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Thursday, May 25, 2023

*प्रदेश में नहरों पर खतरा:125 डेंजर प्वाइंट घोषित, न चेतावनी बोर्ड और न हीं रेलिंग लगीं*

*प्रदेश में नहरों पर खतरा:125 डेंजर प्वाइंट घोषित, न चेतावनी बोर्ड और न हीं रेलिंग लगीं*
125 डेंजर प्वाइंट घोषित, न चेतावनी बोर्ड और न हीं रेलिंग लगीं|
फतेहाबाद में 80 नहरें, डेंजर प्वाइंट चिह्नित नहीं, पानीपत में 21 चिह्नित
प्रदेश भर में नहरों पर 125 से ज्यादा डेंजर प्वाइंट घोषित किए हुए व किनारे खुल छोड़े गए है, ज्यादातर जगह पर न चेतावनी बोर्ड, न चेन, न दीवार और न ही रेलिंग लगे है। ऐसे में ज्यादातर पर सुरक्षा के इंतजाम नहीं हाेने के कारण आए दिन कहीं न कहीं हादसे होते रहते है।

प्रदेश में ज्यादातर नहरों के किनारे खुले छोड़े गए है तो सिरसा, कुरुक्षेत्र व अम्बाला को छोड़कर ज्यादातर जिलों को छोड़कर गोताखोर भी नहीं है। ऐसे में सिंचाई विभाग को दूसरे जिलों व पुलिस के गोताखोरों की मदद लेनी पड़ती है।
प्रदेश में नहरों में नहाने पर रोक है। अलग-अलग जिलों में प्रशासन व पुलिस की तरफ से धारा-188 व धारा-144 के तहत नहरों में नहाने पर निषेधाज्ञा लागू की जाती है जिसमें अवहेलना पर एक साल की कैद व जुर्माने का प्रावधान है। वहीं, कई जगह पुलिस कर्मियों व डायल-112 टीम की ड्यूटी लगाई जाती है, जो नहाने से रोकते है। प्रदेश भर में एक साल में हादसों में 66 से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है। फतेहाबाद जिले में जहां सर्वाधिक 80 नहरें गुजरती हैं, जहां कोई डेंजर प्वाइंट चिन्हित ही नहीं किए है तो पानीपत में सर्वाधिक 21 खतरनाक प्वाइंट चयनित किए गए है। इसके बाद जींद में 16, कैथल में 10, हिसार में 10, सिरसा में 10, कुरुक्षेत्र में 8, भिवानी में 8, रेवाड़ी में 8 डेंजर प्वाइंट चिन्हित किए।
20 शव दूसरे जिलों व पंजाब से बहकर हिसार पहुंचें...जिला हिसार में पंजाब के टाेहाना हेड से नहरें आती हैं, जाे बालसमंद एरिया के राजस्थान बाॅर्डर तक जाती हैं। अग्राेहा के पास राजस्थान काे जाने वाली आरजे कैनाल और आदमपुर एरिया काे जाने वाली दाे बड़ी नहरें हैं। बरवाला के पास राजली में दाे नहराें का हेड बना है। एक साल में 20 शव दूसरे जिलाें एवं पंजाब से बहकर हिसार की नहर से बरामद हुए हैं। इनमें अधिकतर की शिनाख्त हाे चुकी है।
पानीपत में 35 किमी. एरिया में नहर गुजरती है। जिसमें 21 से ज्यादा डेंजर प्वाइंट हैं। पानीपत में गर्मी के सीजन में नहर में डूबने से हर माह 14 से 16 लोगों की मौत होती है, लेकिन कार्रवाई तो दूर कहीं कोई हिदायत बोर्ड तक नहीं लगाया गया है।

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