समाज के लिए कार्य करता है सच्चा समाज सेवक--- सुनील वशिष्ठ
जींद : ( संजय कुमार ) संस्कार भारती जींद इकाई द्वारा बाल भवन में "आराधना " कार्यक्रम के अन्तर्गत " भारत माता पूजन " एवं बाबा योगेंद्र जी का जन्म शताब्दी वर्ष मनाया गया। मुख्य अतिथि के रूप में सामाजिक कार्यकर्ता सुनील वशिष्ठ और बिमला उपस्थित रहे। बिमला ने अपने स्वतन्त्रता सेनानी पति जयचंद मित्तल की स्मृतियां रखी व सुनील वशिष्ठ ने कहा सत्य के साथ खड़े होना और सफाई अभियान में अपनी भूमिका का निर्वहन ही सामाजिकता है।
अध्यक्षा मन्जु मानव ने आए महानुभावों का स्वागत किया। प्रांत कला प्रमुख दीपक कौशिक ने बाबा योगेंद्र जी की जीवन यात्रा से परिचित करवाया। संरक्षक महेश सिंगला पूर्व अध्यक्ष नरेंद्र अत्री सचिव जितेंद्र अहलावत ने स्मृति चिन्ह और अंग वस्त्र द्वारा अतिथियों का सम्मान किया। मंच संचालन कार्यक्रम संयोजक डॉक्टर हनीफ ने और धन्यवाद साहित्य प्रमुख ओमप्रकाश चौहान ने किया।
कार्यक्रम का आरंभ राजकुमार के बांसुरी वादन से हुआ। उपाध्यक्ष शकुन्तला काजल ने स्वतन्त्रता सेनानी अपने दादा को याद कर गीत प्रस्तुत किया " मैला न हो जाए चीर आन बान शान का " राजबाला ने कहा " तराना हमको गाना है मिली है हमको आजादी " नरेन्द्र पहल ने भगतसिंह को याद कर कहा " घनी घनेरी घन घर्षण घनघोर घटाए थी नभ में " अमृता ने " उठो द्रोपदी अपना चीर बचा लो " नरेन्द्र अत्री ने " काला पानी की कालकोठरी दीवारों पर नाखूनो से लिखी हरेक कहानी जिन्दा है "सुशीला जांगड़ा ने " देंगे हम बलिदान साथियो अपने भारत देश को मन्जु मानव ने " खड़े होकर करे नमन उनको जिनको लिखकर कलम भी रोती है " ओमप्रकाश चौहान ने " नरसेवा नारायण पूजा काम एक दो नाम कहे हम " काव्य पाठ द्वारा देशभक्ति के भाव समर्पित किए।
कार्यक्रम की अध्यक्षता पंजाब से आए साहित्यकार राजकुमार वर्मा ने की और अपनी रचना भी मंच से प्रस्तुत की। कार्यक्रम में सुभाष ढिगाना, रमेश धारीवाल, कुसुम, शुभम मनोज, विपिन, पूनम इत्यादि कई लोग उपस्थित रहे।
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