आज देश में विकास गायब है और जातिवाद हावी है।
गिल ने कहा कि आज देश का युवा रोजगार मांग रहा है न की भाषण। देश के प्रधानमंत्री कहते थे हर साल 2 करोड युवाओं को रोजगार देंगे, किंतु आज रोजगार तो दूर की बात है जिन युवाओं को रोजगार मिला हुआ है उनको भी घर बैठाया जा रहा है। आज हर वर्ग कहीं ना कहीं सरकार से परेशान है, हताश है । प्रदीप गिल ने युवाओं से बात करते हुए कहा हमें अपने और पराए में फर्क समझना होगा। आज इनको पढ़े-लिखे नेता की जरूरत है। जो आपके मुद्दों को विधानसभा में उठा सके और जींद में युवाओं के लिए रोजगार के रास्ते बना सके। इस अवसर पर मुख्य रूप से प्रवेश चौहान, दीपक वाल्मीकि, अश्विनी कांगड़ा, सुशील चौहान, राजेश ,पवन ,अशोक, सुमित चौहान, सुधीर, कुशल चौहान, विकास, मास्टर बाबू ,शुभम, अंकुश ,करण, मनोज अन्य साथी मौजूद रहे।
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