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Sunday, October 8, 2023

October 08, 2023

लड़कों के साथ सेक्स करने वाले ज्योतिषी को लेकर बड़ा खुलासा, चेंज कराना चाहता था लिंग

लड़कों के साथ सेक्स करने वाले ज्योतिषी को लेकर बड़ा खुलासा, चेंज कराना चाहता था लिंग
कानपुर : कानपुर में समस्या का समाधान पूछने ज्योतिषी के पासे आए दो लड़कों के चोरी करने के मामले में अब एक और नया खुलासा हुआ है। पता चला है कि ज्योतिषी को बचपन से ही लड़की बनने का शौक था। वह अक्सर कार्यक्रमों में सलवार सूट और घाघरा चोली पहन कर पहुंच जाता था। यहां तक कि जब पुलिस ने उसे गिरफ्तार किया तो उस वक्त भी वह सलवार सूट पहने हुआ था। लड़कियों की वेषभूषा में उसकी कुछ तस्वीरें भी वायरल हुई हैं। दरअसल पूरी कहानी ये है कि कानपुर के गोविंद नगर इलाके में एक घर में चोरी हुई थी। घर के मालिक और पेशे से ज्योतिषी तरुण शर्मा ने पुलिस को दी अपनी शिकायत में ये बताया था कि दो लड़के, अपनी गर्लफ्रेंड को कैसे
मनाएं? इसका समाधान पूछने आए और नशीला कोल्डड्रिंक पिलाकर चोरी कर फरार हो गए। इसके बाद पुलिस ने एक इंस्टाग्राम रील देखा जिसमें होटल के रूम में नोटों की गड्डी को बिस्तर पर बिछाकर वीडियो बनाया गया था।इसके बाद सर्विलांस के माध्यम से कानपुर पुलिस ने दोनों नाबालिगों को गिरफ्तार कर लिया। पकड़े गए युवकों ने जो खुलासा किया उसे सुनकर पुलिस के भी होश उड़ गए।
पुलिस को पता चला कि चोरी ज्योतिषी के घर में जरूर हुई थी लेकिन उसके पीछे की उसकी कहानी मनगढ़ंत थी। दोनों नाबालिगों ने पुलिस को बताया कि वो अपनी समस्या के समाधान के लिए तरुण शर्मा के पास पहुंचे थे, लेकिन ज्योतिषी तरुण शर्मा ने उन दोनों नाबालिग लड़कों के साथ एक ही रात में जबरन समलैंगिक संबंध बनाए। जब दोनों नाबालिग लड़कों ने इसका विरोध किया तो उसने उन्हें भस्म करने की धमकी दी और समस्या के समाधान का भरोसा भी दिलाया। इससे दोनों युवक डर गए और ज्यादा विरोध नहीं कर पाए। जब रेप के बाद तरुण शर्मा सो गया तो दोनों नाबालिग लड़कों ने बदला लेने के लिए उसके घर में रखी तिजोरी तोड़कर चोरी कर ली और पैसों को लेकर फरार हो गए। जब सुबह उठकर तरुण शर्मा को अहसास हुआ की दोनों नाबालिग लड़के उसका पैसा लेकर भाग गए हैं तो उसने थाने में शिकायत दी और मनगढ़ंत कहानी बनाई। फिर पुलिस ने लड़कों की तहरीर पर ज्योतिषी को भी गिरफ्तार कर लिया। पुलिस ने उसके बारे में जांच शुरू की तो पता चला कि उसे लड़की बनने का शौक था। वह अक्सर सांस्कृतिक कार्यक्रमों में और रामलीला में सलवार सूट और घाघरा चोली पहनकर भाग लेता था। इसी दौरान आरोपी का एक वीडियो भी सामने आया है जो सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हुआ है। इसमें तरुण शर्मा लंबे बालों के साथ, लड़की की वेशभूषा में स्टेज पर डांस करता हुआ दिख रहा है। बचपन से ही उसे लड़की बनने का शौक था। लेकिन जब वह बड़ा हुआ और लोग उसके इस शौक का मजाक उड़ाने लगे तो सम्मान पाने के लिए गोविंद नगर के एक मंदिर में बैठकर लोगों का हाथ देखने लगा।लेकिन नाबालिकों के साथ अनैतिक संबंध बनाने के शौक ने इसका भंडाफोड़ कर दिया। तरुण फेसबुक के जरिए भी ऐसे लोगों को ढूंढता था जिनके साथ में संबंध बना सकें। अपने फेसबुक अकाउंट में उसने अपना नाम तरुण माताजी लिख रखा था। वह ज्योतिषी होने का और हाथ देखने का दावा भी करता था। फेसबुक पर भी उसने अपनी सलवार सूट पहने हुए फोटो लगाई हुई है।
October 08, 2023

पूर्व CM भूपेंद्र हुड्‌डा का जन मिलन समारोह आज:जींद में कार्यक्रम के जरिए शक्ति प्रदर्शन करेंगे; टिकट के दावेदारों को भीड़ जुटाने की चुनौती

पूर्व CM भूपेंद्र हुड्‌डा का जन मिलन समारोह आज:जींद में कार्यक्रम के जरिए शक्ति प्रदर्शन करेंगे; टिकट के दावेदारों को भीड़ जुटाने की चुनौती
जींद में जन मिलन समारोह स्थल का जायजा लेते पूर्व केंद्रीय मंत्री जयप्रकाश, विधायक सुभाष गांगोली व अन्य।

पूर्व केंद्रीय मंत्री बीरेंद्र सिंह द्वारा जींद में बड़ी रैली के बाद अब पूर्व सीएम भूपेंद्र सिंह हुड्डा भी जींद में शक्ति प्रदर्शन करने जा रहे हैं। SD स्कूल में आज शाम 5 बजे से 7 बजे तक जन मिलन कार्यक्रम होगा। इसमें पूर्व सीएम भूपेंद्र हुड्डा के अलावा प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष उदयभान और सांसद दीपेंद्र हुड्डा पहुंचेंगे।



जिस तरह से बीरेंद्र सिंह ने रैली नहीं बताकर मेरी आवाज सुनो कार्यक्रम बताया था, उसी तरह पूर्व सीएम हुड्डा ने भी इसे रैली न कहते हुए जन मिलन कार्यक्रम का नाम दिया है, लेकिन इस कार्यक्रम में भीड़ जुटाकर भूपेंद्र सिंह हुड्डा भी देसवाली बेल्ट के बाहर अपनी पैठ मजबूत करने की जुगत में हैं। इस दौरान हुड्डा शहर की 20 से अधिक एसोसिएशन से मिलेंगे।
हालांकि यह कार्यक्रम यहां टिकट के दावेदारों के लिए भी चुनौती बना हुआ है और भीड़ जुटाकर हर कोई पूर्व सीएम और प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष की नजरों में चढ़ना चाहता है।
जींद में हुड्‌डा पिता-पुत्र सक्रिय
बता दें कि पूर्व सीएम भूपेंद्र सिंह हुड्डा का ज्यादा प्रभाव रोहतक, झज्जर और सोनीपत की देसवाली बेल्ट में रहा है। पिछले कई माह से भूपेंद्र सिंह हुड्डा और उनके सांसद बेटे दीपेंद्र सिंह हुड्डा जींद के साथ-साथ उचाना में काफी सक्रिय नजर आ रहे हैं। यहां कई कार्यक्रम दोनों की अध्यक्षता में आयोजित हो चुके हैं। जींद जिले में फिलहाल कांग्रेस की एकमात्र सफीदों विधानस
भा सीट ही है, जिस पर कांग्रेस से सुभाष गांगोली विधायक बने हुए हैं।
अगर लोकसभा की बात करें तो सोनीपत संसदीय क्षेत्र में जींद जिले के तीन विधानसभा क्षेत्र आते हैं। भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने पिछली बार सोनीपत से लोकसभा का चुनाव लड़ा था, जिसमें भूपेंद्र सिंह हुड्डा को जुलाना, सफीदों और पिल्लूखेड़ा एरिया से हार ही मिली थी। इसलिए भूपेंद्र सिंह हुड्डा इस क्षेत्र में अपनी पैठ मजबूत बनाना चाहते हैं, ताकि लोकसभा और विधानसभा दोनों ही चुनावों में ज्यादा से ज्यादा लोगों को अपने खेमे में जोड़ सकें।
October 08, 2023

केंद्रीय राज्य संचार मंत्री ने की मुख्यमंत्री मनोहर लाल की प्रशंसा

केंद्रीय राज्य संचार मंत्री ने की मुख्यमंत्री मनोहर लाल की प्रशंसा

संत-महापुरुषों को याद करके अच्छा उदाहरण पेश कर रही हरियाणा सरकार – देवुसिंह चौहान
चंडीगढ़- हरियाणा के मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल ने कहा कि सम्राट हेमचंद्र विक्रमादित्य की स्मृति में पानीपत तथा रेवाड़ी जिला में स्मारक बनाएं जाएंगे। संत महापुरूष सम्मान एवं विचार प्रसार योजना के तहत दोनों जिलों में 4 से 5 एकड़ भूमि में यह स्मारक बनाए जाएंगे ताकि सम्राट हेमचन्द्र विक्रमादित्य की शौर्य गाथा आने वाली पीढ़ियों को प्रेरणा देने का कार्य करें।
मुख्यमंत्री ने यह घोषणा शनिवार को नई दिल्ली स्थित हरियाणा भवन में सम्राट हेमचन्द्र विक्रमादित्य की स्मृति में स्मारक डाक टिकट विमोचन कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए की। इससे पहले मुख्यमंत्री ने केन्द्रीय संचार राज्य मंत्री श्री देवुसिंह चौहान के साथ महान राष्ट्रभक्त एवं पानीपत की दूसरी लड़ाई के महानायक सम्राट हेमचंद्र विक्रमादित्य के दिल्ली राज्याभिषेक स्मृति दिवस के अवसर पर स्मारक डाक टिकट का विमोचन किया।श्री मनोहर लाल ने कहा कि जिन संत महापुरूषों ने समाज में जागृति लाने तथा देश की एकता, अखंडता व गौरव बढ़ाने का काम किया है, वर्तमान राज्य सरकार ने संत-महापुरूष सम्मान एवं विचार प्रसार योजना के माध्यम से उनके जीवन परिचय व शिक्षाओं को आगे बढ़ाने का काम किया है। जबकि पूर्व में ऐसी परम्परा जारी थी कि अपने या अपने पिता व दादा के नाम को आगे बढ़ाया जाता था।उन्होंने कहा कि जो समाज एवं राष्ट्र अपने शहीदों का सम्मान करता है और सदैव उनके कल्याण के प्रति सजग रहता है वह समाज सदा समृद्धि और प्रगति की ओर अग्रसर होता है। हमें सदा अपने शहीदों को सम्मान के साथ याद रखना होगा। राष्ट्र की रक्षा, एकता एवं अखण्डता को कायम रखने के लिए हमारे वीर सैनिकों और देशभक्तों ने जो शहादत दी है। हमारा राष्ट्र उनका सदा ऋणी एवं कृतज्ञ रहेगा।
महापुरुषों के आदर्श, सिद्धांत व शिक्षाएं मानव समाज का करते हैं मार्गदर्शन

मुख्यमंत्री ने कहा कि सम्राट हेमचंद्र विक्रमादित्य का 7 अक्टूबर 1556 को दिल्ली में राज्याभिषेक हुआ था। उन्होंने ही भले ही अल्प समय राज किया हो पर शताब्दियों के इस्लामी साम्राज्य के बीच उनका प्रभावशाली व्यक्तित्व अवश्य ही भारतीय इतिहास का एक महत्वपूर्ण अध्याय है। पानीपत के पास गांव सौंदापुर में उनकी प्रतिमा आज भी लगी हुई है। ऐसे महापुरुष न केवल हमारी अमूल्य धरोहर हैं बल्कि हमारी प्रेरणा भी हैं। ऐसी महान विभूतियों के आदर्श, सिद्धांत व शिक्षाएं मानव समाज का मार्गदर्शन करते हैं। उनकी विरासत को संभालने व सहेजने की जिम्मेदारी हम सबकी है। इसलिए हम संत-महापुरुष विचार सम्मान एवं प्रसार योजना के तहत संतों व महापुरुषों के संदेश को जन-जन तक पहुंचाने का काम कर रहे हैं। हमारा उद्देश्य है कि नई पीढ़ी उनके जीवन व कार्यों से प्रेरणा व मार्गदर्शन प्राप्त करे।
उन्होंने कहा कि भगवान परशुराम जी, महर्षि कश्यप जी, कबीर दास जी, महर्षि वाल्मीकि, श्री गुरु गोरक्षनाथ जी, श्री धन्ना भगत जी, ज्योतिबा फुले, डॉ. भीमराव अम्बेडकर और श्री गुरु रविदास जी आदि की जयंती को राज्य स्तर पर मनाया जाता है।सम्राट हेमचंद्र विक्रमादित्य की एक साधारण व्यक्ति से सम्राट बनने की जीवन यात्रा हमें गर्व और गौरव से भर देती है

मुख्यमंत्री ने कहा कि सम्राट हेमचंद्र विक्रमादित्य भारतीय संस्कृति की अमूल्य धरोहर हैं। वे ऐसे महानायक थे, जिनकी एक साधारण व्यक्ति से सम्राट बनने तक की जीवन यात्रा हमें गर्व और गौरव से भर देती है। इससे हमारी नई पीढियों को जीवन में आगे बढ़ने, देशप्रेम और वीरता की प्रेरणा मिलती है। उन्होंने कहा कि संत महापुरूषों को सम्मान देने के लिए राज्य में अनेक शिक्षण संस्थानों का नामकरण भी किया गया है। श्री विश्वकर्मा कौशल विश्वविद्यालय, दुधौला (पलवल), महर्षि वाल्मीकि संस्कृत विश्वविद्यालय, कैथल, महाराणा प्रताप कृषि एवं बागवानी विश्वविद्यालय करनाल आदि अनेक संस्थान प्रदेश में महापुरूषों के नाम पर खोले गए हैं।
हमें अपने ऐसे महानायकों की स्मृति को निरंतर बनाए रखना है, ताकि उनके दिखाए मार्ग पर चलते हुए भारत को महाशक्ति के रूप में खड़ा किया जा सके

मुख्यमंत्री ने नागरिकों को आह्वान करते हुए कहा कि हमें अपने ऐसे महानायकों की स्मृति को निरंतर बनाए रखना है, ताकि उनके दिखाए मार्ग पर चलते हुए भारत को महाशक्ति के रूप में खड़ा किया जा सके। इसी दिशा में भारतीय डाक विभाग द्वारा महान राष्ट्रभक्त एवं पानीपत की दूसरी लड़ाई के नायक सम्राट हेमचंद्र विक्रमादित्य की स्मृति में डाक टिकट जारी करना उन सभी ज्ञात-अज्ञात शहीदों का अभिनन्दन है, जिन्होंनें देश व धर्म की रक्षा के लिए अपने जीवन को कुर्बान कर दिया। यह उन माताओं उन पिताओं का सम्मान है, जिन्होंने अपनी सन्तानों को देश-धर्म की रक्षा के लिए कुर्बान कर दिया।
केंद्रीय राज्य संचार मंत्री ने की मुख्यमंत्री मनोहर लाल की प्रशंसा, कहा- संत-महापुरुषों को याद करके अच्छा उदाहरण पेश कर रही हरियाणा सरकार

इस अवसर पर केंद्रीय संचार राज्यमंत्री श्री देवुसिंह चौहान ने मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल की कार्यप्रणाली की सराहना करते हुए कहा कि संत-महापुरुषों के विचारों को याद करने का सबसे अच्छा उदाहरण हरियाणा सरकार द्वारा पूरे देश में दिया जा रहा है। उन्होंने कहा कि इतिहास के पन्नों में क्रूर शासकों का महिमामंडन किया गया है, क्योंकि वर्ष 1947 से 1977 तक ऐसे मंत्री रहें, जिन्होंने सम्राट हेमू जैसे योद्धाओं की बहादुरी और शौर्य को इतिहास में जगह नहीं दी। उन्होंने कहा कि सम्राट हेमचंद्र विक्रमादित्य महान योद्धा थे और उनके संघर्ष से आने वाले पीढ़ियों को प्रेरणा मिलेगी।
संत-महापुरुषों की सोच व विचारों को आगे बढ़ाने के लिए शुरू की गई योजना की प्रशंसा करते हुए श्री देवुसिंह चौहान ने कहा कि सम्राट हेमू ने मां भारती के गौरव को बढ़ाया है और इसी कड़ी में देश-दुनिया में विख्यात प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने भी पांच प्रण किए हैं, जिनमें से एक प्रण के तहत विरासत को संजोए रखना है और गौरन्वित महसूस करवाना है।
वर्तमान समय में विश्व की महाशक्तियों में शुमार भारत की नींव को सदियों से करोड़ों भारतीयों ने अपने संघर्षों, तप, त्याग और कुर्बानियों से सींचा- डॉ अमित अग्रवाल

इस मौके पर हरियाणा सूचना, लोक संपर्क, भाषा एवं संस्कृति विभाग के महानिदेशक और मुख्यमंत्री के अतिरिक्त प्रधान सचिव डॉ अमित अग्रवाल ने आए हुए अतिथियों का स्वागत करते हुए कहा कि आज गौरवशाली दिन है। आज का यह समारोह मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल के उस विजन का परिणाम है जिसके अनुसार हमें भारत के गौरवशाली अतीत की जानकारी होना आवश्यक है। वर्तमान समय में विश्व की महाशक्तियों में शुमार भारत की नींव को सदियों से करोड़ों भारतीयों ने अपने संघर्षों, तप, त्याग और कुर्बानियों से सींचा है। उन्होंने कहा कि आज जब हम आजादी का अमृतकाल मना रहे हैं तो पीछे की तरफ मुड़कर उन महापुरुषों को याद करना जरूरी है ताकि नई पीढिया अपने अतीत से सीख सकें।
केन्दीय शिक्षा मंत्रालय में रिसर्च समिति के सदस्य प्रो० रविन्द्र शर्मा, सेवानिवृत आई.ए.एस. श्री विश्वपति त्रिवेदी ने उपस्थितजनों को सम्राट हेमचंद्र विक्रमादित्य के संबंध में उल्लेख किया तथा सम्राट की विभिन्न अनगिनत किस्सों को सांझा किया। इस मौके पर मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल, केन्द्रीय राज्य मंत्री श्री देवुसिंह चैहान तथा अन्य गणमान्यों ने हेमचन्द्र विक्रमादित्य अनोखा आरोही तथा एक अन्य पुस्तक का विमोचन भी किया। इस मौके पर सूचना, जनसंपर्क, भाषा तथा संस्कृति विभाग हरियाणा द्वारा प्रदर्शनी के माध्यम से सम्राट हेमचन्द्र विक्रमादित्य की गौरवगाथा को प्रदर्शित किया गया। मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल तथा केंद्रीय संचार राज्य मंत्री श्री देवुसिंह चौहान सहित अन्य गणमान्य लोगों ने भी प्रदर्शनी का अवलोकन किया।
इस मौके पर प्रधान स्थानीय आयुक्त डॉ डी. सुरेश, अतिरिक्त स्थानीय आयुक्त ए मोना श्रीनिवास, चीफ पोस्ट मास्टर जनरल श्रीमती मंजू कुमार, इंटेक रेवाड़ी से श्री सुधीर भार्गव व सम्राट हेमचंद्र विक्रमादित्य के वंशज, सूचना जनसंपर्क एवं भाषा विभाग के अतिरिक्त निदेशक डाॅ कुलदीप सैनी, संयुक्त निदेशक एनसीआर श्री रणबीर सिंह सांगवान सहित अन्य गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।
October 08, 2023

हरियाणा मेें आवासीय, व्यावसायिक व संस्थागत संपत्तियों की ई-नीलामी 26 अक्टूबर को

हरियाणा मेें आवासीय, व्यावसायिक व संस्थागत संपत्तियों की ई-नीलामी 26 अक्टूबर को
चण्डीगढ़ - हाऊसिंग बोर्ड हरियाणा द्वारा विभिन्न जिलों की आवासीय, व्यावसायिक एवं संस्थागत संपत्तियों की http://hbh.gov.in पोर्टल के माध्यम से 26 अक्टूबर,2023 को ई-नीलामी की जाएगी।

बोर्ड के प्रवक्ता ने इस संबंध में विस्तृत जानकारी देते हुए बताया कि बोर्ड द्वारा प्रदेश के विभिन्न स्थानों नामत: रोहतक, सोनीपत, हिसार, पानीपत, रेवाड़ी, पलवल, सोनीपत, यमुनानगर, अलीपुर, झज्जर, सिरसा, फरीदाबाद, कुरुक्षेत्र, फतेहाबाद, सोहना, अम्बाला कैंट व करनाल में आवासीय संपत्तियों की जबकि बहादुरगढ़ में संस्थागत संपत्तियों तथा जिला सिरसा तथा मडलौडा में व्यावसायिक संपत्तियों की ई-नीलामी की जाएगी।
 उन्होंने बताया कि ईएमडी डिपॉजिट हेतु अंतिम तिथि 23 अक्टूबर,2023 है। बोर्ड द्वारा एक हजार रुपये व 18 प्रतिशत जीएसटी पंजीकरण शुल्क तथा 500 रुपये व 18 प्रतिशत जीएसटी प्रोसेसिंग शुल्क निर्धारित किया गया है।  उन्होंने बताया कि ई-नीलामी http://hbh.gov.in पोर्टल पर सुबह 10 बजे शुरू की जाएगी। इस संबंध में स्थलों की पूरी जानकारी और ई-नीलामी के नियम और शर्तें हाऊसिंग बोर्ड हरियाणा की ईमेल hbheauction2020@gmail.com से तथा हेल्पलाइन नंबर 0172-3520001 पर प्राप्त की जा सकती हैं।
October 08, 2023

रेवाड़ी को बनाएंगे पूर्णतया नशा मुक्त

रेवाड़ी को बनाएंगे पूर्णतया नशा मुक्त
चंडीगढ़, 7 अक्टूबर - हरियाणा के पुलिस महानिदेशक श्री शत्रुजीत कपूर ने कहा कि हरियाणा पुलिस नशे के खिलाफ अभियान चला रही है। इस कड़ी में पुलिस की साऊथ रेंज के जिला रेवाड़ी को पूर्णतया नशा मुक्त बनाने का जिम्मा पुलिस अधिकारियों को सौंपा गया है।

श्री शत्रुजीत कपूर ने यह बात गत सायं पुलिस लाइन रेवाड़ी में मीडियाकर्मियों से बातचीत के दौरान कही। उन्होंने मीडियाकर्मियों के साथ अपनी प्राथमिकताएं सांझा करते हुए कहा कि प्रदेश में कानून व्यवस्था को मजबूत बनाने के लिए सभी जिलों में लॉ एंड ऑर्डर कंपनियां तैनात की जाएंगी ताकि किसी भी अप्रिय स्थिति पर तुरंत काबू पाया जा सके।
इसके उपरांत, पुलिस महानिदेशक ने केएलपी कॉलेज में पुलिस के वरिष्ठ अधिकारियों, थाना व चौकी प्रभारियों की बैठक लेते हुए कहा कि रेवाड़ी को नशा मुक्त व अपराध मुक्त बनाने के लिए एक बेहतर कार्य योजना के तहत समर्पित होकर काम करें। ग्राम प्रहरी ग्रामीण तथा शहरी क्षेत्र में नशा बेचने वाले तथा नशा करने वालों की सूची तैयार करें और नशा बेचने वालों के खिलाफ उचित कदम उठाए। इसके साथ ही नशे की लत से जूझ रहे लोगों का नशा मुक्ति केन्द्रों में पहुंचाते हुए उनका उपचार करवाएं।

उन्होंने कहा कि हमें नशे की तस्करी करने वाले लोगों की जड़ों तक पहुंचने के लिए काम करना है जिसमें ग्राम प्रहरियों की भूमिका अत्यंत महत्वपूर्ण है। उन्होंने नशा मुक्ति को लेकर रेवाड़ी जिला में किए जा रहे कार्यों को लेकर पुलिसकर्मियों से फीडबैक भी लिया। बैठक में ग्राम प्रहरियों ने नशे की तस्करी करने वाले लोगों को पकडऩे संबंधी अपनी कार्य योजना भी सांझा की।
मनचलों पर शिकंजा कसने व महिला सुरक्षा को लेकर तैयार की कार्य योजना

पुलिस महानिदेशक ने कहा कि महिला सुरक्षा हमारी प्राथमिकताओं में से एक है। महिलाओं को सुरक्षा प्रदान करते हुए मनचले तथा छेड़छाड़ करने वाले लोगों पर सख्त कार्यवाही करना सुनिश्चित करे । इसके अलावा, उन्होंने कहा कि कॉलेजों तथा शिक्षण संस्थानों के बाहर व अन्य हॉटस्पॉट क्षेत्रों में भी पुलिस की टीमें लगाएं ताकि उन्हें सुरक्षित वातावरण दिया जा सके। उन्होंने कहा कि ग्राम प्रहरी ग्रामीण तथा शहरी क्षेत्र में महिलाओं के साथ छेड़छाड़ करने वाले तथा मनचले लोगों की सूची बनाकर नियमानुसार उन पर कार्यवाही करें। महिलाओं को सुरक्षित वातावरण देने के लिए जिला में ऑटो, ई रिक्शा सहित प्राइवेट बसों आदि का डाटा तैयार किया जा रहा है व इन पर स्टिकर लगवाए जा रहे हैं।
साइबर सुरक्षा को सशक्त बनाने की दिशा में उठाए प्रभावी कदम  

श्री कपूर ने कहा कि हरियाणा पुलिस ने साइबर सुरक्षा को मजबूत बनाने की दिशा में प्रभावी कदम उठाए हैं। प्रदेश के हर जिले में साइबर थाना खोलने के साथ-साथ पंचकूला स्थित साइबर हेल्पलाइन 1930 के मुख्यालय में संसाधनों व श्रम शक्ति को बढ़ाया गया है। साथ ही बैंकों व एटीएम मशीनों की सुरक्षा को लेकर अधिकारियों के साथ भी बैठक की जा रही है। उन्होंने बताया कि रेवाड़ी जिला में भी पुलिस अधीक्षक जल्द ही बैंकों के प्रतिनिधियों की बैठक लेंगे। इसके साथ-साथ मोबाइल कंपनियों के साथ भी समन्वय स्थापित करते हुए साइबर अपराधियों के खिलाफ एक्शन की तैयारी की जा रही है।
पुलिस अधिकारियों की भी जवाबदेही होगी तय - पुलिस महानिदेशक

पुलिस महानिदेशक ने कहा कि प्रदेश को अपराध मुक्त बनाने के लिए पुलिस की कार्य प्रणाली को सुदृढ़ बनाया जाएगा। उन्होंने बिजली वितरण निगम में अपने कार्यकाल का जिक्र करते हुए बताया कि पुलिस में भी संबंधित अधिकारियों की कार्यशैली का मूल्यांकन किया जाएगा तथा जवाबदेही तय की जाएगी।  
थाने चौकी में शिकायतकर्ताओं के साथ करें अच्छा व्यवहार

उन्होंने पुलिसकर्मियों से कहा कि पुलिस अधिकारी व कर्मचारी निष्पक्ष भाव से अपनी जिम्मेवारी को पूरा करें। थाने या चौकी में शिकायतकर्ता के साथ व्यवहार अच्छा रखें और पारदर्शी तरीके से उचित कार्यवाही करते हुए उसे आश्वस्त करें। एक सप्ताह के बाद शिकायतकर्ता से फीडबैक अवश्य लें। आपके कार्य से गरीब व्यक्ति के मन में संतुष्टि का भाव पैदा होना चाहिए। उन्होंने कहा कि थाना व चौकी प्रभारी प्रतिदिन शिकायतों की जानकारी लें और उन पर आवश्यक कार्यवाही करें। बैठक में श्री कपूर ने शिकायतों के निपटारे को लेकर भी आवश्यक दिशा निर्देश दिए।
सराहनीय कार्य करने वालों को किया सम्मानित

पुलिस महानिदेशक ने बैठक के दौरान रेवाड़ी जिला में सराहनीय कार्य करने वाले पुलिसकर्मियों को सम्मानित किया। उन्होंने इंस्पेक्टर विद्यासागर, निरीक्षण सतेंद्र, निरीक्षक सुमेर, उप निरीक्षक अरुण ,एसआई अशोक कुमार, एएसआई अरुण, प्रधान सिपाही आकाश, एसपीओ सुरेश कुमार को प्रशस्ति पत्र व नकद राशि से सम्मानित किया।
October 08, 2023

हरियाणा सरकार की किसान हितैषी नीतियों से खुशहाल हुआ प्रदेश का किसान

हरियाणा सरकार की किसान हितैषी नीतियों से खुशहाल हुआ प्रदेश का किसान
चंडीगढ़- हरियाणा के मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल की किसान हितैषी नीतियों से आज प्रदेश का किसान खुशहाल है। किसानों के समर्थन और उनकी मेहनत के बलबूते हरियाणा कृषि क्षेत्र में क्रांति का अग्रदूत बना है। हरियाणा देश में किसान उत्पादक संगठनों (एफपीओ) के गठन में सबसे अग्रणी राज्य है। फल एवं सब्जियों की ग्रेडिंग, भण्डारण व मार्केटिंग के लिए 731 एफपीओ का गठन किया जा चुका है। इजराइल की तकनीक पर राज्य के विभिन्न कृषि जलवायु क्षेत्रों में 13 उत्कृष्टता केंद्र स्थापित किए जा चुके हैं।

कृषि क्षेत्र में किसान आधुनिक तकनीकों से अपडेट रहे, इसके लिए हरियाणा सरकार द्वारा चौधरी चरण सिंह हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय, हिसार में 8 से 10 अक्टूबर, 2023 तक ‘हरियाणा कृषि विकास मेला’ आयोजित किया जाएगा। इस मेले में कृषि एवं औद्योगिक प्रदर्शनी, कृषि संबंधी उपकरणों, तकनीकों व नवाचारों की प्रदर्शनी, नए बीज, उर्वरक, कीटनाशक, कृषि मशीनें, यंत्र और उनकी कार्यप्रणाली की जानकारी दी जाएगी।
प्रमुख बागवानी फसलों में भावांतर भरपाई योजना शुरू करने वाला पहला राज्य बना हरियाणा

हरियाणा सभी प्रमुख बागवानी फसलों में भावांतर भरपाई योजना शुरू करने वाला पहला राज्य है। इस योजना के तहत 21 फलों और सब्जियों की फसलों को संरक्षित मूल्य तय करके उनकी उपज के विपणन में किसानों के जोखिम को कम करने के लिए कवर किया गया है। अब तक 12,092 किसानों को 33.26 करोड़ रुपये का प्रोत्साहन दिया जा चुका है। किसानों की फसलों को मौसम की अनिश्चितताओं से बचाने के लिए मुख्यमंत्री बागवानी बीमा योजना शुरू करने वाला हरियाणा पहला राज्य है। इस योजना के तहत 46 बागवानी फसलें शामिल हैं। इस योजना के तहत फलों के लिए 1,000 रुपये प्रति एकड़ एवं सब्जियों के लिए 750 रुपये प्रति एकड़ प्रीमियम देना पड़ता है। क्लेम के रूप में फलों के लिए 40,000 रुपये व सब्जियों के लिए 30,000 रुपये प्रति एकड़ का प्रावधान किया गया है।
किसानों को उपज का उचित मूल्य दिलवाने के लिए पंचकूला तथा गुरुग्राम में खोले गए किसान बाजार

फल एवं सब्जी उत्पादक किसानों को उनकी उपज का उचित मूल्य दिलवाने तथा उपभोक्ताओं को उचित मूल्य पर ताजा फल एवं सब्जियां उपलब्ध करवाने के लिए पंचकूला, सेक्टर-20 तथा गुरुग्राम में किसान बाजार शुरू किये गये हैं। नई व अतिरिक्त मंडियों के विकास तथा रख-रखाव पर लगभग 1052 करोड़ रुपये की राशि खर्च की गई तथा 60 करोड़ रुपये की लागत से 5 नई अनाज मंडियों का निर्माण कार्य प्रगति पर है।
प्रदेश में 24.10 करोड़ रुपये की लागत से प्राकृतिक खेती योजना लागू की गई

मृदा स्वास्थ्य को गिरावट से बचाने और खतरनाक कीटनाशकों के उपयोग को कम करने के लिए 24.10 करोड़ रुपये लागत की प्राकृतिक खेती योजना लागू की गई है। इसके लिए एक प्राकृतिक खेती पोर्टल भी शुरू किया गया है। इस पर अब तक 7838 किसानों ने पंजीकरण करवाया है। किसानों को प्राकृतिक खेती के बारे में शिक्षित करने के लिए गुरुकुल, कुरुक्षेत्र और घरौंडा में दो प्रशिक्षण केंद्र स्थापित किए गए हैं। इस योजना के अंतर्गत किसानों को 4 ड्रम खरीदने पर 3000 रुपये व देसी गाय की खरीद के लिए 25,000 रुपये की प्रोत्साहन राशि देने का प्रावधान किया गया है।
राज्य में 17 नई स्थायी मृदा एवं जल परीक्षण प्रयोगशालाएं स्थापित की गयी

राज्य में 17 नई स्थायी मृदा एवं जल परीक्षण प्रयोगशालाएं स्थापित की गई हैं। विभिन्न मंडियों में 59 नई लघु भूमि परीक्षण प्रयोगशालाएं खोलने की प्रक्रिया भी प्रगति पर हैं। 222 लघु भूमि परीक्षण प्रयोगशालाएं राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालयों एवं राजकीय महाविद्यालयों में स्थापित की जा चुकी हैं, जहां विज्ञान संकाय के विद्यार्थियों द्वारा मिट्टी के नमूने एकत्रित व परीक्षण किए जा रहे हैं।
October 08, 2023

राष्ट्रीय खेलों में हरियाणा करेगा शानदार प्रदर्शन : मनीष ग्रोवर

राष्ट्रीय खेलों में हरियाणा करेगा शानदार प्रदर्शन : मनीष ग्रोवर
चंडीगढ़ - 25 अक्टूबर से गोवा में होने वाले 37वें राष्ट्रीय खेलों की तैयारी को लेकर पंचकूला स्थित हरियाणा ओलंपिक भवन के कार्यालय में प्रदेश स्तरीय बैठक हुई। बैठक की अध्यक्षता करते हुए राष्ट्रीय खेलों के हरियाणा इंचार्ज और ओलंपिक एसोसिएशन के कोषाध्यक्ष, पूर्व सहकारिता मंत्री श्री मनीष कुमार ग्रोवर ने कहा कि प्रदेश सरकार द्वारा बनाई गई नई खेल नीति के सकारात्मक परिणाम सामने आ रहे हैं। उन्हें पूरी उम्मीद है, इस बार भी राष्ट्रीय खेलों में हरियाणा का प्रदर्शन शानदार रहेगा।
प्रदेशभर से आए खेल संघ के पदाधिकारियों के साथ बैठक करते हुए खिलाड़ियों की ट्रायल, कैंप और अन्य सुविधाओं को लेकर विस्तृत चर्चा की गई। बैठक के बाद मीडिया से बातचीत करते हुए पूर्व मंत्री ग्रोवर ने कहा कि गोवा में 25 अक्टूबर से लेकर 9 नवंबर तक 37वें राष्ट्रीय खेल होने जा रहे हैं। 26 अक्टूबर को देश के यशस्वी प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी उद्घाटन समारोह में भाग लेंगे। राष्ट्रीय खेलों में शानदार प्रदर्शन करने के लिए प्रदेश के खिलाड़ियों ने पूरी तैयारी की है। करीब 800 खिलाड़ियों का दल हरियाणा का प्रतिनिधित्व करेगा। 43 खेलों में हरियाणा के खिलाड़ी भाग लेंगे। बैठक में आगामी दिनों में खिलाड़ियों के ट्रायल और कैंप को लेकर खेल संघ के पदाधिकारियों के साथ योजना बनाई गई। सभी खिलाड़ियों को स्पोर्ट्स किट उपलब्ध करवाई जाएगी।ग्रोवर ने कहा कि बैठक में प्रत्येक खेल के पदाधिकारी से सुझाव आमंत्रित किए हैं। बैठक के बाद विभिन्न कमेटियों का गठन किया गया है, जो की खेल संघ के पदाधिकारियों और खिलाड़ियों के साथ एक बेहतर कोऑर्डिनेशन सुनिश्चित करेगी ताकि किसी भी खिलाड़ी को किसी भी तरह की कोई परेशानी ना आए। प्रदेश के यशस्वी मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल जी द्वारा बनाई गई खेल नीति के सकारात्मक परिणाम सामने आ रहे हैं। राष्ट्रीय खेलों से लेकर अंतरराष्ट्रीय स्तर के विभिन्न प्रतियोगिताओं में हरियाणा के खिलाड़ी शानदार प्रदर्शन कर रहे हैं। वर्ष 2022 में गुजरात में हुए 36वें राष्ट्रीय खेलों में हरियाणा ने देशभर में तृतीय स्थान हासिल किया था और इस बार पूरी उम्मीद है कि सभी खिलाड़ी शानदार प्रदर्शन करेंगे। 
बैठक में राज्यसभा सांसद और हरियाणा कबड्डी एसोसिएशन के प्रदेश अध्यक्ष कृष्ण लाल पवार, हरियाणा ओलंपिक संघ के उप प्रधान सूरजपाल अम्मू, एसोसिएशन के महामंत्री नीरज तंवर, संयुक्त सचिव जगमेंद्र सिंह, कार्यकारिणी सदस्य राजकमल ढांडा, हरियाणा कुश्ती संघ के अध्यक्ष रोहतास नांदल, वरिष्ठ उपाध्यक्ष रमेश, हरियाणा नेटबाल संघ के प्रदेश अध्यक्ष हरिओम कौशिक समेत विभिन्न खेल संघ के पदाधिकारी मौजूद रहे।
October 08, 2023

एसवाईएल नहर बनाना पंजाब का दायित्व, जल बंटवारा अलग विषयः मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल

एसवाईएल नहर बनाना पंजाब का दायित्व, जल बंटवारा अलग विषयः मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल

मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल ने नई दिल्ली स्थित इंडिया इंटरनेशनल सेंटर में राष्ट्रीय महिला पत्रकारों से किया संवाद
चंडीगढ़, 7 अक्तूबर - हरियाणा के मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल ने कहा कि एसवाईएल नहर बनाने पर माननीय सुप्रीम कोर्ट का फैसला स्पष्ट है और जल बंटवारा अलग विषय है। ऐसे में यह पंजाब सरकार का दायित्व है कि वह नहर का निर्माण में सुप्रीम कोर्ट के फैसले का सम्मान करे। उन्होंने कहा कि आम आदमी पार्टी इस मुद्दे पर राजनीति कर रही है और अरविन्द केजरीवाल जब हरियाणा जाएंगे तो उन्हें एसवाईएल पर अपना रुख स्पष्ट करना होगा।

मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल शनिवार को नई दिल्ली स्थित इंडिया इंटरनेशनल सेंटर में राष्ट्रीय महिला पत्रकारों से संवाद कर रहे थे। उन्होंने कहा कि आज से 50-60 साल पहले पत्रकारिता के क्षेत्र में महिलाओं की संख्या न के बराबर थी। आज महिलाओं ने पत्रकारिता में अपना खास मुकाम हासिल किया है। विशेषकर इलेक्ट्रॉनिक मीडिया में महिला पत्रकारों का विशेष योगदान है। महिला पत्रकारों से संवाद करते हुए मुख्यमंत्री ने उनके सवालों के जवाब भी दिए।
 हरियाणा में महिला सशक्तिकरण पर पूछे गए सवाल पर मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारी सबसे बड़ी उपलब्धि हरियाणा में बेटी बचाओ-बेटी पढाओ अभियान की सफलता रही है। सरकार बनते ही प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने उनसे कहा था कि हरियाणा कम लिंगानुपात के चलते काफी बदनाम है ऐसे में सामाजिक जुडाव के साथ एक कार्यक्रम शुरू करे। 22 जनवरी 2015 को पानीपत से बेटी बचाओ-बेटी पढाओ अभियान की शुरूआत हुई और लिंगानुपात एक हजार लड़को के पीछे 871 से बढ़कर 927 तक पहुंचा। यह एक बड़ी उपलब्धि है लेकिन हम अभी भी इससे संतुष्ट नहीं है। उन्होंने कहा कि इस अभियान में खाप पंचायतों और अन्य सामाजिक संगठनों की बड़ी भूमिका रही। उन्होंने कहा कि हमने 8 साल में 72 नए काॅलेज खोले जिनमें महिला काॅलेजों की संख्या अधिक रही। हमने लोकल बोडिज चुनाव में महिलाओं को 50 प्रतिशत रिप्रजेन्टेशन दिया। गांव में पढी लिखी पंचायतें चुनने के लिए सुप्रीम कोर्ट तक लड़ाई लड़ी।
महिला सुरक्षा पर बोलते हुए उन्होंने कहा कि प्रदेश में 30 से अधिक महिला थाने खोले गए। पुलिस में महिलाओं की भागीदारी 5 प्रतिशत से बढ़ाकर 13 प्रतिशत हो गई जिसे हम 15 प्रतिशत कर रहे है। उन्होंने कहा कि आज हरियाणा की बेटियां खेल और विज्ञान के क्षेत्र में आगे बढ़ रही है। उन्होंने इसके लिए हिसार के एक विश्वविद्यालय के दीक्षांत समारोह का जिक्र भी किया जिसमें विभिन्न विषयों में 20 में से 18 मेडल बेटियों ने हासिल किए। भ्रष्टाचार के खिलाफ अपने संकल्प को पुनः दोहराते हुए उन्होंने एक महिला पत्रकार द्वारा पूछे गए एक सवाल के जवाब में कहा कि हम भ्रष्टाचार को किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं करते।

यूनिफॉर्म सिविल कोड के मुद्दे पर उत्तराखंड सरकार द्वारा जल्द लागू करने के एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि हम इसका समर्थन करते है। इससे समाज में सामंजस्य व समानता बढ़ेगी व राष्ट्रीयता की भावना बढे़गी। उन्होंने कहा कि यह अभी हमारे प्रदेश में यह मामला पाइपलाइन में है और जब जरूरत होगी हम इसे लागू कर देंगे। वन नेशन वन इलेक्शन के सवाल पर उन्होंने कहा कि खर्च व समय की बचत के लिए यह बहुत आवश्यक है। जातीय जनगणना के सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि भाजपा कभी जातिगत राजनीति नहीं करती। हमारे लिए राष्ट्र प्रथम है और हम हरियाणा एक हरियाणवी एक के सिद्धांत पर कार्य करते है।  

दिल्ली के खराब पर्यावरण के लिए हरियाणा के किसानों द्वारा पराली जलाने के सवाल पर उन्होंने कहा कि प्रदेश में लाखों किसान धान की खेती से जुड़े है, और हम पराली की उपयोगिता को बढ़ाने पर फोकस कर रहे है।

इस अवसर पर उनके साथ मुख्यमंत्री के अतिरिक्त प्रधान सचिव व सूचना, जनसंपर्क एवं भाषा विभाग के महानिदेशक श्री अमित अग्रवाल व मुख्यमंत्री के मीडिया सलाहकार श्री राजीव जेतली भी मौजूद थे।

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मेरे जीवन में बाइक चलाना शौक ही नहीं बल्कि जनजुड़ाव का माध्यम रहा है

महिला पत्रकारों से संवाद के दौरान जब कुछ महिला पत्रकारों ने पिछले दिनों मुख्यमंत्री के बाइक चलाने के वीडियो के बारे में पूछा तो उन्होंने कहा कि मेरे जीवन में बाइक चलाना शौक नहीं बल्कि जन जुड़ाव का माध्यम रहा है। उन्होंने कहा कि मैंने बाइक पर बैठकर 1980 से 1994 तक प्रदेश के 4 हजार गांवों का दौरा किया है। उन्होंने कहा कि 1980 में फरीदाबाद में प्रचारक बनकर गया तो प्रतिदिन 40 किलोमीटर का सफर साइकिल से कवर किया, इसके बाद लूना विक्की मोपेड मिली और फिर स्कूटर से 8 वर्षो तक घूमकर देश व समाज के लिए कार्य किया।

*कबड्डी मेरा पसंदीदा खेल, खाली समय मिलता है तो सुडोकू हल करता हूॅं*

संवाद के दौरान महिला पत्रकारों ने मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल से उनके पंसदीदा खेल व शौक के बारे में पूछा तो इस पर मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल ने कहा कि कबड्डी मेरा पंसदीदा खेल रहा है और खेला भी हूॅ। आज भी किसी राहगीरी के दौरान जब मौका मिलता है तो वह खिलाड़ियों के बीच जरूर जाते है। उन्होंने कहा कि खाली समय में सुडोकू हल करना मेरा शौक है इससे मुझे समस्याएं हल करने का बल मिलता है।

*...जब प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जब रोहतक कार्यालय कम्प्यूटर लेकर पहुंचे*

संवाद के दौरान जब कुछ महिला पत्रकारों ने उनसे प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के साथ कार्य करते हुए किसी किस्से के बारे में पूछा तो उन्होंने कहा कि उनके साथ कार्य करते हुए सैकड़ों प्रसंग है। उन्होंने कहा कि एक बार जब वह 1996 में संगठन महामंत्री थे और श्री नरेन्द्र मोदी क्षेत्र के प्रभारी तो वह एक दिन सुबह-सुबह रोहतक कार्यालय में तीन बडे़ डिब्बे लेकर पहुंचे। डिब्बे खोले तो उनमें कम्प्यूटर था जिसे यूनिवर्सिटी के एक इंजीनियर से एसम्बल करवाया। इसके बाद उन्होंने इसी कम्प्यूटर पर सबसे पहले काम करना सीखा जो चमत्कार जैसा था और तकनीक से जुड़ने की प्रधानमंत्री मोदी की यह पहल मुझे आज तक याद है।
October 08, 2023

हरियाणा सरकार ने शिक्षा के स्तर को ऊंचा उठाने और हर बच्चे को शिक्षा प्रदान करने के लिए किए अभूतपूर्व कार्य – मुख्यमंत्री मनोहर लाल

हरियाणा सरकार ने शिक्षा के स्तर को ऊंचा उठाने और हर बच्चे को शिक्षा प्रदान करने के लिए किए अभूतपूर्व कार्य – मुख्यमंत्री मनोहर लाल
चंडीगढ़– हरियाणा के मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल ने कहा कि राष्ट्र निर्माण के लिए व्यक्ति निर्माण जरूरी है। क्योंकि व्यक्ति से समाज और समाज से देश बनता है। इसके लिए शिक्षा ही एक महत्वपूर्ण आधार है और हरियाणा सरकार ने राज्य में शिक्षा के स्तर को ऊंचा उठाने और हर बच्चे को शिक्षा प्रदान करने के उद्देश्य से अभूतपूर्व कार्य किए हैं। राज्य में लगभग 14,000 विद्यालयों में सिविल कार्यों के साथ-साथ बच्चों के लिए डयूल डेस्क जैसी कई सुविधाएं मुहैया करवाने के लिए सरकार ने लगभग 3500 करोड़ रुपये खर्च किए हैं।
मुख्यमंत्री आज नई दिल्ली में मुख्यमंत्री की विशेष चर्चा कार्यक्रम के तहत ऑडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से स्कूल प्रबंधन समितियों के सदस्यों से संवाद कर रहे थे।

उन्होंने कहा कि समितियों की ओर से बच्चों की पढ़ाई के लिए जो भी सुझाव, या मांग आएगी, उसे हम पूरा करेंगे। संवाद के दौरान मुख्यमंत्री ने कहा कि एसएमसी को 2 से 6 माह तक शिक्षक रखने का अधिकार देने पर सरकार विचार कर रही है। विस्तृत चर्चा के बाद इस संबंध में कुछ संशोधन करेंगे।
उन्होंने कहा कि प्रदेश में लगभग 14,000 सरकारी स्कूल हैं। इन स्कूलों की देखरेख के लिए स्कूल मैनेजमेंट समितियां बनाई गई हैं। चुने हुए प्रतिनिधियों व अभिभावकों को मिलाकर स्कूल प्रबंधन समितियों का गठन किया गया है। जिस स्कूल में विद्यार्थियों की संख्या 300 तक है, उसमें स्कूल प्रबंधन समिति के 12 सदस्य बनाए जाते हैं। 500 बच्चों तक के स्कूल में यह संख्या 16 और 500 से अधिक बच्चों के स्कूल में 20 होती है। इसके पीछे मूल भावना यह है कि समाज के सभी व्यक्ति अपने बच्चों की शिक्षा व्यवस्था के लिए आगे आएं और स्कूल के विकास में अभिभावकों की सक्रिय भागीदारी हो।उन्होंने कहा कि हमने स्कूल संचालन समितियों को सशक्त किया है और खरीद, निर्माण व संचालन के अधिकार दिए हैं। 25 लाख रुपये तक के निर्माण कार्यों को करवाने की शक्ति मिलने के बाद समितियों ने सिविल कार्यों को इतनी कुशलता से सम्पन्न करवाया कि इनमें 15 से 20 प्रतिशत की बचत हुई है। यही नहीं निर्माण सामग्री की गुणवत्ता तथा तैयार भवन की गुणवत्ता भी ठेकेदार द्वारा करवाये गये कार्यों से बेहतर है। इसी प्रकार, ड्यूल डेस्क की खरीद का कार्य भी समितियों ने सराहनीय ढंग से किया है।
छात्र-अध्यापक अनुपात सुनिश्चित करने के लिए सरकार जल्द लेकर आ रही एमआईएस प्रणाली

श्री मनोहर लाल ने कहा कि प्रदेश के स्कूलों में छात्र-अध्यापक अनुपात को सुनिश्चित करने के लिए सरकार जल्द ही एमआईएस प्रणाली लेकर आ रही है । इसके तहत प्रत्येक विद्यालय में कितने बच्चे हैं, कितने अध्यापकों की आवश्यकता है, उसके अनुसार अध्यापक की व्यवस्था सुनिश्चित की जाएगी। अगर स्थायी नियुक्ति नहीं हो पाती तो अस्थायी तौर पर अध्यापकों की भर्ती कर उनकी उपस्थिति सुनिश्चित की जाएगी।
हर बच्चे को शिक्षा मिले, इसके लिए ड्रॉप आउट कम करने के लिए सरकार कर रही हर संभव प्रयास

श्री मनोहर लाल ने कहा कि प्रदेश में 6 वर्ष से 18 वर्ष तक के लगभग 47 से 48 लाख बच्चे स्कूलों में पढ़ते हैं। इनमें से 20-22 लाख सरकारी व इतने ही निजी विद्यालयों में शिक्षा प्राप्त कर रहे हैं। इनके अलावा 3 से 5 लाख बच्चे ऐसे हैं, जो शायद अनरिकॉग्नाइज्ड स्कूल, गुरुकुल या मदरसों में पढ़ रहे हैं। कुछ बच्चे अपनी पढ़ाई बीच में ही छोड़ देते हैं, इसलिए ड्रॉप आउट को कम करने के लिए सरकार निरंतर प्रयास कर रही है। इसके लिए स्कूल शिक्षा विभाग को जिम्मेवारी सौंपी गई है कि हर बच्चे की ट्रैकिंग करें और हर बच्चे की पढ़ाई की व्यवस्था सुनिश्चित करें।
नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति नए भारत की नई उम्मीदों, नई आवश्यकताओं की पूर्ति का सशक्त माध्यम

श्री मनोहर लाल ने कहा कि 21वीं सदी की जरूरतों के अनुसार मानव संसाधन बनाना शिक्षा की सबसे बड़ी चुनौती है। आज का युग रिफॉर्म, प्रफोर्म और ट्रांसफॉर्म का युग है। शिक्षा के क्षेत्र में यह बात अधिक लागू होती है। प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने भी इसी बात को ध्यान में रखते हुए नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति लागू की है। उन्होंने कहा था कि नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति नए भारत की नई उम्मीदों की, नई आवश्यकताओं की पूर्ति का सशक्त माध्यम है। हमें ऐसे स्कूलों, ऐसे शिक्षकों की जरूरत है जो फन लर्निंग, प्लेफुल लर्निंग का वातावरण दें। सभी स्कूल संचालकों को स्कूलों में ऐसा ही वातावरण बनाने का काम करना है।
हरियाणा में नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति वर्ष 2025 तक होगी लागू

मुख्यमंत्री ने कहा कि हरियाणा सरकार राज्य में नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति को वर्ष 2025 तक पूरी तरह लागू करने के लिए संकल्पबद्ध है। हालांकि इसको लागू करने की समयावधि 2030 तक है। लेकिन हमें इस लक्ष्य को पांच वर्ष पहले ही हासिल करना है और इसके लिए आपकी मदद की जरूरत है। इसमें शिक्षकों के अलावा माता-पिता व अभिभावकों के सहयोग की भी जरूरत है।
ई-अधिगम कार्यक्रम के तहत स्कूलों में बच्चों को वितरित किए 5.50 लाख टैबलेट

श्री मनोहर लाल ने कहा कि 12वीं तक के सभी सरकारी स्कूलों के विद्यार्थियों को निःशुल्क पाठ्य पुस्तकें देने का प्रावधान किया है। समितियां पाठ्य-पुस्तकों, शिक्षण सामग्री, वर्दी एवं विभिन्न प्रोत्साहन राशियों का समय पर वितरण करवाएं। इसके अलावा, राज्य सरकार ने ई-अधिगम कार्यक्रम के तहत प्रदेश के स्कूलों में बच्चों को 5.50 लाख टैबलेट निःशुल्क दिए हैं।
स्कूल प्रबंधन समितियां स्कूलों में सिविल कार्यों व अन्य सुविधाएं पर रखें निगरानी

मुख्यमंत्री ने कहा कि समितियां अध्यापकों की उपस्थिति एवं समय पालन के सम्बन्ध में अध्यापकों, माता-पिता और संरक्षकों के साथ नियमित बैठकें करते रहें। इसी प्रकार स्कूल में पढ़ रहे बच्चों की उपस्थिति, शिक्षा ग्रहण करने की सामर्थ्य, पढ़ाई की प्रगति की जानकारी लेते रहें। इसके लिए शिक्षकों व अभिभावकों की संयुक्त बैठक कर सकते हैं। स्कूल की शैक्षणिक गतिविधियों की नियमित समीक्षा करें ताकि शिक्षा में गुणात्मक सुधार लाया जा सके और यह भी सुनिश्चित करें कि आपके क्षेत्र के हर बच्चे का स्कूल में दाखिला हो और हर बच्चा स्कूल जाए। उन्होंने कहा कि पढाई बीच में छोड़ने वाले बच्चे को भी पढ़ने के लिए प्रेरित करें। उसकी अथवा उसके माता-पिता की कोई समस्या है तो सामुदायिक आधार पर उसका निराकरण करें। उन्होंने कहा कि स्कूल में दोपहर के भोजन की गुणवत्ता से बच्चों का स्वास्थ्य जुड़ा है, इसलिए दोपहर के भोजन पर निगरानी रखें। समय-समय पर उनके स्वास्थ्य की जांच भी करवाएं। स्कूल में खेल के मैदान, चारदीवारी, कमरों, फर्नीचर, पेयजल, शौचालय आदि के रख-रखाव पर ध्यान दें।

इस मौके पर स्कूल शिक्षा विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव श्री सुधीर राजपाल, मुख्यमंत्री के अतिरिक्त प्रधान सचिव तथा सूचना, लोक संपर्क, भाषा एवं संस्कृति विभाग के महानिदेशक डॉ अमित अग्रवाल उपस्थित रहे।

Saturday, October 7, 2023

October 07, 2023

हरियाणा सरकार ने ग्रुप ए और ग्रुप बी पदों पर अनुसूचित जाति के कर्मचारियों के लिए पदोन्नति में दिया आरक्षण

हरियाणा सरकार ने ग्रुप ए और ग्रुप बी पदों पर अनुसूचित जाति के कर्मचारियों के लिए पदोन्नति में दिया आरक्षण
चंडीगढ़, 7 अक्टूबर - हरियाणा सरकार ने ग्रुप ए और ग्रुप बी पदों के सभी संवर्गों में अनुसूचित जाति के कर्मचारियों को पदोन्नति में आरक्षण देने का निर्णय लिया है।

मुख्य सचिव श्री संजीव कौशल ने आज यहां जारी एक विस्तृत निर्देश में कहा कि नई नीति के तहत, राज्य सरकार अनुसूचित जाति के कर्मचारियों को पदोन्नति में स्वीकृत पदों में से 20 प्रतिशत पद आरक्षित रखेगी।

किसी कैडर में सर्वोच्च पदोन्नति वाले पद को छोडक़र, ग्रुप ए और ग्रुप बी के सभी पदों पर आरक्षण स्वीकार्य होंगे। हालाँकि, सर्वोच्च पदोन्नति पद के लिए लागू सेवा नियमों के अनुसार परस्पर वरिष्ठता को ध्यान में रखा जाएगा।
 
न्यूनतम पद - लाभ तभी स्वीकार्य होगा जब दो या अधिक पदोन्नति पद उपलब्ध हों।
 
कैडरवार कार्यान्वयन - स्वीकृत पदों की कुल संख्या को ध्यान में रखते हुए आरक्षण कैडरवार लागू किया जाएगा।
 
प्रतिनिधित्व मूल्यांकन - विभागीय पदोन्नति समिति (डीपीसी) और समूह ए या समूह बी पदोन्नति के लिए सक्षम प्राधिकारी पदोन्नति पदों पर अनुसूचित जाति के कर्मचारियों के वर्तमान प्रतिनिधित्व की पर्याप्तता का निर्धारण करेंगे। यदि प्रतिनिधित्व 20 प्रतिशत से कम है तो पदोन्नति कोटा पद उपलब्ध होने पर कमी को दूर किया जाएगा। पदोन्नति के माध्यम से भरे गए ग्रुप ए या ग्रुप बी पदों पर सभी एससी कर्मचारियों को नियुक्ति का तरीका जो भी हो,  प्रतिनिधित्व के लिए विचार किया जाएगा।
 
कोई प्रत्यावर्तन नहीं - नॉन-एससी कर्मचारी, जिन्हें पहले ही ग्रुप ए या ग्रुप बी पदों पर पदोन्नत किया जा चुका है, उन्हें 20 प्रतिशत आरक्षण को पूरा करने के लिए वापस नहीं किया जाएगा, लेकिन कमी को दूर तब किया जाएगा जब पदोन्नति कोटा पद उपलब्ध होगा।

पदोन्नति से कोई वंचित नहीं - अनुसूचित जाति के कर्मचारियों को पदोन्नति से वंचित नहीं किया जाएगा, भले ही 20 प्रतिशत आरक्षण की सीमा पूरी हो गई हो।

रोस्टर अंक - सरकारी निर्देशों के अनुसार अनुसूचित जाति के उम्मीदवारों के लिए सीधी भर्ती हेतु रोस्टर अंक लागू होंगे। ग्रुप सी और डी कर्मचारियों के लिए रोस्टर प्वाइंट या प्रतिस्थापन सिद्धांत के आवेदन के लिए दिशानिर्देशों का भी सख्ती से पालन किया जाएगा।
 
नॉन-एससी पदोन्नति - यदि कोई पात्र एससी कर्मचारी रोस्टर के अनुसार पदोन्नति के लिए उपलब्ध नहीं है तो किसी अन्य श्रेणी के पात्र कर्मचारी को पदोन्नत किया जा सकता है। अनुसूचित जाति कर्मचारी को पात्र होने पर एक अतिरिक्त पद पर समायोजित किया जाएगा।
 
परिणाम स्वरूप वरिष्ठता - पदोन्नति में आरक्षण से पदोन्नति पद पर वरिष्ठता प्रभावित नहीं होगी।
 
एसीपी वेतन स्तर - जहां संवर्ग में प्रतिशत-आधारित मानदंड मौजूद हैं, वहां एसीपी वेतन स्तर देने के लिए पदोन्नति में आरक्षण पर विचार नहीं किया जाएगा।
 
जरनैल सिंह बैच के मामले -  चूंकि जरनैल सिंह बैच के मामले सर्वोच्च न्यायालय में लंबित हैं। इन निर्देशों के अनुरूप जारी किए गए सभी पदोन्नति आदेश इन मामलों में न्यायालय द्वारा पारित किसी भी अगले आदेश के अधीन होंगे।

कड़ाई से अनुपालन - नियुक्ति प्राधिकारी इन निर्देशों का पूर्ण अनुपालन सुनिश्चित करने के बाद ही पदोन्नति आदेश जारी करेगा।
 
प्रभावी तिथि - यह निर्देश तुरंत प्रभावी होगा और हरियाणा सरकार के तहत सभी विभागों, बोर्डों, निगमों, विश्वविद्यालयों और वैधानिक निकायों पर लागू होगा। ग्रुप ए और ग्रुप बी पदों के लिए पदोन्नति में आरक्षण से संबंधित सभी पिछले निर्देश वापस ले लिए गए हैं।