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Tuesday, August 1, 2023

विहिप का दावा- नूंह हिंसा प्री-प्लांड:महामंत्री बोले- ट्रक में पहले से रखे थे पत्थर, पेट्रोल बम से जलाईं गाड़ियां, सोशल मीडया पर भड़काऊ वीडियो

विहिप का दावा- नूंह हिंसा प्री-प्लांड:महामंत्री बोले- ट्रक में पहले से रखे थे पत्थर, पेट्रोल बम से जलाईं गाड़ियां, सोशल मीडया पर भड़काऊ वीडियो
नूंह : हरियाणा के नूंह में सोमवार को ब्रजमंडल यात्रा के दौरान हुई हिंसा को विश्व हिंदू परिषद (VHP) ने प्री-प्लांड बताया है। विशेष तौर पर यात्रा में शामिल होने पहुंचे VHP के संयुक्त महामंत्री डॉ. सुरेन्द्र जैन ने दावा किया कि यात्रा के रूट पर पहले से ट्रक में पत्थर भरकर रखे गए थे। भीड़ ने गाड़ियों में आग लगाने के लिए पेट्रोल बम इस्तेमाल किए, जिन्हें पहले से बनाकर रखा गया था।VHP नेता डॉ. जैन के अनुसार, यात्रा का रूट पहले से निर्धारित था इसलिए दंगाइयों ने उत्पात की पूरी तैयारी कर रखी थी। विहिप कार्यकर्ताओं ने यात्रा पर पथराव के लिए ट्रकों में पत्थर भरकर रखे जाने की सूचना पुलिस को पहले ही दे दी थी। जैन ने आरोप लगाया कि सब कुछ प्रीप्लांड था और विहिप कार्यकर्ताओं ने समय रहते पुलिस-प्रशासन को चेता भी दिया था। इसके बावजूद किसी तरह की कार्रवाई नहीं की गई। ये पूरी तरह प्रशासनिक विफलता का मामला है।
*छतों से बरसाए गए पत्थर*

इस बीच नूंह हिंसा के बाद कई वीडियो सामने आए जिनमें कुछ युवक सड़क के आसपास लगते मकानों की छतों से पत्थर बरसाते नजर आए। इन मकानों पर संभवत: पहले ही ये पत्थर स्टोर कर लिए गए थे। इन युवकों के पत्थर बरसाने का पैटर्न बिल्कुल दिल्ली में हुए दंगों जैसा था। 23 फरवरी 2020 को उत्तर-पूर्वी दिल्ली में हुए दंगों के दौरान भी सड़क से लगते मकानों से ही पत्थर और पेट्रोल बम बरसाए गए थे जिसमें 50 से ज्यादा लोग मारे गए थे।
*प्रशासन को पहले से थी यात्रा की सूचना*

विश्व हिंदू परिषद (VHP) और मातृशक्ति दुर्गावाहिनी तीन साल से नूंह इलाके में ब्रजमंडल यात्रा निकाल रहे हैं। यह यात्रा नूंह के शिव मंदिर से शुरू होती है और इसका समापन फिरोजपुर झिरका के गांव सिगार में होता है। VHP के संयुक्त महामंत्री डॉ. जैन ने बताया कि पिछले 2 वर्षों में यात्रा पूरी शांति के साथ निकली और कहीं कुछ नहीं हुआ। इस बार भी नूंह जिला प्रशासन को यात्रा की सूचना पहले से दी गई थी।
*पूरी फोर्स न लगाने का आरोप*

डॉ. जैन ने बताया कि यात्रा पूर्व निर्धारित होने के बावजूद प्रशासन की ओर से मौके पर बहुत कम पुलिस बल लगाया गया। इसी वजह से एक समुदाय विशेष के लोगों ने सोची-समझी साजिश के तहत उनकी यात्रा को टारगेट किया। नूंह के शिव मंदिर से यात्रा शुरू होते ही बजरंग दल और हिंदू संगठनों के लोगों पर हमला किया गया। भीड़ ने यात्रा में शामिल लोगों को पहले उनके वाहनों से निकाल-निकालकर पीटा और फिर उनकी गाड़ियों में आग लगा दी। इसके बाद हालात बेकाबू हो गए और उपद्रवियों ने जमकर तांडव मचाया। दुकानों में लूटपाट की गई। यात्रा पर पथराव के बाद उपद्रवियों ने गाड़ियों को जलाने के लिए पेट्रोल बम का इस्तेमाल किया।

नूंह में हुई हिंसा का पैटर्न काफी हद तक दिल्ली में 2020 में हुए दंगों जैसा था। यहां कई उपद्रवी सड़क के दोनों तरफ लगती ऊंची इमारतों पर बैठे थे।
*यात्रा में गाड़ियों के अलावा थे बाइक सवार युवक*

विश्व हिंदू परिषद (VHP) और मातृशक्ति दुर्गावाहिनी की ब्रजमंडल यात्रा में गाड़ियों का लंबा काफिला था जिसमें कई बसें भी शामिल थीं। इन गाड़ियों के आगे बड़ी संख्या में युवक बाइकों पर चल रहे थे। यात्रा के लिए अकेले रेवाड़ी से ही 20 गाड़ियां गई थी। इसके अलावा पलवल, गुरुग्राम, फरीदाबाद और आसपास के जिलों से भी यात्रा में लोग वाहन लेकर शामिल होने पहुंचे थे।
*मोनू मानेसर के विरोध को भांप नहीं पाया खुफिया तंत्र*

गौरक्षक मोनू मानेसर ने एक दिन पहले ही वीडियो जारी कर इस यात्रा में शामिल होने का ऐलान किया था। मोनू का वीडियो सामने आने के बाद नू्ंह जिले की कई पंचायतों के सरपंचों और पंचों ने इसका विरोध किया था। पुलिस का खुफिया तंत्र इसे भांप नहीं पाया और बवाल हो गया।
मोनू मानेसर के यात्रा में शामिल होने के ऐलान के बाद सोशल मीडिया पर कई भड़काऊ वीडियो अपलोड किए गए। इन वीडियो में दावा किया गया कि मोनू को सबक सिखाया जाएगा। मोहम्मत शबीर खान नामक एक अकाउंट से अपलोड वीडियो में दावा गया कि उनके सिलेंडर तैयार हैं और सरकार भी इसे सुन ले। इसी वीडियो में नासिर-जुनैद के लिए इंसाफ की मांग भी की गई।
*मंदिर पर भी हमला किया*

विश्व हिंदू परिषद की नूंह जिला इकाई के अध्यक्ष धीरज मंगला ने विवाद के बीच सोशल मीडिया पर वीडियो अपलोड कर दावा किया कि नल्हड़ के ऐतिहासिक शिव मंदिर के आसपास उपद्रवियों ने काफी फायरिंग की जिसमें एक युवक को भी गोली लगी। उपद्रव के कारण मंदिर में महिलाओं समेत 500 लोग फंस गए। धीरज ने वीडियो में दावा किया कि उपद्रवी पूरी तैयारी के साथ आए थे और उनके पास बड़ी मात्रा में पत्थर थे। नल्हड़ के शिव मंदिर को महाभारत काल का बताया जाता है। ब्रजमंडल यात्रा में शामिल होने के लिए यहां बड़ी संख्या में लोग जुटे थे।

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