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Friday, June 2, 2023

*गर्मी की छुटि्टयों में टाबर उत्सव...:9 से 12वीं के बच्चे सीखेंगे क्ले मॉडलिंग व मूर्तिशिल्प क्राफ्ट जैसी कला*

*गर्मी की छुटि्टयों में टाबर उत्सव...:9 से 12वीं के बच्चे सीखेंगे क्ले मॉडलिंग व मूर्तिशिल्प क्राफ्ट जैसी कला*
9 से 12वीं के बच्चे सीखेंगे क्ले मॉडलिंग व मूर्तिशिल्प क्राफ्ट जैसी
गर्मियों की छुटिट्यों में स्कूली विद्यार्थियों के हुनर को निखारने के लिए शिक्षा विभाग और कला एवं सांस्कृतिक कार्य विभाग के संयुक्त तत्वावधान में ग्रीष्मकालीन शिविर टाबर उत्सव की शुरूआत की गई है। राज्य के हर जिलों में ये 30 दिवसीय कैंप लगाए जा रहे हैं। रेवाड़ी में राजकीय बाल वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय में इस शिविर का शुभारंभ हुआ है।

शिविर में कक्षा 9 से 12वीं के विद्यार्थियों को आधुनिक मूर्ति शिल्प क्राफ्ट, क्ले मॉडलिंग, रिलिफ एवं थ्रीडी आर्ट वेस्ट मेटेरियल से क्राफ्ट एवं हरियाणवी संस्कृति से संबंधित कलात्मक विषय पर स्वयं विद्यार्थी अपनी अभिव्यक्ति को कागज पर उतार पाएंगे। इन कलाकृतियों पर रंगों से भी कलाकारी का हुनर सिखाया जाएगा। इस कैंप के लिए विभाग की ओर से प्रत्येक जिला को 30-30 हजार का बजट भी जारी किया गया है।

कला परिषद के कलाकार निखारेंगे हुनर
परिषद की तरफ से सुनीता और जितेंद्र को प्रशिक्षण के लिए दायित्व दिया गया है। इसमें हर रोज विद्यार्थियों को क्ले मॉडलिंग, मूर्ति शिल्प कला, वेस्ट मेटेरियल से उपयोगी सामान बनाने के बारे में सिखाया जाएगा। जितेंद्र ने बताया कि हर रोज अलग-अलग एक्टिविटी कराई जाएगी। विद्यार्थी अपने प्रत्येक दिन के कार्य को कैंप के अंतिम दिन 30 जून को डिस्पले करेंगे। ताकि ये पता लगे कि विद्यार्थियों ने इन 30 दिन में क्या बनाना सीखा है।

कम से कम 50 विद्यार्थी लेंगे हिस्सा
इस उत्सव शिविर में कक्षा 9 से 12वीं के विद्यार्थी भाग लेंगे तथा प्रत्येक शिविर में कम से कम 50 विद्यार्थी प्रतिभागिता करेंगे। यह शिविर पहली जून से शुरू हो गया और 30 जून तक चलेगा। शिविर का समय सुबह 9 बजे से 12 बजे तक रखा गया है। शिविर संचालन के लिए स्कूल के शिक्षकों की बतौर को-ऑर्डीनेटर जिम्मेदारी भी लगाई गई है। इसके साथ ही संबंधित बीईओ और सांस्कृतिक समन्वयक की ओर से हर सप्ताह में एक दिन इस कार्यक्रम की मॉनीटरिंग भी की जाएगी।

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