बेटी दान कर रहा हूं, एक-एक अंग दूसरे बच्चों में लगा दीजिएगा; लेटर लिख मेडिकल कॉलेज में छोड़ गया पिता
Donating The Daughter: उत्तर प्रदेश के गोरखपुर में बीआरडी मेडिकल कॉलेज के वार्ड के पास लावारिस हालात में दो साल की बच्ची मिलने से हड़कंप मच गया। उसके पास से दो पन्नों का पत्र भी मिला है। जानकारी पर पहुंची पुलिस ने बच्ची को कब्जे में लेकर जांच पड़ताल की। पुलिस ने मेडिकल कॉलेज के सीसीटीवी कैमरों को भी खंगाला है। जानकारी की जा रही है कि बच्ची को कब और किसने मेडिकल कॉलेज के वार्ड में छोड़ा है। पुलिस ने बच्ची को चाइल्ड लाइन को सौंप दिया है।
बीआरडी मेडिकल कॉलेज के वार्ड नंबर 100 के पास दो साल की बच्ची रो रही थी। कॉलेज की महिला सफाईकर्मी नजमा की जब नजर उस बच्ची पर पड़ी तो उसने उसके बारे में पता किया। लोगों से पूछताछ के बाद जब बच्ची के परिजनों का पता नहीं चला तो इसकी जानकारी पुलिस को दी। जहां बच्ची मिली वहां पुलिस को एक थैला मिला, जिसमें दो जोड़ी कपड़े, चप्पल और एक पत्र मिला। पुलिस ने पत्र खोलकर पढ़ा तो वह उसके पिता का लिखा हुआ था।
पत्र में बच्ची के पिता ने उसकी बीमारी के बारे में जिक्र किया है। पिता ने लिखा है कि मैं बेटी दान कर रहा हूं। डॉक्टर साहब मुझे माफ कर देना, मेरी बेटी कभी ठीक नहीं हो सकती। उसका दिमाग सिकुड़ता जा रहा है। वह लिखता है कि उसकी बेटी को झटका आता है, इसलिए हॉस्पीटल को दान कर रहा हूं। इसका एक-एक अंग दूसरे बच्चों को काटकर लगा दीजिएगा । मेरी बेटी का अंग दूसरे बच्चों की जान बचाने में काम आ सकता है।
पत्र में बच्ची का जन्मदिन की डिटेल्स लिखी है। बच्ची का जन्म 17 अगस्त 2022 लिखा है । पिता ने पत्र में बेटी से माफी मांगी है। डॉक्टर से गुहार लगाते हुए लिखा है कि सबसे पहले इसके कान का इलाज कर दीजिएगा, उसे सही से सुनाई भी नहीं देता है। इस बच्ची की वजह से मेरी पत्नी और बच्चों की सेहत पर बहुत ज्यादा असर पड़ रहा है। पुलिस बच्ची के परिजनों को खोजने में जुटी हुई है।
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