पशु चिकित्सक डा. बलवंत सिंह ने बचाई कुत्तिया ही नही उसके नवजात 13 बच्चों की जान
सफल आप्रेशन से कुत्तिया और सभी बच्चे स्वस्थ
जींद : जिला हिसार के गांव पेटवाड़ से जींद पशु पालीक्लिनिक में एक बेसहारा कुत्तिया को लाया गया। कुत्तिया बेहोश थी और उसकी सांसें रूक-रूक कर चल रही थी और पेट बहुत फूला हुआ था। साथ में आए दयावान और अन्य ग्रामीणों ने बताया कि कुत्तिया की तबीयत दो-तीन से ज्यादा खराब है। यह कुत्तिया बच्चे देने वाली है और बच्चे (पिल्ले) बाहर नहीं आ रहे। कुत्तिया ने खाना-पीना छोड़ दिया था और वह बेहोश हो गई। जब प्राथमिक उपचार के बाद भी वह होश में नहीं आई तो उपनिदेशक डा. रविंद्र से मार्ग दर्शन मांगा गया। हिसार रेफर करने पर कुत्तिया की जान जाने के खतरे को देखते हुए उपनिदेशक ने यहीं पर डा. बलवंत सिंह की अध्यक्षता में चिकित्सकों की टीम बना कर हरसंभव प्रयास करने के निर्देश दिए। जानवर की नाजुक हालत को देखते हुए बेहोशी की हालत में ही ऑपरेशन करने का निर्णय लिया गया। कुत्तिया ने 13 जिंदा बच्चों को जन्म दिया। लोकल एनेस्थीसिया होने के कारण के कारण ऑपरेशन पूरा होने तक कुत्तिया भी अच्छे से होश में आ गई। सफल ऑपरेशन के बाद चिकित्सकों और ग्रामीणों ने राहत की सांस ली है।
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