लोक निर्माण विभाग, राजस्व, जन स्वास्थ्य, शहरी निकाय तथा आपदा प्रबंधन शाखा के अधिकारियों के साथ बाढ़ से बचाव के कार्यों तथा ड्रेनो की सफाई की रिपोर्ट ली। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि पानी निकासी के पंप सैट 10 जून से पहले-पहले अच्छी तरह चैक हों और सभी वर्किंग कंडीशन में हों। उन्होंने कृषि विभाग के अधिकारियों से कहा कि वे भूमिगत जल को रिचार्ज करने के लिए किसानों को बोर बनाने के लिए प्रोत्साहित करें। शहरी निकाय के अधिकारियों से कहा कि शहर में जल भराव की समस्या नहीं होनी चाहिए, ड्रेनों की सफाई बेहतर तरीके से होनी चाहिए। सिंचाई विभाग के अधिकारियों से कहा कि अपनी-अपनी साईट पर चल रहे कार्यों का निरीक्षण निरंतर करते रहें।
डीसी यशेन्द्र सिंह ने संबंधित अधिकारियों को कहा कि बरसात के मौसम को देखते हुए आगामी करीब एक सप्ताह में सभी व्यापक व्यवस्था की जाए। उन्होंने कहा कि जिन क्षेत्रो में बाढ़ से आबादी के प्रभावित होने की सम्भावना हो, उन्हें पहले पूरे कर लें। इसके साथ-साथ मानसून के दिनों में पानी निकासी के लिए पंप सैट की उपलब्धता व उनकी वर्किंग कंडीशन की जांच की मॉनिटरिंग हो। पंप सैट चलाने के लिए जहां-जहां बिजली के कनेक्शन अपेक्षित हैं, उन्हें भी सुनिश्चित कर लें। डीजल से चलने वाले पंप सैट की भी चैकिंग कर लें। मानूसन में पावर सप्लाई भी अपेक्षाकृत बनी रहे, इसका भी ध्यान रखें।  
डीसी ने कहा कि  भूमिगत जल को रिचार्ज करने के लिए कृषि विभाग की खेतो में बोर करने की स्कीम है। कई क्षेत्रो में अत्याधिक बारिश से प्राकृतिक रूप से पानी बहकर खेतों में खड़ा हो जाता है, परिणाम स्वरूप फसलें नष्ट हो जाती हैं। इसके उपाय के लिए खेतों में बोर कर, ऐसे सरप्लस पानी को बोर से रिचार्ज किया जा सकता है, यह अच्छी स्कीम है। ऐसी जगहों के किसानों को मोटीवेट कर बताया जाए कि कम खर्च पर रेत की सतह तक बोर किए जा सकते हैं। उन्होंने कहा कि इन सब कार्यों को योजनाबद्घ तरीके से गंभीरता से लें।  
इस अवसर पर एसडीएम कुशल कटारिया, एसडीएम  एसडीएम रेवाड़ी रविन्द्र यादव, सीईओ जिला परिषद उदय सिंह देशवाल,  सहित राजस्व, सिंचाई, जन स्वास्थ्य, स्थानीय शहरी निकाय, बिजली, खाद्य एवम आपूर्ति विभाग सहित अन्य संबंधित विभागीय अधिकारी मौजूद रहे।

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