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Thursday, June 1, 2023

*पीयू में हिस्सेदारी पर मनोहर-मान की मीटिंग:हरियाणा CM बोले- पंजाब यूनिवर्सिटी से संबद्ध हों कॉलेज; मान ने मांगा समय, 5 को फिर मीटिंग*

*पीयू में हिस्सेदारी पर मनोहर-मान की मीटिंग:हरियाणा CM बोले- पंजाब यूनिवर्सिटी से संबद्ध हों कॉलेज; मान ने मांगा समय, 5 को फिर मीटिंग*
पंजाब विश्वविद्यालय चंडीगढ़ में हरियाणा की हिस्सेदारी की बहाली और हरियाणा राज्य के कॉलेजों की पंजाब विश्वविद्यालय से संबद्धता की दिशा में सकारात्मक कदम बढ़े हैं। पंजाब के राज्यपाल और चंडीगढ़ के प्रशासक बनवारी लाल पुरोहित की अध्यक्षता में हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल और पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान के साथ पंजाब यूनिवर्सिटी के विभिन्न विषयों को लेकर बैठक हुई।

बनवारी लाल पुरोहित ने कहा कि शिक्षा के क्षेत्र में आज बहुत विकास हो रहा है। ग्रामीण क्षेत्रों तक भी शिक्षा की पहुंच हो, इसके लिए सभी सरकारों को काम करना चाहिए।
उन्होंने दोनों मुख्यमंत्रियों को कहा कि पंजाब यूनिवर्सिटी के जो विषय हैं उन पर आपसी सहमति से आगे बढ़ना चाहिए और हरियाणा के कॉलेजों की पंजाब विश्वविद्यालय से संबद्धता का विषय बड़ा विषय नहीं है, यह करना संभव है। हरियाणा, पंजाब के इस सहयोग से निश्चित रूप से एक अच्छी शुरुआत होगी।

हरियाणा के कॉलेजों की संबद्धता पीयू से हो
बैठक में मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने कहा कि पंजाब पुनर्गठन अधिनियम, 1966 के तहत पंजाब विश्वविद्यालय में हरियाणा राज्य का हिस्सा दिया गया था। हरियाणा के कॉलेज और क्षेत्रीय केंद्र पंजाब विश्वविद्यालय से संबद्ध थे, लेकिन 1973 को एक अधिसूचना जारी कर इसे समाप्त कर दिया गया था। उन्होंने कहा कि आज के युग में अंतरराष्ट्रीय विश्वविद्यालयों से भी राज्यों के कॉलेजों की संबद्धता हो रही है।

राष्ट्रीय शिक्षा नीति का उद्देश्य है कि सभी शिक्षण संस्थान देश की उन्नति में सहयोग करें। सभी राज्यों का आपसी संबंध और प्रगाढ़ हों। इसलिए हरियाणा के कॉलेजों की संबद्धता पंजाब विश्वविद्यालय, चंडीगढ़ से की जाए।
पंजाब गवर्नर बीएल पुरोहित के साथ बैठक में उपस्थित हरियाणा CM मनोहर लाल खट्‌टर।
केंद्र के साथ मिलकर हरियाणा पीयू को आगे बढ़ाएगी
मनोहर लाल ने कहा कि पंजाब विश्वविद्यालय एक केंद्रीय विश्वविद्यालय है, जिसमें हरियाणा के कॉलेज का भी एफिलिएशन होना चाहिए। केंद्र के साथ मिलकर हरियाणा सरकार पंजाब विश्वविद्यालय को आगे बढ़ाएगी ताकि विश्वविद्यालय समृद्ध बने और उसकी आवश्यकताएं भी पूरी हों।

मुख्यमंत्री ने पंजाब सरकार को सुझाव दिया कि युवाओं के भविष्य के लिए पंजाब के कॉलेज भी यदि हरियाणा के साथ जुड़कर काम करना चाहें तो हम उनका स्वागत करते हैं। बैठक में पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने सकारात्मक रुख दिखाते हुए इन विषयों को अंतिम रूप देने के लिए कुछ समय मांगा।
CM पंजाब ने फैसले के लिए मांगा समय
CM भगवंत मान ने प्रदेश के युवाओं के उज्जवल भविष्य और दोनों प्रदेशों के बीच सौहार्दपूर्ण माहौल के लिए मामले पर अंतिम निर्णय लेने के लिए कुछ अतिरिक्त समय की मांग की है। वहीं, हरियाणा के CM मनोहर लाल खट्‌टर ने CM भगवंत मान से कहा कि यदि युवाओं के उज्जवल भविष्य के लिए पंजाब के कॉलेज हरियाणा के साथ जुड़कर काम करना चाहें तो उनका स्वागत है।

CM मनोहर लाल खट्‌टर ने कहा कि हरियाणा केंद्र सरकार की मदद से पंजाब यूनिवर्सिटी को ओर आगे बढ़ाएगा। मीटिंग में राष्ट्रीय शिक्षा नीति के तहत शिक्षण संस्थान द्वारा देश की उन्नति में सहयोग की बात भी कही गई।

5 जून को दोबारा होगी मीटिंग
पंजाब यूनिवर्सिटी की ग्रांट और हरियाणा के कॉलेजों को मान्यता मिलने के संबंध में दोनों प्रदेशों के CM की गवर्नर BL पुरोहित के साथ 5 जून को दोबारा मीटिंग होगी। इसमें शिक्षा व्यवस्था की मजबूती के लिए पंजाब-हरियाणा के बीच कोई समझौता भी किया जा सकता है।
1990 तक हरियाणा सरकार से मिली ग्रांट
बीते तीन दशक से अधिक समय से पंजाब यूनिवर्सिटी को पंजाब सरकार द्वारा ही ग्रांट जारी की जाती रही है। जबकि, साल 1990 तक हरियाणा सरकार द्वारा भी 40 प्रतिशत ग्रांट दी जाती रही। इसके पीछे कई प्रकार के राजनीतिक कारण रहे, लेकिन हरियाणा से ग्रांट बंद होने के बाद पंजाब यूनिवर्सिटी के संचालन के लिए केंद्र सरकार और पंजाब सरकार द्वारा ही ग्रांट दी जाती रही है।

इससे पंजाब यूनिवर्सिटी की आर्थिक स्थिति भी कमजोर होती गई। यदि हरियाणा सरकार PU को अब दोबारा ग्रांट देनी शुरू करती है तो यूनिवर्सिटी को आर्थिक तौर पर मजबूती मिलेगी।

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