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Wednesday, May 24, 2023

*इंटरव्यू‘फिल्में बहुत देखती हूं, सोशल मीडिया पर भी एक्टिव’:UPSC टॉपर इशिता किशोर बोलीं- हफ्ते में 45 घंटे पढ़ाई जरूरी*

*एक्टिव’:UPSC टॉपर इशिता किशोर बोलीं- हफ्ते में 45 घंटे पढ़ाई जरूरी।*
‘शुरुआती दो अटेम्प्ट में मेरा प्रिलिम्स एग्जाम भी नहीं निकला। वो वक्त बहुत मुश्किल था। आप पूरे साल पढ़ाई करते हो और आपसे प्री एग्जाम भी नहीं निकलता, तो बहुत निराशा होती है। मैं खुशकिस्मत थी कि दोस्तों और परिवार ने मेरा हौसला बढ़ाया। एहसास दिलाया कि मैं UPSC क्रैक कर सकती हूं। ये नहीं कहूंगी कि मैंने नहीं सोचा था पहली रैंक आएगी। मैंने टारगेट रखा था कि पहली रैंक ही लेकर आऊंगी। हम जब टारगेट बनाते हैं, तभी उसे हासिल करते हैं।’

UPSC की ऑल इंडिया टॉपर इशिता किशोर अपनी कहानी सभी को सुना रही हैं। जैसे ही रिजल्ट आया तो सोसाइटी में मीडिया का मजमा लग गया। मिठाई के डिब्बे, केक, बुके, माला लेकर दोस्त, रिश्तेदार, पड़ोसी आने लगे। इशिता की 60 साल की मां ज्योति किशोर की आंखें नम थीं।


मां ज्योति के साथ इशिता। बेटी की पढ़ाई के लिए ज्योति ने पिछले साल नौकरी छोड़ दी थी।
इशिता दिवंगत विंग कमांडर संजय किशोर की बेटी हैं। साल 2004 में उनके पिता का निधन हो गया था। तब इशिता की उम्र 8 साल थी। मां ज्योति किशोर ने ही परिवार को संभाला। इशिता के बड़े भाई ईशान वकील हैं और दिल्ली हाईकोर्ट में प्रैक्टिस करते हैं।

*अब इशिता से ही जानिए, उनकी कामयाबी का राज…*
सवाल: इंटरव्यू में एक सवाल जरूर पूछा जाता है- ‘टेल मी समथिंग अबाउट योरसेल्फ’, आपने इसका क्या जवाब तैयार किया था?
इशिता: मैंने सोचा था, मैं पैनल के सामने बोलूंगी- मेरा नाम इशिता किशोर है। मैंने दिल्ली के एयरफोर्स बाल भारती स्कूल से पढ़ाई की है। दिल्ली यूनिवर्सिटी के श्रीराम कॉलेज ऑफ कॉमर्स से इकोनॉमिक्स में ग्रेजुएशन किया है। मैं पूरी जिंदगी खिलाड़ी रही हूं, मुझे फुटबॉल खेलना बहुत पसंद है।

सवाल: इंट्रो के जवाब में काउंटर क्वेश्चन क्या सोचा था?
इशिता: मैं दिल्ली से हूं, तो मुझे लगा था कि दिल्ली के बारे में पूछेंगे। या फिर मेरा जन्म हैदराबाद में हुआ था, और फिर दिल्ली आना कैसे हुआ, ये सब पूछा जाएगा। मैं इसकी तैयारी करके गई थी। इंटरव्यू में मुझसे इंट्रो से जुड़ा सवाल ही पूछा गया। पैनल ने पूछा कि आपका स्पोर्ट्स से जुड़ाव है, इसका इस्तेमाल प्रशासन में कैसे करेंगी?
सवाल: UPSC की तैयारी करने वालों के सवाल रहते हैं, कितने घंटे पढ़ाई करती थीं, कितनी किताबें पढ़ीं, कौन सी कोचिंग की, टाइम कैसे मैनेज करती थीं। इन सवालों का जवाब क्या देंगी?
इशिता: आजकल जरूरत से ज्यादा सूचनाएं उपलब्ध हैं। इसलिए एस्पिरेंट्स के लिए जरूरी है कि वे अपने हिसाब से चुनें कि उनके लिए क्या बेहतर है। UPSC की तैयारी करने वालों को खुद के मजबूत पक्ष और कमजोरी को समझना चाहिए, उसी हिसाब से तैयारी करनी चाहिए। हम नौकरी करने जाते हैं, तो भी हफ्ते में करीब 45 घंटे काम करते हैं। पढ़ाई को लेकर भी इतना ही संजीदा होना जरूरी है।

सवाल: आपने तीसरे अटेंप्ट में UPSC टॉप किया है, पहले दो अटेंप्ट कैसे थे?
इशिता: पढ़ाई के बावजूद एग्जाम क्लियर नहीं हुआ। मेरे आसपास के लोगों ने, खासतौर पर मम्मी ने बहुत भरोसा दिलाया। उन्होंने कहा कि अपनी गलतियों को पहचानो, उन्हें दोहराओ मत और उन्हें सुधारने पर काम करो।
सवाल: आप कॉमर्स ग्रेजुएट रहीं है, लेकिन पॉलिटिकल साइंस और इंटरनेशनल रिलेशन को ऑप्शनल सब्जेक्ट चुना। क्या वजह रही?
इशिता: मेरा बैकग्राउंड इकोनॉमिक्स से है, पर मुझे अंतरराष्ट्रीय मुद्दों पर लिखने में काफी दिलचस्पी है। इसलिए मैंने ऑप्शनल सब्जेक्ट पॉलिटिकल साइंस एंड इंटरनेशनल रिलेशन रखा। मुझे पता था कि मैं पॉलिटिकल साइंस मजे लेते हुए पढ़ सकती हूं। इसलिए जरूरी है कि आप अपनी पसंद के हिसाब से ही ऑप्शनल सब्जेक्ट चुनें।

अगर आपको लगता है कि किसी दूसरे सब्जेक्ट में आप अच्छा लिख सकते हैं, तो उसे चुनना चाहिए। साथ में एक बात का ख्याल रखना चाहिए कि उस सब्जेक्ट से जुड़ा कितना कंटेंट मिल रहा है।
सवाल: UPSC के इंटरव्यू से जुड़े किस्से काफी दिलचस्प होते हैं। आपका इंटरव्यू कैसा रहा?
इशिता: इंटरव्यू को लेकर जैसी धारणा है, वैसा नहीं होता है। पैनल के मेंबर पहले कैंडिडेट को नॉर्मल करने की कोशिश करते हैं। अगर कुछ नहीं आ रहा है, तो पहले ही ईमानदारी से बता दीजिए। पैनल को घुमाने की जरूरत नहीं है।

सवाल: सबसे मुश्किल एग्जाम की तैयारी करते हुए कई सारे डूज एंड डोंट्स होते हैं, आपके क्या थे?
इशिता: UPSC की तैयारी के दौरान क्या करना है और क्या नहीं करना है, ये लिस्ट बनते-बनते बढ़ती रहती है। हर किसी को अपने हिसाब से ये लिस्ट बनानी चाहिए। मुझे पता था कि धैर्य बनाए रखना जरूरी है। लगातार पढ़ाई करते हुए संयम से काम लेना होगा। मैंने परिवार और दोस्तों को भी जरूरी वक्त दिया। कोई भी अकेले रहकर कामयाब नहीं हो सकता।
सवाल: सोशल मीडिया और ऑनलाइन लर्निंग का इस्तेमाल कैसे किया। जो एस्पिरेंट्स अभी तैयारी कर रहे हैं, उनके लिए क्या सलाह होगी?
इशिता: सोशल मीडिया दोस्तों से जुड़े रहने के लिए बहुत जरूरी है और लर्निंग भी होती रहती हैं। मैं OTT प्लेटफार्म पर बहुत मूवी देखती हूं। ऑनलाइन इंटरनेट पर काफी सारी चीजें फ्री में मिल जाती हैं, लेकिन एक-दो वेबसाइट को चुन लें और उन्हें ही फॉलो करें। ज्यादा वक्त बर्बाद न करें।
सवाल: चीन पर क्या सवाल पूछा गया और आपने क्या जवाब दिया?
इशिता: इंटरव्यू पैनल ने पूछा कि अरुणाचल में जो हो रहा है, उस पर भारत को कैसे रिएक्ट करना चाहिए। मैंने जवाब दिया और आधुनिक इन्फ्रास्ट्रक्चर के बारे में बताया। मेरे पिता एयरफोर्स में अधिकारी थे, तो मैंने उनसे भी जोड़कर जवाब दिया।

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