ठगी पकड़ी, ठग गायब:213 महिलाओं के फर्जी फार्म भर प्रधानमंत्री मातृत्व वंदना योजना के 10.65 लाख रुपए हड़पे
भिवानी : प्रधानमंत्री मातृत्व वन्दना योजना के पीएमएमवीवाई पोर्टल पर गलत तरीके से ऑनलाइन पंजीकरण कर 213 पात्रों के फार्म भरकर 5 हजार रुपए प्रति पात्र के हिसाब से 10 लाख 65 हजार की रकम हड़प ली। जब संबंधित विभाग के अधिकारियों को पता चला तो उन्होंने सूची में दर्शाए गए पात्रों के मोबाइल नंबर पर संपर्क किया तो कोई भी पात्र महिला संबंधित खंड के किसी भी गांव से संबंधित नहीं थी, न ही सूची में दर्शाई गई महिलाओं के फार्म कार्यालय में भरे गए हैं।
महिला एंव बाल विकास परियोजना अधिकारी भिवानी ग्रामीण द्वितीय ने एसपी को शिकायत दी की उसे 29 अक्टूबर को डाटा एंट्री ऑपरेटर ने बताया कि किसी ने गलत तरीके से पीएमएमवीवाई पोर्टल पर 213 महिलाओं का ऑनलाइन पंजीकरण कर राशि हड़पी है। 30 अक्टूबर को लिपिक इशवंती देवी, विधोत्मा, डाटा इंट्री ऑपरेटर व सुपरवाइजर ने लिखित में शिकायत दी।
शिकायत में बताया कि अज्ञात व्यक्ति ने पोर्टल पर 213 लाभपात्रों के ऑनलाइन फर्जी फार्म भरे और प्रति पात्र महिला 5 हजार रुपए के हिसाब से जालसाजी कर 10 लाख 65 हजार की सरकारी राशि हड़प ली। सह राशि अलग-अलग बैंक खातों में जमा की गई है।
जानिए-पूरा खेल, किस तरह दिया गया लाखों की ठगी को अंजाम
जब संपर्क किया तो गलत मिले सभी पते शिकायत में बताया कि धोखाधड़ी पता लगने पर जब सूची में दर्शाए लाभपात्रों के मोबाइल नंबरों पर संपर्क किया तो कोई भी महिला भिवानी ग्रामीण द्वितीय खंड के किसी भी गांव से संबंधित नहीं मिली। जांच पर पता चला कि सूची में दर्शाए गए किसी भी महिला का फार्म कार्यालय में कार्यरत किसी भी कर्मचारी द्वारा नहीं भरा गया है।
किसी अज्ञात व्यक्ति ने पोर्टल का दुरुपयोग करते हुए सरकारी राशि का धोखाधड़ी कर गबन किया गया है। उन्होंने पुलिस से अज्ञात के खिलाफ धोखाधड़ी, सरकारी धन के दुरुपयोग व गलत ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन कर फर्जी लाभार्थियों को सरकारी स्कीम का लाभ दिलवाने के बारे में कार्रवाई की जाए। औद्योगिक पुलिस थाना एसएचओ इंस्पेक्टर पवन कुमार ने बताया कि पुलिस ने केस दर्ज कर लिया है।
पोर्टल हैक कर या पासवर्ड चुराकर की गलत एंट्री
पोर्टल हैक कर या पासवर्ड चोरी कर पोर्टल पर फर्जी एंट्री की जा सकती है, लेकिन राशि फर्जी खातों में ट्रांसफार्मर बिना किसी अधिकारी के मिलीभगत के बिना नहीं हो सकता है। इसके अलावा 213 महिलाओं के सभी प्रमाण पत्र भी कोई आम व्यक्ति आसानी से नहीं जुटा सकता है। जिस व्यक्ति ने धोखाधड़ी कर 213 महिलाओं के ऑनलाइन फर्जी फार्म भरे है वह किसी महिला ग्रुप या महिलाओं को पैसों का लालच देकर उनके प्रमाण पत्र से प्रधानमंत्री मातृत्व वन्दना योजना के नाम पर लाखों की राशि हड़प कर सकता है।
इस तरह सामने आया मामला
महिला एवं बाल विकास परियोजना अधिकारी कांता यादव ने बताया कि उन्हें पता चला कि कलानौर व जींद में फर्जी तरीके से ऑनलाइन फार्म भरकर सरकारी राशि हड़पी है। उन्होंने अक्टूबर में कंप्यूटर ऑपरेटर से पुराने रिकार्ड की जांच करने को कहा। इसमें सामने आया कि 213 महिलाओं को राशि जारी हुई है, जबकि उनका रिकार्ड नहीं है और न कार्यालय से उनके कभी फार्म भरे गए हैं।
ये है मातृत्व वंदना योजना
पात्र महिलाएं महिला वर्कर्स योजना के तहत फार्म भरते हैं। इसके बाद कार्यालय में फार्म ऑनलाइन दर्ज किए जाते है। पात्र 98 प्रतिशत महिलाओं को 5 हजार की सहायता राशि तीन किस्तों में जारी की जाती है। यह राशि मिलने में तीन माह से ज्यादा समय लग जाता है। अगर किसी महिला को जागरूकता के अभाव में बच्चे की आयु में एक वर्ष का समय बेहद नजदीक है तो उसे एक साथ तीनों किस्त जारी करवा दी जाती है।
मिलीभगत संभव, क्योंकि मात्र 5 दिन में राशि जारी नहीं होती
महिला एंव बाल विकास परियोजना अधिकारी ने कांता यादव ने बताया पोर्टल हैक कर या पासवर्ड चोरी कर ही ऐसा किया जा सकता है। किसी की मिलीभगत भी हो सकती है, क्योंकि अधिकतर अधिकारी अपने अधीनस्थ कर्मचारियों से पोर्टल पर कार्य करवाते है। इससे उन्हें पासवार्ड का पता होता है। पासवर्ड लीक होने की आशंका रहती है। जांच में सामने आया कि यह कार्य किसी गिरोह का हो सकता है, क्योंकि फार्म भरने के साथ 5 दिन में राशि जारी होना आसान नहीं होता है।
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