Breaking

Tuesday, March 29, 2022

हुड्डा खाप की पंचायत में फैसला, गांवों में स्मार्ट बिजली मीटर नहीं लगाने देंंगे, चाहे झेलना पड़े मुकदमा

हुड्डा खाप की पंचायत में फैसला, गांवों में स्मार्ट बिजली मीटर नहीं लगाने देंंगे, चाहे झेलना पड़े मुकदमा

 रोहतक : किलोई गांव की पंचायती चौपाल में हुड्डा खाप की मीटिंग हुई। इसकी अध्यक्षता खाप प्रधान ओमप्रकाश हुड्डा ने की। बैठक में निर्णय लिया गया कि हुड्डा खाप के गांव खिडवाली, टिटौली, सांघी, घुसकानी, जिंदरान, मकड़ौली, बसंतपुर, ब्राहम्णवास, सुंदरपुर, टिटौली, लाढ़ौत,भैयापुर, किलोई, रुड़की, मुंगाण समेत सभी 24-25 गांवों में कोई भी व्यक्ति बिजली के स्मार्ट मीटर घरों से बाहर नहीं लगवाएं। पंचायत में बताया गया कि स्मार्ट मीटर दूसरे मीटरों की तुलना में ज्यादा बिजली की खपत दर्ज करते हैं। जिसकी वजह से लोगों को बीतेे सर्दी के मौसम में भी दस-दस हजार रुपये के बिल भेजे गए। खपत से ज्यादा बिल होने की वजह से ही लोगों ने बिलों की अदायगी नहीं की। इसमें कहा गया कि बिजली वितरण निगम की टीम जब स्मार्ट मीटर लगाने के लिए गांवों में आएगी तो उसका हर तरह से विरोध किया जाएगा। इस विरोध कार्य में एक गांव दूसरे पड़ोसी गांव की मदद भी करेगा।  हजपा-कांग्रेस पार्षदों ने मोमबत्तियां जलाकर अरुण को दी श्रद्धांजलि बैठक में बताया गया कि अगर किसी गांव में मीटर बदलने के लिए बिजली वितरण निगम टीम पहुंचती है तो इसकी जानकारी उस गांव के लोग अपने पड़ोसी गांव को देंगे। ताकि साथ वाले गांव के लोग मौके पर पहुंचकर मीटर बदलने वाली टीम को गांव से बाहर कर सकें। पंचायत की अध्यक्षता करते हुए खाप प्रधान एवं खिडवाली गांव के पूर्व सरपंच ओमप्रकाश हुड्डा ने बताया कि गांव स्मार्ट मीटर किसी भी सूरत में नहीं लगने देंगे। बेशक इसको लेकर हुड्डा खाप के लोगों को मुकदमे झेलने पड़े। अध्यक्ष हुड्डा ने कहा कि दो किलोवाट बिजली खपत के बिल सर्दी के मौसम में भी दस-दस हजार रुपये के बिजली बिल निगम ने लोगों को भेजे हुए हैं। उन्होंने कहा कि जिन उपभोक्ताओं को भारी-भरकम बिल भेजे गए हैं, उनकी आर्थिक स्थिति ऐसी नहीं है कि वे इसे अदा कर सके। ऐसे में लोगों के पास एक ही विकल्प है कि बिल न भरे और स्मार्ट मीटर भी न लगने दें। ज्यादा बिल देने का आरोप पंचायत में मौजूद भारतीय किसान यूनियन चढूनी के जिला प्रधान राजू मकड़ौली ने कहा कि हुड्डा खाप के निर्णय पर अमल किया जाएगा। क्योंकि बिजली के स्मार्ट मीटर उपभोक्ताओं की जेब काटने के लिए लगाए जा रहे हैं। कम बिजली का उपभोग करने के बाद भी मीटर ज्यादा दर्ज कर रहे हैं। उन्होंने बताया कि कई गांवोंं में कुछ समय पहले स्मार्ट मीटर लगाए गए थे, जब बिल आए तो उपभोक्ता दंग रह गए। एक भी उपभोक्ता ऐसा नहीं था, जिसके यहां बिजली वितरण निगम ने पांच सौ-सात रुपये का बिल भेजा हो। किसी उपभोक्ता को चार हजार रुपये, किसी को आठ और किसी को दस हजार रुपये तक का बिल निगम ने भेजा। मकड़ौली ने कहा कि हुड्डा खाप के किसी भी गांव में अब सामान्य मीटरों के स्थान पर स्मार्ट मीटर नहीं लगने दिए जाएंगे।

No comments:

Post a Comment