Breaking

Showing posts with label Corona News. Show all posts
Showing posts with label Corona News. Show all posts

Saturday, August 14, 2021

August 14, 2021

कोरोना के प्रति लापरवाही ही कोरोना संक्रमण को बढ़ावा देती है : डॉ. भोला

कोरोना के प्रति लापरवाही ही कोरोना संक्रमण को बढ़ावा देती है : डॉ. भोला
जींद : ( संजय कुमार ) स्वास्थ्य विभाग द्वारा शनिवार को सियाराम क्लीनिक पर वैक्सीनेशन अभियान का आयोजन किया गया। अभियान के तहत कुल 144 लोगों को वैक्सीनेट किया गया। नागरिक अस्पताल के डिप्टी एमएस डा. राजेश भोला टीम के साथ मौके पर रहे। उन्होंने कहा कि कोरोना के प्रति लापरवाही ही कोरोना संक्रमण को बढ़ावा देती है। ऐसे में अब हम सबका परम कर्तव्य बन गया है कि कोरोना संक्रमण के लिए जरूरी मास्क,  फिजिकल डिस्टेंसिंग, हैंडवाशिंग को अपनी दिनचर्या में शामिल करें। अभी भी कोरोना को लेकर स्वास्थ्य विभाग अलर्ट मोड है और लगातार वैक्सीनेशन के साथ ही सैंपलिंग कार्य किया जा रहा है। डा. भोला ने कहा कि किसी भी व्यक्ति को या उसके परिवार के अन्य सदस्यों को जिन्हें सर्दी, खांसी, बुखार, सांस लेने में कठिनाई, स्वाद या गंध नहीं आने की शिकायत है ऐसे लोगों को तत्काल कोरोना जांच करवानी चाहिए। उन्होंने आमजन से आह्वान किया कि कोरोना के प्रति लापरवाही बिल्कुल न बरतें और वैक्सीन अवश्य लगवाएं। वहीं स्वास्थ्य विभाग की टीमें प्रतिदिन अलग-अलग जगहों से कोरोना के सैंपल ले रही हैं। इसके साथ ही आमजन को कोराना के प्रति जागरूक भी किया जा रहा है। विभाग का प्रयास है कि हर हाल में कोराना महामारी को फैलने से रोका जाए। इस मौके पर एमपीएचडब्ल्यू जगदीप, गुरनाम, सुरजमुखी मौजूद रही।

Thursday, May 13, 2021

May 13, 2021

अंबाला में रिहायशी भवन से मिला ऑक्सीजन सिलेंडरों का जखीरा

अंबाला में रिहायशी भवन से मिला ऑक्सीजन सिलेंडरों का जखीरा 

अंबाला : अंबाला एक रिहायशी भवन से 33 ऑक्सीजन सिलेंडर  जब्त किए गए हैं। यह खुलासा तब हुआ जब डीसी अशोक शर्मा एक माइक्रो कंटेनमेंट का मुआयना करने जा रहे थे। तभी उनकी नजर एक घर में रखे ऑक्सीजन सिलेंडरों पर पड़ गई। तत्काल उन्होंने अपनी गाड़ी रुकवा कर सभी सिलेंडर जब्त करने के आदेश दिए। साथ ही भवन मालिक से खाली पड़े सिलेंडरों के बारे में पूरी जानकारी जुटाने की बात कही। साफ कहा कि अगर मालिक संतोषजनक जवाब नहीं दे पाया तो उसके खिलाफ कार्रवाई की जाए। ऑक्सीजन सिलेंडरों के जखीरे पर प्रशासनिक अधिकारियों की नजर तब पड़ी जब वे महेशनगर में पहुंचे थे। तभी उनकी नजर सिलेंडरों पर पड़ गई। डीसी समेत सभी अधिकारी रिहायशी भवन में पहुंच गए। मौके पर मिले प्रतिनिधियों ने खाली सिलेंडरों को लेकर कोई संतोषजनक जवाब नहीं दिया। उन्होंने कहा कि लोग ऑक्सीजन के बिना जान गंवा रहे हैं लेकिन लापरवाही से इतने सिलेंडरों का होना बड़ी हैरानी की बात है।
उन्होंने तुरंत नोडल अधिकारी और एसएचओ अजैब सिंह को नर्दिेश देते हुए कहा कि तुरंत प्रभाव से सिलेंडरों को जब्त करने की बात कही। ये सिलेंडर अब सामान्य अस्पताल में ऑक्सीजन प्रयोग में लाए जाएंगे। इनके जरिए नागरिक अस्पतालों में की जा रही ऑक्सीजन की सप्लाई की जाएगी। नोडल अधिकारी बीडीपीओ दलजीत सिंह और एसएचओ अजैब सिंह को स्पष्ट नर्दिेश दिए गए कि सिलेंडर मालिक से पूछा जाए कि यहां ये क्यों रखे हैं? जो भी उनके खिलाफ कार्रवाई बनती है उसके आधार पर की जाए। डीसी ने लोगों से अपील की कि यदि किसी फैक्ट्री में या फिर अन्य के पास इस प्रकार के सिलेंडर हैं तो वो तुरंत प्रभाव से प्रशासन को उपलब्ध करवाएं ताकि कोरोना संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए इनका प्रयोग किया जा सके । पुलिस ने सभी सिलेंडर अपने कब्जे में ले लिए थे।

Sunday, May 9, 2021

May 09, 2021

हरियाणा की कोविड जेल से 13 कैदी फरार, देखिये फोटो और नाम की लिस्ट

हरियाणा की कोविड जेल से 13 कैदी फरार, देखिये फोटो और नाम की लिस्ट

हरियाणा के रेवाड़ी में कोविड जेल से 13 कैदी फरार हो गए हैं। इन सभी आरोपियों को संगीन धाराओं के चलते जेल में बंद किया गया था। 13 कैदियों के अचानक फरार होने के बाद पुलिस प्रशासन में हड़कंप मच गया है।

जानकारी के मुताबिक कोविड जेल से 13 कैदी फरार हुए हैं। आरोपियों ने ग्रिल काटी है उसके बाद चदरो से रस्सी बनाकर दीवार फांदी है। सभी 13 कैदियों की पुलिस विभाग ने तस्वीरें और नाम सांझा किये हैं।
जिला के गांव फिदेड़ी में नई जेल बनाई गई है। कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए फिदेड़ी जेल को करीब सप्ताहभर पूर्व प्रदेश की कोविड जेल बना दिया गया था। इस जेल में प्रदेशभर की जेलों से शिफ्ट करके करीब 450 कोविड संक्रमित बंदियों को रखा गया है।
रविवार रात को एक ही बैरक में बंद 13 बंदी ग्रिल काटकर बाहर निकल आए तथा चादर की रस्सी बनाकर जेल की दीवार फांदकर फरार हो गए। फरार हुए सभी बंदी संगीन धाराओं के तहत बंद थे। सुबह बंदियों की गिनती करने के दौरान 13 बंदी फरार होने की जानकारी सामने आई। इसके बाद जेल प्रशासन में हड़कंप मच गया। पुलिस की टीमें जिलाभर में फरार बंदियों की खोजबीन में जुटी है। आसपास के गांवों में भी सर्च अभियान चलाया जा रहा है।

May 09, 2021

हरियाणा में बढ़ा लॉकडाउन, सरकार ने लिया बड़ा फैसला

हरियाणा में बढ़ा लॉकडाउन, सरकार ने लिया बड़ा फैसला

चंडीगढ़ : हरियाणा में सरकार ने लॉकडाउन को लेकर बड़ा फैसला लिया है। प्रदेश में एक हफ्ते के लिए लॉकडाउन को आगे बढ़ा दिया गया है। इससे पहले सरकार ने 3 मई से लॉकडाउन लगाया था। अब सरकार ने एक हफ्ते के लिए आगे बढ़ा दिया है।

प्रदेश में कोरोना के बढ़ते केसों को लेकर लॉकडाउन को आगे बढ़ाया गया है। हरियाणा सरकार की तऱफ से लॉकडाउन को आगे बढ़ाने का ऐलान कर दिया है।
*लक्षण दिखने पर तुरंत करवाएं टैस्टिंग :*
उपायुक्त प्रदीप कुमार ने कहा कि कोरोना संक्रमण के लक्षण बुखार, खांसी व जुकाम जैसे लक्षण दिखे तो वे तुरंत अपनी टेस्टिंग करवाएं और रिपोर्ट आने तक अपने आप को होम आइसोलेट कर ले तथा घरेलू उपाय व आयुर्वेदिक औषधियों का सेवन करें। इसके साथ-साथ घर पर बना ताजा और सादा भोजन करें।
तुलसी, दालचीनी, काली मिर्च, शुण्ठी (सूखी अदरक) एवं मुनक्का से बनी हर्बल टी/काढ़ा दिन में एक से दो बार पिएं (स्वाद अनुसार इसमें नींबू का रस या गुड़ मिला सकते हैं।) गोल्डन मिल्क 150 मि.ली. गर्म दूध में आधा चम्मच हल्दी चूर्ण मिलाकर दिन में एक से दो बार पिएं, 10 ग्राम च्यवनप्राश प्रतिदिन लें, सुबह-शाम दो-दो बूंद तिल/नारियल/सरसों का तेल या घी नाक के दोनों छिद्रों में लगाएं, एक चम्मच ताजा अदरक का रस और 30 मि.ली. गर्म पानी में चुटकी भर नमक मिलाकर प्रतिदिन दो बार गरारा करें।
खांसी/गले में खराश के लिए नागरिक दिन में कम से कम एक बारे पुदीने के पत्ते/अजवाइन डालकर पानी की भाप लें, खांसी या गले मे खराश होने पर लौंग के चूर्ण को गुड़ या शहद मिलाकर दिन में दो से तीन बार लें। अधिक तकलीफ होने पर निकट के चिकित्सक से परामर्श लें।
इसके अलावा नागरिक रोग प्रतिरोधक क्षमता बेहतर करने के लिए पूरा दिन गर्म पानी पिएं। इसके अलावा वे प्रतिदिन कम से कम 30 मिनट योगासन, प्राणायाम एवं ध्यान करें अच्छी नींद ले व तनाव मुक्त रहे, भोजन बनाने में हल्दी, जीरा, धनिया एवं लहसुन आदि मसालों का प्रयोग करें।
May 09, 2021

हरियाणा के सभी गांव में कोरोना की टेस्टिंग के लिए 8000 टीमों का गठन

हरियाणा के सभी गांव में कोरोना की  टेस्टिंग के लिए 8000 टीमों का गठन

चंडीगढ़ :  - गांवों में कोरोना को लेकर मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने की उच्च स्तरीय बैठक में 8000 टीमों का किया गया गठन।
-6700 गांवों में घर-घर जाकर की जाएगी कोरोना की टैस्टिंग
-गावों में दवाइयों की उपलब्धता पर भी रखा जाएगा ध्यान
-स्वास्थ्य विभाग का अधिकारी होगा हर एक टीम का प्रमुख 
-गांवों को कोरोना संक्रमण से बचाने की कोशिश
-मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने अंतिम व्यक्ति तक टेस्टिंग के दिये आदेश
-ग्रामीण इलाकों में बढ़ते कोरोना संक्रमण को देखते हुए मुख्यमंत्री ने पंचायत विभाग और स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों के साथ की बैठक 
-मुख्यमंत्री ने बैठक में ग्रामीण इलाकों में कोरोना टेस्टिंग के लिए हर घर तक पहुंचने के दिये आदेश
-गांवों में टेस्टिंग के लिए 8 हजार टीमें बनाने के निर्देश
-आशा वर्कर, आंगनवाड़ी वर्कर और स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारियों को मिलाकर बनाई जाए टीमें
-ट्रेनी डॉक्टरों की अगुवाई में बनाई जाए टीमें- मुख्यमंत्री
-गांव में धर्मशाला, सरकारी स्कूलों या आयुष केंद्रों को आइसोलेशन सेंटर में तब्दील किया जाए- मनोहर लाल

Saturday, May 8, 2021

May 08, 2021

घरों में आइसोलेट रहने वाले कोविड मरीजों को मिलेगी किट

घरों में आइसोलेट रहने वाले कोविड मरीजों को मिलेगी किट

चंडीगढ़ : हरियाणा के स्वास्थ्य विभाग ने होम आइसोलेशन में रहने वाले कोविड मरीजों के लिए एक किट तैयार की है । यह किट प्रत्येक उस मरीज को दी जाएगी जो की होम आइसोलेशन में रह कर अपना इलाज करवा रहे हैं। इस किट को गृह एवं स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज ने हरियाणा सिविल सचिवालय में लांच किया। इस मौके पर विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव राजीव अरोड़ा सहित विभाग की टीम के सदस्य भी उपस्थित रहे । इस किट के विषय मे जानकारी देते हुए गृह एवं स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज ने कहा कि इस किट को स्वास्थ्य विभाग ने तैयार किया है, इसमें एक ऑक्सिमीटर, डिजिटल थर्मामीटर, स्टीमर, मास्क आदि के साथ साथ एलोपैथिक आयुर्वेदिक दवाइयां भी हैं । उन्होंने कहा कि मौजूदा समय में प्रदेश में 98000 मरीज होम आइसोलेशन में अपना उपचार कर रहे हैं । अब जल्द से जल्द यह किट पूरे प्रदेश में स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारी घर-घर जा कर पहुंचाने का काम करेंगे । इस किट की अनुमानित राशी 4 से 5 हजार रुपए तक है जो कि स्वास्थ्य विभाग बिल्कुल मुफ्त देगा

Friday, May 7, 2021

May 07, 2021

लापरवाही छोड़ें... अपनों का चेहरा तक देखना नसीब नहीं हो रहा

लापरवाही छोड़ें... अपनों का चेहरा तक देखना नसीब नहीं हो रहा

नारनौल : हिंदू रीति रिवाज में यह हमारी परम्परा है। लेकिन मैं मजबूर हूं कोविड गाइडलाइन यह नहीं कहती कि कोरोना से मृत्यु हो जाने के बाद उसके शव को पालीथिन से भी बाहर निकालो। मैं नहीं चाहता कि कोरोना का फैलाव हो। मेरी ओर से माफी। आप दूर चली जाए हम नियम में बंधे हुए है। श्मशान घाट में चेहरा नहीं दिखाने की बात को लेकर महिला के आगे हाथ जोड़ते ईओ अभयसिंह।  

 नारनौल गांव हो या शहर। लापरवाही की हद है। रोजाना कोरोना संक्रमितों और उससे होने वाली मौत का आंकड़ा बढ़ रहा है। अपनों का चेहरा तक देखना नसीब नहीं हो रहा है। यह तस्वीर नारनौल शहर के रेवाड़ी रोड स्थित स्वर्ग आश्रम की गुरुवार करीब साढ़े तीन बजे की है। नगर परिषद के ईओ अभयसिंह यादव व एक्सईएन अंकित वशिष्ठ यहां मौजूद थे। इस स्वर्ग आश्रम के अंदर खुले आसमान के नीचे पीपीई किट पड़ी होने की तस्वीरें वायरल होने पर हरिभूमि टीम पहुंची थी। उस वक्त ईओ ने हरिभूमि को बताया कि यह आज की चौथी डेडबॉडी है। पांचवीं का मैसेज पहले ही आया हुआ है। इसी बातचीत के दौरान चौथी डेडबॉडी के परिजन ईओ के पास पहुंचे। 'परिजनों ने रोते हुए दुहाई दी कि आपके कहने पर पांच से ज्यादा लोग भी अंतिम संस्कार में नहीं आए। जिसने हमें पाल-पोस कर इतना बड़ा किया था कम से कम उसका चेहरा तो देख लेने दो। वरना जीवनभर मलाल रहेगा। महिला की भावनाओं को समझते हुए ईओ ने मार्मिक भाव से हाथ जोड़ लिए और कहा कि मैं आपकी भावनाओं का पूरा मान-सम्मान करता हूं। हिंदू रीति रिवाज में यह हमारी परम्परा है। लेकिन मैं मजबूर हूं कोविड गाइडलाइन यह नहीं कहती कि कोरोना से मृत्यु हो जाने के बाद उसके शव को पालीथिन से भी बाहर निकालो। मैं नहीं चाहता कि कोरोना का फैलाव हो। मेरी ओर से माफी। आप दूर चली जाए हम नियम में बंधे हुए है। यह शब्द सुनकर महिला रोते हुए उनके पास से चली गई।' कम से कम इस तस्वीर में दिख रही भावनाओं व भाव को देख व सम­झाकर लापरवाही छोड़े दें।
अंतिम क्रिया के बाद श्मशान भूमि में ही पीपीई किट छोड़ रहे लोग जहां देशभर में कोरोना संक्रमण के कारण लगातार कई मौतें हो रही हैं, वहीं नारनौल से कुछ ऐसी तस्वीरें सामने आई हैं, जिन्हें देखकर लोगों की लापरवाही का अंदाजा आसानी से लगाया जा सकता है। बात शहर में रेवाड़ी रोड स्थित स्वर्ग आश्रम की है, गुरुवार जब एक परिवार अस्थियाें के लिए वहां पहुंचा तो हैरान हो गया, वहां खुले में पीपीई किट पड़ी दिखाई दी। किसी ने यह तस्वीर क्लिक की और सोशल मीडिया पर वायरल कर दी। इस्तेमाल की जा चुकी इन पीपीई को निस्तारण नहीं करने से संक्रमण बढ़ने का खतरा बढ़ गया है। वैसे तो नियमानुसार कोविड पॉजिटिव शव के अंतिम संस्कार और पीपीई किट को डिस्पोज करने की जिम्मेदारी नगर परिषद की है, लेकिन लोगों का सहयोग नहीं मिलने का खामियाजा अन्य लोगों को भुगतना पड़ रहा है।

क्या कहते है सीएमओ इस संबंध में सीएमओ डा. अशोक का कहना है कि कोविड प्रोटोकाल के अनुसार ही संक्रमित व्यक्ति का अंतिम संस्कार किया जाना चाहिए। अगर कहीं पीपीई किट छोड़ी गईं तो उनका निस्तारण किया जाना चाहिए। खुले में पीपीई किट छोड़ने से संक्रमण का खतरा बढ़ जाता है। क्या कहते है ईओ नगर परिषद के ईओ अभयसिंह यादव ने बताया कि अंतिम संस्कार के दौरान क्रियाक्रम करने के लिए मृतक के परिजन को भी पीपीई किट पहनाई जाती है। हमारे कर्मचारी भी पीपीई किट में होते है। लोग पीपीई किट श्मशाम भूमि में भी किसी कोने में उतार निकल रहे है। इस तरह की सूचना मिली तो मौका मुआयना कर सख्त हिदायत दी गई है

Wednesday, May 5, 2021

May 05, 2021

प्रदेश में पहली जेल जहां एक दिन में 134 कैदी आए कोरोना पॉजिटिव

प्रदेश में पहली जेल जहां एक दिन में 134 कैदी आए कोरोना पॉजिटिव

नारनौल :  प्रदेश की नारनौल जेल शायद पहली ऐसी जेल है, जहां एक ही दिन में 134 कैदी की कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। इस रिपोर्ट के बाद जेल प्रशासन में हड़कंप मच गया। जेल सूत्रों की माने तो जेल के अंदर पहला केस 25 अप्रैल के करीब मिला था। उसे हलका बुखार था। सेंपल के बाद रिपोर्ट पॉजिटिव आती उससे पहले दो अन्य के तकलीफ महसूस हुई। इसी के चलते वहां कार्यरत चिकित्सक आंचल राव ने जेल में बंद 92 कैदी का सैंपल भेजा। एकाएक अन्य बंदी/कैदियों को भी कोरोना लक्षण महसूस होने लगे थे। इसी के चलते फिर 350 के करीब सैंपल लिए गए। इन 442 के करीब सैंपल की रिपोर्ट स्वास्थ्य विभाग को बुधवार मिली तो हैरानी हुई। इनमें पहले 92 में से 41 और 350 में से 65 की रिपोर्ट पॉजिटिव मिली। इस तरह एक ही दिन में जेल के अंदर बंद 134 कैदी और एक ड्यूटी पर कार्यरत पुलिस कर्मी कोरोना संक्रमित हो गए है। इन संक्रमित मरीजों को रेवाड़ी में बनाई गई स्पेशल जेल में जा रहा है

।नसीबपुर में स्थित जिला जेल में कोविड-19 के अधिक मामले मिलने पर जिला प्रशासन और अधिक सतर्क हो गया है। जेल में स्थिति का जायजा लेने के लिए बुधवार खुद उपायुक्त अजय कुमार मौके पर पहुंचे तथा जेल अधिकारियों को आवश्यक दिशा निर्देश दिए। उनके साथ पुलिस अधीक्षक चंद्रमोहन भी मौजूद थे। डीसी ने वहां पर मौजूद डीएसपी जेल सरवर सिंह को निर्देश दिए कि जेल में कोविड-19 उचित व्यवहार का सख्ती से पालन किया जाए। सही समय पर सभी को उचित दवाइयों का प्रबंध किया जाए। इस पर डीएसपी सरवर सिंह ने बताया कि जेल में कोविड-19 के नियमों का पालन किया जा रहा है। सभी कैदियों को मास्क दिए गए हैं। समय-समय पर उन्हें चिकित्सा मुहैया कराई जा रही है। उपायुक्त ने निर्देश दिए कि वे जिला जेल के सभी कर्मचारियों का भी ख्याल रखें। लक्षण मिलने पर तुरंत आरटी पीसीआर टेस्ट कराया जाए। अगर जिला जेल में किसी भी प्रकार की स्वास्थ्य सुविधाओं की जरूरत है तो तुरंत संज्ञान में लाया जाए ताकि समय रहते स्वास्थ्य सुविधाएं मुहैया करवाई जा सकें। उन्होंने जेल में सभी कर्मचारियों को निर्देश दिए कि वे अतिरिक्त सावधानी बरतें। स्वास्थ्य अधिकारी द्वारा दिए गए निर्देशों का पालन करें।
May 05, 2021

प्राईवेट हस्पतालों में दाखिल कोविड मरीजों के उपचार के लिए 34 रेमडेसिविर करवाई गई उपलब्ध: बिजेन्द्र हुड्डा

प्राईवेट हस्पतालों में दाखिल कोविड मरीजों के उपचार के लिए 34 रेमडेसिविर करवाई गई उपलब्ध: बिजेन्द्र हुड्डा  

जींद : ( संजय तिरँगाधारी )  रोडवेज के महाप्रबंधक बिजेन्द्र सिंह हुड्डा ने बताया कि कोविड मरीजों के लिए रेमडेसिविर इंजैक्शन पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध है। प्रशासन द्वारा जिन हस्पतालों मेें कोविड-19 के मरीज उपचार करवा रहे हैं, उनको रेमडेसिविर टीका उपलब्ध करवाने के लिए राज्य सरकार के दिशा- निर्देश पर जिला में चार सदस्यीय टीम का गठन किया गया है। बुधवार को रेमडेशिवर को लेकर कोविड मरीजों के लिए निजी अस्पतालों से कुल 7 आवेदन आए है। जिनमें से गठित कमेटी द्वारा मरीज की वास्तविक स्थिति रिपोर्ट के आधार पर दो मरीजों को दो-दो तथा पांच मरीजों को 6-6 रेमडेसिविर का टीका उपलब्ध करवाया गया।
उन्होंने बताया कि यह गठित कमेटी प्रतिदिन दोपहर 2 बजे से 3 बजे तक  डीआरडीए के सभागार में बैठेगी । सम्बन्धित हस्पताल द्वारा अधिकृत व्यक्ति ही कोविड मरीज के जरूरी उपचार के कागजात लेकर इस टीम के समक्ष आयेगा। व्यक्ति द्वारा मरीज का सम्बंधित अस्पताल में चल रहे ईलाज की रिपोर्ट ,सिटी स्कोर,आक्सीजन लेवल रिपोर्ट,आधार कार्ड तथा मोबाईल नम्बर साथ लाना अनिवार्य है। उन्होंने बताया कि यह टीम उपचार के कागजों का अध्ययन कर रेमडेसिाविर का टीका वास्तव में किसी मरीज को चाहिए उस बारे में अपनी अनुसंसा देगी। अनुमति मिलने उपरान्त स्थानीय सिविल अस्पताल से सरकार द्वारा निर्धारित फीस जमा करवाकर रसीद सहित टीका प्राप्त किया जा सकता है। उन्होंने बताया कि  कोविड-19 हस्पतालों में जो मरीज दाखिल है  उनका कोई रिश्तेदार व उनसे सम्बन्धित अन्य व्यक्ति  नहीं आयेगा केवल अस्पताल द्वारा अधिकृत व्यक्ति ही इस टीम के समक्ष मरीज की रिपोर्ट लेकर प्रस्तुत होगा।
May 05, 2021

मेडिकल स्टोर संचालक ने रेमडेसिविर के नकली इंजेक्शन बेचकर कमाए एक करोड़, भानजे ने खोली पोल

 मेडिकल स्टोर संचालक ने रेमडेसिविर के नकली इंजेक्शन बेचकर कमाए एक करोड़, भानजे ने खोली पोल

पानीपत :  ये आपदा में अवसर बनाने वाले नहीं, आपदा के असुर हैं। हैदराबादी अस्पताल स्थित एपी मेडिकल स्टोर के संचालक सेक्टर 13-17 के प्रदीप ने नकली रेमडेसिविर इंजेक्शन बेचने शुरू कर दिए। उत्तराखंड के एक व्यक्ति से 750 नकली रेमडेसिविर इंजेक्शन खरीदे। इनमें से 650 इंजेक्शन भांजे-दोस्तों व मेडिकल स्टोर संचालकों व लैब मैनेजर को 15 से 30 हजार रुपये प्रति इंजेक्शन बेच दिए। उसने प्रति इंजेक्शन 12000 रुपये से खरीदा। एक सप्ताह में यानि 90 लाख रुपये के नकली इंजेक्शन खरीदे। करीब एक करोड़ 95 लाख में इन्हें बेचा। यानी एक करोड़ से ज्यादा की कमाई की। बचे हुए सौ इंजेक्शन के बारे में पुलिस पता लगा रही है। भानजे ने ही पोल खोल दी। 
अगर पुलिस के हत्थे इंजेक्शन की कालाबाजारी करने वाले तीन गिरोह के सात बदमाश नहीं पकड़े जाते तो न जाने ये प्रदीप कितने और करोड़ रुपये कमा लेता। वह नकली इंजेक्शन से कोरोना रोगियों की जिंदगी के साथ भी खिलवाड़ कर रहा था। क्राइम इन्वेस्टिगेशन एजेंसी (सीआइए-वन) ने आरोपित प्रदीप को अदालत में पेश कर चार दिन की रिमांड पर लिया है।
May 05, 2021

पंजाब में एंट्री को निगेटिव रिपोर्ट-वैक्सीनेशन जरूरी, राजस्थान पुलिस का सख्त पहरा, हरियाणा-यूपी वाले मनमर्जी से आ-जा रहे

पंजाब में एंट्री को निगेटिव रिपोर्ट-वैक्सीनेशन जरूरी, राजस्थान पुलिस का सख्त पहरा, हरियाणा-यूपी वाले मनमर्जी से आ-जा रहे

चंडीगढ़ :लॉकडाउन के दौरान सोमवार-मंगलवार को हरियाणा पुलिस ने दो दिन ढिलाई बरती तो बड़ी संख्या में लोग बाहर घूमते रहे। अब सरकार ने कड़ी सख्ताई के निर्देश दिए हैं। अब किसी भी काम से बाहर निकलने के लिए मूवमेंट पास जरूरी है। वहीं, हरियाणा से सटे पंजाब व राजस्थान के बॉर्डरों पर दूसरे राज्यों की पुलिस सख्ती बरत रही है, लेकिन हरियाणा-यूपी वाले जरूरी काम बताकर आ-जा रहे हैं।

गौरतलब है कि पंजाब सरकार ने राज्य में एंट्री के लिए कड़े नियम बनाए हैं। इसके लिए 48 घंटे के अंदर दिए सैंपल की निगेटिव रिपोर्ट या कोरोना वैक्सीन की दोनों डोज लगे होना जरूरी है। इसी तरह राजस्थान पुलिस का कड़ा पहरा है। वह जरूरी काम कंफर्म होने के बाद ही आने-जाने दे रहे हैं। हरियाणा-यूपी के बॉर्डरों के दोनों तरफ पुलिस तैनात है, लेकिन वह कारण पूछकर एंट्री दे रही है। उधर, दिल्ली में लॉकडाउन के चलते नो एंट्री पहले से है।

दूसरी तरफ प्रदेशभर के कई जिलों में दूसरे दिन पुलिस ने सख्ती बरती, लेकिन फिर भी सब्जी मंडी, रेहड़ियों पर सुबह-शाम भीड़ रही। सड़कों पर बड़ी संख्या में लोग दिखे। इसके चलते आज से सरकार ने सख्ती बढ़ाने का फैसला लिया है। बता दें कि गृहमंत्री विज ने साेमवार को कहा था कि लोगों ने खुद एहतियात नहीं बरती, इसलिए लॉकडाउन लगाना पड़ा है। उन्होंने मंगलवार को कहा कि कहा कि जिन कैटेगरी को छूट है, उनके अलावा कोई बेवजह बाहर घूमता दिखे तो एफआईआर की जाए।

Tuesday, May 4, 2021

May 04, 2021

हाईकोर्ट का आदेश : कोरोनो मरीजों को घर पर ही ऑक्सीजन उपलब्ध करवाई जाए

हाईकोर्ट का आदेश  कोरोनो मरीजों को घर पर ही ऑक्सीजन उपलब्ध करवाई जाए

चंडीगढ़ : ऑक्सीजन की भारी कमी को देखते हुए, पंजाब एंव हरियाणा हाई कोर्ट ने मंगलवार को केंद्र सरकार को लोगों के जीवन को बचाने के लिए जल्द से जल्द आवश्यक कदम उठाने का निर्देश दिया। हाईकोर्ट ने केंद्र सरकार सहित पंजाब, हरियाणा और चंडीगढ़ को आदेश दिए हैं कि वो ऑक्सीजन का पूरा बंदोबस्त करें ताकि बहुमूल्य जीवन को बचाया जा सके। हाईकोर्ट ने कहा कि खासतौर पर वह लोग जो घरों पर ऑक्सीजन की सपोर्ट पर हैं उन्हें घर पर ही ऑक्सीजन उपलब्ध करवाई जाए ताकि अस्पतालों में भीड़ को कम किया जाए और लोगों को राहत मिले। जस्टिस राजन गुप्ता एवं जस्टिस करमजीत सिंह की खंडपीठ ने कहा कि घरों में ऑक्सीजन की सप्लाई का काम म्युनिसिपल ऑथॉरिटिस को दिया जाए क्योंकि स्वास्थ्य विभाग के लोग वैसे भी इस समय काफी व्यस्त हैं। इसके साथ ही हाई कोर्ट ने केंद्र सरकार द्वारा 29 अप्रैल को जारी आदेशों को सख्ती से लागु करने के भी पंजाब, हरियाणा और चंडीगढ़ को आदेश दे दिए हैं। हाई कोर्ट ने कहा कि इन आदेशों के जरिए यह कहा गया था कि राज्य सरकारें एक वेब पोर्टल जारी करें जिसमे उनके सभी जिलों के अस्पतालों के खाली बेड, दवाओं, ऑक्सीजन, वेंटिलेटर्स, आईसीयू बेड और वेक्सिनेशन की पूरी जानकारी हो जिसे लगातार अपडेट किया जाए ताकि आम लोगों को इससे पूरी जानकारी मिल सके की कहां बेड खाली हैं, कहा से ऑक्सीजन मिलेगी और कहा दवाएं उपलब्ध हैं और जहाँ ज्यादा जरुरत हो वहां इनकी पर्याप्त सप्लाई की जाए और जहां से भी ऑक्सीजन और दवाओं की जमाखोरी और कालाबाजारी की शिकायत आये उनके खिलाफ तत्काल कड़ी कार्रवाई की जाए।

Monday, May 3, 2021

May 03, 2021

नीम-हकीमी नुस्खों से खतरे में न डालें जान, कोरोना को लेकर प्रशासन की एडवाइजरी

नीम-हकीमी नुस्खों से खतरे में न डालें जान, कोरोना को लेकर प्रशासन की एडवाइजरी

रोहतक : कोरोना महामारी काफी लोगों निगल चुकी है। जैसे-जैसे महामारी का फैलाव बढ़ रहा है, वैसे-वैसे इस बीमारी से बचने और ठीक होने के नुस्खे नीम हकीम द्वारा बताए जाने लगे हैं। ऐसी सूचनाएं प्रशासन को मिली हैं।तभी तो उपायुक्त को एडवाइजरी जारी करनी पड़ी। एडवाइजरी में कहा गया है कि कोई भी व्यक्ति जिसका स्वास्थ्य इस समय ठीक नहीं है, वे चिकित्सक की सलाह बिना दवाइयों का सेवन न करें। बिना सलाह दवाई लेना अपने आपको सीधे-सीधे खतरे में डालना है। अपने यहां एक कहा जाता है कि कोई व्यक्ति बीमार है तो उसे सैकड़ों लोग सलाह दें कि यह खाएं और यह पिएं। यानि के दूसरे व्यक्ति के अस्वस्थ्य होने पर सलाह देने वालों की हमारे यहां कमी नहीं है। 

 कौशल गैंग ने व्यापारी से मांगी 10 लाख की रंगदारी उपायुक्त कैप्टन मनोज कुमार ने कहा कि अपनी सुरक्षा व दूसरों की सुरक्षा के लिए मास्क अवश्य पहनने। दिन में कई बार साबुन व सेनिटाइजर से हाथ साफ करें। छींकते वक्त नाक और मुंह को ढके। भीड़भाड़ वाले स्थानों पर जाने से बचें। हाथ मिलाने की जगह नमस्कार करें। उन्होंने कहा कि बुखार, खांसी अथवा सांस लेने में कठिनाई हो तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें। टीकाकरण ही कोरोना की रोकथाम का समाधान है। इसलिए सभी पात्र व्यक्ति टीकाकरण अवश्य करवाएं। दूसरे लोगों को भी टीकाकरण के लिए प्रोत्साहित करें। उन्होंने कहा कि कोरोना कि दोनों वैक्सीन पूरी तरह से सुरक्षित हैं। हेल्पलाइन का लें सहारा डीसी कैप्टन मनोज कुमार ने कोरोना वायरस से सतर्क रहने की अपील की है। उन्होंने कहा कि सतर्कता ही इसका बचाव है। वायरस को लेकर घबराए नहीं और इससे जुड़ी अफवाहों से भी बचे। उन्होंने कहा कि नागरिकों की सुविधा के लिए राज्य सरकार ने हेल्पलाइन नंबर 108 जारी किया है। इसके अलावा चिकित्सा परामर्श के लिए दिल्ली परामर्श हेल्पलाइन नंबर 1075 भी जारी किया गया है। वायरस से बचाव के लिए नाक और कान को बार-बार ने छुए। बुखार या शरीर में कमजोरी महसूस होने पर यात्रा करने से बचें। छींकने वाले लोगों से दूरी बनाए। सार्वजनिक स्थानों पर न थूंके। चिकित्सीय परामर्श के बिना दवाई न लें।
May 03, 2021

युवाओं के वैक्सीनेशन का पहला दिन, टीकाकरण अभियान में उमड़ा जनसैलाब

युवाओं के वैक्सीनेशन का पहला दिन, टीकाकरण अभियान में उमड़ा जनसैलाब

चण्डीगढ़ : देश की सेना और खेलों में सर्वाधिक भूमिका निभाने वाले युवाओं ने घर की चौखट छोड़कर वैक्सीन सेंटरों में कदम रखा। इनके बढ़ते कदमों से मानो यही आवाज निकल रही हो, कि कोरोना हारेगा और हम ही जीतेंगे। प्रदेश में पहले दिन 18 से 44 वर्ष की आयु के 14 हजार से ज्यादा लोगों ने वैक्सीन के टीके लगाए।
कई जिलों में वैक्सीन देरी से पहुंची, लेकिन युवा डटे रहे। युवाओं की लंबी लाइन उत्साह बढ़ाती नजर आई। हर कोई वैक्सीन लगवाने को बेचैन दिखा। युवाओं का कहना है कि कब से अपनी बारी का इंतजार कर रहे थे। पोर्टल नया होने के कारण जींद में 20 मिनट व नरवाना में आधा घंटा वैक्सीनेशन कार्यक्रम लेट शुरू हुआ। जींद में नरवाना व जींद पीपी सेंटर में कुल 247 लोगों को वैक्सीन की पहली डोज लगवाई। नरवाना में वैक्सीन भी लेट पहुंची थी। महेंद्रगढ़ में वैक्सीन न पहुंचने से निराश होकर लाैटना पडा। यहां टीका लगवाने आए लोगों को कई घंटे इधर-उधर भटकना पड़ा।
*जानिए- वैक्सीनेशन में बढ़-चढ़कर हिस्सा लेने वाले युवाओं में कैसे बढ़ा आत्मविश्वास*
*फतेहाबाद के गौरव बोले*- मैंने कोरोना से बचाव का टीका लगवाया है। मुझे कोई दिक्कत नहीं हुई है। वैक्सीन पूरी तरह से सुरक्षित है। मैं सभी से यही कहूंगा की कोरोना महामारी को हराने के लिए टीका जरूर लगवाएं।

*कैथल के प्रिंस कुमार ने कहा-* वैक्सीन लगने के बाद मेरा आत्मविश्वास बढ़ा है। कोरोना काल में वह पहले ही सावधानी बरत रहे थे, लेकिन कहीं न कहीं मन में एक अजीब सा डर बन रहा था, कहीं पॉजीटिव न हो जाए, अब आत्मविश्वास बढ़ा है।

*रेवाड़ी के पंकज ने कहा*- एक सप्ताह पहले तक उन्हें लग रहा था कि वैक्सीन नहीं लगवाएंगे, मगर रेवाड़ी में रोज 100-200 केस आ रहे हैं, 5-6 मौतें हो रही हैं। हमने पढ़ा कि वैक्सीन लगवाने वालों को जान का खतरा कम है। इसलिए वैक्सीन में विश्वास बढ़ा और हमने पहले दिन ही टीका लगवा लिया।

*कुरुक्षेत्र के जतिन बोले*- कोरोना वैक्सीन के लिए वह काफी दिनों से इंतजार कर रहे थे। रविवार को उन्हें कोरोना वैक्सीन लगी। अब वह अपने आपको सुरक्षित महसूस कर रहे हैं। वैक्सीन लगने से पहले उनके मन में एक डर सा रहता था।

*करनाल की गुंजन ने कहा-* वैक्सीनेशन को लेकर कुछ लोग भ्रम फैला रहे हैं। ऐसा बिल्कुल नहीं है। अब हमें एकजुट होकर वैक्सीन को ज्यादा से ज्यादा संख्या में लगवाकर कोरोना को हराना होगा। युवाओं को आगे आकर कोरोना को हराना होगा।

*यूके से लौटी बहन थी सोनीपत में सबसे पहला कोरोना केस, भाई ने बचाव के लिए पहले दिन ही लगवाई वैक्सीन*
सोनीपत, कोरोना की पिछले साल चीन से शुरुआत हुई तो विदेशों में पढ़ रहे छात्र घर लौट आए थे। उसकी बहन भी मार्च 2020 में यूके घर लौट आई थी, जो कोरोना पॉजिटिव मिली थी। नितिन जैन ने बताया कि बहन का बीपीएस खानपुर मेडिकल कॉलेज में 14 दिन इलाज चला था। बहन ने कोरोना को हराया और घर लौट आई थी। अब कोरोना को हराने वाली वैक्सीन बन गई है तो वह सब बेहद खुश हैं।
18 से 44 साल तक के लोगों को वैक्सीन लगाने की खबर पता चली तो काफी खुशी मिली। उसने कोविन एप पर खुद का तुरंत रजिस्ट्रेशन करवाया। यही नहीं अपने दोस्तों को भी वैक्सीन लगवाने के लिए प्रेरित कर रहा हूं। रविवार को जैन स्थानक में पहुंचकर उसने वैक्सीन लगा ली है। युवाओं से अपील करता हूं कि कोरोना को हराने के लिए कोरोना वैक्सीन लगवाने के लिए तुरंत रजिस्ट्रेशन करवाएं।
May 03, 2021

महिला को 4 घंटे तक नहीं मिला सिविल अस्पताल में बेड और ऑक्सीजन, जींद से भिवानी किया रेफर

महिला को 4 घंटे तक नहीं मिला सिविल अस्पताल में बेड और ऑक्सीजन, जींद से भिवानी किया रेफर

जींद : सरकारी अस्पताल में एक महिला मरीज 4 घंटे तक इमरजेंसी के बाहर तड़पती रही, लेकिन उसे बेड नसीब नहीं हो सका। हालांकि वह ऑक्सीजन सपोर्ट के लिए सिलेंडर लेकर आई थी, लेकिन उसमें ऑक्सीजन काफी कम थी। अस्पताल में सिलेंडर उपलब्ध नहीं हो सका। परिजनों ने खुद निजी अस्पताल से एक सिलेंडर की व्यवस्था की।
इसके बाद उसे एंबुलेंस के जरिये भिवानी के निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया। महिला कोरोना पॉजिटिव थी। उसको सांस लेने में दिक्कत हो रही थी। उसके परिजन सुबह 11 बजे सरकारी अस्पताल में पहुंच गए। परिजनों ने डॉक्टरों से महिला को दाखिल करने की गुजारिश की, लेकिन डॉक्टरों ने बेड न होने से हाथ खड़े कर दिया।
परिजन लगभग 2 बजे तक इमरजेंसी के बाहर स्ट्रैचर पर ही महिला को लेकर खड़े रहे। साथ आए परिजनाें में से एक युवक सिटी स्कैन रिपोर्ट के कागजों से महिला को हवा कर रहा था तो दूसरा छाती दबा रहा था। परिजन महिला को भिवानी ले जाना चाहते थे, लेकिन एंबुलेंस चालक या उनके पास इतनी आक्सीजन नहीं कि पूरे सफर तक चलती रहे।
परिजनों ने काफी मशक्कत के बाद निजी अस्पताल से एक सिलेंडर की व्यवस्था की। सिविल अस्पताल के एमएस डॉ. गोपाल गोयल ने बताया कि अस्पताल में इस समय 135 मरीज दाखिल हैं। बेड खाली नहीं है। कई मरीजों को तो स्टूल तक पर आक्सीजन दी जा रही है, ऐसे में कुछ नहीं किया जा सकता।
*पटौदी में कोरोना पीड़ित गर्भवती महिला को नहीं मिली ऑक्सीजन, एम्बुलेंस में ही तोड़ दिया दम*
पटौदी, पटौदी विधायक के निवास स्थान से कुछ दूरी पर 8 माह की एक गर्भवती महिला ने आक्सीजन की कमी से दम तोड़ गई। मूल रूप से बक्सर बिहार निवासी 27 वर्षीय रेनू देवी अपने पति निसोत के साथ मानेसर के सेक्टर-1 में रहती थी। बीते कुछ दिनों से उसे बुखार था। गुरुवार को ऑक्सीजन लेवल मात्र 43 रह गया था। यहां से डाक्टरों ने बड़े अस्पताल ले जाने के लिए कहा तो निसोत अपनी बीबी को लेकर एक नामी अस्पताल पहुंचा, लेकिन वहां उसे ऑक्सीजन न होने के बात कह वापस भेज दिया।
May 03, 2021

वैक्सीन संजीवनी:78 साल के पति और 74 साल की पत्नी ने 6 दिन में कोरोना को हराया

वैक्सीन संजीवनी:78 साल के पति और 74 साल की पत्नी ने 6 दिन में कोरोना को हराया

फ़तेहाबाद : टोहाना के एक परिवार में एक-एक कर 9 लोग कोरोना संक्रमित हो गए। व्यापारी विनोद सिंगला के परिवार में 15 अप्रैल को उनका बेटा व भांजा कोरोना पॉजिटिव हुए। 19 अप्रैल को उनके पिता अमरनाथ (78 वर्ष) व माता शकुंतला देवी (74 वर्ष) संक्रमित हो गईं। घर के दो बुजुर्ग के संक्रमित होने पर परिवार की चिंता अधिक बढ़ गई। उन्हें 26 अप्रैल को आरएमसी अस्पताल के कोविड हेल्थ सेंटर में भर्ती कराया।
चूंकि दोनों को वैक्सीन की पहली डोज लग चुकी थी, इसलिए सिर्फ 6 दिन में एक मई को कोरोना से जंग जीतकर अस्पताल से सकुशल घर लौट आए। विनोद सिंगला ने बताया कि इस दौरान वह संक्रमण से बचे रहे, क्योंकि उन्होंने वैक्सीन की दोनों डोज ले रखी थी।
विनोद ने कहा कि एक साथ पूरे परिवार का कोरोना पॉजिटिव होना बड़ा चिंताजनक था। घर के अन्य सदस्य होम आइसोलेशन में देसी नुस्खे अपनाए। अब सभी कोरोना संक्रमण से मुक्त हो चुके हैं। इससे पूरे परिवार में खुशी का माहौल है। भारतीय वैक्सीन संजीवनी साबित हुई है। इलाज करने वाले डॉ. राकेश राणा ने कहा कि बुजुर्ग दंपती ने वैक्सीन की एक डोज ले रखी थी, इसलिए उन्हें अधिक संक्रमण नहीं हुआ।

Sunday, May 2, 2021

May 02, 2021

अस्पताल स्टाफ की लापरवाही : दूसरी जगह पहुंचा दिया कोरोना मरीज का शव, परिजनाें को मिली केवल अस्थियां

अस्पताल स्टाफ की लापरवाही : दूसरी जगह पहुंचा दिया कोरोना मरीज का शव, परिजनाें को मिली केवल अस्थियां

 फतेहाबाद :  स्वास्थ्य विभाग की गंभीर लापरवाही सामने आई है। फतेहाबाद के नागरिक अस्पताल में कोरोना के चलते जिंदगी की जंग हार चुके एक बुजुर्ग का शव गायब होने का समाचार है। इस मामले में मृतक बुजुर्ग श्रवण भाटिया के परिजनों ने नागरिक अस्पताल के चिकित्सकों व स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों पर गंभीर आरोप लगाते हुए स्वास्थ्य मंत्री से कार्रवाई की मांग की है। शव गायब होने से अस्पताल प्रशासन में भी हडकंप मच गया। देर शाम इस मामले में पता चला कि नागरिक अस्पताल में ही स्टाफ की लापरवाही से डेडबॉडी बदल गई थी। पोस्टमार्टम के बाद श्रवण भाटिया का शव किसी और परिवार को दे दिया और उसका अंतिम संस्कार कर दिया गया। अब दूसरे परिवार ने अंतिम संस्कार के उपरांत श्रवण भाटिया की अस्थियां उसके परिवार को सौंप दी है।
May 02, 2021

केंद्र ने फिर बढ़ाया हरियाणा की ऑक्सीजन का कोटा

केंद्र ने फिर बढ़ाया हरियाणा की ऑक्सीजन का कोटा 

चंडीगढ़ : मुख्यमंत्री मनोहर लाल  द्वारा किए गए राज्य के ऑक्सीजन कोटे को बढ़ाने के अनुरोध पर केंद्र सरकार ने 25 मीट्रिक टन अतिरिक्त ऑक्सीजन आवंटित की है, जिसे सेलाकुई लिंडे से लाया जाएगा। इसके साथ ही राज्य का ऑक्सीजन कोटा बढक़र 257 मीट्रिक टन हो गया है। उल्लेखनीय है कि राज्य में ऑक्सीजन की आपूर्ति का बारीकी से निरीक्षण किया जा रहा है, यह सुनिश्चित करने के लिए मुख्यमंत्री दिन-रात काम कर रहे हैं। सरकारी प्रवक्ता ने बताया कि राज्य भर के अस्पतालों में ऑक्सीजन की मांग में अचानक वृद्धि को ध्यान में रखते हुए, मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने केंद्र सरकार से राज्य की ऑक्सीजन का कोटा बढ़ाने का आग्रह किया था, जिसके बाद राज्य के कोटे में अतिरिक्त 25 मीट्रिक टन ऑक्सीजन के कोटे को जोड़ा गया है। इसी बीच, भुवनेश्वर और राउरकेला प्लांट से हरियाणा के लिए अतिरिक्त ऑक्सीजन कोटा लाने वाले ऑक्सीजन टैंकर भी आज राज्य में पहुंचेंगे। इसके बाद, राज्य में ऑक्सीजन की कोई कमी नहीं होगी। 
सीएम मनोहर लाल राज्य भर में ऑक्सीजन की निर्बाध आपूर्ति सुनिश्चित करने के लिए हर जिले के उच्च अधिकारियों के साथ लगातार बैठकें कर रहे हैं और राज्य के कोटे की ऑक्सीजन जल्द से जल्द जनता को उपलब्ध कराने के लिए संबंधित अधिकारियों को निर्देश दे रहे हैं। मुख्यमंत्री पूरे राज्य का दौरा करेंगे और उन्होंने अपनी यात्राओं के दौरान अधिकारियों को प्रोटोकॉल के चक्कर में ना पडऩे की सलाह दी है। मुख्यमंत्री कोविड -19 स्थिति का मुकाबला करने की तैयारी और व्यवस्था की समीक्षा करेंगे।
May 02, 2021

21 मौत से शुरू हुआ मई, 305 नए पॉजिटिव मिले, आज सेल्फ लॉकडाउन रखेंगे व्यापारी

21 मौत से शुरू हुआ मई, 305 नए पॉजिटिव मिले, आज सेल्फ लॉकडाउन रखेंगे व्यापारी

जिले में कुल कोरोना संक्रमित 12566 और एक्टिव केस 2850

जिले में कोरोना से मरने वालों की संख्या 228 हो गई है

*440 मरीजों ने कोरोना को मात दी है*

जींद : ( आरती शर्मा ) कोराेना से मौतों का सिलसिला शनिवार को भी जारी रहा। जिले में 24 घंटे में 6 महिलाओं सहित 21 लोगों की जान कोरोना ने ले ली। मरने वालों में एक 26 साल की महिला भी शामिल है। उसका अग्रोहा मेडिकल कॉलेज में इलाज चल रहा था। पूरे कोरोना काल में एक दिन में मौत का यह सबसे बड़ा आंकड़ा है, इसके पहले 26 अप्रैल को 17 लोगों की कोरोना से मौत हुई थी।
जिले में कुल मौत 228 हो गई है। साथ ही शनिवार को 899 लोगों की रिपोर्ट में 305 लोग पॉजिटिव मिले हैं, जबकि 440 मरीजों ने कोरोना को मात दी है। इसके साथ जिले में संक्रमितों की संख्या 12566 और एक्टिव मरीजों की संख्या 2850 तक पहुंच गई है। शनिवार को जिले में 118 लोगों के सैंपल लिए गए। इसके अलावा 3 मरीजों को रेफर किया गया। फिलहाल 2651 लोगों के सैंपलों की रिपोर्ट आना बाकी है।
पुरानी बिल्डिंग में कुछ समय के लिए ऑक्सीजन को लेकर आई दिक्कत, बाद में हुई सही
व्यापार मंडल जींद के जिला अध्यक्ष ऋषभ जैन ने बताया कि 32 व्यापारिक संगठनों ने आपसी सहमति से कोरोना की चेन तोड़ने के लिए रविवार को अपने बाजार बंद रखने का फैसला लिया ताकि जींद में तेजी से फैल रहे कोरोना को रोका जा सके।
उन्होंने कहा कि हमारे लिए जींद वासियों की सुरक्षा सर्वोपरि है। बेशक उसके लिए हमे कुछ भी त्याग करना पड़े। इसके साथ ही उन्होंने प्रसासन से भी आग्रह किया है कि वो सरकार तक हमारी मांग पहुचाएं, जिससे जींद जिले में भी वीकेंड लोकडाउन लगाया जा सके।
*प्रशासन का प्रयास: जल्द ही झारखंड और छत्तीसगढ़ से ऑक्सीजन उपलब्ध होगी*
शनिवार को सिविल अस्पताल में भर्ती अर्बन एस्टेट निवासी 57 वर्षीय शिक्षिका शक्ति देवी का निधन हो गया। बेटे रवि लोहान का कहना था कि आॅक्सीजन का फ्लो सही नहीं था। इसके चलते बार-बार बेड बदलना पड़ा। अस्पताल की पुरानी बिल्डिंग में ऑक्सीजन को लेकर कुछ समय के लिए परेशानी हुई।
साढ़े 4 बजे टैंकर जींद सिविल अस्पताल पहुंचा और स्वास्थ्य अधिकारियों ने राहत की सांस ली। जिले को जल्द ही झारखंड व छत्तीसगढ़ से ऑक्सीजन उपलब्ध हो जाएगी। इसके लिए प्रशासन की ओर से प्रयास किए जा रहे हैं।
*‘लोगों को घबराने की जरूरत नहीं’*
डीसी डॉ. आदित्य दहिया ने कहा कि लोगों को संक्रमण से बचाने व्यापक स्तर पर प्रबंध किए जा रहे हैं। घबराने की आवश्यकता नहीं है। अस्पतालों में पर्याप्त वैक्सीन, ऑक्सीजन सिलेंडर तथा अन्य सुविधाएं उपलब्ध हैं। प्रवर पुलिस अधीक्षक वसीम अकरम ने कहा कि एसओपी के नियमों का पालन करवाने के लिए पुलिस विभाग कोई कमी नहीं छोड़ेगा।
उन्होंने कहा कि सरकार की ओर से 4 गाड़ियां जिला पुलिस को मिली है। इनका उपयोग आवश्यकता पड़ने पर डॉक्टरों को सुरक्षित फील्ड में ले जाने व अन्य आवश्यक साजों सामान ट्रांसपोट करवाने के काम में किया जाएगा। बैठक में एडीसी डॉ. मनोज कुमार व अन्य विभागों के अधिकारी ऑनलाइन जुड़े।
*ऑक्सीजन की कमी नहीं*
जिले में ऑक्सीजन की कोई कमी नहीं है और न ही ऑक्सीजन की कमी की वजह से किसी की मौत हुई है। प्रतिदिन 2 मीट्रिक टन ऑक्सीजन मिल रही है। मरीजों को समय पर खाना मिल रह है। -डॉ. मनजीत सिंह, सीएमओ, जींद
*किस-किस की हुई मौत*

*जाजनवाला गांव निवासी 26 वर्षीय निधि की मौत*

*गुरुग्राम के जठोला निवासी 60 वर्षीय देसराज की मौत*

*रोहतक रोड सुभाष नगर के 60 वर्षीय महाबीर की मौत।*

*72 वर्षीय ओमप्रकाश की मौत।*

*अलेवा निवासी 59 वर्षीय राजकुमार की मौत।*

*79 वर्षीय राजबीर सिंह की मौत।*

*सेक्टर-11 निवासी 60 वर्षीय ओमप्रकाश की मोत।*

*राज नगर निवासी 61 वर्षीय दलबीर की मौत।*

*रामबीर कॉलोनी निवासी 75 वर्षीय सतप्रकाश की मौत।*

*श्याम नगर निवासी 70 वर्षीय ओमपति की मौत*

*अर्बन एस्टेट निवासी 57 वर्षीय शक्ति देवी की मौत।*

*अर्बन एस्टेट निवासी 37 वर्षीय कविता पूनिया की मौत*

*भिवानी रोड निवासी 40 वर्षीय सुनील की मौत*

*नगूरां निवासी 70 वर्षीय सोना की मौत।*

*जींद निवासी रघुबीर सैनी की मौत।*

*दखनिया मंदिर के45 वर्षीय मुकेश की चंडीगढ़ में मौत।*

*ढाणा निवासी 40 वर्षीय प्रदीप की मौत*

*ओम नगर निवासी 49 वर्षीय रामनिवास की मौत*

*जींद निवासी 60 वर्षीय सतपाल की मौत*

*शिव कॉलोनी निवासी 57 वर्षीय उर्मिला देवी की मौत।*

*अमरहेड़ी निवासी 57 वर्षीय रामकुमार की मौत*
May 02, 2021

भीड़ में टूटी सोशल डिस्टेंसिंग, सरकारी की बजाय निजी बसें ज्यादा चलीं, दिल्ली-चंडीगढ़ भी भेजी बसें

भीड़ में टूटी सोशल डिस्टेंसिंग, सरकारी की बजाय निजी बसें ज्यादा चलीं, दिल्ली-चंडीगढ़ भी भेजी बसें

 हिसार : काेराेना काल में सरकार जहां राेजाना बचाव के उपायाें काे लेकर संदेश जारी करती है लेकिन आमजन को शायद इसकी परवाह नहीं है। खासकर बस अड्डा, रेलवे स्टेशन, मंडियाें और अस्पतालाें में बढ़ते कोरोना के समय ऐसी लापरवाही खतरनाक है। शनिवार काे स्थानीय बस स्टैंड पर लाॅकडाउन के बावजूद बसाें का आवागमन जारी रहा, लेकिन कुल बसाें में से 50 प्रतिशत बसें ही राेड पर नजर आईं।

कुछ रूटाें पर बसाें में सवारियाें की क्षमता कम रही ताे कुछ रूटाें पर भर भर कर सवारियां बसाें में देखने काे मिली। चालकों और परिचालकाें समेत अड्डे पर ड्यूटी पर तैनात कर्मचारियाें काे बेपरवाह देखा गया। आज सुबह सिरसा रूट पर राेडवेज की बसें चलीं।
दिल्ली की ओर से जाने वाले बसें भी काफी थीं। राेडवेज और निजी सेवा की बसें दिल्ली रूट पर ताे थीं, लेकिन बहादुरगढ़ तक ही गईं। वहीं ताेशाम, हांसी, भिवानी, राजगढ़ और चंडीगढ़ रूट पर नरवाना तक निजी बसाें काे संख्या ज्यादा दिखाई दीं।

सैनिटाइजर की नहीं व्यवस्था: बस अड्डा परिसर में यात्रियाें और कर्मचारियाें के लिए सैनिटाइजर्स की काेई व्यवस्था नहीं है। राेडवेज यूनियनाें से जुड़े कर्मचारी नेताओं ने कहा कि सरकार काे इस पर गंभीरता से विचार करना चाहिए कि बसाें का संचालन करने वाले चालक व परिचालकाें के लिए सैनिटाइजर्स और माॅस्क अवश्य वितरित करें।

बस अड्डे के अंदर व बाहर ड्यूटी कर रही पुलिस दिखी सुस्त

बस अड्डे के बाहर और अंदर ड्यूटी पर तैनात पुलिस कर्मचारी सुस्त दिखे। बाहर वाले अंदर और अंदर तैनात पुलिस वाले बाहर वालाें पर जिम्मेदारी डालकर बच रहे थे। मुख्य गेट पर खड़े पुलिस अधिकारियाें से कहा कि यात्री अंदर साेशल डिस्टेंसिंग नहीं रख रहे हैं।

इस पर पुलिस वालाें ने कहा कि यह उनकी नहीं अपितु अंदर एक और पुलिस टीम तैनात है, ये जिम्मेदारी उनकी है। वहीं अंदर तैनात एक अधिकारी ने कहा कि इस काम के लिए अलग से पुलिस टीम है। इस तरह पुलिस वाले अपनी जिम्मेदारी से बचते नजर अाए।

पुलिस को मदद करनी चाहिए

राेडवेज प्रशासन काेराेना काल में सरकार के अआदेशाें काे पालन करवाने के लिए पूरा प्रयास कर रहा है। इसके बावजूद यात्री न ताे साेशल डिस्टेंसिंग मानते और न ही मास्क का प्रयाेग करते हैं। पुलिस प्रशासन काे इसमें मदद करनी हाेगी।'' - कुलदीप सिंह, डीआई, हरियाणा राेडवेज