"यह लड़ाई सिर्फ व्यवसाय की नहीं — यह लड़ाई सम्मान, अधिकार और आत्मनिर्भरता की है।" - हितेश हिन्दुस्तानी जींद : हरियाणा में पोल्ट्री उद्योग न केवल खाद्य सुरक्षा का एक अहम स्तंभ है, बल्कि ग्रामीण अर्थव्यवस्था और युवाओं के रोज़गार का एक मजबूत आधार भी बन चुका है। भारत, जो आज दुनिया का तीसरा सबसे बड़ा अंडा उत्पादक और पाँचवाँ सबसे बड़ा पोल्ट्री मांस उत्पादक देश है, उसमें हरियाणा की भागीदारी को नज़रअंदाज़ नहीं किया जा सकता। खासकर जींद ज़िला — जहाँ कोई विशेष औद्योगिक क्षेत्र नहीं, वहां की युवा शक्ति और किसान वर्ग पोल्ट्री को ही रोज़गार और सम्मान का ज़रिया मान रहे हैं।
लेकिन 9 जून को जो कुछ हुआ, वो न केवल भयावह है बल्कि एक पूरे उद्योग पर हमला है।
जींद स्थित भावना फीड मिल पर राजस्थान नंबर की ट्रक RJ01GB9885 से 42 टन सोया डिस्चार्ज किया जा रहा था, सब वैध कागजात जैसे ई-वे बिल, चालान, GST नंबर सहित प्रस्तुत किए गए। इसके बावजूद एक कथित ETO राजेश गुप्ता द्वारा मौके पर पहुंचे बिना किसी स्पष्ट वैधानिक प्रक्रिया के ₹1.3 लाख की पेनल्टी ठोकी गई। इतना ही नहीं, मिल संचालक इंद्रजीत लूथरा के पुत्र जीवेश के साथ दुर्व्यवहार, मारपीट, गाली-गलौज और "10 साल की जेल में डलवा दूँगा" जैसे शब्द बोले गए।
Anna Team Jind को जैसे ही यह जानकारी व्यापारी द्वारा Facebook पर साझा की गई पोस्ट https://www.facebook.com/
बिना वॉरन्ट और आइडी दिखाए गोदाम मे अधिकारी की आधार पर गए ?
गाड़ी को जबरन उठा कर निजी स्थान पर गाड़ी को क्यों खड़ा किया ?
गाड़ी ठीक जगह उतर रही थी तो पेनलिटी किस बात की ?
गाड़ी मे माल कम हुआ उसकी जिम्मेवारी किसकी ?
गाड़ी बिना वजन किए क्यों दी गई, जिम्मेवार कौन ?
5 दिन बिना हैंडलिंग के जो सामान खराब हुआ उसका जिम्मेदार कौन ?
यदि इस सामान से लाइव स्टॉक को नुकसान हो गया तो जिम्मेदारी कौन लेगा ?
इंद्रजीत लूथरा पिछले 25 साल से पोल्ट्री व्यवसाय से जुड़ा हुआ है, जो समय पर सरकार को सभी तरह के कर अदा कर रहा है, बावजूद उसके यदि कोई गलती है तो विभाग नियमानुसार बताए नोटिस दे , यो गुंडागर्दी यदि विभाग करेगा तो लोग स्वरोजगार नहीं कर पाएगे | जबकि गाड़ी के बिल आदि पूरे है जो साथ सलग्न है
📍 यह कोई व्यक्तिगत घटना नहीं — यह पूरे पोल्ट्री सेक्टर पर हमला है:
पोल्ट्री अब केवल कारोबार नहीं — यह कृषि आधारित ग्रामीण उद्योग है।
जींद में पोल्ट्री से जुड़े हजारों लोग — जैसे ट्रांसपोर्टर, दवा विक्रेता, पशु-चारा व्यापारी, दिहाड़ी मजदूर और किसान इससे आजीविका कमा रहे हैं।
जब सरकारें डेयरी, मधुमक्खी पालन और मछली पालन को बढ़ावा देती हैं — तो पोल्ट्री को अपराध क्यों समझा जाए?
📊 आँकड़ों की नज़र से — पोल्ट्री का योगदान:
श्रेणी | हरियाणा | जींद जिला | हिस्सेदारी |
---|---|---|---|
अंडा उत्पादन (वार्षिक) | 540 करोड़ | 22–25 करोड़ | ~4.1% |
ब्रॉयलर उत्पादन (चिकन) | 65 करोड़ | 1.2 करोड़ | ~1.8% |
रोजगार (प्रत्यक्ष+अप्रत्यक्ष) | 5 लाख | 40,000+ | ~8% |
📌 नरवाना, उचाना, अलेवा, पिल्लुखेड़ा, सफीदों जैसे ब्लॉकों में हर तीसरे परिवार का कोई सदस्य पोल्ट्री क्षेत्र से जुड़ा है।
🤝 Anna Team Jind की प्रमुख माँगें:
घटना की निष्पक्ष और स्वतंत्र जांच हो।
राजेश गुप्ता (सहायक ETO) को तत्काल प्रभाव से निलंबित किया जाए।
पोल्ट्री सेक्टर के लिए एक स्पष्ट SOP (Standard Operating Procedure) तैयार हो ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं से बचा जा सके।
जींद में पोल्ट्री क्लस्टर को ‘एग्री-बेस्ड इंडस्ट्री’ का दर्जा दिया जाए, जिससे इसे सरकारी प्रोत्साहन और सुरक्षा मिल सके।
🗣️ सवाल सरकार से:
क्या अब युवा अपने ही जिले में व्यवसाय शुरू करने से डरेंगे?
क्या जींद में पोल्ट्री चलाना गैरकानूनी हो गया है?
जब माननीय मुख्यमंत्री श्री नायब सिंह सैनी ने हरियाणा को पोल्ट्री के लिए उपयुक्त राज्य बताया है — तो क्या यह उसका उदाहरण है?
📣 Anna Team Jind का संदेश:
"हर छोटा व्यापारी, हर ग्रामीण उद्यमी, हर रोज़गार पैदा करने वाला व्यक्ति एक सशक्त राष्ट्र की नींव है। हम यह अन्याय नहीं सहेंगे।"
हम यह साफ़ कर देना चाहते हैं कि यह केवल इंद्रजीत लूथरा की लड़ाई नहीं है — यह हर उस व्यक्ति की लड़ाई है जो अपने बलबूते कुछ करना चाहता है।
यदि आज नहीं बोले — तो कल कोई नहीं बोलेगा।
Anna Team Jind सरकार से यह अपील करती है कि इस घटना को व्यक्तिगत नहीं, बल्कि सामाजिक और आर्थिक दृष्टिकोण से देखा जाए — और त्वरित, निष्पक्ष न्याय सुनिश्चित किया जाए।
इस अवसर पर साथ है हितेश हिन्दुस्तानी, कमल शर्मा, चरणजीत , इंद्रजीत लूथरा, हर्ष लूथरा, जीवेश लूथरा , विनय , सत्यम कोशिक आदि
📝 संपर्क करें:
Anna Team Jind
📍 जिला कार्यालय, जींद, हरियाणा
📞 +91-98133 63001
📩 annateamjind@gmail.com
🌐 फेसबुक: Anna Team Jind
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