Breaking

Saturday, August 22, 2020

अभिभावकों की नारेबाजी:पेरेंट्स बाेले- ट्यूशन फीस न भरने पर ओपीएस स्कूल ने बच्चों की ऑनलाइन पढ़ाई बंद की, प्रिंसिपल ने कहा- खर्च कैसे चलेंगे

अभिभावकों की नारेबाजी:पेरेंट्स बाेले- ट्यूशन फीस न भरने पर ओपीएस स्कूल ने बच्चों की ऑनलाइन पढ़ाई बंद की, प्रिंसिपल ने कहा- खर्च कैसे चलेंगे

अम्बाला | सिटी के डीईओ ऑफिस में स्कूलाे द्वारा मांगी जा रही फीस काे लेकर नारेबाजी करते बच्चाे के परिजन।

ट्यूशन फीस में एक्स्ट्रा चार्ज जाेड़ने का आराेप लगा ओपीएस विद्या मंदिर स्कूल के बाहर अभिभावकों की नारेबाजी
शिक्षा विभाग ऑफिस में भी पहुंचे थे पेरेंट्स, डीईओ नहीं मिलने पर लाैटे


ट्यूशन फीस में एक्स्ट्रा चार्ज जाेड़ने का आराेप लगाते हुए पेरेंट्स सेक्टर-9 ओपीएस विद्या मंदिर स्कूल के बाहर एकत्रित हुए। पेरेंट्स ने आराेप लगाया कि फीस न देने पर स्कूल ने बच्चाें की ऑनलाइन पढ़ाई बंद कर दी है। पेरेंट्स प्रिंसिपल से बात करने के लिए अड़े रहे, लेकिन उन्हें अंदर नहीं जाने दिया गया। इससे पहले पेरेंट्स शिक्षा विभाग ऑफिस में भी पहुंचे थे, मगर डीईओ नहीं मिलने से वह लाैट गए।
पेरेंट्स संजय, दीपक, निखिल, गाैरव, विशाल सहित अन्य ने बताया कि स्कूल द्वारा पहली से 7वीं कक्षा तक के बच्चाें की करीब 3800 रुपए ट्यूशन फीस प्रति माह के हिसाब से मांगी जा रही है, जबकि 7वीं से ऊपर कक्षा के बच्चाें से 4100 रुपए से ज्यादा फीस ली जा रही है। उनका कहना है कि स्कूल ज्यादा ट्यूशन फीस मांग रहा है। इस फीस में ट्यूशन फीस के अलावा अन्य जाे चार्ज लिए जा रहे हैं, उनके बारे में क्लियर नहीं बताया जा रहा। पेरेंट्स की मांग की कि ट्यूशन फीस भरने में उन्हें छूट दी जाए।

ट्यूशन फीस पेरेंट्स काे भरनी पड़ेगी, स्कूल के भी अपने खर्च हैं : प्रिंसिपल नीलम

ओपीएस विद्या मंदिर स्कूल की प्रिंसिपल नीलम शर्मा का कहना है कि पेरेंट्स ट्यूशन फीस में से 50 प्रतिशत फीस माफ करने की मांग कर रहे हैं। प्रिंसिपल ने बताया कि लाॅकडाउन से लेकर अभी तक स्कूल बच्चाें काे ऑनलाइन पढ़ा रहा है। अभी तक स्कूल की तरफ से वार्षिक चार्ज नहीं मांगे गए। कई पेरेंट्स ने 5 महीने से ट्यूशन फीस भी जमा नहीं करवाई। पेरेंट्स काे कहा गया था कि अगर उन्हें फीस भरने में काेई समस्या आ रही है ताे वह उनसे 2-2 कर मिल सकते हैं, मगर पेरेंट्स एक साथ मिलना चाहते थे।
स्कूल द्वारा बच्चाें काे ब्राॅडकास्ट ग्रुप से पढ़ाई करवाई जा रही है। पहले जूम एप के जरिए टीचर पढ़ाते थे। अब स्कूल ने 17 अगस्त से माइक्राेसाॅफ्ट सिस्टम शुरू किया है, जाेकि पेड है। जिन पेरेंट्स ने जुलाई तक ट्यूशन फीस जमा करवा दी है, उन बच्चाें काे ही माइक्राेसाॅफ्ट सिस्टम उठाता है। उन बच्चाें काे ही टीचर ऑनलाइन पढ़ा रहे हैं, जबकि ट्यूशन फीस जमा न करवाने वालाें काे सिर्फ ब्राॅडकास्ट से ही पढ़ाई करवाई जा रही है। उन्हाेंने ट्यूशन फीस पेरेंट्स काे भरनी पड़ेगी। स्कूल के भी अपने खर्च हैं। कई पेरेंट्स से वह किस्त बनाकर भी फीस ले रहे हैं।
वार्षिक चार्ज काे लेकर स्पष्ट निर्देश नहीं : कालड़ा
डिप्टी डीईओ सुधीर कालड़ा को प्राइवेट स्कूल संचालकों ने हाईकाेर्ट की काॅपी साैंपी। जिस काॅपी काे लेकर वह पेरेंट्स से वार्षिक चार्ज मांग रहे हैं। कालड़ा ने बताया कि स्कूल पेरेंट्स से वार्षिक चार्ज ले सकते हैं या नहीं, इस बारे में निदेशालय की तरफ से विभाग काे काेई स्पष्ट निर्देश नहीं मिले हैं।

No comments:

Post a Comment