हमारे मुख्यमंत्री अपनी हंसी से विपक्षियों की नींद उडाए हैं : डा. कृष्ण मिड्ढा
जींद को विकास के मामले में आगे ले जाने का काम कर रहे
जींद : हरियााणा विधानसभा के डिप्टी स्पीकर डा. कृष्ण मिड्ढा ने कहा कि जिस समय जरासंध का भगवान कृष्ण के साथ युद्ध चल रहा था। जरासंध ने एक षडय़ंत्रकारी कालियावन को कहा कि युद्ध है और कृष्ण हमे हरा चुके हैं। तुम अगर कृष्ण के साथ षडय़ंत्र कर दोगे तो हम जीत जाएंगे। कालियावन ने कहा कि मैं कृष्ण को कैसे पहचानुंगा। तो जरासंध ने कहा था कि जो विपरित परिस्थितियों में मुस्कराते मिलें वो श्रीकृष्ण हैं। ऐसे ही हमारे मुख्यमंत्री अपनी हंसी से विपक्षियों की नींद उडाए हैं।
दिल्ली सीएम रेखा गुप्ता के लिए डा. मिड्ढा ने कहा कि जा के कोई कह दे, शोलों से, चिंगारी से, इस बार दिल्ली में फूल खिला है तैयारी से। जैसे छुटकारा मिला है किसी बीमारी से। आप सब जानते हैं कि दिल्ली में कांग्रेस और आप ने हाहाकार मचाई, उससे छुटकारा भाजपा मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता दिला रही हैं। देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जींद की बेटी को दिल्ली का सीएम चुनने का धन्यवाद किया। प्रदेशाध्यक्ष मोहनलाल बडौली ने त्याग कर युद्ध स्तर पर काम किया और तीसरी बार हरियाणा में सरकार भाजपा की बनी। कैबिनेट मंत्री कृष्ण बेदी का काम सबको पसंद आ रहा है। दादा राजकुमार गौतम लगातार विकास करवा रहे हैं। उचाना विधायक देवेंद्र अत्री लगातार लोगों के बीच रहते हैं। भाजपा का एक-एक कार्यकर्ता जनता के बीच रहते हैं।
हरियााणा विधानसभा के डिप्टी स्पीकर डा. कृष्ण मिड्ढा ने कहा कि कांग्रेस को लगता था कि इस बार सरकार उनकी होगी लेकिन यह उनकी गलतफहमी थी। कांग्रेस को पता नही था कि भाजपा ने जो काम किए हैं तो तीसरी बार सरकार भाजपा की बनेगी। चिरायू योजना, आयुष्मान योजना के तहत देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने यह योजना बनाई कि पैसे की कमी से कोई भी भगवान के पास नही जाएगा। आज जींद नौ-नौ नैशनल हाइवे से जुडा है। जींद ही ऐसा जिला है जो नौ हाइवों से जुडा है। मेडिकल कालेज, पैरामेडिकल कालेज, ट्रामा मेडिकल जींद में बन रहा है। उनके पिता ने सीआरएसयू को रीजनल सेंटर से विश्वविद्यालय में तबदील करवाया। आज विश्वविद्यालय में 200 करोड़ रुपये से काम चल रहा है। स्वामीत्व योजना से लोगों को मालिकाना हक मिला। किसी भी पार्टी का व्यक्ति हो वो कहता है कि मुख्यमंत्री के दरवाजे हर व्यक्ति के लिए खुले हैं। देश के प्रधानमंत्री ने जो उन्हें जिम्मेवारी सौंपी है, उस पर वो निरंतर खरा उतर रहे हैं। नफरतें भरी पड़ी हैं, ना पालो इसे, दिल में खलिश है, निकालो इसे। ना तेरा, ना मेरा यह वतन है सबका, बचा लो इसे। आज हमारा वतन सुरक्षित हाथों में है। हमारी तीनों सेनाओं ने बहादुरी का जो काम किया वो सबने देखा।
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