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Tuesday, May 24, 2022

3 आंगनबाड़ी केंद्रों में सिविल सर्जन ने एलबैंडाजोल खिला किया एनडीडी का शुभारंभ

3 आंगनबाड़ी केंद्रों में सिविल सर्जन ने एलबैंडाजोल खिला किया एनडीडी का शुभारंभ


जिले में 4.80 लाख बच्चों, 24 हजार महिलाओं को एलबैंडाजोल खिलाने का टारगेट : डा.मंजू

जींद (ब्यूरो) : 19 साल तक की उम्र के बच्चों के पेट में होने वाले खून चूसने वाले कीड़ों को मारने के लिए सोमवार से जींद जिले में एनडीडी कार्यक्रम का शुभारंभ हुआ। इसका शुभारंभ जींद की सिविल सर्जन डा.मंजू कादियान ने जींद के 3 आंगनबाड़ी केंद्रों में जाकर खुद बच्चों को एलबैंडाजोल की गोलियां खिलाकर किया। सिविल सर्जन के साथ स्कूल हैल्थ के डिप्टी सिविल सर्जन डा.रमेश पांचाल और आरकेएसके की डीएएचओ डा.पुष्पा जागलान तथा आशा को-आर्डिनेटर शीला देवी और आरकेएसके के काऊंसलर आदि भी मौजूद रहे। बच्चों को एलबैंडाजोल खिलाकर एनडीडी कार्यक्रम का शुभारंभ करते हुए सिविल सर्जन डा.मंजू कादियान ने कहा कि 26 मई तक घर-घर जाकर बच्चों को एलबैंडाजोल खिलाई जाएंगी। 27 से 29 मई तक मॉप-अप अभियान चलेगा, जिसमें उन बच्चों को एलबैंडाजोल खिलाई जाएंगी, जो किन्हीं कारणों से 26 मई तक एलबैंडाजोल खाने से वंचित रह जाएंगे। इस दौरान जिले में लगभग 24 हजार उन महिलाओं को भी एलबैंडाजोल खिलाई जाएंगी, जो 20 से 24 साल तक की उम्र की हैं और जो गर्भवती नहीं हैं तथा बच्चों को दूध नहीं पिला रही हैं।
सोमवार सुबह एनडीडी कार्यक्रम का शुभारंभ सिविल सर्जन डा.मंजू कादियान ने राम कालोनी के आंगनबाड़ी केंद्र में अपने हाथों से बच्चों को एलबैंडाजोल खिलाकर किया। इसके बाद संत नगर तथा डीसी कालोनी के बाल कलाम आश्रम में रह रहे बच्चों को सिविल सर्जन और स्वास्थ्य विभाग के दूसरे अधिकारियों ने एलबैंडाजोल की गोलियां खिलाई। एनडीडी कार्यक्रम को सिविल सर्जन डा.मंजू कादियान कितनी गंभीरता से ले रही हैं, इसकी बानगी उन द्वारा खुद अपने हाथों से बच्चों को पहले एलबैंडाजोल खिलाने और उसके बाद उन्हें पानी पिलाने से मिल रही थी। स्कूल हैल्थ के डिप्टी सिविल सर्जन डा.रमेश पांचाल और आरकेएसके की डीएएचओ डा.पुष्पा जागलान ने भी बच्चों को अपने हाथों से एलबैंडाजोल की गोलियां खिलाई। गोलियां खिलाने के दौरान हर तरह की सावधानी बरती गई। इस मौके पर सिविल सर्जन डा.मंजू कादियान ने कहा कि
स्वास्थ्य विभाग आरकेएसके कार्यक्रम के तहत 19 साल तक की उम्र के लगभग 4.80 लाख बच्चों को एलबैंडाजोल की गोलियां खिलाई जाएंगी। बच्चों को एलबैंडाजोल की गोलियां खिलाने की जिम्मेदारी ट्रिपल-ए (आशा वर्कर, एएनएम और आंगनबाड़ी वर्करों) को दी गई है। यह अमला बच्चों को घर-घर जाकर एलबैंडाजोल की गोलियां खिलाएगा। इस कार्यक्रम में आरकेएसके और आरबीएसके की टीम उन्हें पूरा सहयोग देंगी। सिविल सर्जन ने ट्रिपल ए के साथ-साथ बच्चों के अभिभावकों से भी एनडीडी कार्यक्रम को सफल बनाने में सहयोग का आह्वान करते हुए कहा कि यह राष्ट्रीय कार्यक्रम बच्चों के अच्छे स्वास्थ्य के लिए चलाया जा रहा है। 19 साल तक की उम्र के बच्चों के पेट में वह कीड़े पैदा हो जाते हैं, जो बच्चों का खून चूसते रहते हैं। इससे बच्चे शारीरिक रूप से कमजोर हो जाते हैं। ऐसे कमजोर बच्चों का मन पढ़ाई में नहीं लगता है। स्कूली बच्चों में एनिमिया की बड़ी वजह यही कीड़े हैं और इन कीड़ों को मारने के लिए ही एक साल में 2 बार एनडीडी कार्यक्रम स्वास्थ्य विभाग द्वारा चलाया जाता है। सरकार और स्वास्थ्य विभाग का प्रयास यह है कि 19 साल तक की उम्र के बच्चे शारीरिक रूप से स्वस्थ रहें। नौनिहालों को सेहतमंद बनाने के लिए ही इस तरह के कार्यक्रम चलाए जा रहे हैं। सिविल सर्जन ने कहा कि आशा वर्कर, एएनएम और आंगनबाड़ी वर्कर यह सुनिश्चित करें कि सभी बच्चों को एलबैंडाजोल की गोलियां खिलाई जाएं। अभियान पर जिला प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग की पैनी नजर है। उन्होंने कहा कि एलबैंडाजोल की गोलियां खाली पेट नहीं खिलाई जाएं। एलबैंडाजोल की गोलियों के कोई साइड इफैक्ट नहीं हैंं। इस बारे किसी को भी किसी तरह का भ्रम नहीं होना चाहिए। उन्होंने कहा कि एनएचएम के एमडी डा.प्रभजोत सिंह, डीसी डा.मनोज कुमार, स्वास्थ्य सेवाएं महानिदेशक डा.वीना सिंह के मार्गदर्शन में एनडीडी कार्यक्रम को जींद जिले में शत-प्रतिशत सफल बनाया जाएगा।
27 से 29 मई तक चलेगा मॉप-अप अभियान : डा.पांचाल

एनडीडी कार्यक्रम के शुभारंभ के मौके पर बच्चों को आंगनबाड़ी केंद्रों में एलबैंडाजोल खिलाते हुए स्कूल हैल्थ के डिप्टी सिविल सर्जन डा.रमेश पांचाल ने कहा कि 26 मई तक घर-घर जाकर बच्चों को एलबैंडाजोल की गोलियां खिलाई जाएंगी। लेबर क्लास के बच्चों को ईंट भ_ों पर जाकर स्वास्थ्य विभाग की टीम एलबैंडाजोल खिलाएंगी। जो बच्चे किसी कारण से इस दौरान एलबंैडाजोल खाने से वंचित रह जाएंगे, उन्हें एलबैंडाजोल खिलाने के लिए 27 से 29 मई तक मॉप-अप अभियान चलाया जाएगा। डा.पांचाल ने कहा कि एलबैंडाजोल की गोलियों से अव्वल तो किसी बच्चे को कोई दिक्कत नहीं होती लेकिन किसी बच्चे को दिक्कत होती है तो इसकी सूचना तुरंत 108 नंबर पर दें। ऐसे बच्चों को तुरंत मैडीकल एड दी जाएगी।
एनडीडी कार्यक्रम के शुभारंभ के मौके पर डा.योगेश, डा.ज्योति, फार्मासिस्ट अंशुल, एमपीएचडब्ल्यू, जगदीप, प्रदीप, नरेंद्र अत्री, एएनएम मंजू, उर्मिला, सीमा, आशा वर्कर रामो, मुकेश, शीला, पूनम आदि भी मौजूद रहे।

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