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Thursday, September 7, 2023

हरियाणा मंत्री पर आरोप लगाने वाली कोच का दावा:बोली- व्यक्ति ने पीछा किया, ये CID; पिस्टल दिखा धमकाया, पूछने पर कहा- ये मेरी ड्यूटी

हरियाणा मंत्री पर आरोप लगाने वाली कोच का दावा:बोली- व्यक्ति ने पीछा किया, ये CID; पिस्टल दिखा धमकाया, पूछने पर कहा- ये मेरी ड्यूटी
यह वही व्यक्ति है जिस पर पीछा करने और सीआईडी पर्सन होने का जूनियर महिला कोच ने आरोप लगाया है। यह व्यक्ति अपनी शर्ट उठाकर पिस्टल नहीं होने का दावा कर रहा है।

हरियाणा के पूर्व खेल मंत्री संदीप सिंह पर सेक्सुअल हैरेसमेंट के आरोप लगाने वाली जूनियर महिला कोच पंचकूला में एक व्यक्ति पर भड़क गई। कोच ने आरोप लगाया कि यह हरियाणा सरकार की CID है। सुबह से एक गाड़ी में ये और इनके 3 साथी मेरा पीछा कर रहे हैं। इसके पास पिस्टल भी है, जो दिखाकर मुझे धमकाने की कोशिश कर रहे हैं।

महिला कोच के इस रुख को देखकर व्यक्ति वहां से भागने लगा। इस दौरान उसने अपने शर्ट ऊपर उठाकर पिस्टल नहीं होने की बात भी कही। कोच ने इसके बाद 112 पर कॉल की, लेकिन डेढ़ घंटे बाद पुलिस पहुंची और दूसरे क्षेत्र का मामला बताकर अपना पल्ला झाड़ लिया।

ये है पूरा मामला

संदीप सिंह पर आरोप लगाने वाली जूनियर महिला कोच पंचकूला के ताऊ देवीलाल स्टेडियम गई थी। इस दौरान उसने देखा कि कुछ लोग एक गाड़ी में बैठकर उसका पीछा कर रहे हैं। स्टेडियम के पास गाड़ी से एक व्यक्ति उतरकर उसके पास पहुंचकर चलने लगा।

इस पर कोच ने उससे पूछा कि वह हरियाणा सरकार की सीआईडी है। इस दौरान पूरी घटना का एक VIDEO भी कोच के द्वारा बना लिया गया।

कोच ने व्यक्ति से मांगा ऑर्डर

पीछा कर रहे व्यक्ति से जूनियर महिला कोच ने ऑर्डर भी मांगा, लेकिन उसने इनकार कर दिया। व्यक्ति ने कहा कि वह तो मैडम अपनी ड्यूटी कर रहा है। इसके बाद कोच लगातार व्यक्ति पर आरोप लगाती रही कि वह हरियाणा सरकार की सीआईडी है, और उसे मुझे धमकाने के लिए भेजा गया है। इससे पहले भी कोच पर पंचकूला में एक दो हमले हो चुके हैं। कोच ने सार्वजनिक रूप से कहा है कि संदीप सिंह को बचाने के लिए अब उसे धमकाने का काम शुरू हो गया है।

चार्जशीट में हो चुके कई खुलासे

हरियाणा के राज्य मंत्री संदीप सिंह के मामले में चंडीगढ़ पुलिस द्वारा दायर चार्जशीट में लगातार खुलासे हो रहे हैं। अब चार्जशीट में मंत्री संदीप सिंह के एक क्लोजफ्रेंड गुरजिंदर सिंह का नाम भी सामने आया है। इसके द्वारा महिला कोच से चैटिंग करने पर मंत्री नाराज हो गए थे। यह मंत्री के कोच के साथ क्लोज रिलेशनशिप को इंगित करता है।
इसके अलावा चार्जशीट में और भी गवाह हैं, जिन्होंने मंत्री और कोच के रिलेशनशिप की पुष्टि की है। हालांकि जांच के दौरान मंत्री संदीप सिंह ने इन आरोपों को सिरे से खारिज कर दिया। जबकि कोच और मंत्री के मोबाइल फोन की सीएफएसएल रिपोर्ट यह पुष्टि करती है कि दोनों एक दूसरे के साथ लगातार टच में थे। हरियाणा के तत्कालीन खेल निदेशक पंकज नैन के मुताबिक संदीप ​​सिंह पीड़िता में असामान्य दिलचस्पी ले रहे थे। कोच ने तीन बार संदीप ​​सिंह को लेकर उनको 3 बार ​शिकायत की थी।


उबर के रिकॉर्ड का भी चार्जशीट में जिक्र
चार्जशीट में हरियाणा के पूर्व खेल मंत्री संदीप सिंह के बयानों के मुताबिक कोच सीन ऑफ क्राइम (मंत्री की कोठी) पर सिर्फ 15 मिनट ही रुकी थी, जबकि उबर (कैब प्रदाता कंपनी) से प्राप्त जानकारी में पीड़िता की मंत्री की कोठी में ठहरने की अव​धि स्पष्ट हो गई थी। इसके मुताबिक वह क्राइम सीन पर एक घंटे से ज्यादा समय तक मौजूद रही थी। पुलिस द्वारा क्राइम सीन का विजिट करने के दौरान पीड़िता ने संदीप सिंह के ऑफिस, उसके साथ जुड़े कमरे, बैडरुम और इससे जुड़े रास्ते की भी पहचान की थी।

अनिल विज के नाम से डर गए थे संदीप

चार्जशीट में यह भी बात सामने आई है कि कोच 28 दिसंबर 2022 को मंत्री के सरकारी आवास गई थी, ताकि उसका ट्रांसफर पंचकूला वापस हो जाए, लेकिन मंत्री ने इससे साफ इंकार कर दिया। इसके बाद कोच द्वारा हरियाणा के गृह एवं स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज से संपर्क किया तो मंत्री डर गया। मंत्री ने कोच को फोन कर कहा कि उसकी पोस्टिंग पंचकूला हो जाएगी, लेकिन इस मामले में ज्यादा पैनिक होने की जरूरत नहीं है।

IPS पंकज नैन के साथ 49 गवाह

हरियाणा के तत्कालीन खेल निदेशक IPS पंकज नैन के साथ चार्जशीट में चंडीगढ़ पुलिस ने 49 गवाहों का जिक्र किया है। नैन के मुताबिक संदीप ​​सिंह पीड़िता में असामान्य दिलचस्पी ले रहे थे। पी​ड़िता ने तीन बार संदीप ​​सिंह की उन्हें ​शिकायत की थी। वहीं संदीप सिंह यह नहीं बता पाए थे कि उन्होंने पीड़िता को मिलने के आधिकारिक समय के बाद खासकर देर शाम मिलने के लिए मंजूरी दी थी। वहीं मामले में कई गवाहों ने पी​ड़िता के उन बयानों का समर्थन किया है जिन्हें घटना के बाद पीड़िता ने संदीप सिंह द्वारा यौन शोषण करने की घटना के बारे बताया था।
नियु​क्ति में अनुचित देरी की बात आई सामने
चैट में यह आया है कि संदीप सिंह ने पीड़िता को सरकार की OSP पॉलिसी के तहत नियु​क्ति में सहायता करने का ऑफर दिया था। वहीं जांच में सामने आया है कि पीड़िता की जूनियर कोच की नियु​क्ति में अनुचित देरी की गई। सीएफएसएल रिपोर्ट में कोच के मोबाइल फोन की जांच से इंगित होता है कि मंत्री और पीड़िता दोनों आपस में नियमित रूप से संपर्क में थे और उनका रिश्ता प्रोफेशनल बातचीत से आगे था। हालांकि संदीप सिंह ने इससे इंकार किया था।

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