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Friday, October 31, 2025

“प्रधानमंत्री पद नहीं, राष्ट्र सर्वाेपरि“, लौहपुरूष सरदार वल्लभ भाई पटेल ने हंसते-हंसते त्यागा था प्रधानमंत्री का पद - ऊर्जा मंत्री अनिल विज

“प्रधानमंत्री पद नहीं, राष्ट्र सर्वाेपरि“, लौहपुरूष सरदार वल्लभ भाई पटेल ने हंसते-हंसते त्यागा था प्रधानमंत्री का पद - ऊर्जा मंत्री अनिल विज
अम्बाला/चंडीगढ़- हरियाणा के ऊर्जा, परिवहन एवं श्रम मंत्री अनिल विज ने कहा कि लौहपुरूष सरदार वल्लभ भाई पटेल एक त्यागपुरूष थे और उनकी सोच में देश सबसे पहले, फिर पार्टी तथा बाद में स्वयं था। इसी विचारधारा के चलते लौहपुरूष सरदार वल्लभ भाई पटेल ने देश के प्रथम प्रधानमंत्री पद को हंसते-हंसते त्याग दिया था।

उन्होंने बताया कि साल 1946 में कांग्रेस वर्किंग कमेटी के चुनाव हुए उसमें तय था कि जो प्रधान बनेगा वहीं कल देश का प्रधानमंत्री भी बनेगा। उस समय 15 प्रदेश कांग्रेस कमेटियां थी जिन्होंने चुनाव में हिस्सा लिया, 15 में से 12 वोट सरदार वल्लभ भाई पटेल के पक्ष में डाले गए व 3 वोटें अन्य को डाली गई। जवाहरलाल नेहरू को एक वोट तक नहीं मिली, फिर भी महात्मा गांधी जी ने सरदार पटेल से कहा कि वह जवाहरलाल नेहरू को प्रधानमंत्री बनाना चाहते हैं और आप पद पर अपना दावा छोड़ दें, जिस पर सरदार वल्लभ भाई पटेल ने हंसते-हंसते प्रधानमंत्री पद का त्याग कर दिया।  

विज आज सरदार वल्लभ भाई पटेल की 150वीं जयंती पर अम्बाला छावनी के वार हीरोज मेमोरियल स्टेडियम में आयोजित जिला स्तरीय ‘रन फॉर यूनिटी’ पदयात्रा कार्यक्रम में बतौर मुख्यतिथि अपार जनसमूह को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने लौह पुरुष वल्लभ भाई पटेल के चित्र पर पुष्प अर्पित कर व सैल्यूट कर उन्हें नमन भी किया। इस मौके पर मंत्री अनिल विज का स्मृति चिन्ह कर सम्मानित भी किया गया।

उन्होंने कहा कि आज एकता यात्रा हिस्सा लेने के लिए हम सभी एकत्रित हुए हैं, आज सरदार वल्लभ भाई पटेल जी की 150वीं जयंती है, उन्हें लौह पुरुष भी कहा जाता है और आज जो हिंदुस्तान हमारे सामने है यह उनकी बदौलत है। हम आजाद हो गए, लेकिन देश अलग-अलग रियासतों में बंटा था और उस समय लगभग 562 रियासतें थी। देश की पहली सरकार में सरदार पटेल जी को उप प्रधानमंत्री व गृह मंत्री बनाया गया। उन्होंने इन रियासतों को भारत में विलय करने का काम किया और कहीं भी बल प्रयोग नहीं करना पड़ा और सभी रियासतों को हिंदुस्तान में शामिल कराया। जम्मू-कश्मीर का विलय करने में भी दिक्कतें आई जिसे जवाहर लाल नेहरू जी ने संभाला हुआ था, लेकिन उसके बाद क्या-क्या कठिनाईयां आई, यह आज हमारे सामने है।


जवाहरलाल नेहरू की जगह सरदार पटेल पहले प्रधानमंत्री होते, तो आज स्थिति कुछ ओर होती, हम नई ऊंचाइयों को छू चुके होते- मंत्री अनिल विज

ऊर्जा मंत्री अनिल विज ने कहा कि विश्लेषक कहते हैं कि नेहरू की जगह सरदार पटेल हमारे पहले प्रधानमंत्री बने होते तो आज देश की स्थिति कुछ ओर होती व आज देश कई ऊंचाइयों को छू चुका होता। मगर सरदार पटेल तब पार्टी से बंधे थे और पार्टी ने जो दायित्व दिया उन्होंने उसे निभाया। संघीय ढांचें में आईएएस व आईपीएस सेवाओं की सोच भी पटेल जी की थी जिसका उन्होंने निर्माण किया ताकि देश को अच्छे प्रकार से संचालित किया जा सके। वह अच्छे प्रशासक के साथ-साथ देशभक्त भी थे। उनकी आर्थिक नीतियां देश को आगे बढ़ाने के लिए थी। उन्होंने राष्ट्र निर्माण में योगदान दिया मगर कांग्रेस पार्टी ने उन्हें सम्मान नहीं दिया, उनको भारत रतन भी 41 वर्ष बाद दिया गया जबकि उनसे पहले कई प्रधानमंत्रियों ने खुद ही भारत रतन ले लिया।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुजरात के केवडिया में अमेरिका के स्टेच्यू ऑफ लिबर्टी से भी ऊंचा सरदार पटेल का स्मारक बनाकर दिया क्योंकि हम सम्मान करना जानते है - विज

ऊर्जा मंत्री अनिल विज ने कहा कि आज दिल्ली में नेताओं की बड़ी-बड़ी समाधियां है मगर सरदार पटेल के लिए इनको एक इंच जमीन नहीं मिली जहां सरदार पटेल की स्मृति बनाई जा सके। मगर भाजपा सरकार ने व प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुजरात के केवडिया में अमेरिका के स्टेच्यू ऑफ लिबर्टी से भी ऊंचा सरदार पटेल का स्मारक बनाकर दिया क्योंकि हमारी पार्टी सम्मान करना जानती है। दिल्ली के प्रधानमंत्रियों के लिए बने म्यूजियम में एक ही प्रधानमंत्री की यादगार थी, मगर हमारी सरकार आने के बाद सभी प्रधानमंत्रियों की जानकारी प्रदर्शित की गई। हमारे लिए देश महत्व रखता है। हमने सबको बराबर का सम्मान दिया। सरदार पटेल के दिल्ली के निवास की भी किसी ने सुध नहीं ली, मगर हमारी सरकार ने उसको भी संजोकर रखने के लिए एक यादगार स्थान बनाकर दिया ताकि लोग जाए और उन्हें नमन कर सकें। सरदार पटेल का योगदान देश के लिए बहुत बड़ा है।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 2047 तक विकसित भारत बनाएंगे और इसके लिए सरकारें काम कर रही है - विज

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी सरदार पटेल के पदचिन्हों पर चलते हुए आज देश को मजबूत करने में लगे हुए हैं। सरदार पटेल का कहना था कि देश में एकता है तो देश में ताकत है और देश ताकतवर है और उसी फार्मूले पर चलते हुए नरेंद्र मोदी देश को 2047 तक विकसित राष्ट्र बनाने में अपनी पूरी ताकत लगा रहे हैं। नरेंद्र मोदी ने विश्व में देश का नाम रोशन किया। आज बड़ी-बड़ी ताकतें व देश नरेंद्र मोदी जी की तारीफ करते हैं। सबसे बड़ी ताकत अमेरिका मानी जाती है जिसके राष्ट्रपति ने भी कहा है कि नरेंद्र मोदी महान है। ऊर्जा मंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश को कितना आगे बड़ा दिया और वो 2047 में इस देश को विकसित भारत बनाना चाहते हैं। हमारे से बाद में जो देश आजाद हुए वो कब के विकसित राष्ट्र बन गए, मगर हम आज भी विकासशील देश है। विकसित और विकासशील देश में यह अंतर होता है कि विकसित देश अपने नागरिकों को आधारभूत सुविधाएं दे चुका होता है जबकि विकासशील देशों में मूलभूत ढांचा चाहिए होता है।  

विज ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी ने संकल्प किया है कि वह देश की आजादी के 100 वर्ष पूरे होने पर 2047 तक नागरिकों की मूलभूत जो-जो जरूरतें है वो पूरी करेंगे। नरेंद्र मोदी ने देश में अनुच्छेद 370 को समाप्त किया, उन्होंने तीन तलाक खत्म किया व राम मंदिर जिसके लिए हजारों साल से संघर्ष हो रहा था वो राम मंदिर उन्होंने बनाकर दिया। इसलिए देश विश्वास करता है कि यदि मोदी ने कहा है कि 2047 तक विकसित भारत बनाऊंगा तो विकसित भारत बनेगा और इसके लिए एनडीए की सरकारें काम कर रही है। हमारे हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सैनी भी दिन-रात इसी सपने को पूरा करने में लगे है। वो भी हरियाणा में आधारभूत जरूरतों को पूरा करने में लगे हैं ताकि मोदी जी के विकसित भारत संकल्प को पूरा किया जा सके।  

ऊर्जा मंत्री ने पद यात्रा को झंडी दिखाकर किया रवाना व स्वयं तिरंगा थाम पद यात्रा में हुए शामिल

इस अवसर पर हजारों की संख्या में स्कूली बच्चे, भाजपा कार्यकर्ता व लोगों ने रन फॉर यूनिटी पद यात्रा में हिस्सा लिया। मंत्री विज ने यात्रा को झंडी दिखाकर रवाना किया और स्वयं तिरंगा थामकर वह यात्रा में शामिल हुए। उन्होंने इससे पहले उपस्थितजनों को राष्ट्रीय एकता की शपथ भी दिलवाई। कार्यक्रम के दौरान हैडकांस्टेबल गुरदेव सिंह द्वारा देशभक्ति गीत ‘‘मेरे देश प्रेमियों-आपस में प्रेम करो’’ पर आधारित गीत गाया गया जिसकी मंत्री अनिल विज ने मुक्तकंठ से प्रशंसा की व जवान की पीठ थपथपाई।

इस मौके पर उपायुक्त अजय सिंह तोमर, पुलिस अधीक्षक अजीत सिंह सेखावत, एसडीएम अम्बाला छावनी विनेश कुमार, नगर परिषद अध्यक्ष स्वर्णजीत कौर, उपाध्यक्ष ललता प्रसाद, कार्यकारी खेल अधिकारी राम स्वरूप, आरटीए सुशील कुमार, जीएम रोडवेज अश्वनी डोगरा, डीएसपी रमेश कुमार, भाजपा पदाधिकारी रवि बुद्धिराजा, हर्ष बिन्द्रा, विकास बहगल, बिजेन्द्र चौहान, राजीव डिम्पल, किरण पाल चौहान, विपिन खन्ना, संजीव सोनी, मदन लाल शर्मा, बी.एस. बिन्द्रा, बलविन्द्र सिंह शाहपुर, बलित नागपाल, प्रवेश शर्मा, इकबाल ढांडा, श्याम सुंदर अरोड़ा, आरती सहगल, नरेन्द्र राणा, प्रेम राणा, डा. नवीन गुलाटी, अरूण कांत शर्मा, डा. पूजा के साथ-साथ अन्य गणमान्य लोग मौजूद रहे।

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