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Tuesday, May 26, 2020

प्रवासी घर वापसी जरी है - आज हिसार, कालका, अंबाला, पानीपत, गुरूग्राम, रेवाड़ी और फरीदाबाद से चली 7 विशेष श्रमिक रेलगाडिया

(मनोज)चंडीगढ़, 26 मई- हरियाणा के मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल ने कहा है कि हरियाणा राज्य की उन्नति व विकास में श्रमिकों का उल्लेखनीय योगदान है। उन्होंने बताया कि कोविड-19 वैश्विक महामारी के चलते राज्य सरकार द्वारा प्रदेश से इच्छुक श्रमिकों को उनके गृह राज्यों में पहुंचाने के लिए रोजाना विशेष श्रमिक रेलगाडिय़ों को प्रदेश के विभिन्न रेलवे स्टेशनों से चलाया जा रहा है और इसी श्रृंखला में आज हरियाणा से 7 विशेष श्रमिक रेलगाडिय़ों को भेजा गया है। इसी तरह, हरियाणा के पड़ौसी राज्यों के रहने वाले श्रमिकों को भी बसों के माध्यम से उनके गृृह राज्यों में भिजवाया जा रहा है।
उन्होंने बताया कि आज तक हरियाणा से 77 विशेष श्रमिक रेलगाडियों और 5500 बसों के माध्यम से 2.90 लाख श्रमिकों को उनके गृह राज्यों में भेजा जा चुका है। इसके अलावा, कुल 11,656 श्रमिक/लोग विभिन्न राज्यों से हरियाणा लौटे हैं। उन्होंने बताया कि हरियाणा सरकार ने इन श्रमिकों की परेशानियों को समझते हुए उन्हें नि:शुल्क उनके गृह राज्य पहुंचाने की व्यवस्था की है। अपने गृह राज्यों में जाने के इच्छुक श्रमिकों को उनके गंतव्य तक पहुंचाने की श्रृंखला के तहत आज हिसार, कालका, अंबाला, पानीपत, गुरूग्राम, रेवाड़ी और फरीदाबाद से 7 विशेष श्रमिक रेलगाडिय़ों से 10,900 से अधिक श्रमिकों को उनके गृह राज्य बिहार और झारखण्ड के लिए रवाना किया गया है।
आज हिसार से 1600 श्रमिकों को भागलपुर (बिहार), कालका से 1367 श्रमिकों को दरभंगा (बिहार), अंबाला से 1600 श्रमिकों को अररिया (बिहार), पानीपत से 1600 श्रमिकों को बरौनी (बिहार), गुरूग्राम से 1600 श्रमिकों को जैहनाबाद (बिहार), रेवाड़ी से 1600 श्रमिकों को कटिहार (बिहार) और फरीदाबाद से 1602 श्रमिकों को रांची (झारखण्ड) के लिए रवाना किया गया है।

--हिसार से भागलपुर (बिहार) के लिए रेलगाड़ी--

हिसार रेलवे स्टेशन से श्रमिक स्पेशल ट्रेन (नंबर 04839) आज दोपहर 12 बजे 1600 श्रमिकों को लेकर बिहार के भागलपुर के लिए रवाना हुई। स्पेशल ट्रेन से हरियाणा के 7 जिलों से यहां लाए गए श्रमिकों को सरकारी खर्च पर उनके गृह राज्य भिजवाया गया है।  हरियाणा के जिन सात जिलों से श्रमिकों को विशेष श्रमिक रेलगाड़ी में भेजा गया, उनमें हिसार के 152, झज्जर के 500, फतेहाबाद के 498, सिरसा के 150, कुरुक्षेत्र, नारनौल व कैथल के 100-100 श्रमिक हैं। ट्रेन में महिला यात्री व बच्चे भी थे।

--कालका से दरभंगा (बिहार) के लिए रेलगाड़ी--

कालका रेलवे स्टेशन से आज 1367 श्रमिकों को बिहार के दरभंगा के लिए रेलगाड़ी रवाना हुई। मजदूरों को उनके गंतव्य स्थल तक भेजने के लिए जिला के विभिन्न क्षेत्रों से एकत्र करके बसों में कालका रेलवे स्टेशन पर ले जाया गया। इसके बाद उन्हें दरभंगा के लिए रेलगाड़ी में रवाना किया गया।  रेलगाड़ी में छपरा, मोतीहारी, गोपालगंज, मधुवनी, सुपौल, सिवान, अररिया, पूर्णिया, सहारसा, खगडिय़ा, दरबंगा, समस्तीपुर, पटना इत्यादि क्षेत्रों के रहने वाले मजदूरों को भेजा गया है। इस रेलगाड़ी में श्रमिकों के छोटे बच्चे भी थे।

--अंबाला से अररिया (बिहार) के लिए रेलगाड़ी--

आज अंबाला छावनी रेलवे स्टेशन से स्पेशल ट्रेन के माध्यम से 1600 श्रमिकों को अररिया के लिए रवाना किया गया। अम्बाला, कुरुक्षेत्र, कैथल जिला से प्रवासी श्रमिकों को बसों के माध्यम से आज अम्बाला छावनी रेलवे स्टेशन पर पंहुचाया गया तथा पूरी व्यवस्था के साथ स्पेशल ट्रेन नम्बर 4570 के माध्यम से 1600 श्रमिकों को बिहार (अररिया) के लिए रवाना किया गया।  यह ट्रेन बिहार राज्य के पूर्णिया, कटिहार, मधेपुरा, सुपोल, अररिया, किशनगंज, सहरसा, पटना व सिवान जिलों को कवर करेगी। आज भेजे गए श्रमिकों में अम्बाला से 1366 श्रमिक, कुरुक्षेत्र से 39 श्रमिक व  कैथल से 195 श्रमिकों को उनके गृह राज्य भेजने का काम किया गया है। प्रवासी श्रमिकों के साथ 8 बच्चे भी थे।

--पानीपत से बरौनी (बिहार) के लिए रेलगाड़ी--

पानीपत जंक्शन से बरौनी (बिहार) के लिए 1600 मजदूरों को भेजा गया। इनमें 300 मजदूर सोनीपत और 200 मजदूर कुरूक्षेत्र से हरियाणा रोडवेज की बसों के माध्यम से लाए गए थे और 1100 मजदूर पानीपत से बिहार के लिए भेजे गए हैं। यह ट्रेन दरभंगा, बेगुसराय, पुर्णिया, कटिहार, गया, मधुबनी इत्यादि स्थानों पर होती हुई बरौनी जाएगी।

--गुरूग्राम से जेहानाबाद (बिहार) के लिए रेलगाड़ी--

आज गुरूग्राम के रेलवे स्टेशन से बिहार के जेहानाबाद के लिए 1600 श्रमिकों को लेकर श्रमिक स्पेशल ट्रेन रवाना हुई। गुरूग्राम जिला में इन नागरिकों को अस्थाई शैल्टर होम से राज्य परिवहन की बसों में रेलवे स्टेशन पर लाया गया। रेलवे स्टेशन पर इन सबकी स्वास्थ्य जांच की गई व हाथों को सैनेटाइज करवाकर भोजन व पानी दिया गया।  

--रेवाड़ी से कटिहार (बिहार) के लिए रेलगाड़ी--

आज रेवाड़ी से 1600 खेतीहर श्रमिकों को लेकर श्रमिक स्पेशल ट्रेन कटिहार रवाना हुई। जिला में सरसों व गेंहू की कटाई उपरांत लॉकडाउन में फंसे खेतीहर श्रमिकों को उनके गृह राज्य तक पहुंचाने के लिए श्रमिक स्पेशल ट्रेन दोपहर बाद तीन बजे बिहार के कटिहार के लिए रवाना हुई। रेवाड़ी रेलवे स्टेशन के प्लेट फार्म नंबर एक से 1600 खेतीहर श्रमिकों को लेकर श्रमिक स्पेशल रेलगाड़ी कटिहार पंहुचेगी।

--फरीदाबाद से रांची (झारखण्ड) के लिए रेलगाड़ी--

आज फरीदाबाद से 1602 श्रमिकों को विशेष श्रमिक रेलगाड़ी के माध्यम से रांची (झारखण्ड) भेजा गया है और इस रेलगाड़ी में फरीदाबाद से 555 श्रमिक, गुरूग्राम से 400 श्रमिक, झज्जर से 200 श्रमिक, भिवानी से 200 श्रमिक, सिरसा से 125 श्रमिक, दादरी से 25 श्रमिक, नूंह से 40 श्रमिक, कैथल से 45 श्रमिक और रेवाड़ी से 10 श्रमिकों को झारखण्ड के रांची के लिए रवाना किया गया हैं। ये सभी श्रमिक झारखण्ड के विभिन्न क्षेत्रों के रहने वाले हैं।

--दो वर्षीय रोशन लाल का मनाया रेलवे स्टेशन पर जन्मदिन--

गुरूग्राम से गई ट्रेन में बिहार के गया के लिए अपने अभिभावकों के साथ सफर के लिये जा रहे  दो वर्षीय रोशन लाल का आज रेलवे स्टेशन पर जन्मदिन मनाया गया। एडीजीपी अनिल राव की उपस्थिति में बच्चे ने अपने जन्मदिन का केक काटा। इस अवसर पर ट्रेन में सफर कर रहे सभी बच्चों को खिलौने बांटे गए जबकि अन्य जरूरतमंद लोगों को चप्पल की जोड़ी भी दी गई।  

--एडीजीपी सीआईडी अनिल राव ने गुरुग्राम रेलवे स्टेशन पर लिया व्यवस्था का जायजा-

हरियाणा में श्रमिकों को उनके गृह राज्य सकुशल भिजवाने की व्यवस्था के लिए नियुक्त नोडल अधिकारी एडीजीपी सीआईडी अनिल राव ने स्वंय गुरूग्राम रेलवे स्टेशन पर पहुंचकर व्यवस्था को देखा कि किस प्रकार नागरिकों के स्वास्थ्य की जांच, थर्मल स्क्रीनिंग आदि करके ट्रेन में बिठाया जा रहा है। इस दौरान उन्हें किसी प्रकार की दिक्कत तो नहीं आ रही। उन्होंने श्रमिकों को स्पेशल ट्रेन में बैठाए जाने की पूरी प्रक्रिया को देखा और रेल मंत्रालय के अधिकारियों से बातचीत भी की। अनिल राव ने कुछ यात्रियों से भी बातचीत करके पूछा कि उन्हें अपने ठहरने के स्थान से रेलवे स्टेशन तक आने में कोई असुविधा तो नहीं हुई। यात्रियों ने हरियाणा सरकार द्वारा की गई व्यवस्था को सराहा और बताया कि उन्हें ट्रेन में बैठने से पहले टिकट, भोजन, पानी आदि निशुल्क दिया गया है, जिसकी उन्हें अपेक्षा भी नहीं थी।  

--श्रमिकों को मुहैया करवाई गई सुविधाएं--

मजदूरों को शैल्टर होम से रोडवेज की बसों के माध्यम से रेलवे स्टेशन तक लाया गया। मजदूरों को उनके गृह प्रदेश रवाना करने से पूर्व सभी जरूरी इंतजाम किए गए। जहां एक तरफ रेलवे प्लेटफार्म को वैक्यूम क्लीनर मशीन से बार-बार साफ किया जा रहा था, तो वहीं दूसरी ओर रेलगाड़ी के साथ-साथ प्रत्येक श्रमिक के हाथों को भी सैनिटाइज किया गया तथा उनके लिए भोजन व पीने के पानी की व्यवस्था भी की गई।  इन श्रमिकों को निशुल्क ट्रेन की टिकट के साथ-साथ अन्य सुविधाएं भी उपलब्ध करवाई गई है, ताकि रास्तें में श्रमिकों को किसी परेशानी का सामना न करना पड़ें। ट्रेन की प्रत्येक बोगी में श्रमिक सामाजिक दूरी के साथ बिठाएं गए थे।

--संकट की इस घड़ी में हरियाणा सरकार का किया धन्यवाद--

अंबाला रेलवे स्टेशन पर अपने गृह राज्य जाने वाले श्रमिक किशन पासवान, राम गोपाल यादव, रोहताश, अभिषेक यादव ने बताया कि वे आज बहुत खुश हैं कि अपने घर सकुशल जा रहे हैं। वे हरियाणा सरकार के बहुत आभारी हैं जिन्होंने उन्हें नि:शुल्क व पूरी व्यवस्था के उनके घर भेज रहे हैं। लखीदास, मुन्नी देवी, चिराग ने बताया कि वे राज्य सरकार का भी धन्यवाद करते हैं कि जिन्होंने घर जाते समय उन्हें भोजन के पैकेट, मास्क, पानी की बोतल व छोटे बच्चों को बिस्कुट व खिलौने दिये हैं। वे अपने गृह जिलों में पहुंचकर हरियाणा सरकार द्वारा जो यह कार्य किया जा रहा है उसके लिए वह अपने परिवार तथा अन्य लोगों को भी अवगत करवायेंगे कि संकट की इस घड़ी में राज्य सरकार ने उन्हें घर सुरक्षित भेजकर एक अनूठी मिसाल कायम की है।

--श्रमिकों ने की हरियाणा सरकार की प्रंशसा--

रेवाड़ी रेलवे स्टेशन पर श्रमिकों ने लॉकडाउन के दौरान नि:शुल्क यात्रा की व्यवस्था कर उनको गृह राज्य भिजवाने के लिए हरियाणा सरकार की प्रंशसा करते हुए कहा कि संकट की इस घड़ी में घर जाने के लिए फ्री टिकट की व्यवस्था, शैल्टर होम में ठहराया, डॉक्टर ने मैडिकल जांच किया, भोजन खिलाया, रास्ते के लिए भोजन व पानी की बोतलें दी और सरकारी बसों से रेलवे स्टेशन तक लेकर आए। हमें एक रूपया भी नहीं देना पड़ा। ये सब हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल की मेहरबानी है।
पानीपत में सहरसा जाने वाले बिरजु जो कि पानीपत में चिनाई के मिस्त्री का काम करते थे, ने बताया कि वे पिछले नौ महीने से अपने घर नहीं गए हैं और उन्हें घर जाकर अच्छा लगेगा। अररिया जाने वाले विनोद यादव ने भी इसके लिए सरकार के साथ-साथ जिला प्रशासन और सभी संस्थाओं का भी खुले मन से धन्यवाद किया और कहा कि इन लोगों ने बड़े तन-मन-धन से खाना-पानी, मास्क इत्यादि की व्यवस्था की है, जिससे वे खुश हैं। बरौनी जाने वाले विजय कुमार ने भी घर जाने के लिए फ्री में व्यवस्था करने पर सरकार का आभार व्यक्त किया।

--हरियाणा में मिलता है प्यार-प्रेम व अपनापन--

श्रमिक स्पेशल ट्रेन में सवार होकर अपने गृह राज्य जा रहे श्रमिकों ने कहा कि हरियाणा में उन्हें जो प्यार-प्रेम व अपनापन मिलता है वह कहीं और नहीं मिलता। उन्होंने कहा कि वे फसल कटाई के सीजन में हरियाणा आते हैं और चले जाते हैं लेकिन इस बार कोरोना के कारण लॉकडाउन में फंस गए, लेकिन मुसीबत की इस घड़ी में हरियाणा सरकार ने हमारी जो मदद की है उसके लिए हरियाणा सरकार का बहुत-बहुत शुक्रिया।

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