OLX पर एड देकर फंसाते थे बेरोजगारों को; 12 मोबाइल संग 5 गिरफ्तार, 1 लाख ठगे थे|
हरियाणा के जींद में साइबर थाना पुलिस ने ऑनलाइन फ्रॉड के मामले में 5 ठगों को गिरफ्तार किया है। इन्होंने ओएलएक्स पर विज्ञापन देकर एचडीएफसी बैंक में नौकरी लगवाने के नाम पर एक व्यक्ति से 1 लाख 4 हजार 800 रुपए हड़पे थे। गिरफ्तार युवकों के कब्जे से 12 मोबाइल फोन, एक लैपटॉप और 85 हजार रुपए बरामद कर लिए हैं।
इनकी हुई गिरफ्तारी
इनकी पहचान सोनीपत के खानपुर के बाडियान पाना निवासी अमित, शामडी सिसान निवासी विनय, खानपुर कलां निवासी सागर, शामडी सिसान निवासी राहुल उर्फ टिंकू और चरखी दादरी के धन्नासरी निवासी सोनू के रूप में हुई है। पुलिस ने इनको 5 दिन के रिमांड पर लिया है।
यहां से हुई शुरुआत
डीएसपी रोहताश ढुल ने बताया कि 10 मई को गांव निडाना निवासी सुमित ने शिकायत दी कि उसने ओएलएक्स पर एक विज्ञापन देखा था। उसमें एचडीएफसी बैंक में नौकरी का ऑफर था। उसने एड पर क्लिक किया और जो-जो जानकारी मांगी गई, उसने दे दी। इसके बाद उसके मोबाइल फोन पर कॉल आई और व्हाट्सएप पर दस्तावेज मांगे। उसने अपने दस्तावेज भेज दिए और बाद में नौकरी के नाम पर पैसे मांगे।
सुमित ने बताया कि उसने 1 लाख 4 हजार 800 रुपए उनके खाते में ट्रांसफर कर दिए। इस पर उन्होंने व्हाट्सएप पर बैंक में कैशियर पद के लिए फर्जी जॉइनिंग लेटर भेज दिया और फोन कर के कहा कि वर्दी, आई कार्ड उसे बैंक से ही मिलेंगे। उसे उन पर शक हुआ और इसका पता किया तो उसे अपने साथ ठगी का एहसास हुआ।
किससे क्या मिला...
एसपी सुमित कुमार के निर्देशन में पुलिस ने मामला दर्ज कर साइबर थाना प्रभारी राजेश कुमार ने एसआई जगदीप और उसकी टीम ने मामले की जांच करते हुए पांच आरोपियों को गिरफ्तार किया है। अमित के कब्जे से 4 मोबाइल, एक लैपटॉप, 50 हजार रुपए, सोनू के कब्जे से 2 मोबाइल फोन, 9 हजार रुपए, राहुल के कब्जे से 2 मोबाइल फोन, 9 हजार रुपए और विनय के कब्जे से 8 हजार रुपए, मोबाइल फोन, सागर से 2 मोबाइल फोन और 8 हजार रुपए बरामद किए गए।
धोखे से लेते थे सिम कार्ड
गिरफ्तार अमित ने पूछताछ में बताया कि उसकी गोहाना में मनी ट्रांसफर, मोबाइल और सिम कोर्ड की दुकान है। अगर कोई सिम कार्ड लेने आता तो वह ग्राहक के नाम से 2 सिम ले लेता था और एक ग्राहक को देता था और दूसरा अपने पास रख लेता था। छह महीने पहले ही उसने यह काम शुरू किया था।
*अमित का हिस्सा 50 प्रतिशत*
आरोपी अमित व उसकी टीम ओएलएक्स पर एड देती थी। मुकेश ने नाम से एड डाली जाती थी, जिसका मासिक किराया करीब 11 हजार रुपए था और इसका भुगतान स्वयं अमित ही करता था। अमित ने सभी आरोपियों को अलग-अलग क्षेत्र बांटा हुआ था। इससे जो भी पैसा आता उसमें से अमित 50 प्रतिशत हिस्सा खुद रख लेता और बाकी 50 प्रतिशत दूसरों को देता था। पुलिस को एक शिकायत उत्तर प्रदेश से भी मिली है। मामले की जांच की जा रही है
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