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Wednesday, May 27, 2020

May 27, 2020

चंडीगढ़ : 1 जुलाई से स्कूलों के खोले जाने के बारे में फिलहाल सरकार ने कोई भी निर्णय नहीं लिया है।

(मनोज) चंडीगढ़: ऐसे समय में जबकि पूरे देश में कोविड-19 महामारी की रोकथाम के लिए पूरे देश में लॉक डाउन को चौथा चरण चल रहा है और इसके चलते शैक्षणिक कार्यों पर सभी प्रकार की  गतिविधियों पर सामाजिक दूरी के पालन में सरकार ने रोक लगा रखी है, सोशल मीडिया में स्कूलों के फिर से खुलने को लेकर काफी अफवाह और फेक न्यूज फैलायी जा रही है। इन फेक न्यूज में कहा गया है कि सरकार ने 1 जुलाई 2020 से स्कूलों को फिर से खोलने की अनुमति दे दी है।
सोशल मीडिया और विभिन्न समाचार वेबसाइट्स पर फैलायी जा रही झूठी अफवाह की खबरों का सरकार ने खंडन किया है। भारत सरकार में प्रधानमंत्री कार्यालय में राज्य मंत्री डॉ. जीतेंद्र सिंह ने जानकारी देते हुए बताया कि सरकार ने स्कूलों के खोलने के बारे में किसी भी प्रकार का निर्णय अभी नहीं लिया है। साथ ही, उन्होंने बताया कि पूरे देश में सभी शिक्षण संस्थानों को खोले जाने को लेकर अभी भी प्रतिबंध लागू है।
सरकार द्वारा स्कूल रिओपेनिंग 2020 के सम्बन्ध में दिये गये स्पष्टीकरण के बाद ऐसे सभी फेक न्यूज और अफवाह फैलाने वाली बन रही असमंजस की स्थिति के बीच साफ हो गया है कि 1 जुलाई से स्कूलों के खोले जाने के बारे में फिलहाल सरकार ने कोई भी निर्णय नहीं लिया है। इसलिए न सिर्फ छात्रों बल्कि पैरेट्स को ऐसी खबरों पर विश्वास न करते हुए सरकार के किसी भी निर्णय का इंतजार करना चाहिए।
May 27, 2020

कल को गर्मी से थोडी राहत मिलने की उम्मीद

(हिसार) प्रदेश में नौतपा शुरू हो गया है। आने वाले दिन भीषण गर्मी से तपेगें और गर्म लू के थपेड़े सहन करने पड़ेंगे। 27 मई तक मौसम का यही हाल बना रहेगा। 28 को कुछ राहत मिलने के आसार बन रहे हैं। प्रदेश में 50, से, 60 किलोमीटर की रफ्तार से, तेज, आंधी व हवाएँ चल सकती हैं जिससे 29 मई तक राहत बनी रह सकती है। यह सब पश्चिमी विक्षोभ असर से होगा। इधर मंगलवार को भी प्रदेश में भीषण गर्मी बनी रही लोगों का गर्मी, से, बुरा हाल रहा देर शाम तक प्रदेश लू की चपेट में रहा। नारनौल का पारा 45.8 डिग्री पर पहुँच गया। यह सामान्य से पांच डिग्री अधिक नोट किया गया वहीं रात का तापमान सबसे अधिक रोहतक, में 30 डिग्री पहुंच गया। यह भी सामान्य से, चार डिग्री अधिक रहा। मौसम विभाग की मानें तो आने वाले दिनों में दिन का तापमान 47 डिग्री भी पार कर सकता है।

Tuesday, May 26, 2020

May 26, 2020

चंडीगढ़ से करनाल जाते समय अम्बाला मे "मेरा आसमान संस्थान" के माध्यम से श्रमिकों के लिए चलाए जा रहे शिविर मे पहुचे मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर

(मनोज)अम्बाला, 26 मई- हरियाणा के मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल ने कहा कि कोरोना वायरस के बाद राष्ट्रव्यापी लॉकडाउन के दौरान मजदूरों को उनके गृह जिलों में भेजने के लिए हरियाणा सरकार ने लगभग सौ विशेष रेलगाडिय़ां भेजने की व्यवस्था की है। इसके अलावा बसों के माध्यम से भी मजदूरों को निकट के राज्यों में भेजा जा रहा है। संकट की इस घड़ी में मानवता की सेवा से बड़ा कोई धर्म नहीं। सरकारी प्रयासों के साथ-साथ सामाजिक संगठन भी इस नेक कार्य में सहयोग के लिए आगे आ रहे हैं।
मुख्यमंत्री आज चंडीगढ़ से करनाल जाते समय अम्बाला-चंडीगढ़ नेशनल हाईवे पर किंगफिशर पर्यटक स्थल के नजदीक अम्बाला शहर के विधायक असीम गोयल के मार्गदर्शन में चलाए जा रहे श्रमिकों के शिविर में रूके और उन्होंने श्रमिकों के लिए किए जा रहे कार्यों की सराहना की।
विधायक असीम गोयल ने मुख्यमंत्री मनोहर लाल को अवगत करवाया कि 14 मई से ‘मेरा आसमान संस्थान’ के माध्यम से श्रमिकों के लिए यहां पर शिविर का आयोजन किया जा रहा है। यहां पर तीनों समय का भोजन, चाय व पानी की पूरी व्यवस्था की गई है। जिन श्रमिकों को जूते या चप्पल इत्यादि की आवश्यकता है, वो भी उन्हें यहां मुहैया करवाई जा रही है। इसके साथ-साथ यहां पर उनके स्वास्थ्य की जांच भी की जा रही है। यदि किसी श्रमिक को उपचार की आवश्यकता है तो उसे एम्बूलेंस के माध्यम से अस्पताल भी पंहुचाया जाता है।
        विधायक ने मुख्यमंत्री को इस बात की भी जानकारी दी कि श्रमिकों को उनके गृह जिलों में भेजने के लिए यहां पर रजिस्ट्रेशन भी किया जा रहा है तथा अब तक  लगभग 800 श्रमिकों का यहां पर रजिस्ट्रेशन किया गया है, जिनमें से अधिकतर को रेल व बस मार्ग के माध्यम से भेजने का काम भी किया गया है। हमारा प्रयास है कि श्रमिक को सडक़  पर पैदल नहीं चलने दिया जाए। सरकार द्वारा श्रमिकों के लिए हर संभव सहायता मुहैया करवाई जा रही है।
इस मौके पर संस्था के सचिव रितेश गोयल ने भी समय-समय पर करवाए जा रहे विभिन्न सामाजिक कार्यो के बारे भी मुख्यमंत्री को अवगत कराया।
May 26, 2020

करनाल के लघु सचिवालय स्थित सभागार में स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट को लेकर आयोजित एक बैठक में अधिकारियों व पत्रकारों से रू-ब-रू हुए- मुख्यमंत्री मनोहर लाल

(अरुण मलिक)चंडीगढ़, 26 मई- मुख्यमंत्री आज करनाल के लघु सचिवालय स्थित सभागार में स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट को लेकर आयोजित एक बैठक में अधिकारियों से रू-ब-रू थे। बैठक में स्मार्ट सिटी के एजेंडे के अतिरिक्त उन्होंने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग से जिला के पत्रकारों से भी संवाद किया।
        मुख्यमंत्री ने कहा कि हालांकि कोरोना अभी खत्म नहीं हुआ है परंतु इस दौरान कई अच्छे अनुभव सामने आए, जिनमें पुलिस, डॉक्टर व पैरा मेडिकल स्टाफ, सफाई कर्मियों व कई विभागों के कर्मचारियों की सेवा भावना एक मिसाल बनकर दिखाई दी।
        उन्होंने कहा कि सबसे अहम बात यह रही है कि इस अवधि में केन्द्र सरकार के निर्देश पर मुख्यमंत्री, अन्य मंत्री व चंडीगढ़ मुख्यालय में बैठे वरिष्ठ अधिकारियों का जिलों के साथ प्रत्यक्ष समन्वय किया है और साथ ही में जिलों में संबंधित उपायुक्त के नेतृत्व में जिस तरह की सफल प्रबंध व्यवस्था की गई, वह काबिले तारीफ है। उन्होंने कहा कि अब मुख्यमंत्रियों को जिलों में जाने की अनुमति भी मिल गई है। उसी कड़ी में वे आज करनाल आए हैं और अगले कुछ दिनों में फिर से वे करनाल में दूसरी बैठक भी करेंगे।
        स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट पर चर्चा के दौरान करनाल स्मार्ट सिटी लि0 द्वारा करीब 300 करोड़ के भिन्न-भिन्न प्रोजेक्ट शुरू करने का एजेंडा मुख्यमंत्री के समक्ष प्रस्तुत किया गया। इस पर मुख्यमंत्री ने कहा कि शहर को स्मार्ट बनाना है, उसके लिए ऐसी प्लानिंग की जाए, जिसका फायदा पूरे शहर के नागरिकों को हो। उन्होंने कहा कि बड़ी-बड़ी दीवारे खड़ी करना स्मार्ट सिटी नहीं है, बल्कि पेयजल व सीवरेज की बेहतर व्यवस्था, वायु प्रदुषण पर नियंत्रण, स्कूल, कॉलेज व फैक्ट्री जैसी सरकारी व गैर सरकारी भवनों पर रेन वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम, शहर में जगह-जगह एयर क्वालिटी के डिस्पले बोर्ड, वाहनों के अतिक्रमण और शहर को दूषित करने वाले वेस्ट की सीसी टीवी से ऑटोमेटिक चालानिंग, स्वच्छता ऐप, पार्को में ओपन जिम व अटल पार्क का और अधिक विकास करना जैसे कार्य स्मार्ट सिटी में किए जाने चाहिए। उन्होंने कहा कि स्मार्ट सिटी का मतलब यह की शहर सार्वजनिक रूप से दिखने में स्मार्ट लगे। 
        करनाल के उपायुक्त निशांत कुमार यादव ने मुख्यमंत्री का स्वागत करते हुए कोरोना अवधि में जिला में हुई गतिविधियों की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि अब तक कोरोना के कुल 5135 टेस्ट किए गए है, इनमें से 33 केस पोजिटिव आए, 16 ठीक हो चुके है और 16 एक्टिव केस है। एक व्यक्ति की पहले ही मृत्यु हो गई थी। उन्होंने बताया कि पुलिस, वैंडर्स व डिलीवरी ब्वाय जैसे 1386 व्यक्तियों की रैंडम सैम्पलिंग की गई। प्रारम्भ में 64 पीपीई किट थी, अब ये 300 से अधिक है। स्वयं सहायता समूहों द्वारा 4 लाख मास्क वितरित किए गए, कोरोना से बचाव के लिए 91 हजार सेनेटाईजर भी बांटे गए। समाचार पत्रों के वितरण श्रृंखला से भी करीब 1 लाख मास्क नि:शुल्क पाठकों तक पहुंचाए गए। जिला के सैनिक स्कूल में 700 की क्षमता का क्वारंटाईन सेंटर बनाया गया और डॉक्टरों को क्वारंटाईन करने के लिए एनडीआरआई के काल्की भवन में सेंटर बनाया गया है। दो एम्बुलेंस से मोबाईल टेस्टिंग लैब गांव-गांव में भेजी गई। उन्होंने बताया कि कोरोना काल की अवधि में अब तक 40 हजार राशन किटें बांटी गई। इनमें शहर के दानवीरों द्वारा परिवारों को गोद लेकर अच्छा खासा सहयोग दिया गया। डिस्ट्रैस टोकन सिस्टम से 7 हजार परिवारों को राशन बांटा गया, मई- जून मास का भी बांटा जाएगा।
                  हरियाणा के मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल ने कहा कि वैश्विक कोरोना महामारी एक अभूतपूर्व काल है, जिसके चलते पिछले अढ़ाई महीने की अवधि में जनता, सरकार और प्रशासन के सामने कईं तरह की चुनौतिया आई, लेकिन लोगों ने लॉकडाउन के नियमों की पालना करते हुए संयम बरता और सरकार की अच्छी प्रबंध व्यवस्था से इस महामारी से भली-भांति निपटा जा रहा है।
        इस कार्यक्रम में शहरी स्थानीय निकाय विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव एस एन राय, करनाल के उपायुक्त श्री निशांत कुमार यादव, पुलिस अधीक्षक एस एस भौरिया, मेयर रेणू बाला गुप्ता, करनाल स्मार्ट सिटी लि0 के सीईओ राजीव मेहता भी उपस्थित थे।
May 26, 2020

प्रवासी घर वापसी जरी है - आज हिसार, कालका, अंबाला, पानीपत, गुरूग्राम, रेवाड़ी और फरीदाबाद से चली 7 विशेष श्रमिक रेलगाडिया

(मनोज)चंडीगढ़, 26 मई- हरियाणा के मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल ने कहा है कि हरियाणा राज्य की उन्नति व विकास में श्रमिकों का उल्लेखनीय योगदान है। उन्होंने बताया कि कोविड-19 वैश्विक महामारी के चलते राज्य सरकार द्वारा प्रदेश से इच्छुक श्रमिकों को उनके गृह राज्यों में पहुंचाने के लिए रोजाना विशेष श्रमिक रेलगाडिय़ों को प्रदेश के विभिन्न रेलवे स्टेशनों से चलाया जा रहा है और इसी श्रृंखला में आज हरियाणा से 7 विशेष श्रमिक रेलगाडिय़ों को भेजा गया है। इसी तरह, हरियाणा के पड़ौसी राज्यों के रहने वाले श्रमिकों को भी बसों के माध्यम से उनके गृृह राज्यों में भिजवाया जा रहा है।
उन्होंने बताया कि आज तक हरियाणा से 77 विशेष श्रमिक रेलगाडियों और 5500 बसों के माध्यम से 2.90 लाख श्रमिकों को उनके गृह राज्यों में भेजा जा चुका है। इसके अलावा, कुल 11,656 श्रमिक/लोग विभिन्न राज्यों से हरियाणा लौटे हैं। उन्होंने बताया कि हरियाणा सरकार ने इन श्रमिकों की परेशानियों को समझते हुए उन्हें नि:शुल्क उनके गृह राज्य पहुंचाने की व्यवस्था की है। अपने गृह राज्यों में जाने के इच्छुक श्रमिकों को उनके गंतव्य तक पहुंचाने की श्रृंखला के तहत आज हिसार, कालका, अंबाला, पानीपत, गुरूग्राम, रेवाड़ी और फरीदाबाद से 7 विशेष श्रमिक रेलगाडिय़ों से 10,900 से अधिक श्रमिकों को उनके गृह राज्य बिहार और झारखण्ड के लिए रवाना किया गया है।
आज हिसार से 1600 श्रमिकों को भागलपुर (बिहार), कालका से 1367 श्रमिकों को दरभंगा (बिहार), अंबाला से 1600 श्रमिकों को अररिया (बिहार), पानीपत से 1600 श्रमिकों को बरौनी (बिहार), गुरूग्राम से 1600 श्रमिकों को जैहनाबाद (बिहार), रेवाड़ी से 1600 श्रमिकों को कटिहार (बिहार) और फरीदाबाद से 1602 श्रमिकों को रांची (झारखण्ड) के लिए रवाना किया गया है।

--हिसार से भागलपुर (बिहार) के लिए रेलगाड़ी--

हिसार रेलवे स्टेशन से श्रमिक स्पेशल ट्रेन (नंबर 04839) आज दोपहर 12 बजे 1600 श्रमिकों को लेकर बिहार के भागलपुर के लिए रवाना हुई। स्पेशल ट्रेन से हरियाणा के 7 जिलों से यहां लाए गए श्रमिकों को सरकारी खर्च पर उनके गृह राज्य भिजवाया गया है।  हरियाणा के जिन सात जिलों से श्रमिकों को विशेष श्रमिक रेलगाड़ी में भेजा गया, उनमें हिसार के 152, झज्जर के 500, फतेहाबाद के 498, सिरसा के 150, कुरुक्षेत्र, नारनौल व कैथल के 100-100 श्रमिक हैं। ट्रेन में महिला यात्री व बच्चे भी थे।

--कालका से दरभंगा (बिहार) के लिए रेलगाड़ी--

कालका रेलवे स्टेशन से आज 1367 श्रमिकों को बिहार के दरभंगा के लिए रेलगाड़ी रवाना हुई। मजदूरों को उनके गंतव्य स्थल तक भेजने के लिए जिला के विभिन्न क्षेत्रों से एकत्र करके बसों में कालका रेलवे स्टेशन पर ले जाया गया। इसके बाद उन्हें दरभंगा के लिए रेलगाड़ी में रवाना किया गया।  रेलगाड़ी में छपरा, मोतीहारी, गोपालगंज, मधुवनी, सुपौल, सिवान, अररिया, पूर्णिया, सहारसा, खगडिय़ा, दरबंगा, समस्तीपुर, पटना इत्यादि क्षेत्रों के रहने वाले मजदूरों को भेजा गया है। इस रेलगाड़ी में श्रमिकों के छोटे बच्चे भी थे।

--अंबाला से अररिया (बिहार) के लिए रेलगाड़ी--

आज अंबाला छावनी रेलवे स्टेशन से स्पेशल ट्रेन के माध्यम से 1600 श्रमिकों को अररिया के लिए रवाना किया गया। अम्बाला, कुरुक्षेत्र, कैथल जिला से प्रवासी श्रमिकों को बसों के माध्यम से आज अम्बाला छावनी रेलवे स्टेशन पर पंहुचाया गया तथा पूरी व्यवस्था के साथ स्पेशल ट्रेन नम्बर 4570 के माध्यम से 1600 श्रमिकों को बिहार (अररिया) के लिए रवाना किया गया।  यह ट्रेन बिहार राज्य के पूर्णिया, कटिहार, मधेपुरा, सुपोल, अररिया, किशनगंज, सहरसा, पटना व सिवान जिलों को कवर करेगी। आज भेजे गए श्रमिकों में अम्बाला से 1366 श्रमिक, कुरुक्षेत्र से 39 श्रमिक व  कैथल से 195 श्रमिकों को उनके गृह राज्य भेजने का काम किया गया है। प्रवासी श्रमिकों के साथ 8 बच्चे भी थे।

--पानीपत से बरौनी (बिहार) के लिए रेलगाड़ी--

पानीपत जंक्शन से बरौनी (बिहार) के लिए 1600 मजदूरों को भेजा गया। इनमें 300 मजदूर सोनीपत और 200 मजदूर कुरूक्षेत्र से हरियाणा रोडवेज की बसों के माध्यम से लाए गए थे और 1100 मजदूर पानीपत से बिहार के लिए भेजे गए हैं। यह ट्रेन दरभंगा, बेगुसराय, पुर्णिया, कटिहार, गया, मधुबनी इत्यादि स्थानों पर होती हुई बरौनी जाएगी।

--गुरूग्राम से जेहानाबाद (बिहार) के लिए रेलगाड़ी--

आज गुरूग्राम के रेलवे स्टेशन से बिहार के जेहानाबाद के लिए 1600 श्रमिकों को लेकर श्रमिक स्पेशल ट्रेन रवाना हुई। गुरूग्राम जिला में इन नागरिकों को अस्थाई शैल्टर होम से राज्य परिवहन की बसों में रेलवे स्टेशन पर लाया गया। रेलवे स्टेशन पर इन सबकी स्वास्थ्य जांच की गई व हाथों को सैनेटाइज करवाकर भोजन व पानी दिया गया।  

--रेवाड़ी से कटिहार (बिहार) के लिए रेलगाड़ी--

आज रेवाड़ी से 1600 खेतीहर श्रमिकों को लेकर श्रमिक स्पेशल ट्रेन कटिहार रवाना हुई। जिला में सरसों व गेंहू की कटाई उपरांत लॉकडाउन में फंसे खेतीहर श्रमिकों को उनके गृह राज्य तक पहुंचाने के लिए श्रमिक स्पेशल ट्रेन दोपहर बाद तीन बजे बिहार के कटिहार के लिए रवाना हुई। रेवाड़ी रेलवे स्टेशन के प्लेट फार्म नंबर एक से 1600 खेतीहर श्रमिकों को लेकर श्रमिक स्पेशल रेलगाड़ी कटिहार पंहुचेगी।

--फरीदाबाद से रांची (झारखण्ड) के लिए रेलगाड़ी--

आज फरीदाबाद से 1602 श्रमिकों को विशेष श्रमिक रेलगाड़ी के माध्यम से रांची (झारखण्ड) भेजा गया है और इस रेलगाड़ी में फरीदाबाद से 555 श्रमिक, गुरूग्राम से 400 श्रमिक, झज्जर से 200 श्रमिक, भिवानी से 200 श्रमिक, सिरसा से 125 श्रमिक, दादरी से 25 श्रमिक, नूंह से 40 श्रमिक, कैथल से 45 श्रमिक और रेवाड़ी से 10 श्रमिकों को झारखण्ड के रांची के लिए रवाना किया गया हैं। ये सभी श्रमिक झारखण्ड के विभिन्न क्षेत्रों के रहने वाले हैं।

--दो वर्षीय रोशन लाल का मनाया रेलवे स्टेशन पर जन्मदिन--

गुरूग्राम से गई ट्रेन में बिहार के गया के लिए अपने अभिभावकों के साथ सफर के लिये जा रहे  दो वर्षीय रोशन लाल का आज रेलवे स्टेशन पर जन्मदिन मनाया गया। एडीजीपी अनिल राव की उपस्थिति में बच्चे ने अपने जन्मदिन का केक काटा। इस अवसर पर ट्रेन में सफर कर रहे सभी बच्चों को खिलौने बांटे गए जबकि अन्य जरूरतमंद लोगों को चप्पल की जोड़ी भी दी गई।  

--एडीजीपी सीआईडी अनिल राव ने गुरुग्राम रेलवे स्टेशन पर लिया व्यवस्था का जायजा-

हरियाणा में श्रमिकों को उनके गृह राज्य सकुशल भिजवाने की व्यवस्था के लिए नियुक्त नोडल अधिकारी एडीजीपी सीआईडी अनिल राव ने स्वंय गुरूग्राम रेलवे स्टेशन पर पहुंचकर व्यवस्था को देखा कि किस प्रकार नागरिकों के स्वास्थ्य की जांच, थर्मल स्क्रीनिंग आदि करके ट्रेन में बिठाया जा रहा है। इस दौरान उन्हें किसी प्रकार की दिक्कत तो नहीं आ रही। उन्होंने श्रमिकों को स्पेशल ट्रेन में बैठाए जाने की पूरी प्रक्रिया को देखा और रेल मंत्रालय के अधिकारियों से बातचीत भी की। अनिल राव ने कुछ यात्रियों से भी बातचीत करके पूछा कि उन्हें अपने ठहरने के स्थान से रेलवे स्टेशन तक आने में कोई असुविधा तो नहीं हुई। यात्रियों ने हरियाणा सरकार द्वारा की गई व्यवस्था को सराहा और बताया कि उन्हें ट्रेन में बैठने से पहले टिकट, भोजन, पानी आदि निशुल्क दिया गया है, जिसकी उन्हें अपेक्षा भी नहीं थी।  

--श्रमिकों को मुहैया करवाई गई सुविधाएं--

मजदूरों को शैल्टर होम से रोडवेज की बसों के माध्यम से रेलवे स्टेशन तक लाया गया। मजदूरों को उनके गृह प्रदेश रवाना करने से पूर्व सभी जरूरी इंतजाम किए गए। जहां एक तरफ रेलवे प्लेटफार्म को वैक्यूम क्लीनर मशीन से बार-बार साफ किया जा रहा था, तो वहीं दूसरी ओर रेलगाड़ी के साथ-साथ प्रत्येक श्रमिक के हाथों को भी सैनिटाइज किया गया तथा उनके लिए भोजन व पीने के पानी की व्यवस्था भी की गई।  इन श्रमिकों को निशुल्क ट्रेन की टिकट के साथ-साथ अन्य सुविधाएं भी उपलब्ध करवाई गई है, ताकि रास्तें में श्रमिकों को किसी परेशानी का सामना न करना पड़ें। ट्रेन की प्रत्येक बोगी में श्रमिक सामाजिक दूरी के साथ बिठाएं गए थे।

--संकट की इस घड़ी में हरियाणा सरकार का किया धन्यवाद--

अंबाला रेलवे स्टेशन पर अपने गृह राज्य जाने वाले श्रमिक किशन पासवान, राम गोपाल यादव, रोहताश, अभिषेक यादव ने बताया कि वे आज बहुत खुश हैं कि अपने घर सकुशल जा रहे हैं। वे हरियाणा सरकार के बहुत आभारी हैं जिन्होंने उन्हें नि:शुल्क व पूरी व्यवस्था के उनके घर भेज रहे हैं। लखीदास, मुन्नी देवी, चिराग ने बताया कि वे राज्य सरकार का भी धन्यवाद करते हैं कि जिन्होंने घर जाते समय उन्हें भोजन के पैकेट, मास्क, पानी की बोतल व छोटे बच्चों को बिस्कुट व खिलौने दिये हैं। वे अपने गृह जिलों में पहुंचकर हरियाणा सरकार द्वारा जो यह कार्य किया जा रहा है उसके लिए वह अपने परिवार तथा अन्य लोगों को भी अवगत करवायेंगे कि संकट की इस घड़ी में राज्य सरकार ने उन्हें घर सुरक्षित भेजकर एक अनूठी मिसाल कायम की है।

--श्रमिकों ने की हरियाणा सरकार की प्रंशसा--

रेवाड़ी रेलवे स्टेशन पर श्रमिकों ने लॉकडाउन के दौरान नि:शुल्क यात्रा की व्यवस्था कर उनको गृह राज्य भिजवाने के लिए हरियाणा सरकार की प्रंशसा करते हुए कहा कि संकट की इस घड़ी में घर जाने के लिए फ्री टिकट की व्यवस्था, शैल्टर होम में ठहराया, डॉक्टर ने मैडिकल जांच किया, भोजन खिलाया, रास्ते के लिए भोजन व पानी की बोतलें दी और सरकारी बसों से रेलवे स्टेशन तक लेकर आए। हमें एक रूपया भी नहीं देना पड़ा। ये सब हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल की मेहरबानी है।
पानीपत में सहरसा जाने वाले बिरजु जो कि पानीपत में चिनाई के मिस्त्री का काम करते थे, ने बताया कि वे पिछले नौ महीने से अपने घर नहीं गए हैं और उन्हें घर जाकर अच्छा लगेगा। अररिया जाने वाले विनोद यादव ने भी इसके लिए सरकार के साथ-साथ जिला प्रशासन और सभी संस्थाओं का भी खुले मन से धन्यवाद किया और कहा कि इन लोगों ने बड़े तन-मन-धन से खाना-पानी, मास्क इत्यादि की व्यवस्था की है, जिससे वे खुश हैं। बरौनी जाने वाले विजय कुमार ने भी घर जाने के लिए फ्री में व्यवस्था करने पर सरकार का आभार व्यक्त किया।

--हरियाणा में मिलता है प्यार-प्रेम व अपनापन--

श्रमिक स्पेशल ट्रेन में सवार होकर अपने गृह राज्य जा रहे श्रमिकों ने कहा कि हरियाणा में उन्हें जो प्यार-प्रेम व अपनापन मिलता है वह कहीं और नहीं मिलता। उन्होंने कहा कि वे फसल कटाई के सीजन में हरियाणा आते हैं और चले जाते हैं लेकिन इस बार कोरोना के कारण लॉकडाउन में फंस गए, लेकिन मुसीबत की इस घड़ी में हरियाणा सरकार ने हमारी जो मदद की है उसके लिए हरियाणा सरकार का बहुत-बहुत शुक्रिया।
May 26, 2020

राधा स्वामी सत्संग ब्यास, डेरा कार सेवा व निर्मल कुटिया जैसी अनेक सामाजिक संस्थाओं ने कोविड-19 महामारी में बढ़चढक़र सेवा के लिए हाथ बढ़ाया है - मनोहर लाल खट्टर

(अरुण मलिक) करनाल, 26 मई- हरियाणा के मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल ने कहा कि राधा स्वामी सत्संग ब्यास, डेरा कार सेवा व निर्मल कुटिया जैसी अनेक सामाजिक संस्थाओं ने कोविड-19 महामारी में बढ़चढक़र सेवा के लिए हाथ बढ़ाया है और ऐसी संस्थाओं के अनुयायियों से हमें प्रेरणा लेनी चाहिए।
        मुख्यमंत्री ने ये बात आज अपने करनाल दौरे के दौरान संस्थाओं से जुड़े लोगों से बातचीत करते हुए कही। उन्होंने आज कोविड-19 महामारी के चलते जरूरतमंदों व मजदूरों का सहयोग करने वाले सामाजिक संस्थाओं में जाकर उनका आभार प्रकट किया और कहा कि इन संस्थाओं के साथ-साथ करनाल जिले की अन्य धार्मिक व सामाजिक संस्थाओं ने भी जिला प्रशासन के मुश्किल कार्य को आसान बना दिया।

मुख्यमंत्री पहुंचे निर्मल कुटिया, माथा टेका और लिया आशीर्वाद

        मुख्यमंत्री मनोहर लाल आज करनाल में निर्मल कुटिया में पहुंचे और वहां पर उन्होंने महंत बाबा रामसिंह जी महाराज और सरपंच जी महाराज के साथ-साथ इस संस्था से जुड़े अनुयायियों से बातचीत की और सभी का आभार प्रकट किया। सबसे पहले उन्होंने निर्मल कुटिया में जाकर माथा टेका और आशीर्वाद लिया।
मुख्यमंत्री ने मध्य प्रदेश के लोगों को झंडी दिखाकर किया रवाना
        मुख्यमंत्री ने  राधा स्वामी सत्संग भवन में जाकर सबसे पहले वहां बने शेल्टर होम में रह रहे मजदूरों से बातचीत की और उनका कुशलक्षेम जाना। इसके उपरांत मुख्यमंत्री ने हरियाणा राज्य परिवहन की चार बसों को झंडी देकर मध्य प्रदेश के जिले छत्तरपुर के लिए रवाना किया। इस बस में 127 मजदूरों को उनके गृह क्षेत्र में भेजा गया है। मुख्यमंत्री ने इन मजदूरों पर फूलों की वर्षा की और मजदूरों के छोटे-छोटे बच्चों को खिलौने व चोकलेट भी उपहार के रूप में दिए। बस में बैठकर सभी लोगों ने तालियां बजाई तथा हाथ हिलाकर मुख्यमंत्री व अन्य अतिथियों का आभार प्रकट किया। 

डेरा कार सेवा में मुख्यमंत्री ने टेका माथा और लिया आशीर्वाद, सहयोग के लिए डेरा कार सेवा का जताया आभार

        मुख्यमंत्री ने करनाल के डेरा कारसेवा में पहुंचकर बाबा सुक्खा सिंह जी से मुलाकात की तथा कोविड-19 में दिए गए बेहतर सहयोग के लिए उनका आभार प्रकट किया। इससे पहले मुख्यमंत्री ने डेरा कार सेवा में माथा टेका और आशीर्वाद लिया। उन्होंने कहा कि डेरा कार सेवा समाज की हर जरूरत में सबसे पहले हाथ बढ़ाता है। कोरोना महामारी में भी जरूरतमंद को भोजन देकर उन्होंने प्रशासन का सहयोग किया है। 

मुख्यमंत्री ने राशन डिपो को किया चेक, महिला को किया राशन वितरित

        मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल ने करनाल की प्रेम कालोनी में पहुंचकर राशन डिपो को चेक किया और राशन वितरण की व्यवस्था जानी। उन्होंने बताया कि उनके पास 544 राशन कार्ड है, जिनमें 250 बीपीएल, 294 ओपीएच तथा 148 डिस्ट्रैस टोकन के कार्ड है। इन कार्डो से पांच किलो गेंहू व एक किलो दाल मुफ्त दी जा रही है।
        मुख्यमंत्री ने डिस्ट्रैस टोकन के माध्यम से एक महिला को राशन भी वितरित किया। इस मौके पर उपायुक्त निशांत कुमार ने बताया कि शहरी क्षेत्र में 10 हजार 230 डिस्ट्रैस टोकन बनाए गए है, जिनके माध्यम से मई-जून का राशन मुफ्त दिया जा रहा है।

जिलाध्यक्ष जगमोहन आनंद ने करनाल वासियों के योगदान को हरियाणा रिलीफ फंड व प्रधानमंत्री केयर फंड में मुख्यमंत्री को किया भेंट

        मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल के करनाल दौरे के दौरान स्थानीय लघु सचिवालय में भाजपा के जिलाध्यक्ष जगमोहन आनंद ने करनाल वासियो द्वारा दिया गया योगदान हरियाणा कोरोना रिलीफ फंड में 74 लाख 36 हजार 333 रुपये का चेक और प्रधानमंत्री केयर फंड में 5 लाख 56 हजार रुपये चेक के रूप में मुख्यमंत्री को भेंट किये। इस पर, मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने करनाल के इन दानी सज्जनों का सहयोग के लिए आभार प्रकट किया और कहा कि करनाल के लोग हर मुश्किल की घड़ी मे सहयोग करने के लिए अपने हाथ बढ़ाते है। इससे पहले भी करनाल के लोगों ने रिलीफ फंड में करोड़ों रूपये का सहयोग दिया है।
        इस मौके पर पंजाबी अकादमी के उपाध्यक्ष गुरविन्द्र सिंह धमीजा, मेयर रेणू बाला गुप्ता, मुख्यमंत्री के प्रतिनिधि संजय बठला, स० त्रिलोचन सिंह, कुलवंत सिंह, अजयंत सिंह, परमिन्द्र सिंह सहित अन्य सेवक उपस्थित थे।
May 26, 2020

एक जून से चलने वाली ट्रेनों में नहीं होगा अनारक्षित कोच, स्टेशन 90 मिनट पहले पहुचना होगा, कंफर्म टिकट वाले यात्रियों को ही स्टेशन में प्रवेश की अनुमति होगी

(अरुण मलिक)कोरोना के चलते भारतीय रेलवे कई नए नियम लागू कर एक जून से ट्रेनें चलाने जा रहा है। उक्त ट्रेनों में अनारक्षित कोच नहीं लगेंगे। कंफर्म टिकट वाले यात्रियों को ही स्टेशन में प्रवेश की अनुमति होगी। यात्री को ट्रेन में सफर करना है तो 90 मिनट पहले स्टेशन पहुंचना होगा। इसके अलावा यात्री कम सामान के साथ ही ट्रेन में सफर कर सकेंगे।

कोरोना के लक्षण मिलने पर यात्री को ट्रेन में बैठने की अनुमति नहीं होगी और टिकट का रिफंड किया जाएगा। यह जानकारी रेल डिवीजन अम्बाला के रेल मंडल प्रबंधक ने दी।

रेल अधिकारियों का कहना है कि लॉकडाउन के बाद एक जून से शुरू हो रहीं ट्रेनों में सफर करना आसान नहीं है। रेलवे ने कई सख्त नियम लागू किए हैं। ट्रेनों में अनारक्षित कोच नहीं लगेगा। ट्रेन के वातानुकूलित कोचों में यात्रियों को कंबल व बेड शीट मुहैया नहीं करवाई जाएगी। रेलवे यात्रियों को अपना भोजन साथ लेकर चलने की सलाह देता है। प्लेटफार्मों पर खानपान की सुविधा होगी।
रिफंड के लिए यात्रा की तिथि से दस दिन के भीतर प्रक्रिया करनी होगी। स्क्रीनिंग के दौरान यात्री में कोरोना के लक्षण मिलते हैं तो उसे यात्रा की अनुमति नहीं दी जाएगी। यात्रियों को प्लेटफार्म और ट्रेन के अंदर सामाजिक दूरी का पालन करना होगा। कोई भी तत्काल और प्रीमियम तत्काल बुकिंग की अनुमति नहीं दी जाएगी। 

कोई भी अनारक्षित टिकट जारी नहीं किया जाएगा। प्रतीक्षा सूची के टिकट धारकों को ट्रेन में चढ़ने की अनुमति नहीं दी जाएगी। अग्रिम आरक्षण की अवधि अधिकतम तीस दिनों की होगी। इसके अलावा कई और नियम रेलवे ने लागू किए हैं। स्टेशनों पर आरक्षित टिकट के अलावा दूसरा व्यक्ति प्रवेश नहीं कर सकेगा।
May 26, 2020

प्रवासी घर वापसी - कल 27 मई के बाद नही जाएगी विशेष रेलगाड़ी या बस सेवा

 77 ट्रेनों और 5,500 बसों से 2.90 लाख श्रमिकों को भेजा अपने घर

(मनोज) हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल द्वारा इच्छुक श्रमिकों को उनके गृह राज्यों में भिजवाने की प्रतिबद्धता के अनुसार, अब तक 2.90 लाख ऐसे श्रमिकों को उत्तर प्रदेश, बिहार, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, उत्तर-पूर्व के राज्यों के साथ-साथ देश के अन्य राज्यों में 77 ट्रेनों और 5,500 बसों के माध्यम से भेजा गया है। सुरक्षित और व्यवस्थित तरीके से प्रवासी श्रमिकोंं के परिवहन पर 10 करोड़ रुपये से अधिक का खर्च किया गया है।
आज यहां यह जानकारी देते हुए सीआईडी के एडीजीपी श्री अनिल राव, जो श्रमिकों के सुरक्षित परिवहन को सुनिश्चित करने के लिए अन्य राज्यों के साथ समन्वय स्थापित करने हेतू नोडल अधिकारी भी हैं, (‘‘एक विशेष अभियान ‘ऑपरेशन संवेदना’ के तहत’’) ने कहा कि प्रवासी श्रमिक, जिन्हें भेजा गया है उनके संबंधित राज्यों में राजस्थान, पंजाब, हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड के पड़ोसी राज्य भी शामिल हैं।
राव ने कहा कि मुख्यमंत्री के निर्देशों के अनुसार, कोविड-19 महामारी से निपटने के लिए गठित हरियाणा कोरोना रिलीफ फंड के माध्यम से इच्छुक श्रमिकों के परिवहन पर पूरा खर्च किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि यह मुख्यमंत्री द्वारा समय पर लिए गए निर्णय का परिणाम है कि इतनी बड़ी संख्या में  श्रमिक अपने गृह राज्यों में नि:शुल्क भेजे गए हैं।

प्रदेश मे बचे केवल घर जाने के इच्छूक15,000 श्रमिक 

उन्होंने कहा कि अब राज्य में लगभग 15,000 श्रमिक शेष है, जो लौटने के इच्छुक हैं और उनके लिए ट्रेनों और बसों की व्यवस्था पर्याप्त संख्या में की गई है। आज, 100 बसों की व्यवस्था भी की गई, लेकिन श्रमिकों की संख्या कम होने के कारण केवल 15 बसें ही अन्य राज्यों के लिए रवाना हुई हैं। उन्होंने कहा कि हरियाणा में आर्थिक और औद्योगिक गतिविधियों को फिर से शुरू करने के बाद, बड़ी संख्या में  श्रमिकों ने यहां वापिस रहने का विकल्प चुना है और पहले की तरह औद्योगिक प्रतिष्ठानों में काम करना शुरू कर दिया है।

27 मई के बाद विशेष रेलगाडिय़ों और बस सेवाओं पर होगा विचार

हालांकि राव ने स्पष्ट किया कि चूंकि इच्छुक प्रवासियों की संख्या कम है, इसलिए अन्य राज्यों में बस और ट्रेन सेवा 27 मई, 2020 तक जारी रहेगी और अपने गृह राज्य लौटने के इच्छुक श्रमिक अपने-अपने क्षेत्र के नोडल अधिकारियों और जिला प्रशासन से संपर्क कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि आने वाले दिनों में ट्रेनों को झारखंड और बिहार भेजा जाएगा। हालांकि, 27 मई को विशेष रेलगाडिय़ों और बस सेवाओं के लिए विचार-विमर्श किया जाएगा। राज्य में सामान्य बस और ट्रेन सेवाओं को फिर से शुरू किया जा रहा है।

उन्होंने कहा कि राज्य सरकार हर इच्छुक श्रमिको को उनके गृह राज्य में वापस भेजने के लिए प्रतिबद्ध है। उन्होंने कहा कि दिल्ली स्थित मणिपुर के कुछ मजदूरो ने हरियाणा सरकार से भी संपर्क किया, जिसके बाद, उन्हें गुरुग्राम लाया गया और वहां से उन्हें आज सरकारी खर्चे पर गुरुग्राम से ट्रेन द्वारा मणिपुर भेजा गया है।

Monday, May 25, 2020

May 25, 2020

अधूरा डाटा की वजह से लॉकडाउन में हरियाणा के अतिथि शिक्षकों के वेतन पर छाया संकट

(संजय)हरियाणा स्कूल शिक्षा विभाग ने लॉकडाउन के बावजूद जरूरी कार्य सिरे चढ़ाने का खाका खींच लिया है। विभाग के एसीएस महावीर सिंह ने 22 मई को डीईईओ की वीडियो कांफ्रेंसिंग से बैठक लेकर अहम दिशा-निर्देश दिए हैं। जिन गेस्ट टीचर्स का डाटा अभी एचआरएमएस (मानव संसाधन प्रबंधन प्रणाली) पर अपलोड नहीं हो पाया है, उनका वेतन नहीं निकलेगा।

डीडीओ के गेस्ट टीचर्स का डाटा प्रणाली पर अपलोड होने की सूचना देने के बाद ही वेतन जारी किया जाएगा। प्रदेश के सरकारी स्कूलों में लगभग सवा तेरह हजार गेस्ट टीचर्स कार्यरत हैं। जिनमें से कई का डाटा लॉकडाउन के कारण एचआरएमएस पर अपलोड नहीं हो पाया था। स्कूलों के प्रशासनिक कार्यालय खुलने पर अब यह काम जल्दी पूरा होने की उम्मीद है।
सरकारी स्कूलों में अध्ययनरत जो प्रवासी बच्चे अपने अभिभावकों के साथ पलायन कर गए हैं, उनका मिड डे मील वितरित नहीं किया जाएगा। उनकी राशन सामग्री व कुकिंग लागत डीईईओ कार्यालयों में सुरक्षित रहेगी। प्रवासी बच्चों के लौटने पर ही मिड डे मील वितरण शुरू होगा। एसीएस ने सभी डीईईओ से स्कूल छोड़कर गए प्रवासी बच्चों की सूची निदेशालय को मुहैया कराने के निर्देश भी दिए हैं।

सभी डीईईओ अपने-अपने जिले में 25 या 25 से कम छात्र संख्या वाले स्कूलों का भौतिक निरीक्षण कराकर वास्तविक रिपोर्ट निदेशालय को भेजेंगे। खंड मौलिक शिक्षा अधिकारियों को स्कूलों में कम छात्र संख्या का कारण, उसके लिए उत्तरदायी कौन व पास के किस स्कूल में कम छात्र संख्या वाले स्कूलों को मर्ज किया जा सकता है, ये भी बताना होगा। उनकी रिपोर्ट को डीईईओ निदेशालय भेजेंगे, जिस पर आगामी निर्णय लिया जाएगा। एसीएस ने सभी शिक्षकों की सर्विस बुक भी ऑनलाइन करने को कहा है।
May 25, 2020

खट्टर सरकार किसानों को उजाड़ने पर तुली है - रणदीप सुरजेवाला

(अमन)कैथल। गुहला व सीवन खंड की सवा लाख एकड़ से अधिक जमीन पर धान की फसल की रोपाई पर रोक लगा सरकार इस क्षेत्र के किसानों को उजाड़ने पर तुली है। भाजपा- जजपा सरकार के इस किसान विरोधी तुगलकी फरमान का कांग्रेस तब तक विरोध करती रहेगी जब तक मुख्यमंत्री अपने 9 मई के धान बंदी के आदेशों को वापस नहीं ले लेते। ये विचार कांग्रेस के मुख्य प्रवक्ता व पूर्व बिजली मंत्री रणदीप सिंह सुरजेवाला (Randeep Singh Surjewala) ने चीका में पत्रकार वार्ता में कहे। 

रणदीप सुरजेवाला धान बंदी के विरोध में किसानों के साथ एसडीएम कार्यालय गुहला के समक्ष धरने पर बैठे थे। धरने के बाद रणदीप सुरजेवाला ने किसानों के हस्ताक्षर युक्त मुख्यमंत्री के नाम एक ज्ञापन एसडीएम गुहला को सौंपा। सुरजेवाला ने कहा कि मुख्यमंत्री मनोहर लाल कैथल जिले के साथ साथ कुरुक्षेत्र, फतेहबाद व सिरसा जिलों में मेरा पानी मेरी विरासत योजना के नाम पर धान पर रोक लगा यहां के किसानों को उजाड़ने में लगे हुए है और उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला उनकी हर बात का आंख बंद कर समर्थन कर रहे हैं। 

रणदीप ने कहा कि वे गुहला की घग्गर पार की सारी जमीन मुख्यमंत्री काे देते हैं, यदि मुख्यमंत्री इस जमीन पर मक्का या दलहन उगा कर दिखा दें वे राजनीति से सन्यास ले लेंगे। रणदीप ने कहा कि कांग्रेस सरकार ने कुरुक्षेत्र जिले में दादुपुर नलवी नहर का निर्माण करवाया था। इस नहर के बनने कुरुक्षेत्र, शाहबाद व पिहोवा हलके में जमीनी जल स्तर काफी ऊपर आ गया था जिससे किसानों के सामने से पानी का संकट काफी हद तक दूर हो गया था। लेकिन मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने इस नहर को बंद करवा किसान विरोधी होने का सबूत दिया है। 

रणदीप ने कहा कि प्रदेश की जनता जब भी उनकी सरकार लेकर आएगी तो वे पिहोवा के बीबीपुर में लगभग दो हजार एकड़ में कम से कम सौ फुट गहरी झील का निर्माण करवाएंगे। बरसात के दिनों में यमुना नदी में आने वाले बाढ़ के पानी को दादुपुर नलवी नहर के माध्यम से बीबीपुर झील तक लाएंगे। सुरजेवाला ने कहा कि इस झील का निर्माण होने से न केवल पिहोवा बल्कि गुहला व पंजाब तक का जल स्तर ऊपर आ जाएगा। उन्होंने कहा कि बीबीपुर से हांसी बुटाना नहर तक 22 किलोमीटर की एक नई नहर का निर्माण करवा झील के इस पानी को दक्षिणी हरियाणा तक पहुंचाएंगे। ऐसा करने से जहां यमुना में बाढ़ का खतरा कम होगा वहीं प्रदेश के दक्षिणी हिस्से को एक फसल के लिए पानी मिल जाएगा।

May 25, 2020

हरियाणा स्वास्थ्य विभाग के करीब 10 हजार स्पोर्टिंग स्टाफ और सिक्योरिटी गार्ड की नौकरी पर संक, नई भर्ती का निकला टेंडर

(मनवीर) हरियाणा स्वास्थ्य विभाग के करीब दस हजार स्पोर्टिंग स्टाफ (ठेका कर्मचारियों) और सिक्योरिटी गार्ड की नौकरी संकट में है। विभाग ने नए सिरे से भर्ती की प्रक्रिया शुरू कर दी है। जिससे इन कर्मचारियों को नौकरी गंवानी पड़ सकती है। इसे लेकर ठेका कर्मचारियों एवं उनके परिजनों में डर का माहौल है। सर्व कर्मचारी संघ हरियाणा के प्रदेशाध्यक्ष सुभाष लांबा व महासचिव सतीश सेठी ने सरकार व महानिदेशक, स्वास्थ्य सेवाएं से नई भर्ती की प्रक्रिया को रोकने की मांग की है।

उन्होंने दो टूक कहा कि अगर सरकार ने इस पर रोक नहीं लगाई तो ठेका कर्मचारियों को साथ लेकर सकसं आंदोलन करने पर मजबूर होगा। इससे पहले भी 31 मार्च को सभी सिक्योरिटी गार्ड को नौकरी से हटाकर होमगार्ड को तैनात करने का फ़ैसला सरकार ने लिया था। जिसका विरोध होने पर फैसला टाल दिया गया। मजदूर संगठन सीआईटीयू (सीटू) के महासचिव कामरेड जयभगवान ने सरकार व सीएम से इन्हीं कर्मचारियों की सेवाएं जारी रखने की मांग की है।

लांबा व सेठी ने बताया कि 27 फरवरी 2020 को जारी गाइडलाइंस के मुताबिक नई भर्ती के लिए टेंडर प्रक्रिया शुरू करने के आदेश जारी कर दिए गए हैं। इतना ही नहीं निदेशक स्वास्थ्य सेवाएं ने 13 मई को कमांडेंट जरनल, होम गार्ड व निदेशक सिविल डिफेंस को पत्र लिखकर विभाग में तैनात करीब 3200 सिक्योरिटी गार्ड की जगह होम गार्ड वालिंटियर को तैनात करने को भी कहा है।

उन्होंने इस पत्र के जबाव में 19 मई को 1 जुलाई से वर्षों से तैनात सिक्योरिटी गार्ड की जगह होमगार्ड को लगाने की स्वीकृति दे दी है। इससे विभाग में कार्यरत सिक्योरिटी गार्ड, सफाई कर्मचारी, वार्ड सर्वेंट, प्लम्बर, माली, लिफ्ट मैन, इलेक्ट्रिशियन, चपरासी आदि करीब दस हजार कर्मचारियों को नौकरी से हाथ धोना पड़ सकता है।
May 25, 2020

जल्द प्रदेश को मिलेगी पहली सरकारी जैविक प्रमाणीकरण एजेंसी, चौधरी चरण सिंह हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय, हिसार मे होगी स्थापित


(मनोज)चंडीगढ़, 25 मई- हरियाणा सरकार ने प्रदेश की पहली सरकारी जैविक प्रमाणीकरण एजेंसी स्थापित करने का निर्णय लेते हुए चौधरी चरण सिंह हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय, हिसार को यह एजेंसी स्थापित करने की अनुमति प्रदान की है।
चौधरी चरण सिंह हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय, हिसार के कुलपति प्रोफेसर के.पी. सिंह ने आज यह जानकारी देते हुए बताया कि यह एजेंसी हरियाणा जैविक प्रमाणीकरण एजेंसी (होका) के रूप में जानी जाएगी।
उन्होंने बताया कि विश्वविद्यालय ने हरियाणा पंजीकरण एवं विनियमन अधिनियम, 2012 (हरियाणा अधिनियम संख्या नं. 1, 2012) के तहत होका का सोसायटी के रूप में पंजीकरण करवा लिया है और यह सोसायटी एक राज्य सहायता प्राप्त जैविक उत्पाद प्रमाणीकरण एजेंसी के रूप में काम करेगी। विश्वविद्यालय के कुलपति सोसाइटी के पदेन अध्यक्ष/अध्यक्ष तथा दीनदयाल उपाध्याय जैविक खेती उत्कृष्टता केन्द्र के नियन्त्रण अधिकारी इसके सदस्य सचिव होंगे।
उन्होंने बताया कि विश्वविद्यालय ने कृषि एवं प्रसंस्कृत खाद्य उत्पाद निर्यात विकास प्राधिकरण (ए.पी.ई.डी.ए.), केन्द्रीय वाणिज्य एवं उद्योग मंत्रालय से होका को मान्यता दिलाने के लिए प्रक्रिया प्रारम्भ कर दी है। इसके बाद प्रदेश व प्रदेश से बाहर जैविक उत्पादों के विपणन व निर्यात में कोई बाधा नहीं आएगी।
उन्होंने बताया कि हरियाणा जैविक प्रमाणीकरण एजेंसी व दीनदयाल उपाध्याय जैविक खेती उत्कृष्टता केन्द्र आपस में साथ मिलकर कार्य करेंगे। विश्वविद्यालय अपनी प्रयोगशालाओं को और अधिक मजबूत करने के साथ-साथ परीक्षण सेवाओं को भी बढ़ावा देगा।  इस संस्था के स्थापित होने पर प्रदेश के किसानों को जैविक उत्पाद प्रमाणीकरण से जुड़ी सभी जानकारियों का समय पर पता चल सकेगा और वे अपने जैविक उत्पाद को उचित मूल्य पर बेच पायेंगे। इसके अतिरिक्त, राज्य के लोगों को शुद्ध जैविक खाद्य उत्पाद प्राप्त होंगे और उनका विश्वास प्रदेश के किसानों में बढ़ेगा।
हरियाणा जैविक प्रमाणीकरण एजेंसी तथा दीनदयाल उपाध्याय जैविक खेती उत्कृष्टता केन्द्र के उद्देश्यों में राष्ट्रीय एवं अंतर्राष्ट्रीय मानकों के अनुसार जैविक खेतों एवं प्रक्रियाओं का प्रमाणन, आमजन के लिए जैविक खेती को बढ़ावा देना, जैविक खेतों व जैविक उद्योगों के विभिन्न उत्पादों का परीक्षण, जैविक प्रमाणीकरण के लिए जैविक किसानों व उत्पादकों को वैज्ञानिक ढंग से प्रशिक्षित करना व उनकी क्षमता का निर्माण करना, स्वस्थ, शुद्ध एवं पौष्टिक खाद्य उत्पादन तक आमजन की पहुंच सुनिश्चित करना, उत्पाद पर्यावरण के अनुकूल हों और स्थायी प्रौद्योगिकियों को बढ़ावा मिलने के अलावा उनका शोधन, सत्यापन और संवर्धन करना, जैविक बीज से लेकर जैविक उत्पादों के विपणन के लिए बेहतर और अत्याधुनिक तकनीकों को विकसित करना शामिल है।
प्रो. के.पी. सिंह ने इसके लिए मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि विश्वविद्यालय में ऐसी एजेंसी को स्थापित करने की मान्यता देना जैविक खेती को बढ़ावा देने की दिशा में बहुत ही सराहनीय कदम है। इससे किसानों को अपनी आय बढ़ाने के लक्ष्य को प्राप्त करने में भी मदद मिलेगी।
उन्होंने बताया कि किसान जैविक प्रमाणीकरण की दो प्रणाली अपनाते हैं। इसमें पहली प्रणाली स्व-प्रमाणन प्रणाली (पार्टिसिपेटरी गारंटी स्कीम) होती है जो किसानों की फसल को अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर विपणन के लिए प्रभावी नहीं करती। दूसरी प्रणाली थर्ड पार्टी सर्टिफिकेशन की है, जो ज्यादातर निर्यात के उद्देश्य से अपनायी जाती है।  अब किसानों को कम खर्च में जैविक उत्पादकों की लागत प्रभावी बनाने और पारदर्शी तरीके से तीसरे पक्ष का प्रमाणन प्राप्त करने में मदद मिलेगी और वे अपने उत्पादों को घरेलू व अंतर्राष्ट्रीय बाजार में प्रमाणन के साथ बेच सकेंगे।
प्रो. के.पी. सिंह ने बताया कि दीनदयाल उपाध्याय जैविक खेती उत्कृष्टता केन्द्र पर उत्पादित जैविक उत्पादों की रोजाना बिक्री हो जाती है, जिससे पता चलता है कि एक आम ग्राहक भी जैविक उत्पादों की आवश्यकता अनुभव करता है। इसलिए हरियाणा जैविक प्रमाणीकरण एजेंसी के स्थापित होने पर जैविक खाद्यान्न का उत्पादन सम्भव हो सकेगा और किसानों को अपना उत्पाद बेचने के लिए परेशान नहीं होना पड़ेगा।
उन्होंने बताया कि विश्वविद्यालय जैविक खेती को बढ़ावा देने के लिए विभिन्न फसलों की सिफारिशें भी तैयार करेगा, जिसके लिए अन्य राज्यों की जैविक फसल सिफारिशों का अवलोकन किया जा रहा है। हरियाणा प्रदेश के लिए समग्र जैविक फसल सिफारिशों को किसानों के लिए लागू करेगा। इस तरह जैविक खेती में बीमारी, कीट इत्यादि के सम्बन्ध में आ रही विभिन्न समस्याओं का निवारण हो सकेगा।
May 25, 2020

प्रवासी घर वापसी - आज कालका,पानीपत,फरीदाबाद व गुरुग्राम से एक एक व अम्बाला से दो विशेष श्रमिक रेलगाडिया छुटी


(मनोज)चंडीगढ़, 25 मई- हरियाणा के मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल ने कहा है कि कोविड-19 वैश्विक महामारी के चलते राज्य सरकार द्वारा प्रदेश से इच्छुक प्रवासी श्रमिकों को उनके गृह राज्यों में पहुंचाने के लिए रोजाना विशेष श्रमिक रेलगाडिय़ों को प्रदेश के विभिन्न रेलवे स्टेशनों से चलाया जा रहा है और इसी श्रृंखला में आज हरियाणा से 6 विशेष श्रमिक रेलगाडिय़ों को भेजा जा रहा है।, जिनमें से कालका से श्रमिक ट्रन देर रात रवाना होगी। इसी तरह, हरियाणा के पड़ौसी राज्यों के रहने वाले श्रमिकों को भी बसों के माध्यम से उनके गृृह राज्यों में भिजवाया जा रहा है।
उन्होंने बताया कि अब तक हरियाणा से 77 विशेष श्रमिक रेलगाडियों और 5500 बसों के माध्यम से 2.90 लाख प्रवासी श्रमिकों को उनके गृह राज्यों में भेजा जा चुका है। इसके अलावा, कुल 11,534 श्रमिक/लोग विभिन्न राज्यों से हरियाणा लौटे हैं। उन्होंने बताया कि हरियाणा सरकार ने इन प्रवासी श्रमिकों की परेशानियों को समझते हुए उन्हें नि:शुल्क उनके गृह राज्य पहुंचाने की व्यवस्था की है। अपने गृह राज्यों में जाने के इच्छुक प्रवासी श्रमिकों को उनके गंतव्य तक पहुंचाने की शृंखला के तहत आज अम्बाला, कालका, फरीदाबाद, पानीपत और गुरुग्राम से 6 विशेष श्रमिक रेलगाडिय़ों से 9,000 से अधिक प्रवासी श्रमिकों को उनके गृह राज्य बिहार, झारखण्ड और मणिपुर के लिए रवाना किया जा रहा है।
उन्होंने बताया कि हरियाणा राज्य की उन्नति व विकास में प्रवासी श्रमिकों का उल्लेखनीय योगदान है। उन्होंने कहा कि विविधताओं के बावजूद हम सब देशवासी एक हैं और इसी भावना व सोच के साथ हरियाणा सरकार ने लॉकडाउन में फंसे और अपने घर जाने के इच्छुक प्रवासी श्रमिकों को हरियाणा सरकार के खर्च पर उनके गृह राज्यों में भिजवाने की शुरूआत की है। मुख्यमंत्री ने कहा कि देश के किसी भी भाग में रहने वाले सभी भारतीय एक हैं और इनकी दुख-तकलीफ को दूर करना हम सब भारतीयों का दायित्व है।
आज अम्बाला से 1,598 प्रवासी श्रमिकों को मुज्जफरपुर (बिहार) एवं 1,560 श्रमिकों को बरौनी (बिहार) के लिए, कालका से लगभग 1,300 एवं फरीदाबाद से 1,570 प्रवासी श्रमिकों को कटिहार (बिहार) के लिए, पानीपत से 1,600 श्रमिकों को रांची (झारखण्ड) के लिए और गुरुग्राम से 1400 प्रवासी श्रमिकों को जरीबम (मणिपुर) के लिए रवाना किया जा रहा हैं।

 --गुरूग्राम से मणीपुर के जरीबम के लिए रेलगाड़ी--

गुरुग्राम रेलवे स्टेशन से आज 1400 प्रवासी नागरिकों को लेकर श्रमिक स्पेशल ट्रेन मणिपुर के जरिबम नामक स्थान के लिये रवाना हुई। ट्रेन ठीक शाम 6.00 बजे रवाना हुई। यह रेलगाड़ी गुवाहटी होते हुए मणिपुर के लिए जाएगी। जाने से पहले रेलवे स्टेशन पर इन सब के  स्वास्थ्य की जांच की गई व हाथों को सैनेटाइज करवाकर भोजन व पानी दिया गया। इसके उपरांत उन्हें निशुल्क टिकट देकर ट्रेन में बिठाया गया। प्रवासी नागरिकों को जिला प्रशासन की ओर से भोजन व पानी उपलब्ध करवाया गया। प्रत्येक प्रवासी नागरिक को स्वास्थ्य जांच के बाद मेडिकल फिटनेस प्रमाणपत्र दिया गया है। इस दौरान सोशल डिस्टेंसिंग का विशेष तौर पर ध्यान रखा गया।

 --अम्बाला से बिहार के मुज्जफरपुर एवं बरौनी के लिए दो रेलगाडिय़ां--

अम्बाला छावनी रेलवे स्टेशन से आज दो विशेष श्रमिक रेलगाडियों से 1,598 प्रवासी श्रमिकों को बिहार के मुज्जफरपुर और 1,560 श्रमिकों को बरौनी के लिए रवाना किया गया। मुज्जफरपुर जाने वाली ट्रेन बिहार के अन्य जिलों दरभंगा, गोपालगंज, मधुबनी, पूर्णिया, पश्चिमी चम्पारन, पूर्वी चंपारन को कवर करेगी। मुज्जपरपुर भेजे गये प्रवासी श्रमिकों में अम्बाला के अलावा नारायणगढ़, मुलाना, कैथल, कुरूक्षेत्र, जींद के प्रवासी श्रमिक भी शामिल हैं।

 --कालका से बिहार के कटिहार के लिए रेलगाड़ी--

पंचकूला सेे प्रवासी मजदूरों को उनके गृह राज्य भेजने के लिए रायपुररानी, रामगढ, बरवाला, सैक्टर-15 आदि स्थलों से एकत्र करके 45 बसों मेंं कालका रेलवे स्टेशन पर लाया गया है। इसके बाद उन्हें कटिहार की रेलगाड़ी में रवाना किया जाएगा। कटिहार जाने वाले इस रेलगाड़ी में छपरा, मोतीहारी, गोपालगंज, मधुवनी, सुपौल, सिवान, अररिया, पूर्णिया, सहारसा, खगडिय़ा, दरबंगा, समस्तीपुर, पटना आदि आसपास के रहने वाले लगभग 1300 प्रवासी मजदूरों को भेजा जाएगा।  

 --फरीदाबाद से बिहार के कटिहार के लिए रेलगाड़ी--

फरीदाबाद ओल्ड रेलवे स्टेशन से कटिहार (बिहार) के लिए आज 1570 प्रवासी मजदूरों को ट्रेन के माध्यम से रवाना किया गया। प्रवासी मजदूरों को उनके घरों तक पहुंचाने के लिए अब तक करीब 300 से अधिक बसें व छह ट्रेनें फरीदाबाद से देश के विभिन्न राज्यों व जिलों के लिए रवाना की गई हैं। आज रवाना हुई ट्रेन कटिहार, बिहार जाएगी।  

 --पानीपत से झारखण्ड के रांची के लिए रेलगाड़ी--

आज पानीपत जंक्शन से विशेष श्रमिक ट्रेन में 1600 श्रमिक रवाना किए गए।  इस ट्रेन में जींद, कुरूक्षेत्र, यमुनानगर, करनाल, रोहतक, गुरूग्राम और पानीपत के श्रमिक रांची भेजे गए हैं। इन सभी को विभिन्न सैल्टर होम से बसों के माध्यम से रेलवे स्टेशन लाया गया। आज पानीपत जंक्शन से विशेष श्रमिक ट्रेन में सवार श्रमिकों को रवाना करते हुए पानीपत की विभिन्न सामाजिक सस्ंथाओं ने उन्हें गन्तव्य स्थान पर जाने की शुभ कामना दी और तालियां बजाकर उनका हौंसला भी बढ़ाया।

 --श्रमिकों को मुहैया करवाई गई सुविधाएं--

प्रवासी मजदूरों को शैल्टर होम से रोडवेज की बसों के माध्यम से रेलवे स्टेशन तक लाया गया। प्रवासी मजदूरों को उनके गृह प्रदेश रवाना करने से पूर्व सभी जरूरी इंतजाम किए गए। जहां एक तरफ रेलवे प्लेटफार्म को वैक्यूम क्लीनर मशीन से बार-बार साफ किया जा रहा था, तो वहीं दूसरी ओर रेलगाड़ी के साथ-साथ प्रत्येक प्रवासी श्रमिक के हाथों को भी सैनिटाइज किया गया तथा उनके लिए भोजन व पीने के पानी की व्यवस्था भी की गई।  इन प्रवासी श्रमिकों को निशुल्क ट्रेन की टिकट के साथ-साथ अन्य सुविधाएं भी उपलब्ध करवाई गई है, ताकि रास्तें में प्रवासी श्रमिकों को किसी परेशानी का सामना न करना पड़ें। ट्रेन की प्रत्येक बोगी में प्रवासी श्रमिक सामाजिक दूरी के साथ बिठाएं गए थे।

 --श्रमिकों की आंखों में थी खुशी की चमक--

इस दौरान प्रवासी मजदूरों के मन में बड़ी खुशी की लहर थी और वे बार-बार हरियाणा सरकार का शुक्र्रिया अदा कर रहे थे। अधिकांश मजदूर बार-बार चढने से पहले रेलगाड़ी को भी नमन कर रहे थे और कालका की धरती को भी बड़े ही भावुक होकर छू रहे थे। इस दौरान उनकी आंखों में खुशी के आंसू छलक रहे थे।
वहीं, पानीपत से रांची जाने वाले राजेश ने बताया कि वे कई सालों से धागे का काम करते थे लेकिन लॉकडाउन की वजह से उनकी कम्पनी में काम कम हो गया, इसलिए उन्हें वापिस अपने घर जाना पड़ रहा है। उनकी इस कम्पनी में उनकी पत्नी गुडिया उनके साथ काम करने जाती थी। उन्होंने बताया कि वे लॉकडाउन के बाद वापिस काम पर आयेंगे। इसी तरह, झारखंड के गिरडी जिला के पेरिया गांव के वासी प्रेम पंडित ने बताया कि कोरोना वायरस के चलते वे अपने घर जा रहे हैं। यहां के लोगों ने बड़ी सेवा भावना के साथ खाना-पीना उपलब्ध करवाया हैं। सरकार ने उनके जाने का जो इन्तजाम किया हैं वे उसे हमेशा याद रखेंगे।
May 25, 2020

सरकार ने विशेष राहत पैकेज देकर किसान-मजदूर व आमजन का पूरा ख्याल रखा है- जय प्रकाश दलाल (कृषि एवं किसान कल्याण तथा पशुपालन मंत्री)


(मनोज)चंडीगढ़, 25 मई- हरियाणा के कृषि एवं किसान कल्याण तथा पशुपालन मंत्री श्री जय प्रकाश दलाल ने कहा कि कोविड-19 की वैश्विक महामारी के दौरान भी प्रदेश में किसानों की फसल खरीद के लिए मंडियोंं व खरीद केन्द्रों की समुचित व्यवस्था की गई है, जिसके फलस्वरूप अब तक लगभग छ: लाख किसान खरीद केन्द्रों व मंडियों में अपनी फसल बेचने के लिए पहुंचे हैं। मंडियों में कोरोना वायरस को फैलने से रोकने के लिए  उचित प्रबंध किये गए हैं  ।
कृषि मंत्री श्री दलाल ने कहा कि आज पूरा विश्व कोविड-19 की वैश्विक महामारी से जूझ रहा है, लेकिन प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी की दूरदर्शी सोच व सूझबूझ और समय पर लगाए गए लॉकडाउन के चलते भारत में स्थिति अभी तक नियंत्रण में रही है और सीमित साधनों के होते हुए भी भारत विश्व के अन्य देशों से बेहतर स्थिति में है। सरकार ने विशेष राहत पैकेज देकर किसान-मजदूर व आमजन का पूरा ख्याल रखा है।

8.25 लाख मीट्रिक टन सरसों तथा 73 लाख मीट्रिक टन गेहंू की खरीद

उन्होंने कहा कि कोरोना संक्रमण के दौरान भले ही राज्य में लॉकडाउन चल रहा है, लेकिन सरकार ने किसानों के समक्ष किसी भी प्रकार की समस्या को नहीं आने दिया, चाहे वह फसल कटाई की बात हो या फिर मंडियों में फसल बेचने की व्यवस्था की बात हो। उन्होंने कहा कि सरकार ने मंडियों के अलावा खरीद केन्द्र भी स्थापित किए हैं ताकि किसानों को अपनी फसल बेचने के लिए ज्यादा दूर न जाना पड़े। उन्होंने कहा कि प्रदेश में लगभग 8.25 लाख मीट्रिक टन सरसों तथा 73 लाख मीट्रिक टन गेहंू की खरीद हुई है।  प्रदेश का किसान खुश है।

‘मेरा पानी मेरी विरासत’

उन्होंने कहा कि राज्य में जल संरक्षण के लिए ‘मेरा पानी मेरी विरासत’ नामक महत्वाकांक्षी योजना शुरू की है, जिससे पानी की बचत हो सकेगी। प्रदेश में भी इस योजना को लागू करते हुए किसानों को जहां धान की बिजाई की जाती थी, वहां कम पानी वाली फसल पैदा करने के लिए जागरूक किया जा रहा है। इसके लिए किसानों को उत्तम किस्म के बीज व अनुदान भी दिया जा रहा है। उन्होंने कहा कि सरकार का प्रयास है कि हर घर व खेत तक पर्याप्त मात्रा में जल पहुंचे। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल के कुशल प्रबंधन के कारण ही प्रदेश में सीमित संसाधनों से ही इस बार गन्ने और चीनी का रिकॉर्ड उत्पादन हुआ है।

पशुधन क्रेडिट कार्ड योजना

उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी द्वारा लागू की गई पशुधन क्रेडिट कार्ड योजना से पशुपालन को निश्चित तौर पर बढ़ावा मिलेगा। प्रदेश में लगभग तीन लाख ऐसे कार्ड बनाए जाएंगे, जिससे पशुपालन सीधे तौर पर लाभान्वित होंगे। पशुपालकों को बिना गारंटी के रियायती ब्याज दरों पर पशुपालन के लिए ऋण मुहैया करवाया जाएगा। उन्होंने सभी किसानों से अनुरोध किया कि वे डेयरी, पशुपालन, बागवानी, सब्जी उत्पादन व प्रोसैसिंग की तरफ ध्यान दें ताकि उनकी आमदनी बढ़े।

 विभाग के पास पर्याप्त मात्रा में दवाई

 उन्होंने कहा कि टिड्डी दल से बचाव के लिए कृषि विभाग द्वारा समुचित प्रबंध किए जा रहे हैं और टिड्डी दल से फसलों को किसी प्रकार का नुकसान नहीं होने दिया जाएगा। टिड्डी की समस्या से निपटने के लिए विभाग के पास पर्याप्त मात्रा में दवाई उपलब्ध है।

यदि आपने  किया था कृषि यंत्र पर अनुदान के लिए आवेदन तो ऐसे मिलेगा अनुदान

हरियाणा के कृषि एवं किसान कल्याण विभाग ने कोविड-19 की महामारी के दृष्टिगत कृषि यंत्र पर अनुदान का लाभ लेने के लिए आवेदन करने वाले किसानों के हित में एक अहम निर्णय लिया है।

विभाग के एक प्रवक्ता ने इस बारे में जानकारी देते हुए बताया कि आवेदन करने वाले  जिन किसानों ने पिछले 4 वर्षों के दौरान कृषि यंत्र पर अनुदान का लाभ अभी तक नहीं लिया है तथा जिनके पास पंजीकृत ट्रैक्टर है (केवल ट्रैक्टर चलित कृषि यंत्रो हेतु) वे बिना परमिट लिए विभाग की साईट पर खरीदे गए यंत्र का बिल, ईवे-बिल, कृषि यंत्र की फोटो व स्वघोषणापत्र (पोर्टल पर उपलब्ध प्रारूप में डीलर और किसान के हस्ताक्षर सहित) आगामी 15 जून 2020 तक विभागीय साइट पर अपलोड करना होगा।
उन्होंने आगे बताया कि आरक्षित श्रेणी में आवेदन करने वाले किसानों को अतिरिक्त लाभ हेतु संबंधित कागजात जैसे अनुसूचित जाति प्रमाण-पत्र,आधार कार्ड की कॉपी, पैन कार्ड, ऑनलाइन आवेदन करने की रसीद, स्वघोषणापत्र, बैंक कॉपी तथा ट्रैक्टर के पंजीकरण की कॉपी इत्यादी दस्तावेज तैयार करके अपने पास रखने होंगे, जब खरीदी गई मशीन का विभाग द्वारा भौतिक सत्यापन किया जाएगा तब वे दस्तावेज जमा करवाए जायेंगे। अगर दस्तावेजों में किसी प्रकार की कोई कमी अथवा गलत जानकारी पाई गई तो सम्बंधित किसान अनुदान का पात्र नहीं होगा।
प्रवक्ता यह भी बताया कि जिन किसानों ने विभाग के पोर्टल पर कृषि यंत्रों पर अनुदान लेने के लिए 20 फरवरी से 29 फरवरी 2020 तक ऑनलाइन आवेदन किया था, उनके आवेदनों (लेजर लैंड लेवलर के आवेदन को छोडकऱ) को हरियाणा सरकार द्वारा स्वीकार कर लिया गया है। उन्होंने बताया कि किसान अधिक जानकारी के लिए अपने जिला के उप कृषि निदेशक/सहायक कृषि अभियंता के कार्यालय में   संपर्क कर सकते हैं।
May 25, 2020

भाजपा सांसद मनोज तिवारी ने सोनीपत मे किया लॉकडाउन का उल्लंघन, न मास्क लगाया और न रखी सोशल डिस्टेंसिं

मनोज तिवारी ने किया लॉकडाउन का उल्लंघन
(अरुण मलिक) सांसद व दिल्ली भाजपा प्रदेश अध्यक्ष मनोज तिवारी लॉकडाउन का उल्लंघन करते नजर आए। उन्होंने न मास्क लगाया और न ही सोशल डिस्टेंसिंग का ख्याल रखा। हरियाणा के सोनीपत जिले में गन्नौर के गांव शेखपुरा में ऐसा हुआ। सांसद तिवारी शेखपुरा में क्रिकेट स्टेडियम में संचालकों के बुलावे पर पहुंचे थे।
स्टेडियम में दो टीमों के बीच होने वाले मैच में मनोज तिवारी ने भी खेलने की इच्छा जाहिर की तो उनको टीम में शामिल किया गया। अपनी टीम के लिए पहले बल्लेबाजी करते हुए मनोज तिवारी ने 9 चौकों व 2 छक्कों की मदद से कुल 67 रन बनाए, जिसके बाद वह कैच आउट होकर पैवेलियन लौट गए और उनकी टीम ने 20 ओवरों में 3 विकेट के नुकसान पर 238 रन जोड़े।

इसके बाद उन्होंने अपनी टीम के लिए गेंदबाजी भी की। उन्होंने तीन ओवर में बिना विकेट झटके 40 रन दिए। लेकिन उनकी टीम ने विपक्षी टीम को 208 रनों पर ही समेट दिया और मनोज तिवारी की टीम मैच जीतने में कामयाब रही।

मैच में लॉकडाउन के नियमों का हुआ उल्लंघन

प्रशासन द्वारा खेल स्टेडियम खोलने की अनुमति दी गई है, लेकिन उसके लिए नियम भी बनाए गए हैं। टीम गेम के लिए प्रशासन ने केवल 18 खिलाड़ियों के ही प्रवेश की अनुमति दी है, जबकि दर्शक स्टेडियम में प्रवेश नहीं कर सकते। लेकिन लॉकडाउन के बीच क्रिकेट स्टेडियम में दिल्ली के प्रदेशाध्यक्ष मनोज तिवारी की उपस्थिति में हुए टी-20 मैच में नियमों का भी उल्लंघन हुआ।

स्टेडियम में 18 से अधिक खिलाड़ियों ने प्रवेश किया। इसके अलावा स्टेडियम में दर्शक के तौर पर कई व्यक्ति भी मौजूद रहे। मैच में शारीरिक दूरी का ध्यान भी नहीं रखा गया। मैच के दौरान व मैच के बाद व्यक्ति झुंड में खड़े दिखाई दिए। मनोज तिवारी भी स्टेडियम में शारीरिक दूरी कायम नहीं रख सके। स्टेडियम में अपने संबोधन के दौरान मनोज तिवारी लोगों से घिरे दिखे।

लॉकडाउन के चौथे चरण में डीसी की ओर से खेल स्टेडियम खोलने की अनुमति दी जा चुकी है, लेकिन उसके लिए नियम भी बनाए गए हैं। जिनकी अनुपालना की जानी चाहिए। मैच के बारे में कोई जानकारी नहीं थी। इस बारे में पता कराया जाएगा।
- स्वप्निल रविंद्र पाटिल, एसडीएम गन्नौर
May 25, 2020

राज्य सरकार स्कूली विद्यार्थियों के अभिभावकों व प्राइवेट स्कूलों के हितों को ध्यान में रखकर ही कदम उठा रही है- शिक्षा मंत्री श्री कंवर पाल


चंडीगढ़, 25 मई- हरियाणा के शिक्षा मंत्री श्री कंवर पाल ने कहा कि राज्य सरकार स्कूली विद्यार्थियों के अभिभावकों व प्राइवेट स्कूलों के हितों को ध्यान में रखकर ही कदम उठा रही है, किसी के साथ भी भेदभाव नहीं होने दिया जाएगा।

उन्होंने आज यहां कहा कि कोविड-19 के प्रसार को रोकने के लिए पूरे देश में लॉकडाऊन शुरू किया गया जिसके कारण राज्य के सभी स्कूलों को भी बंद करना पड़ा। विद्यार्थियों की शिक्षा को जारी रखने के लिए हरियाणा सरकार ने ऑनलाइन पढ़ाई शुरू की है। कोविड-19 के कारण बदली आर्थिक परिस्थितियों को देखते सरकार ने निजी स्कूलों को फीस में बढ़ोतरी न करने, पाठ्यपुस्तकें तथा वर्दी में बदलाव न करने के निर्देश दिए। यही नहीं अभिभावकों की फीस को लेकर चिंता जताए जाने पर राज्य सरकार ने निजी स्कूलों को बिल्डिंग फण्ड, रखरखाव फण्ड, प्रवेश शुल्क, कम्यूटर, ट्रांसपोर्ट आदि न लेकर मासिक आधार पर मात्र ट्यूशन फीस लेने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने आगे कहा कि अगर कोई अभिभावक वर्तमान में फीस देने में असमर्थ है तो वह स्कूल प्रशासन को लिखित रूप में बाद में किश्तों में देने का अनुरोध कर सकता है।
शिक्षा मंत्री ने बताया कि राज्य के सरकारी व निजी स्कूलों को अपने कार्यालय खोलने की अनुमति दे दी गई है ताकि एडमिशन, पाठ्यपुस्तकों आदि का आवश्यक कार्य निपटा लें।

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May 25, 2020

आंध्र प्रदेश और पश्चिम बंगाल को छोड़ बाकि पुरे देश में घरेलू विमान सेवा शुरू





(नेहा) कोरोनावायरस के चलते पिछले दो महीने से बंद पड़ी घरेलू विमान सेवायें आज सोमवार से शुरू हो गई है l धीरे धीरे जन जीवन को कोरोना काल से निकाल सामान्य करने के प्रयासों के तहत देश मे घरेलु विमान सेवाए आरम्भ की गई है | आंध्र प्रदेश और पश्चिम बंगाल में ये सेवा अभी भी शुरू नहीं हो पाएंगी , इसके लिए कुछ समय और इन्तजार करना होगा l
इंदिरा गांधी इंटरनेशनल (IGI) एयरपोर्ट, टर्मिनल -3 पर घरेलू उड़ान संचालन खबर के साथ ही यात्री भी सुबह सुबह पहुंचना शुरू हो गए l

आईजीआई हवाई अड्डे पर घरेलू उड़ान संचालन को फिर से शुरू करने के बाद पहली उड़ान आज सुबह 4:45 बजे पुणे, महाराष्ट्र के लिए रवाना हुई । हवाई अड्डे पर पहला आगमन अहमदाबाद से हुआ l

Sunday, May 24, 2020

May 24, 2020

न मंडियों में भटकेंगे, न रेट पिटेगा, रोज 100 टन टमाटर अब सीधे खेत से क्रीमिका खरीदेगी

हरियाणा सरकार और किसान उत्पादक संगठन के सहयोग से पहली बार बहुराष्ट्रीय कंपनी से हुआ टाईअप

स्पेशल स्टोरी(नेहा)- जी हाँ, प्रदेश मे टमाटर के किसानो के लिए अच्छी खबर है कि अब रोजाना 100 टन टमाटर सीधे किसानों के खेतों से उठाए जाएंगे। किसानों को अपने टमाटर की फसल लेकर अब मंडी-दर-मंडी न तो भटकना पड़ेगा और न ही किसानों को कम रेट मिलने पर आर्थिक शोषण का शिकार होना पड़ेगा। सब्जी उत्पादकों को राहत देने के इरादे से हरियाणा सरकार ने किसान उत्पादक संगठनों के सहयोग से एक विशेष कदम उठाया है।

इस कड़ी में फिलहाल टमाटर उत्पादक किसानों को फायदा पहुंचाने के लिए पहली बार बहुराष्ट्रीय कंपनी क्रीमिका से टाईअप किया गया है। इस मल्टीनेशनल कंपनी के पंजाब और हिमाचल प्रदेश में प्लांट है। जहां यह कंपनी टोमेटो कैचअप, टोमेटो पेस्ट, टोमेटो प्यूरी जैसे विभिन्न उत्पाद तैयार कर देश-विदेश में बेचती है।

हरियाणा सरकार और हर किसान प्रोड्यूसर कंपनी लिमिटेड ( स्टेट फेडरेशन ऑफ हरियाणा फार्मर्स) के सहयोग से किसानों के साथ और राष्ट्रीय कंपनी का सीधा टाइअप करवाया गया। इस दौरान सरकार ने यह भी साफ कर दिया है कि पिछले दिनों टमाटर का जो थोक रेट डेढ़ रुपये प्रति किलो चल रहा था।

वह  अब 6 रुपये प्रति किलो से कम नहीं होगा। रेट पिटा तो सरकार भावांतर भरपाई योजना के तहत किसान को कम से कम 6 रुपये है जरूर दिलवाएगी। जबकि सरकार को उम्मीद है कि संबंधित कंपनी किसानों को इससे भी बढ़िया दाम उपलब्ध करवाएगी। जिससे टमाटर किसानों को अच्छा मुनाफा हो सकेगा।

किसानों को कलेक्शन सेंटर तक पहुंचाना होगा टमाटर

कुरुक्षेत्र, यमुनानगर, करनाल, तोशाम, नूंह के विभिन्न गांवों में टमाटर कलेक्शन सेंटर तैयार किए जाएंगे। चरखी दादरी में भी एक कलेक्शन सेंटर बनाने पर विचार हो रहा है। किसानों को अपना टमाटर सिर्फ इन कलेक्शन सेंटर पर लेकर पहुंचना होगा। यहां मार्केटिंग बोर्ड और बागवानी विभाग के अफसर भी मौजूद रहेंगे। उनकी निगरानी में ही इन्हीं सेंटरों पर टमाटरों की खरीद होगी। मौके पर जो दाम तय होगा उतनी राशि डीबीटी के जरिए सीधे किसानों के खाते में पहुंच जाएगी।

ट्रांसपोर्टेशन का जिम्मा किसान उत्पादक संगठनों का

टमाटर कलेक्शन सेंटर से कंपनी के प्लांट तक टमाटर के ट्रांसपोर्टेशन की जिम्मेदारी किसान उत्पादक संगठन की होगी। इस ट्रांसपोर्टेशन का आधा खर्च हरियाणा सरकार वहन करेगी। किसान उत्पादक संगठनों को ट्रांसपोर्टेशन में 50 फीसद अनुदान देने की केंद्र सरकार की योजना है। लेकिन हरियाणा सरकार यह अनुदान पहले अपनी तरफ से ही किसान उत्पादक संगठनों को रिलीज कर देगी। बाद में इसे केंद्र सरकार से क्लेम कर लिया जाएगा।
हरियाणा सरकार के सहयोग से पहली बार प्रदेश में ऐसी व्यवस्था की जा रही है। जिसके अंतर्गत एक बहुराष्ट्रीय कंपनी को सीधे किसान अपना टमाटर बेच सकेंगे और बेहतर दाम पा सकेंगे। यह एक अच्छी शुरुआत है। जैसे-जैसे इसका विस्तार होगा। किसानों के लिए सब्जियों की खेती मुनाफे का सौदा बनती जाएगी।- इंद्रजीत सिंह, चीफ को-ऑर्डिनेटर, हर किसान प्रोड्यूसर कंपनी लिमिटेड।

सरकार सब्जी उत्पादकों के मुनाफे को लेकर बहुत ज्यादा संजीदा है। इसी कड़ी में पहली बार उक्त प्रयास किया गया है। सब्जी उत्पादकों का दाम न पिटे, इसके लिए कई सब्जियों को भावांतर भरपाई योजना के अंतर्गत भी लिया गया है। किसान उत्पादक संगठनों के साथ सरकार इस काम में आगे बढ़ रही है।- संजीव कौशल, अतिरिक्त मुख्य सचिव, कृषि एवं कृषक कल्याण विभाग हरियाणा
May 24, 2020

प्रवासी घर वापसी जारी है - आज यमुनानगर से तीन व भिवानी से चली दो स्पेशल ट्रेने

चंडीगढ़, 24 मई- हरियाणा के मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल ने कहा है कि कोविड-19 वैश्विक महामारी के चलते राज्य सरकार द्वारा प्रदेश से इच्छुक प्रवासी श्रमिकों को उनके गृह राज्यों में पहुंचाने के लिए रोजाना विशेष श्रमिक रेलगाड़ियों को प्रदेश के विभिन्न रेलवे स्टेशनों से चलाया जा रहा है और इसी श्रृंखला में आज हरियाणा से पांच विशेष श्रमिक रेलगाड़ियों को भेजा गया है। उन्होंने बताया कि हरियाणा राज्य की उन्नति व विकास में प्रवासी श्रमिकों का उल्लेखनीय योगदान है।
        उन्होंने बताया कि आज भिवानी से दो रेलगाड़ी के माध्यम से लगभग 3200 प्रवासी श्रमिकों को कटिहार व अररिया (बिहार), यमुनानगर से तीन रेलगाड़ियों के माध्यम से लगभग 4600 प्रवासी श्रमिकों को बरोनी, मुजफरपुर और कटिहार (बिहार) भेजा गया हैं।
        उन्होंने कहा कि विविधताओं के बावजूद हम सब देशवासी एक हैं और इसी भावना व सोच के साथ हरियाणा सरकार ने लॉकडाउन में फंसे और अपने घर जाने के इच्छुक प्रवासी श्रमिकों को हरियाणा सरकार के खर्च पर उनके गृह राज्यों में भिजवाने की शुरूआत की है। मुख्यमंत्री ने कहा कि देश के किसी भी भाग में रहने वाले सभी भारतीय एक हैं और इनकी दुख-तकलीफ को दूर करना हम सब भारतीयों का दायित्व है।

--भिवानी से कटिहार व अररिया (बिहार) के लिए रवाना हुई दो विशेष श्रमिक रेलगाड़ियां--

        भिवानी से 3200 प्रवासी श्रमिक बिहार के लिए रवाना हुए। भिवानी से चार बजे अररिया के लिए और पांच बजे कटिहार के लिए स्पेशल ट्रेन रवाना हुई। अररिया और कटिहार की ट्रेन में 1600-1600 प्रवासी श्रमिक रवाना हुए। भिवानी रेलवे स्टेशन से विशेष श्रमिक रेलगाड़ी संख्या 04891 अररिया के लिए गई रवाना हुई। इस गाड़ी में 1360 प्रवासी श्रमिक भिवानी से, 141 नारनौल से और 99 श्रमिक दादरी से सवार हुए। इसी प्रकार, भिवानी से गाड़ी संख्या 04893 कटिहार के लिए रवाना हुई, जिसमें 1300 प्रवासी श्रमिक फतेहाबाद से और 300 प्रवासी श्रमिक हिसार जिले से है। इस ट्रेन में 22 छोटे बच्चे भी थे।

--यमुनानगर से बरोनी, मुजफरपुर व कटिहार (बिहार) के लिए रवाना हुई तीन विशेष श्रमिक रेलगाड़ियां—

        आज यमुनानगर से तीन विशेष श्रमिक रेलगाडियों के माध्यम से लगभग 4600 प्रवासी श्रमिकों को उनके गृह प्रदेश बिहार भिजवाया गया है। जगाधरी-यमुनानगर रेलवे स्टेशन से पहली विशेष श्रमिक रेलगाड़ी लगभग 1550 प्रवासी श्रमिकों को लेकर बरौनी (बिहार) के लिए रवाना हुई, इस स्पेशल श्रमिक ट्रेन के रवाना होने के अवसर पर हरियाणा के शिक्षा मंत्री कंवरपाल सहित अन्य गणमान्य उपस्थित थे।
        इस मौके पर हरियाणा के शिक्षा मंत्री कंवरपाल ने कहा कि यह रेलगाड़ी यहां से चलकर सीधी बरौनी (बिहार) ही रुकेगी और रास्ते में कहीं भी नहीं रुकेगी। उन्होंने प्रवासी मजदूरों से अपील की है कि वह शेल्टर होम में जहां रुके हैं वहीं रुके रहे, ताकि कोरोना वायरस से बचाव हो सके तथा इसे फैलने से रोका जा सके। उन्होंने कहा कि आज जो प्रवासी श्रमिक ट्रेन द्वारा भेजे जा रहे हैं उनमें से अधिकतर पंजाब से पैदल चलकर या साईकिलों के माध्यम से यहां आए थे तथा राज्य सरकार ने इन्हें शैल्टर होम में सुविधाओं सहित रखा व आज इन्हें इनके गृह प्रदेश भिजवाया जा रहा है।   
इसके बाद मुजफ्फरपुर व कटिहार (बिहार) के लिए दो विशेष श्रमिक ट्रेनें आज ही रवाना की गई। इन रेलगाडियों में बिहार राज्य के 10 से 12 जिलों के प्रवासी श्रमिकों को उनके गृह राज्य भेजा गया है। यमुनानगर-जगाधरी रेलवे स्टेशन से पहली स्पेशल श्रमिक ट्रेन दोपहर 12.15 बजे बरौनी (बिहार) के लिए रवाना हुई और दूसरी स्पेशल श्रमिक ट्रेन सांय 4.20 मुजफ्फरपुर (बिहार) के लिए रवाना हुई तथा तीसरी स्पेशल श्रमिक ट्रेन आज शाम 6.00 बजे के बाद कटिहार (बिहार) के लिए रवाना हुई। इन स्पेशल श्रमिक ट्रेनों में कटिहार, बरौनी, मुजफ्फरपुर, मधेपुरा, चमपारण, मोतीहारी, नवादा, महुवा, सिपोल, मुंगेर, सहरसा, बेतिया व अन्य जिलों के प्रवासी श्रमिक अपने घरों को गए हैं।

--श्रमिकों को मुहैया करवाई गई सुविधाएं—

        प्रवासी मजदूरों को शैल्टर होम से रोडवेज की बसों के माध्यम से रेलवे स्टेशन तक लाया गया। प्रवासी मजदूरों को उनके गृह प्रदेश रवाना करने से पूर्व सभी जरूरी इंतजाम किए गए। जहां एक तरफ रेलवे प्लेटफार्म को वैक्यूम क्लीनर मशीन से बार-बार साफ किया जा रहा था, तो वहीं दूसरी ओर प्रत्येक प्रवासी श्रमिक के हाथों को भी सैनिटाइज किया गया तथा उनके लिए भोजन व पीने के पानी की व्यवस्था भी की गई।  इन प्रवासी श्रमिकों को निशुल्क ट्रेन की टिकट के साथ-साथ अन्य सुविधाएं भी उपलब्ध करवाई गई है, ताकि रास्तें में प्रवासी श्रमिकों को किसी परेशानी का सामना न करना पड़ें। ट्रेन की प्रत्येक बोगी में प्रवासी श्रमिक सामाजिक दूरी के साथ बिठाएं गए थे।

--परिवार की जिम्मेदारी ही यहां लाई और परिवार के लिए ही घर वापसी—

        भिवानी से विशेष श्रमिक रेलगाड़ी में सवार होने के दौरान प्रवासी श्रमिकों ने कहा कि यदि स्पेशल ट्रेन की सुविधा नहीं होती, तो वे अपने घर नहीं जा पाते। सभी ने वापसी के लिए अपने घर परिवार की जिम्मेदारी ही बताया। अररिया के लिए ट्रेन में सवार हुए नारनौल से आए प्रवासी श्रमिक पनवेश्वर दास ने बताया कि वे यहां पर पेंटर का काम करते थे, लेकिन लॉक डाउन होने से उनका काम बिल्कुल बंद हो गया। ऐसे में उन्हें घर जाना पड़ रहा है।
        नारनौल से पहुंचे प्रवासी श्रमिक दलीप कुमार ने कहा कि वे यहां पर मजदूरी का काम करते थे। घर से बार-2 फोन आने के कारण वे वापस जा रहे हैं। वे फिर यहां पर काम के लिए आएंगे। यहां बहुत काम है, सिर्फ लॉकडाउन से दिक्कत हुई है। इसी प्रकार से पूर्णिया जिला निवासी मनोज ने कहा कि वे यहां पर सरसों की कटाई के लिए आए थे और अपने घर जाकर वहां पर मक्का की कटाई का काम करेंगे। परिवार की जिम्मेदारी यहां लेकर आई थी और परिवार की जिम्मेदारी की वजह से ही घर जा रहे हैं।
        इसी प्रकार से कटिहार के लिए ट्रेन में सवार हुए फतेहाबाद से पहुंचे चंदनराम, लखीचंद और विक्रम ने बताया कि वे यहां पर गेंहू कटाई का काम करते थे। यहां पर उनको बहुत काम मिला। लॉकडाउन नहीं होता, तो यहां से जाने का सवाल ही नहीं होता साहेब। क्या करें, परिवार की जिम्मेदारी है।

Saturday, May 23, 2020

May 23, 2020

प्रवासी घर वापसी जारी है - आज पांच स्पेशल ट्रेनों से प्रवासीओ ने की घर वापसी

(मनोज)चंडीगढ़, 23 मई- हरियाणा के मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल ने कहा है कि हरियाणा राज्य की उन्नति व विकास में प्रवासी श्रमिकों का उल्लेखनीय योगदान है इसलिए कोविड-19 वैश्विक महामारी के चलते राज्य सरकार द्वारा इच्छुक प्रवासी श्रमिकों को उनके गृह राज्यों में पहुंचाने के लिए रोजाना विशेष श्रमिक रेलगाडिय़ों को प्रदेश के विभिन्न रेलवे स्टेशनों से चलाया जा रहा है और इसी श्रृंखला में आज विभिन्न स्थानों से पांच विशेष श्रमिक रेलगाडियों से 7134 से अधिक प्रवासी श्रमिकों को उनके गृह राज्य में भेजने के लिए रवाना किया गया।
एक सरकारी प्रवक्ता ने इस बारे में जानकारी देते हुए बताया कि मुख्यमंत्री का मानना है कि हरियाणा राज्य की उन्नति व विकास में प्रवासी श्रमिकों का उल्लेखनीय योगदान है। संकट की इस घड़ी में जरूरतमंदों की सहायता करना मानवता का सबसे बड़ा धर्म है।
उन्होंने बताया कि आज अंबाला रेलवे स्टेशन से विशेष रेलगाड़ी 1631 प्रवासी श्रमिकों को लेकर बरौनी,बिहार,  इसी प्रकार  गुरुग्राम से 1400 श्रमिकों को लेकर अररिया, बिहार, रेवाड़ी से 1600 प्रवासी मजदूरों को लेकर पूर्णिया, बिहार के लिए, रोहतक से 1500 प्रवासी मजदूरों को लेकर बिहार के भागलपूर के लिए तथा गुरुग्राम से अगरतला, त्रिपुरा एवं असम के 958 श्रमिकों को लेकर गुवाहाटी के लिए रवाना हुई। इसके अतिरिक्त, आज 284 बसों के माध्यम से भी प्रवासी मजूदरों को उत्तर प्रदेश स्थित उनके गंतव्य स्थानों के लिए रवाना किया गया। उन्होंने बताया कि अब तक हरियाणा की ओर से 61 रेलगाडियां व 5000 बसों के माध्यम से  लगभग 2 लाख 60 हजार प्रवासी  मजदूरों को उनके गृह राज्यों में भेजा जा चुका है। इसी प्रकार, 11,418 श्रमिक बाहर के प्रदेशों से हरियाणा में भी आए हैं।
उन्होंने बताया कि संबंधित जिला प्रशासन की ओर से इन सभी प्रवासी श्रमिकों को नि:शुल्क टिकट के साथ भोजन, पानी की बोतल, मास्क व सैनेटाइजर भी उपलब्ध करवाए गए ताकि रास्ते में उन्हें बुनियादी चीजों को लेकर किसी प्रकार की समस्या का सामना न करना पड़े। इसके अतिरिक्त, रेलवे स्टेशन पर इन सबकी स्वास्थ्य जांच भी गई। इन प्रवासी श्रमिकों को रेल के डिब्बों में सोशल डिस्टैंसिग के साथ बिठाने का कार्य भी किया गया।
रेवाड़ी से 1600 प्रवासी मजदूर बिहार के पूर्णिया के लिए रवाना
रेवाड़ी से आज दोपहर एक बजे 1600 खेतीहर व प्रवासी श्रमिकों को लेकर पूर्णिया बिहार के लिए रवाना हुई। रेडक्रास की स्वयं सेवकों ने प्रवासी श्रमिकों को सोशल डिस्टेसिंग के साथ रेल में उनके लिए निर्धारित सीटों पर बिठाया। रेलवे स्टेशन पर श्रमिकों ने लॉकडाउन के दौरान नि:शुल्क यात्रा की व्यवस्था कर उनको गृह राज्य भिजवाने के लिए राज्य सरकार की प्रंशसा की।
प्रवक्ता ने बताया कि इसके साथ ही अब तक जिला रेवाड़ी से 11 श्रमिक स्पेशल ट्रेन के माध्यम से 14,230 प्रवासी खेतीहर श्रमिकों को उनके गृह राज्यों में भेजा जा चुका है। उन्होंने बताया कि रेवाड़ी में ज्यादातर मध्यप्रदेश व बिहार से फसल कटाई के समय श्रमिक आते हैं। इसलिए श्रमिक स्पेशल ट्रेन मध्यप्रदेश व बिहार के लिए रवाना की गई ।
गुरुग्राम से विशेष श्रमिक ट्रेन से  920 प्रवासी नागरिकों तथा 38 बच्चों को भेजा गया सकुशल उनके घर नार्थ-ईस्ट  के अगरतला (त्रिपुरा)
गुरुग्राम के रेलवे स्टेशन से नार्थ -ईस्ट  के अगरतला (त्रिपुरा) के लिए विशेष श्रमिक ट्रेन को शनिवार सांय रवाना किया गया। इस अवसर पर पुलिसकर्मियों, रेलवे स्टाफ व सिविल डिफेंसकर्मियों ने वहां से रवाना किया। इस ट्रेन में  नार्थ -ईस्ट  के अगरतला( त्रिपुरा) के लिए 920 प्रवासी नागरिक तथा 38 बच्चे सकुशल अपने घरों के लिए रवाना हुए हैं।
सभी श्रमिकों की सकुशल घर वापसी की कामना करते हुए उन्हें वहां जाकर भी सोशल डिस्टेंसिंग की पालना करने के लिए प्रेरित किया गया। जिला प्रशासन ने प्रवासी नागरिकों से बातचीत कर उनसे शारीरिक दूरी की पालना सुनिश्चित करने की अपील की और कहा कि वे अच्छी तरह से अपने घरों को जाएं और अपना ध्यान रखें।
ट्रेन में सफर कर रहे   22 वर्षीय गौरव ने बताया कि गुरुग्राम ने उन्हें रोजगार के साथ-साथ अच्छी यादें व मान सम्मान दिया है जिसे वे ताउम्र याद रखेंगे। अपने घर सकुशल वापसी के लिए उसने प्रदेश सरकार और जिला प्रशासन का धन्यवाद किया।
एक अन्य यात्री ने बताया कि वे अपने घर को जाने के लिए लोकडाऊन में फसे हुए थे लेकिन सरकार ने ट्रेन की व्यवस्था कर उन्हें और उनकी पत्नी को घर जाने का इंतजाम किया है जिससे उन्हें बहुत खुशी हुई।
इसी प्रकार  गुरुग्राम से 1400 श्रमिकों को लेकर अररिया,  बिहार के लिए एक और विशेष श्रमिक ट्रेन को शनिवार सांय रवाना किया गया।
एडीजीपी सीआईडी अनिल राव व अन्य प्रशासनिक अधिकारियों ने  बरौनी के लिए रवाना किया 1631 प्रवासी श्रमिकों को
अम्बाला छावनी रेलवे स्टेशन पर करनाल जिले से रोड़वेज बसों के माध्यम से शनिवार पहुंचे 1631 प्रवासी श्रमिकों को एडीजीपी सीआईडी अनिल राव व अन्य प्रशासनिक अधिकारियों ने स्पेशल ट्रेन के माध्यम से बरौनी के लिए रवाना किया गया। प्रवासी श्रमिकों ने  अपनी खुशी जाहिर करते हुए प्रदेश सरकार का धन्यवाद किया।  इस मौके पर प्रवासी श्रमिकों के साथ रवाना होने वाले बच्चों को खिलौने व बिस्कुट भी दिए गए।
प्रवासी श्रमिकों ने भी राज्य सरकार का धन्यवाद करते हुए कहा कि संकट की घड़ी में सरकार द्वारा उन्हें उनके घर सहकुशल भेजने का काम किया हैं, इसके लिए वे उनका दिल से आभार व्यक्त करते हैं।
रोहतक से बिहार के भागलपुर के लिए रवाना हुई स्पेशल ट्रेन
रोहतक रेलवे स्टेशन से आज शाम 6 बजे भागलपुर (बिहार) के लिए रवाना हुई स्पेशल श्रमिक रेलगाड़ी में 1500 श्रमिक तथा 45 बच्चें सवार हैं। यह सभी प्रवासी श्रमिक हरियाणा के झज्जर, सोनीपत, सिरसा, हिसार व रोहतक से भागलपुर के लिए गए हैं।
रोहतक रेलवे स्टेशन से जैसे ही रेलगाड़ी भागलपुर के लिए रवाना हुई तो गाड़ी में सवार श्रमिकों ने खिडक़ी से हाथ बाहर निकालकर प्लेटफॉर्म पर मौजूद अधिकारियों का अभिवादन किया। अधिकारियों ने भी जवाब में  उनके शुभ यात्रा की कामना भी की।