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Monday, March 21, 2022

2024 में देश व प्रदेश में परिवारवाद लूट कसोट में भ्रष्टाचार की राजनीति का होगा अंत : कंडेला

2024 में देश व प्रदेश में परिवारवाद लूट कसोट में भ्रष्टाचार की राजनीति का होगा अंत : कंडेला
जींद : ( संजय कुमार )÷ सर्व जातीय खाप पंचायतों के राष्ट्रीय संयोजक,जन कल्याण मंच के राष्ट्रीय अध्यक्ष व किसान नेता चौ. टेकराम कंडेला ने कहा कि जींद जिला करीब सन 1987 से राजनीति का केंद्र बिंदु रहा है । आज तक हरियाणा में जितनी भी सरकार बनी है उन सभी को चुनने में जींद जिले का विशेष योगदान रहा है। यहां पर सभी राजनीतिक दलों के लोग अपने राजनीतिक व निजी स्वार्थ के लिए राजनीति करते रहे हैं । कंडेला ने कहा कि बड़े-बड़े राजनीति जींद की भोली-भाली जनता को झूठे सपने दिखा कर वोट लेने के लिए आ जाते हैं और सरकार बनते ही  जनता को भूल जाते हैं । सरकार बनने से पहले बड़े-बड़े वादे करते हैं कि जींद का विकास करेंगे,जींद में बड़े उद्योग लगाएंगे,लोगों को रोजगार देंगे और जींद को राजधानी बनाएंगे आदि अनेक झूठे वादे जनता को करके जाते हैं और अपनी राजनीति की रात ।लेकिन तब से लेकर आज  तक किसी भी पार्टी, मुख्यमंत्री या  नेता ने जींद के विकास के बारे में, लोगों को रोजगार के देने के बारे में या यहां पर कोई बड़ा उद्योग लगाने के बारे में कोई भी कार्य नहीं किया है। इसके बावजूद उन सभी  राजनेताओं ने जींद में आकर अपनी राजनीति रोटियां सेंककर अपना और अपने परिवार का विकास जरूर किया है । जींद जिले से या जींद की जनता के कारण मुख्यमंत्री, केंद्रीय मंत्री व प्रदेश के  केबिनेट मंत्री बने। हरियाणा में जो भी मुख्यमंत्री बने वो सभी अपने जिलों तक ही सीमित रहे, अन्य जिलों के लिए कुछ नहीं किया। जींद जिले से दो-दो बार केंद्रीय मंत्री, दो-दो बार एमपी, वित्त मंत्री शिक्षा मंत्री आदि रह चुके हैं । लेकिन प्रदेश के खजाने की चाबी होते हुए भी उन लोगों ने जींद के विकास के लिए कुछ नहीं किया । पिछले चुनावों मे एक नेता कहता था कि मेरा राज ले आओ 7 पीढ़ी की जड़ गाड़ दूंगा, उसने जींद के बारे में तो कुछ सोचा नहीं अपनी सात पीढ़ियों की जड़ जरूर गाड़ी ली । जिले से जो भी मंत्री रहे या एमपी रहे या केंद्रीय मंत्री रहे उनके पास पहले कुछ एक को छोड़कर सभी के पास नाममात्र की जमीन ज्यादा होती थी ।आज उनके पास हजारों एकड़ जमीन है, स्कूल है, कालेज हैं पेट्रोल पंप हैं, बड़े कारखाने हैं,दूसरे प्रदेशों में हज़ारों एकड़ जमीन है।  कंडेला ने कहा कि हल्के से लगातार दो बार इनेलो से विधायक रहे, अब उन्हीं का  पुत्र बीजेपी से दो बार विधायक हैं । जींद से हुए उपचुनाव में कैथल से एक नेता मुख्य मंत्री बनने की चाह में चुनाव लडने आए और  चुनाव में आकर वादे किए की मुझे मौका दो मै जींद का विकास करूंगा। लेकिन शायद वह भूल गए कि कांग्रेस सरकार में उनके पिताजी दो-दो बारी मंत्री रहे थे। आज तक  सरकार में रहते हुए भी किसी ने भी जींद की जनता की भलाई,विकास, रोजगार, शिक्षा आदि जरूरी किसी भी  सुविधा के लिए नहीं सोचा । प्रदेश का सबसे पुराना जिला होने के बावजूद भी जींद सबसे पिछड़े जिलों में गिना जाता है ।यहां पर कोई भी बड़ा उद्योग नहीं है,कोई रोजगार के साधन ही हैं,सड़कें टूटी-फूटी पड़ी हैं,गांव में तालाब व गंदे नाले टूटे-फूटे पड़े हुए हैं। जींद जिले में 306 गांव हैं, इनमें से 150 गावों में सिंचाई के लिए उपयुक्त पानी नहीं है। आधे के करीब गावों में पीने के पानी की भी कमी है। उन्होंने प्रदेश सरकार से मांग करी की अभी सरकार का आधा कार्य काल बाकी है, इस कार्यकाल में जींद के विकास के लिए व जींद की जनता के लिए काम करें । कंडेला ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी को किसानों के साथ हुए समझौते के अनुसार जल्द से जल्द एम. एस. पी.  पर कानून बनाने के लिए कमेटी का गठन करे व स्वामीनाथन रिपोर्ट जो सही रिपोर्ट है उसे अपने वायदे अनुसार लागू करे व किसानों के कर्ज माफ करें। ताकि देश का किसान भी समृद्ध हो सके। किसान की समृद्धि में ही देश की समृद्धि है। उन्होंने कहा कि  इन झूठे राजनेता की नीयत जनता पहचान चुकी है। इसलिए आने वाले 2024 के केंद्र व प्रदेश के चुनावों में इस परिवारवाद, लूट-खसोट तथा भ्रष्टचार की राजनीति का अंत होगा व पंजाब की तरह तीसरा विकल्प निकलकर आएगा । किसान आंदोलन में विशेष भूमिका निभाने वाले चो. टेकराम कंडेला आज किसानों व जींद की अनदेखी, पिछड़ेपन व विकास कार्यों के बारे में कंडेला हाउस पर पत्रकारों से बात कर रहे थे। उनके साथ  हरियाणा किसान यूनियन के प्रधान हाजुरा सिंह,जन कल्याण मंच के  उपप्रधान आभेराम कंडेला, कंडेला खाप के युवा उप प्रधान अजमेर दालमवाला, युवा मंडल सदस्य नरेश कंडेला  आदि मौजूद थे।

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