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Saturday, November 8, 2025

रक्तदान इंसानियत का सबसे बड़ा प्रतीक : राजकुमार गोयल

गैलेक्सी ग्लोबल इंस्टीट्यूट द्वारा भव्य रक्तदान शिविर का आयोजन, राजन चिल्लाना, राजकुमार गोयल, राजेश भोला रहे मुख्य अतिथि

रक्तदान इंसानियत का सबसे बड़ा प्रतीक : राजकुमार गोयल
जींद : गैलेक्सी ग्लोबल वोकेशनल ट्रेनिंग इंस्टीट्यूट द्वारा पुराना बस स्टैंड के सामने एक भव्य रक्तदान शिविर का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में हरियाणा विधानसभा के डिप्टी स्पीकर डॉ. कृष्ण मिड्ढा के प्रतिनिधि राजन चिलाना, अखिल भारतीय अग्रवाल समाज हरियाणा के प्रदेश अध्यक्ष डॉ. राजकुमार गोयल तथा सिविल हॉस्पिटल के वरिष्ठ चिकित्सक डॉ. राजेश भोला मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित रहे। वहीं शाइनिंग स्टार्स प्ले स्कूल के चेयरमैन मनजीत सिंह, महात्मा गांधी इंस्टीट्यूट के निदेशक राजकुमार भोला, कर्मवीर जांगड़ा, कृष्ण कुमार, और सहित अनेक गणमान्य व्यक्ति विशिष्ट अतिथि के रूप में मौजूद रहे। कार्यक्रम का शुभारंभ दीप प्रज्वलन के साथ किया गया। रक्तदान शिविर में छात्राओं द्वारा सांस्कृतिक कार्यक्रम भी प्रस्तुत किए गए।
इस अवसर पर मुख्य अतिथि राजन चिलाना ने कहा कि रक्तदान सबसे बड़ा मानव धर्म है। यह ऐसा पुण्य कार्य है जो न जाति देखता है, न धर्म और न वर्ग। यह केवल मानवता की सेवा है। जब कोई युवा रक्तदान करता है तो वह किसी अनजान व्यक्ति को नई जीवन-शक्ति और आशा प्रदान करता है। उन्होंने कहा कि गैलेक्सी ग्लोबल संस्थान का यह प्रयास सराहनीय है जहाँ शिक्षा के साथ-साथ समाज सेवा की भावना को भी बढ़ावा दिया जा रहा है।
इस अवसर पर मुख्य अतिथि राजकुमार गोयल ने कहा कि रक्तदान का संस्कार हर घर में होना चाहिए। उन्होंने कहा कि आज के समय में समाज को सबसे अधिक आवश्यकता मानवीय संवेदनाओं की है। रक्तदान न केवल किसी जरूरतमंद की जान बचाने का कार्य है बल्कि यह इंसानियत का सबसे बड़ा प्रतीक भी है। उन्होंने कहा हमारा दिया हुआ एक यूनिट रक्त किसी माँ के आँसू रोक सकता है, किसी पिता को अपने बच्चे की मुस्कान लौटा सकता है और किसी बच्चे को पिता का साया दे सकता है। गोयल ने युवाओं से आह्वान किया कि वे सोशल मीडिया की दुनिया से बाहर निकलकर समाज के लिए कुछ करने का संकल्प लें। रक्तदान जैसे कार्यक्रम समाज की चेतना को जागृत करते हैं और मानवता के प्रति हमारी जिम्मेदारी को याद दिलाते हैं।
इस अवसर पर वरिष्ठ चिकित्सक डॉ. राजेश भोला ने कहा कि एक बूँद खून किसी की जान बचा सकती है यह सिर्फ एक वाक्य नहीं बल्कि सच्चाई है। अस्पतालों में हर रोज सैकड़ों मरीज ऐसे होते हैं जिन्हें दुर्घटनाओं, सर्जरी, कैंसर या अन्य गंभीर बीमारियों के कारण रक्त की आवश्यकता होती है। ऐसे में रक्तदाता ही सच्चा जीवन दाता बन जाता है। उन्होंने कहा कि रक्तदान ईश्वर की सबसे बड़ी सेवा के समान है जिसमें न कोई जाति देखी जाती है न धर्म केवल इंसानियत की पहचान होती है।
संस्थान के निदेशक जोगिंदर नगर और डॉ. सुनील शर्मा ने बताया कि प्रत्येक रक्तदाता को संस्था की ओर से सम्मान पत्र एवं तीन महीने का निशुल्क कंप्यूटर कोर्स प्रदान किया गया। विद्यार्थियों ने देशभक्ति गीतों और रक्तदान सबसे बड़ा दान जैसे नारों से वातावरण को प्रेरणादायक बना दिया। उन्होंने कहा कि संस्थान का उद्देश्य केवल व्यावसायिक शिक्षा देना नहीं बल्कि युवाओं में सामाजिक जिम्मेदारी की भावना जगाना भी है। कार्यक्रम में शिक्षकों, विद्यार्थियों, सामाजिक कार्यकर्ताओं और स्थानीय नागरिकों ने बढ़-चढ़कर भाग लिया। शिविर में करीबन 50 यूनिट से ज्यादा रक्त एकत्रित किया गया।

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