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Tuesday, May 30, 2023

*11 किमी. लंबे मार्ग का किया जा रहा निर्माण:एनएचएआई का फुटपाथ बनाने से इनकार, विकास नगर बूस्टिंग की क्षमता न बढ़ने से नाले का निर्माण अटका*

*11 किमी. लंबे मार्ग का किया जा रहा निर्माण:एनएचएआई का फुटपाथ बनाने से इनकार, विकास नगर बूस्टिंग की क्षमता न बढ़ने से नाले का निर्माण अटका*
एनएचएआई का फुटपाथ बनाने से इनकार, विकास नगर बूस्टिंग की क्षमता न बढ़ने से नाले का निर्माण अटका|
राेहतक चाैक से बस स्टैंड तक फाेरलेन मार्ग के एक तरफ की सड़क, यहां सीसी राेड का निर्माण किया जाना और फाेरलेन मार्ग के तरफ का किया गया राेड निर्माण और कच्ची फुटपाथ, यहां नाले का निर्माण भी नहीं किया गया है।
दिल्ली-पिलानी नेशनल हाईवे 709 ई पर पालुवास माेड़ से राेहतक चाैक तक निर्माणाधीन लगभग 4 किलाेमीटर लंबे फाेरलेन मार्ग के दाेनाें तरफ फुटपाथ निर्माण का कार्य अटक गया है। एनएचएआई ने फुटपाथ निर्माण करने से इंकार कर दिया है। इसके अलावा विकास नगर बूस्टिंग स्टेशन की क्षमता न बढ़ने से यहां नाले का निर्माण कार्य भी शुरू नहीं हाे पा रहा है।

एनएचएआई पालुवास माेड़ से राेहतक चाैक तथा राेहतक चाैक से लाेहारू राेड ओवरब्रिज तक लगभग 11 किलाेमीटर लंबे मार्ग का निर्माण करवा रही है। जिस पर लगभग 27 कराेड़ की लागत आएगी। अधिकतर मार्ग काे सीसी बनाया जा रहा है। विशेषकर पालुवास माेड़ से राेहतक चाैक तक लगभग 4 किलाेमीटर लंबा सीसी राेड का निर्माण अंतिम चरण में है। लेकिन इस 4 किलाेमीटर लंबे सड़क के दाेनाें तरफ 10 से 20 फुट चाैड़ी फुटपाथ है।

बताया जा रहा है कि एनएचएआई ने इस फुटपाथ का निर्माण करने से हाथ खड़े कर दिए है। जबकि बीएंडआर व एनएच के अधीन यह मार्ग नहीं है। ऐसे में फुटपाथ का निर्माण अटक गया है जबकि यहां निर्माणाधीन सीसी राेड फुटपाथ से दाे से तीन फुट ऊंचा हाे गया है। इसके कारण आसपास के नागिरकाें काे वाहनाें चालकाें काे भी परेशानी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।

*सरकार के पास भेजना हाेगा 3 कराेड़ का एस्टीमेट*
पालुवास माेड़ से राेहतक चाैक तक सड़क मार्ग की फुटपाथ का निर्माण नगरपरिषद करवा सकती है। लेकिन यह तभी संभव हाे पाएगा जब संबंधित विभाग नगरपरिषद काे इस कार्य के लिए एनओसी जारी करे। इसके लिए बाकायदा नगरपरिषद ने संबंधित विभाग से एनओसी के लिए पत्र भी लिखा है लेकिन अभी तक इस संबंध में काेई कार्रवाई नहीं की गई है।

विकास नगर डिस्पाेजल का निर्माण जनस्वास्थ्य विभाग इसका निर्माण करवा सकता है। इसके लिए विभाग काे सरकार के पास तीन कराेड़ की राशि का एस्टीमेट सरकार के पास भेजना हाेगा। इसके बाद सरकार राशि स्वीकृत कर डिस्पाेजल की क्षमता काे बढ़वा सकती है।

*3 करोड़ की मांगी राशि*

पालुवास माेड़ से राेहतक चाैक सड़क के दाेनाें तरफ नाले का निर्माण किया जाना है। जिसका निर्माण एनएचएआई द्वारा किया जाएगा। लेकिन नाले की निकासी विकास नगर स्थित बूस्टिंग स्टेशन में किया जाएगा। जबकि बूस्टिंग स्टेशन की क्षमता पहले से ही कम है और क्षमता बढ़ाने के लिए जनस्वास्थ्य विभाग ने एनएचएआई से 3 कराेड़ की राशि की मांग की है। लेकिन एनएचएआई ने राशि देने से भी इंकार कर दिया है। जबकि बूस्टिंग स्टेशन की क्षमता नहीं बढ़ेगी अतिरिक्त पानी की निकासी नहीं हाे पाएगी, इसलिए नाले का निर्माण भी शुरू नहीं हाे पा रहा है।

*सालभर में बनेगा डिस्पोजल*

अगर विभाग बूस्टिंग स्टेशन का निर्माण करवाए ताे उसे एस्टीमेट बनाकर सरकार के पास भेजने, सरकारी स्वीकृति, राशि जारी हाेने तथा टेंडर जारी कर कार्य शुरू हाेने व कार्य पूरा हाेने में लगभग एक साल का समय लग जाएगा। तब तक उक्त क्षेत्र के दूषित पानी की निकासी की काेई व्यवस्था नहीं है। एेसे में यह पानी फुटपाथ पर ही जमा रहेगा।

*विभाग को भेजा पत्र*

"राेहतक राेड क्षेत्र में निर्माणाधीन सीसी राेड के दाेनाें तरफ फुटपाथ का निर्माण नगरपरिषद करवा सकती है लेकिन इसके लिए संबंधित विभाग काे पहले एनओसी देनी हाेगी। इसके लिए नगरपरिषद ने विभाग काे पत्र लिखा है लेकिन एनओसी नहीं मिली है।''

-भवानी प्रताप सिंह, चेयरपर्सन प्रतिनिधि एवं पार्षद, नगरपरिषद।

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