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Sunday, June 4, 2023

*गुड़गांव की तर्ज पर तेजी से विकसित हो रहा है:रेवाड़ी के विकास को रफ्तार देंगे आरआरटीएस व आउटर बाइपास जैसे बड़े प्रोजेक्ट*

*गुड़गांव की तर्ज पर तेजी से विकसित हो रहा है:रेवाड़ी के विकास को रफ्तार देंगे आरआरटीएस व आउटर बाइपास जैसे बड़े प्रोजेक्ट*
रेवाड़ी के विकास को रफ्तार देंगे आरआरटीएस व आउटर बाइपास जैसे बड़े प्रोजेक्ट|
अहीरवाल की राजनीति का केंद्र बिंदू और गुड़गांव के बाद बड़ा औद्योगिक रेवाड़ी जिला दैनिक भास्कर के साथ विकास की नई ऊंचाइयों को छू रहा है। जिला को एक के बाद एक बड़े इंफ्रास्ट्रक्चर प्रोजेक्ट मिले हैं जिन पर तेजी से काम चल रहा है। इस साल में पूरे होने वाले इन इंफ्रा प्रोजेक्ट के बाद रेवाड़ी की सूरत ही बदल जाएगी। गुड़गांव के नक्शे कदम पर चलते हुए नया रेवाड़ी अब विकास के रूट पर तेजी से फर्राटा भर चुका है। आने वाला समय में शहर की तस्वीर ही अलग होगी।

14.1 किमी का आउटर बाइपास इस साल हो जाएगा तैयार
शहर के लिए पिछले डेढ़ दशक से चली आ रही आउटर बाइपास की मांग अब मूर्त रूप ले चुकी है। शहर के अंदर से गुजरने वाले वाहनों के लिए 14.1 किलोमीटर का नया एनएच-11 का नया आउटर बाइपास तैयार किया जा रहा है। इसका बांबड फतेहपुरी कट से बावल रोड तक का हिस्सा तैयार हो चुका है और इस वाहन भी फर्राटे भर रहे हैं। बाइपास पर चलते ही जिला के विकास की नई तस्वीर नजर आती है। जिस बाइपास के लिए 15 सालों से इंतजार कर रहे थे उसकी तस्वीर अब सामने है।
इसी बाइपास के साथ अब नए शहर की परिकल्पना भी साकार होगी। शहर के गढ़ी बोलनी-कोटकासिम रोड पर गगनचुंबी इमारतें तैयार होने लग रही है और हरियाणा शहरी विकास प्राधिकरण के नए सेक्टर भी इसी मार्ग पर आएंगे। एक दशक में नया रेवाड़ी इसी रूट पर नजर आएगा जिसकी तस्वीर जेहन में अभी से उतरने लगी है।

बाइपास बनने के बाद न केवल शहर की बड़ी बाधा दूर होगी अपितु दिल्ली-जयपुर राजमार्ग से राजस्थान के शहरों में जाने वाले वाहन चालक अब रेवाड़ी बाइपास से काफी कम समय में अपने गंतव्य पर पहुंच जाएगा। दिसंबर तक आउटर बाइपास का काम पूरा हो जाएगा।

झज्जर बाइपास पूरा होने के करीब
शहर के हुडा बाइपास से बेरली, महेंद्रगढ़ और नारनौल रोड को जोड़ने के लिए 5 किमी का झज्जर बाइपास का काम भी अंतिम चरण में है। हरीनगर के समीप नारनौल लाइन पर स्लैब डालने का काम करने के पश्चात अब ओवरब्रिज को तैयार किया जा रहा है। इसके बनने के बाद आउटर बाइपास और झज्जर बाइपास आपस में जुड़कर शहर के लिए नए रिंग रोड का काम करेंगे।

दिल्ली से सुपर कनेक्टिविटी के लिए रीजनल रेपिड रेल की तैयारियां तेज
दिल्ली के सराय काले खां से अलवर तक बनने 180 किमी के आरआरटीएस कॉरिडोर का बड़ा हिस्सा रेवाड़ी जिला से गुजरेगा। इसका पहला चरण दिल्ली से शाहजहांपुर-बहरोड़-नीम राणा तक प्रस्तावित हैं। इसके लिए जिला में मिट्टी जांच से संबंधित कामकाज किया जा चुका है और अब इस प्रोजेक्ट के भी धरातल पर उतरने की जल्द संभावना है।

इसके लिए धारूहेड़ा में डिपो तैयार किया जाएगा जिसके लिए बिजली निगम की लाइनों की शिफ्टिंग का काम चल रहा है। आरआरटीएस कॉरिडोर के तैयार होने के बाद जिला के पूरे औद्योगिक क्षेत्र की गुड़गांव-दिल्ली से सुपर कनेक्टिविटी हो जाएगी।

इसके बनने के पश्चात रेवाड़ी से दिल्ली का सफर महज 1 घंटे में ही तय जाएगा। आरआरटीएस के लिए जिले में तमाम प्रक्रियाओं को पूरा किया जा चुका है और अब केंद्र की मंजूरी के साथ ही इसको कॉरिडोर को तैयार करने का काम शुरू हो जाएगा। आरआरटीएस के साथ गुड़गांव से बावल के लिए एमआरटीएस कॉरिडोर भी तैयार किया जाना है। इसके लिए जमीन अधिग्रहण से संबंधित तमाम प्रक्रियाएं पूरी की जा चुकी है। यह भी बावल औद्योगिक क्षेत्र को गुड़गांव से जोड़ने का महत्वपूर्ण प्रोजेक्ट है। कसौला में इन दोनों को इंटरचेंज प्रस्तावित है।

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