अधिक भाप लेना नुकसानदायक हो सकता है, फायदे भी जाने
जानलेवा वायरस कोरोना का सबसे अधिक असर फेफड़े पर बताया जा रहा है। संक्रमण से फेफड़ों को सुरक्षित रखने के उपायों में से कारगर उपाय भाप है। इस मुश्किल दौर में हमें बुजुुर्गों की इस सीख का अनुसरण करने की जरूरत है। चिकित्सक भी इसकी सलाह दे रहे हैं। उनके अनुसार दिन में दो या तीन बार पांच मिनट भाप लेने से फेफड़ों पर संक्रमण का अधिक असर नहीं होता। लेकिन, अधिक समय भाप लेना नुकसान दायक हो सकता है। वरिष्ठ फिजीशियन डॉ. बिजेंद्र दलाल के अनुसार भाप लेना सबसे आसान और असरदार इलाज है। संक्रमण को रोकने में इससे काफी फायदा मिलता है। इससे सांस लेने वाली नली तो ठीक रहती ही है और आपके फेफड़े भी स्वस्थ्य रहते हैं। सामान्य तौर पर भाप लेने का सबसे पुराना और घरेलू तरीका गर्म पानी है। लोगों को सिर पर तौलियां रखकर आंख बंद करके भाप लेनी चाहिए। इसका कोई साइड इफेक्ट नहीं होता है। बाजार के उपकरण से भी भाप ले सकते हैं, लेकिन इस दौरान ध्यान रखने की जरूरत है कि भाप गले और सांस लेने वाली नली के आखिर तक जानी चाहिए। इससे ज्यादा से ज्यादा लाभ प्राप्त होगा। रोजाना दो से तीन बार भाप लेने से काफी फायदा मिलता है। खांसी व बंद नाक में भी इससे काफी राहत मिलती है
*ये हैं भाप के फायदे*
नियमित भाप लेने से कोरोना का फेफड़ों पर अधिक असर नहीं होगा। - जिस तरह सेनिटाइजर से हाथ साफ होते हैं, उसी तरह स्टीम फेफड़ों को सेनिटाइज करता है। - भाप लेने से गले में जमा हुआ कफ भी आसानी से निकल सकेगा। - इससे त्वचा की गंदगी हट जाती है। त्वचा को प्राकृतिक चमक मिलती है। - अस्थमा मरीजों को भाप लेने से सांस लेने में राहत मिलती है। - भाप लेने से मुंहासे भी खत्म हो जाते हैं। इस तरह लें भाप - सबसे पहले बर्तन में पानी को अच्छे से गर्म कर लें। - चेहरे को अच्छी तरह से साफ कर लें। - आप जिस कमरे में हैं, वहां के पंखा, कूलर, एसी बंद कर कर लें। - मेज पर गर्म पानी के बर्तन को रख लेंं। - तौलिया लें और इसे अच्छी तरह से पूरे चेहरे को ढंक लें। - अब अपने चेहरे को गर्म पानी के बर्तन से कुछ दूरी पर रखें। - चेहरे को बहुत पास नहीं ले ले जाएं। - पानी में विक्स, संतरे व नींबू के छिलके, लहसुन, अदरक, नीम की पत्तियां इत्यादि में से कुछ भी मिला सकते हैैंं। यह रखें सावधानी - दिन में तीन बार से ज्यादा भाप नहीं लेनी चाहिए। - साथ ही एक बार में पांच मिनट से ज्यादा भाप नहीं लेनी चाहिए। - भाप लेते वक्त मुंह खुला रखना चाहिए यानि आपको मुंह से सांस लेकर भाप तक पहुंचाना है। - भाप लेते समय और भाप लेने के बाद हवा में मत बैठिए। - साथ ही कुछ घंटे तक ठंडा पानी भी मत पीजिए
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