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Monday, December 15, 2025

*संसद से सड़क तक SIR पर सियासी संग्राम, भाजपा ने विपक्ष के आरोपों को बताया झूठ का पुलिंदा*

*संसद से सड़क तक SIR पर सियासी संग्राम, भाजपा ने विपक्ष के आरोपों को बताया झूठ का पुलिंदा*
जींद : भाजपा ने संसद में मतदाता सूची के गहन पुनरीक्षण (SIR) को लेकर विपक्ष, विशेषकर कांग्रेस और इंडी गठबंधन पर तीखा हमला बोला है। SIR को लेकर जिला अध्यक्ष तजेंद्र सिंह ने अपने बयान में कहा कि संसद देश का सबसे बड़ा चर्चा मंच है और भाजपा किसी भी विषय पर चर्चा से कभी पीछे नहीं हटी, जबकि कांग्रेस की राजनीति हमेशा चर्चा से भागने की रही है,देश विदेश में प्रधानमंत्री की बढ़ती लोकप्रियता और जनहित में किए गए कार्यों के बाद अब विपक्ष के पास संसद में बहस के लिए कोई मुद्दा शेष नहीं बचा इसलिए कांग्रेस को SIR जैसी प्रक्रिया पर सवाल खड़े कर रही है ,आखिर SIR से कांग्रेस को क्या दिक्कत है यह कांग्रेस को भी स्पष्ट नहीं हो पा रहा है ,एक तरफ तो कांग्रेस मतदाता सूची को लेकर चुनाव आयोग पर सवाल खड़े कर रही है।  वहीं जब चुनाव आयोग यह सुनिश्चित कर रहा है कि कोई भी पात्र मतदाता छूट न जाए और न ही कोई अपात्र व्यक्ति मतदाता सूची में शामिल हो तब भी कांग्रेस के द्वारा सवाल खड़े किए जा रहे है ,कांग्रेस का यह मुद्दा सिर्फ घुसपैठियों को बचाने के लिए है जो भारत में रह कर भारत के खिलाफ ही साजिश करते है।
जिला अध्यक्ष तजेंद्र ढुल ने कहा कि नेहरू, इंदिरा गांधी, राजीव गांधी और सोनिया गांधी पर चर्चा के दौरान कांग्रेस ने कभी लोकसभा का बहिष्कार नहीं किया, लेकिन घुसपैठियों के मुद्दे पर चर्चा आते ही विपक्ष सदन से बाहर चला गया। पार्टी ने स्पष्ट किया कि चाहे विपक्ष सौ बार भी सदन का बहिष्कार करे, भाजपा एक भी घुसपैठिये को मतदान का अधिकार नहीं देने देगी।
उन्होंने कहा कि जब केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने संसद में SIR को लेकर कांग्रेस और इंडी गठबंधन के “झूठ” उजागर करने शुरू किए, तो राहुल गांधी सहित विपक्षी नेता चर्चा से भाग खड़े हुए इससे यह साफ है कि कांग्रेस के “मन में चोर है।
पिछले चार महीनों से विपक्ष SIR को लेकर देश की जनता को गुमराह कर रहा था, लेकिन सदन में चुनाव सुधार पर हुई चर्चा से कांग्रेस और इंडी गठबंधन का झूठ उजागर हो गया।
*संविधान ने चुनाव आयोग को दिया पूर्ण अधिकार*

तजेंद्र ढुल ने संविधान के अनुच्छेद 324, 325, 326 और 327 का हवाला देते हुए कहा कि स्वतंत्र और निष्पक्ष चुनाव कराना, मतदाता सूची तैयार करना और उसमें सुधार करना चुनाव आयोग की संवैधानिक जिम्मेदारी है।
अनुच्छेद 326 के अनुसार मतदाता बनने की पहली शर्त भारतीय नागरिक होना है, विदेशी नहीं। इसी वैधता को सुनिश्चित करने के लिए SIR आवश्यक है अब कांग्रेस संविधान को भी मानने को तैयार नहीं है।
उन्होंने कहा कांग्रेस सांसद मनीष तिवारी द्वारा यह कहे जाने पर कि चुनाव आयोग को गहन पुनरीक्षण का अधिकार नहीं है, जबकि अनुच्छेद 327 स्पष्ट रूप से चुनाव आयोग को मतदाता सूची तैयार करने और उसके मानक तय करने का अधिकार देता है।
*1952 से हो रहा है SIR, कांग्रेस सरकारों में भी हुआ*

तजेंद्र ढुल ने कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा कि भाजपा ने आंकड़ों के साथ बताया कि SIR कोई नई प्रक्रिया नहीं है। 1952, 1957, 1961, 1965-66, 1983-84, 1987-89, 1992-95, 2002-03 और 2004 तक लगातार कांग्रेस सरकारों के दौरान गहन पुनरीक्षण होता रहा।
2004 के बाद पहली बार 2025 में SIR कराया जा रहा है, जिस पर अब सवाल खड़े किए जा रहे हैं।
*EVM पर भी कांग्रेस की दोहरी नीति*

भाजपा ने याद दिलाया कि EVM कांग्रेस सरकार के दौरान 1989 में लाई गई थी और 2004 व 2009 के चुनाव कांग्रेस ने EVM से ही जीते।
2014 के बाद हार का ठीकरा EVM पर फोड़ना कांग्रेस की राजनीति बन गई है।
चुनाव आयोग की बार-बार दी गई खुली चुनौतियों के बावजूद कोई भी EVM से छेड़छाड़ साबित नहीं कर सका।
तजेंद्र ढुल ने कहा कि मतदाता सूची नई हो या पुरानी, कांग्रेस और इंडी गठबंधन की हार तय है।
घुसपैठ, चुनाव सुधार, राम मंदिर, CAA, धारा 370 और राष्ट्रीय सुरक्षा जैसे मुद्दों पर विपक्ष के विरोध के कारण जनता भाजपा को समर्थन दे रही है।
इस मौके पर जिला अध्यक्ष तजेंद्र ढुल के साथ भाजपा जिला मीडिया प्रभारी राकेश बैरागी भी मौजूद रहे

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