देश में तीसरे नंबर पर हरियाणा की पॉजिटिविटी दर:19.28% पर रिकॉर्ड हुई; 12 जिलों में 10 प्रतिशत से अधिक, केंद्र ने दी वॉर्निंग
चंडीगढ़ : हरियाणा में कोरोना संक्रमण को लेकर हालात अब ज्यादा खराब हो रहे हैं। केंद्र सरकार की ओर से जारी आंकड़े और भी डराने वाले हैं। केंद्र ने देश में हरियाणा की पॉजिटिविटी दर तीसरे नंबर पर बताई है। दिल्ली और केरल के बाद हरियाणा की कोविड पॉजिटिविटी दर 19.28% रिकार्ड की गई है। सबसे डराने वाली बात यह है कि राज्य के 22 जिलों में से 12 में 10 प्रतिशत से अधिक पॉजिटिविटी दर दर्ज की गई है।
छह में 5 से 10 प्रतिशत रिकॉर्ड की गई है। WHO का कहना है कि 5% से ऊपर किसी भी पॉजिटिविटी दर खतरनाक होती है।
*राष्ट्रीय औसत से अधिक पॉजिटिविटी दर*
हरियाणा ने 13 अप्रैल को समाप्त सप्ताह में 445 से 20 अप्रैल को समाप्त सप्ताह में साप्ताहिक मामलों में 910 की वृद्धि दर्ज की है। राज्य ने 19 अप्रैल को समाप्त सप्ताह में 19.28% की पॉजिटिविटी दर दर्ज की, जो राष्ट्रीय औसत से अधिक है। हरियाणा में औसत मामले 17-23 मार्च के बीच 21 से बढ़कर 14 से 20 अप्रैल तक 910 हो चुके हैं।
केंद्र की ओर से जारी आंकड़ों के अनुसार 5 जिले ऐसे हैं जो हॉट स्पॉट बनने की ओर से हैं। इनमें उच्चतम कोविड पॉजिटिविटी दर वाले जिले यमुनानगर (56.50%), रेवाड़ी (29.10%), गुरुग्राम (28.40%), फरीदाबाद (25.80%), सोनीपत (24.10%) हैं। केंद्र की ओर से इन जिलों के लिए विशेष कार्ययोजना बनाने की सलाह राज्य को दी गई है।
केंद्र ने हरियाणा को कोरोना प्रबंधन में ढिलाई नहीं बरतने की चेतावनी दी है। साथ ही कहा है कि कोविड अभी खत्म नहीं हुआ है। केंद्र के लिखे पत्र में केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण ने कि सूबे में सामान्य से अधिक पॉजिटिविटी दर देखी जा रही है। भूषण ने सभी जिलों में निगरानी बढ़ाने, इन्फ्लुएंजा बीमारी के मरीजों की निगरानी करने, अस्पताल की तैयारी सुनिश्चित करने और संक्रमण हॉटस्पॉट की पहचान करने को कहा।
केंद्र ने जीनोम परीक्षण के लिए अधिक नमूने भेजने और पात्र लोगों को एहतियाती खुराक सुनिश्चित करने के अलावा उच्च स्तर के परीक्षण बनाए रखने की भी सलाह दी है। भूषण ने कहा है कि हमें किसी भी स्तर पर ढिलाई के खिलाफ सतर्क रहना चाहिए, जो अब तक महामारी प्रबंधन में किए गए लाभ को कम कर सकता है।
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