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Saturday, November 4, 2023

नागरिक अस्पताल में मूक-बधिर बच्चों के लिए कॉक्लियर इम्प्लांट की सुविधा शुरू

नागरिक अस्पताल में मूक-बधिर बच्चों के लिए कॉक्लियर इम्प्लांट की सुविधा शुरू
जींद : उन अभिभावकों के लिए खुशखबरी है जिनके बच्चे मूक-बधिर हैं। ऐसे 18 वर्ष तक के बच्चों के लिए अब नागरिक अस्पताल में ही कॉक्लियर इम्प्लांट की सुविधा शुरू की गई है। उपायुक्त मोहम्मद इमरान रजा के आदेशानुसार तथा सिविल सर्जन डा. गोपाल गोयल के निर्देशों पर डिप्टी सीएमओ (स्कूल हैल्थ) डा. रमेश पांचाल द्वारा प्रारंभिक तौर पर 55 मूक-बधिर बच्चों की पहचान की है जिन्हें कॉक्लियर इम्प्लांट की सुविधा प्रदान करवाई जाएगी। जोकि पूरी तरह से निशुल्क होगी और इसके लिए आगामी सोमवार को स्पेशल कैंप का आयोजन किया जाएगा।
*क्या है कॉक्लियर इम्प्लांट*

डिप्टी सीएमओ (स्कूल हैल्थ) डा. रमेश पांचाल ने बताया कि कॉक्लियर इम्प्लांट एक छोटी सी इलेक्ट्रिक डिवाइस है जिसके भीतरी और बाहरी दोनों भाग होते हैं। यह डिवाइस सुनने के लिए उत्तरदायी कोक्लेयर नर्व को आवाज समझने के लिए उत्तेजित करती है। कोक्लियर इंप्लांट सर्जरी बेहतर सुनने में आपकी मदद कर सकती है। यह डिवाइस मूक बधित बच्चों के लिए बहुत ही कारगर साबित होती है। 
*55 मूक-बधिर बच्चों को कॉक्लियर इम्प्लांट की सुविधा मिली*

डिप्टी सीएमओ (स्कूल हैल्थ) डा. रमेश पांचाल ने बताया कि स्कूल हैल्थ एवं सर्वशिक्षा अभियान के तहत मूक-बधिर बच्चों के लिए सोमवार को अर्बन एरिया के बच्चों के लिए कैंप का आयोजन किया जा रहा है। जिसके तहत एक वर्ष से 18 वर्ष तक के सरकारी स्कूल व ईडब्ल्यूएस के बच्चों को लाभ दिया जाना है। कैंप के दौरान कुल 55 मूक-बधिर बच्चों को कॉक्लियर इम्प्लांट की सुविधा प्रदान करवाई जाएगी। सरकार द्वारा स्कूल हैल्थ एवं एडिप प्रोग्राम के तहत मूक बधिर बच्चों को सहायक उपकरण कॉक्लियर इम्प्लांट की सुविधा प्रदान की जाती है।
*परिजनों को डैमो के माध्यम से कॉक्लियर इम्प्लांट के बारे में समझाया*
 
डिप्टी सीएमओ (स्कूल हैल्थ) डा. रमेश पांचाल ने मूक-बधिर बच्चों व उनके अभिभावकों को एक डैमो के माध्यम से कॉक्लियर इम्प्लांट के बारे में बताया। इसके अलावा मॉडल की सहायता से दांतों व मुंह की साफ.-सफाई कैसे करें की भी जानकारी दी। हमें प्रतिदिन सुबह व रात को सोने से पहले दांतो को ब्रुश अवश्य करना चाहिए। इस अवसर पर मुख्यमंत्री सुशासन सहयोगी कुमारी मदुरैई, वरिष्ठ चिकित्सा अधिकारी डा. अरविंद, नाक, कान, गला रोग विशेषज्ञ डा. बृजेंद्र घणघस, ओडियोलोजिस्ट अपूर्वा शर्मा, पीएचएन सरोज खन्ना, डीईआईसी संयोजक ललिता शर्मा, स्कूल हैल्थ लिपिक देवेंद्र शर्मा तथा सर्वशिक्षा अभियान जींद से प्रवीण राठी तथा अंजना आदि उपस्थित रहे।
*मूक-बधिर बच्चों की पहचान के लिए लगातार चला रहे अभियान : सीएमओ*

सीएमओ डा. गोपाल गोयल ने बताया कि गत 25 अक्टूबर से चार नवंबर तक मूक बधिर बच्चों के लिए जींद के विभिन्न ब्लॉकों का नागरिक अस्पताल के डीईआईसी ब्रांच, कमरा नंबर 110 पुरानी बिल्डिंग में कैंपों का आयोजन किया जा रहा है। यह कैंप पूरे जिले के मूक-बधिर बच्चों के लिए आयोजित किया गया। स्वास्थ्य विभाग द्वारा ऐसे बच्चों की पहचान कर उनको हरसंभव चिकित्सा सहायता प्रदान की जाती है। स्कूल हैल्थ प्रोग्राम के तहत उनका ईलाज पूर्णतया: निशुल्क करवाया जाता है। इसलिए जिले का कोई भी मूक-बधिर बच्चा हो तो वह इस सुविधा का लाभ उठा सकता है। आठ सरकारी व प्राइवेट अस्पताल इसके लिए पैनल पर हैं।

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