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Monday, July 17, 2023

जींद के पिंडारा तीर्थ पर उमड़ी भीड़:सोमवती अमावस्या पर किया पिंडदान; रात भर चला भजन-कीर्तन, मेले में बच्चों ने की खरीददारी

जींद के पिंडारा तीर्थ पर उमड़ी भीड़:सोमवती अमावस्या पर किया पिंडदान; रात भर चला भजन-कीर्तन, मेले में बच्चों ने की खरीददारी
जींद के पांडू पिंडारा तीथ में पिंडदान की प्रक्रिया में लगे श्रद्धालु।

हरियाणा के जींद के गांव पांडु पिंडारा स्थित पिंडतारक तीर्थ पर सोमवार को सोमवती अमवस्या पर बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं ने तीर्थ में स्नान किया और पिंडदान कर तर्पण किया। ऐतिहासिक पिंडतारक तीर्थ पर रविवार शाम से ही श्रद्धालु पहुंचना शुरू हो गए थे। रात को धर्मशालाओं में सत्संग व कीर्तन आदि का आयोजन चलता रहा।

पवित्र तीर्थ में स्नान करते हुए लोग।

सोमवार को तड़के से ही श्रद्धालुओं ने सरोवर में स्नान तथा पिंडदान शुरू कर दिया जो मध्यांह के बाद तक चलता रहा। इस मौके पर दूर दराज से आएं श्रद्धालुओं ने अपने पितरों की आत्मा की शांति के लिए पिंडदान किया तथा सूर्यदेव को जलार्पण करके सुख समृद्धि की कामना की।
स्नान के बाद पिंडादान किया गया।

पिंडतारक तीर्थ के संबंध में किदवंती है कि महाभारत युद्ध के बाद पूर्वजों की आत्मा की शांति के लिए पांडवों ने यहां 12 वर्ष तक सोमवती अमावस्या की प्रतीक्षा में तपस्या की। बाद में सोमवती अमावस के आने पर युद्ध में मारे गए परिजनों की आत्मा की शांति के लिए पिंडदान किया। तभी से यह माना जाता है कि पांडु पिंडारा स्थित पिंडतारक तीर्थ पर पिंडदान करने से पूर्वजों को मोक्ष मिल जाता है।

महाभारत काल से ही पितृ विसर्जन की अमावस्या, विशेषकर सोमवती अमावस्या पर यहां पिंडदान करने का विशेष महत्व है। यहां पिंडदान करने के लिए विभिन्न प्रांतों के लोग श्रद्धालु आते हैं। पिंडारा तीर्थ पर सोमवती अमवस्या पर पहुंचे श्रद्धालुओं ने जमकर खरीददारी की। तीर्थ पर जगह-जगह लोगों ने सामान बेचने के लिए फडें लगाई हुई थी। जिस पर बच्चों तथा महिलाओं ने खरीददारी की। बच्चों ने जहां अपने लिए खिलौने खरीदे तो वहीं बड़ों ने भी घर के लिए सामान खरीदे।
जयंती देवी मंदिर के पुजारी नवीन शास्त्री ने बताया कि श्रावन मास में अमावस्या व्रत का भी विशेष महत्व है। श्रावण मास की अमावस्या तिथि सोमवार के दिन पड़ रही है। वहीं इस दिन सावन का द्वितीय सोमवार का व्रत भी रखा गया है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार सोमवती अमावस्या के दिन श्राद्ध कर्म, तर्पण इत्यादि करने से व्यक्ति को सुख एवं समृद्धि की प्राप्ति होती है। साथ ही जीवन में आ रही कई प्रकार की समस्याएं दूर हो जाती हैं।

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