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Thursday, May 28, 2020

कोरोना के चलते रोहतक यूनिवर्सिटी ने बदला प्रश्न-पत्रों का पैटर्न

(विनय)रोहतक। लाकडाउन और कारोना के चलते महर्षि दयानंद विश्वविद्यालय ने ( Maharshi Dayanand University) भी प्रश्न-पत्रों का पैटर्न बदल दिया गया है। एमडीयू के यूजी-पीजी स्टूडेंट्स की ऑनलाइन पढ़ाई के बाद अब पूरे सिलेबस (Syllabus) से ही प्रश्न पत्र तैयार किया जाएगा। इसी के चलते प्रश्न-पत्र के पैटर्न में बदलाव किया गया है। एमडीयू के इस फैसले से विवि के तहत पढ़ाई कर रहे करीब 5 लाख स्टूडेंट्स को फायदा होगा। एमडीयू के परीक्षा नियंत्रक डॉ. बीएस सिंधु ने बताया कि कोविड-19 के दौरान एमडीयू केे यूजी-पीजी स्टूडेंट्स को सिलेबस पूरा होने की समस्या के कारण किसी तरह की परेशानी ना झेलनी पड़े। ऐसे में यह फैसला लिया गया है। इस बदलाव के कारण एमडीयू के तहत कोर्स कर रहे अंडर ग्रेजुएट, पोस्ट ग्रेजुएट, बीएड, डिस्टेंस व अन्य सभी रिअपीयर व वार्षिक परीक्षा वाले सभी कोर्स के स्टूडेंट्स को इससे लाभ मिलेगा। बता दे कि पहले प्रश्न-पत्र दिए जाते थे, उसमें सभी यूजी-पीजी के लिए एक ही पैटर्न प्रयोग किया जाता है। इसमें पहला ऑब्जेक्टिव टाइप प्रश्न होते थे। इनमें दो-दो अंक के आठ प्रश्न होते थे। इसके अलावा चार यूनिट से एक-एक प्रश्न करना होता था। यानि कुल पांच प्रश्न में एक अनिवार्य और एक-एक यूनिट से चार प्रश्न होते थे।

रीड्रसैल सैलों को पुन: स्थापित करने की अनुमति दी 

मदवि के कुलपति प्रो. राजबीर सिंह ने विद्यार्थियों की परीक्षा परिणाम, रजिस्ट्रेशन, स्कालरशिप, कालेज, हास्टल्स समेत अन्य विवि संबंधित समस्याओं के समाधान के लिए तुरंत प्रभाव से विभिन्न रीड्रसैल सैलों को पुन: स्थापित करने की अनुमति प्रदान की है। 

ऑनलाइन प्लेजिरिज्म चेक के लिए ई-मेल जारी

महर्षि दयानंद विश्वविद्यालय के विवेकानंद पुस्तकालय ने शिक्षकों एवं शोधार्थियों को अपने शोध पत्र/थिसिस/डिजर्टेशन के ऑनलाइन प्लेजिरिज्म चेक के लिए ई-मेल जारी की है। लाइब्रेरियन डाॅ. सतीश मलिक ने बताया कि मदवि के शिक्षकों एवं शोधार्थियों को अपने शोध पत्र/थिसिस/डिजर्टेशन के ऑनलाइन प्लेजिरिज्म चेक के लिए विभागाध्यक्ष/निदेशक के माध्यम से ई-मेल द्वारा लाइब्रेरी की ई-मेल आईडी पर भेजी जा सकती है।

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