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Wednesday, September 30, 2020

उपचुनाव के लिए तारीख की घोषणा:बरोदा में 3 नवंबर को वोटिंग

उपचुनाव के लिए तारीख की घोषणा:बरोदा में 3 नवंबर को वोटिंग, 10 को नतीजे भाजपा-जजपा सरकार की पहली बड़ी परीक्षा, कांग्रेस विधायक श्रीकृष्ण हुड्डा के निधन के बाद खाली हुई सीट

सीएम को 3 बजे विकास कार्यों का उद‌्घाटन व शिलान्यास करना था, इससे पहले ही चुनाव की घोषणा हो गई, शिलापट्‌ट उठाकर गाड़ियों में ले जाने पड़े

12 राज्यों में खाली पड़ी 56 विधानसभा व एक लोकसभा सीट पर उपचुनाव की तारीख घोषित दिवाली से 4 दिन पहले बरोदा को नया विधायक मिलेगा

कोराेना महामारी के बीच चुनाव आयोग ने 12 राज्यों में खाली पड़ी 56 विधानसभा व एक लोकसभा सीट पर उपचुनाव की तारीख घोषित कर दी है। इनमें हरियाणा के सोनीपत जिले की बरोदा सीट भी है। बरोदा सीट के लिए 3 नवंबर को वोट डाले जाएंगे। 10 नवंबर को नतीजे घोषित होंगे। यानी दिवाली से 4 दिन पहले बरोदा को नया विधायक मिलेगा। 27 अक्टूबर को जहां भाजपा-जजपा की गठबंधन सरकार का एक साल पूरा हो रहा है।

वहीं इसी दौरान चुनाव भी आ गया है। ऐसे में सभी दल जीत के लिए पूरा जोर लगाएंगे। हरियाणा में अभी तक 47 विधानसभा उपचुनाव हुए हैं। सबसे पहला उपचुनाव संयुक्त पंजाब में डबवाली सीट पर 1952 में हुआ था। बरोदा मेें पहली बार उपचुनाव हो रहा है। 13 अप्रैल को श्रीकृष्ण हुड्डा के निधन के कारण यह सीट खाली हुई थी। बरोदा विधानसभा में 178250 मतदाता हैं। यहां 94 हजार जाट वोटर, अन्य जनरल 21 हजार, बीसी 25 हजार और एससी 29 हजार के करीब हैं। बरोदा ग्रामीण क्षेत्र की जाट बाहुल्य सीट है।

ये रहेगा चुनावी शेड्यूल

9 अक्टूबर को नोटिफिकेशन
16 अक्टूबर तक नामांकन
17 को नामांकन की छंटनी
19 तक नामांकन वापसी
3 नवंबर को वोटिंग होगी
10 नवंबर को चुनाव नतीजे
पिछले चुनाव की स्थिति

कुल वोट पोल हुए - 122797

योगेश्वर दत्त, भाजपा- 37726

श्रीकृष्ण हुड्‌डा, कांग्रेस- 42566

भूपेंद्र मलिक, जजपा- 32480

मुख्य पार्टियों की तैयारी


कांग्रेस: प्रदेशाध्यक्ष कुमारी सैलजा ने कहा कि सबकी सहमति से प्रत्याशी उतारेंगे। आवेदन मांगे गए हैं। 30 को दिल्ली में बैठक होगी।

भाजपा-जजपा: भाजपा प्रदेशाध्यक्ष ओपी धनखड़ ने मंगलवार को ही बैठक की। गृह मंत्री अनिल विज बोले, 'भाजपा-जजपा साथ मिलकर लड़ेगी।

1 सीट के किसके लिए क्या मायने


भाजपा: भाजपा के पास 90 में से 40 सीट हैं। जजपा व निर्दलीयों के समर्थन से सरकार चल रही है। भाजपा यह उपचुनाव जीत लेती है तो एक विधायक बढ़ने से सरकार में स्थिरता आएगी और जजपा पर निर्भरता कुछ कम होगी। साथ ही बरोदा में पहली बार खाता खुलेगा।

कांग्रेस: लंबे समय से यह सीट कांग्रेस के पास है। कांग्रेस हारती है तो उसके लिए बड़ा झटका होगा। अगर जीतती है तो 31 विधायकों की संख्या बरकरार रहेगी। वह भाजपा-जजपा की गठबंधन सरकार पर दबाव बनाने में भी कामयाब रहेगी।

जजपा: जननायक जनता पार्टी के 10 विधायक हैं। जजपा चुनाव लड़ती है और जीत जाती है तो सरकार में दखल बढ़ सकेगा।य

इनेलो: अभय चौटाला पार्टी के इकलौते विधायक हैं। इनेलो जीतती है तो नए सिरे से पार्टी को खड़ा करने की दिशा में कदम तेजी से बढ़ाएगी।

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