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Saturday, September 26, 2020

उचाना के नागरिक अस्पताल में शुरू हुई आरटीपीसीआर लैब

उचाना के नागरिक अस्पताल में शुरू हुई आरटीपीसीआर लैब

उचाना के नागरिक अस्पताल में शुरू हुई आरटीपीसीआर लैब
उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला व स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज ने किया लैब का उद्घाटन
हरियाणा में स्थापित होगीं चार नई कोरोना वायरस जांच लैब तथा तीन कोविड अस्पताल : अनिल विज  

जींद 25  सितम्बर ( गौतम सत्यराज )   हरियाणा के गृह एवं स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज ने शुक्रवार को उचाना के नागरिक अस्पताल में स्थापित की गई आरटीपीसीआर लैब का विधिवत रूप से उद्घाटन कर लोकापर्ण किया और प्रदेश में चार नई कोरोना वायरस जांच लैब तथा गम्भीर मरीजों के ईलाज के लिए तीन नये कोविड अस्पताल स्थापित करवाने की घोषणा की। अनिल विज ने इस लैब का उद्घाटन विडियों कॉन्फ्रैसिंग के जरिए किया। उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला भी चरखी दादरी से लाईव जुडक़र उद्घाटन कार्यक्रम में शामिल हुए। स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि कोरोना वायरस की रोकथाम में जुटे डॉक्टर व अन्य स्टाफ शानदार काम कर रहे है, इसके लिए उन्होंने स्वास्थ्य विभाग के सभी कर्मियों को बधाई दी। उन्होंने कहा कि आज रिवाईड होम आईसोलैशन प्रोटोकॉल एप्प को भी लांच कर दिया गया है। यह एक ऐसा एप्प है जिसके माध्यम से मरीज की अस्पताल में बैड़ खाली है का पता कर बैठ रिजर्व करवा सकते है। रिजर्ववैशन का संदेश मोबाईल पर आ जाएगा। उन्होंने आगे बताया कि मुख्य चिकित्सा अधिकारी व उपायुक्त के डैस्कबोर्ड पर यह रिपोर्ट आ जाएगी कि किसी अस्पताल के किस बैड पर मरीज की स्थिति गम्भीर है। इस एप्प के लांच होने से अस्पतालों में मरीजों की देखभाल जहां अच्छी तरह से होगी वहीं उच्च अधिकारी भी स्थिति से अवगत होते रहेंगे।
उन्होंने कहा कि आगामी 15 दिनों में भिवानी, पानीपत, चरखी दादरी तथा युमनानगर जिलों में कोरोना वायरस जांच लैब स्थापित करवा ली जाएगीं। गम्भीर मरीजों के ईलाज के लिए करनाल, रोहतक व अग्रोहा में एक सौ- एक सौ बैड के कोविड अस्पताल स्थापित करवाए जाएंगे। जिनमें से दो अस्पतालों का काम पूरा हो चुका है तथा तीसरे अस्पताल का कार्य जल्द पूरा करवा लिया जाएगा। इन अस्पतालों में विशेषज्ञ डॉक्टरों की डयूटी लगाई जाएगी और अत्याधुनिक चिकित्सा सुविधाएं उपलब्ध करवाई जाएगीं। उन्होंने कहा कि हरियाणा देश का पहला राज्य है जहां होम आईसोलैटिड कोविड मरीजों का पूरा ख्याल रखा जा रहा है। उन्होंने स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए कि वे इन मरीजों से प्रतिदिन सम्पर्क करें ताकि इन्हें घर बैठे हर प्रकार की आवश्यक चिकित्सा सुविधा व अन्य परामर्श प्राप्त होते रहे।
डीसी डॉ. आदित्य दहिया ने कहा कि उचाना में स्थापित आरटीपीसीआर लैब अत्याधुनिक चिकित्सा सुविधाओं से लैस है। इस लैब के स्थापित होने से लोगों को कोविड- 19 की जांच करवाने के लिए अब खानपूर, अग्रोहा मैडिकल कॉलेज नहीं जाना पड़ेगा, फिलहाल इस लैब में 188 सैम्पलों की जांच की जा सकेगी। यहां अधिकाधिक सैम्पलों की जांच हो सके इसके लिए यहां पर्याप्त स्टाफ की उपलब्धता करवाने के लिए सरकार को पदों की स्वीकृति के लिए लिखा जाएगा। फिलहाल इस लैब में 8 लैब टैक्निशियन, 3 डॉक्टर तथा 2 कम्प्यूर ऑपटरों की डयूटी लगाई गई है। इस लैब को स्थापित करवाने के कार्य पर लगभग एक करोड़ रुपए की धनराशि खर्च की गई है। उन्होंने कहा कि जिला में कोरोना वायरस सैम्पल लेने के लिए दस कोलेक्शन सैंटर तथा इतनी ही सख्यां में मोबाईल टीमें बनाई गई है, इसके द्वारा प्रतिदिन एक हजार सैम्पल लिए जा रहे है। उन्होंने कहा कि कोरोना वायरस जांच लैब स्थापित होने पर अब सैम्पलों की सख्यां को और बढ़ाया जाएगा। इस अवसर पर स्वास्थ्य विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव राजीव अरोड़ा, निदेशक अशोक मीणा, जीडी एच एस डॉ. सुरजभान कम्बोज, एमडी एनएच एम प्रभात, जींद के मुख्य चिकित्सा अधिकारी मनजीत सिंह, डिप्टी सीएमओ डॉ. पालेराम व स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी एवं कर्मचारी उपस्थित रहे।

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