दो आरोपी गिरफ्तार 2 लाख 20 हजार रुपए की जाली करंसी बरामद
यमुनानगर : सीआईए टू की टीम ने नकली नोटों के मामले में बड़ा खुलासा किया है। दावा है कि यूपी में प्रिंट होकर नकली नोट यमुनानगर में सप्लाई किए जा रहे थे। बाजार में इन नकली नोटों को चलाने के लिए महिलाओं और मंदिर के पुजारी को चुना गया। मंदिर का पुजारी दान में आए पैसों में इन नोटों को मिलाकर चलाता था। वहीं महिलाएं बाजार में छोटा-छोटा सामान लेने के लिए बड़े-बड़े नोट देती थी।
पुलिस ने अब इन नोटों को छापने वाले 2 लोगों को गिरफ्तार किया है। उप्र के सहारनपुर जिले के गांव जीवाला निवासी गुलबहार व मिर्जापुर निवासी पंकज को अब काबू किया गया है। अब तक 6 लोगों की गिरफ्तारी हो चुकी है और दो लाख बीस हजार रुपए की जाली करंसी भी पकड़ी गई है। महिलाओं की गिरफ्तारी के बाद इस मामले में कड़ियां जुड़ती चली गई। सीआईए टू इंचार्ज रूपाली ने बताया उनकी टीम ने इस मामले में दिन रात काम किया। इसीलिए नोट चलाने वालों से लेकर बनाने वाले पकड़े गए। पुजारी गांव घिलौर के मंदिर में रहता है।
पुलिस प्रवक्ता चमकौर सिंह ने बताया कि अपराध शाखा-2 की टीम ने नकली नोट गिरोह के सरगना सहित दो लोगों को गिरफ्तार किया है। उनकी पहचान उप्र के सहारनपुर जिले के गांव जीवाला निवासी गुलबहार व मिर्जापुर निवासी पंकज के रूप में हुई। उनके कब्जे से 2 लाख 20 हजार के नकली नोट, कंप्यूटर व प्रिंटर भी बरामद हुए हैं। 12 जून को साढौरा थाने में सुमत जैन की शिकायत पर प्रीतो व मनजीत कौर के खिलाफ केस दर्ज हुआ था।
प्रीतो व मनजीत कृष्ण हलवाई की दुकान पर आई थी। यहां से 40 रुपये का सामान लेकर 500 का नकली नोट थमा दिया। बदले में पैसे लेकर वहां से फरार हो गई थी। बाद में नोट देखा, तो नकली होने का पता लगा। जिसके बाद बाजार में प्रीतो पकड़ी गई थी। जबकि मनजीत फरार हो गई थी। बाद में उसे भी गिरफ्तार किया गया।
*इस केस की तफ्तीश अपराध शाखा-2 ने की।*
प्रीतो व मनजीत से पूछताछ के बाद पता लगा कि वह ऊंचा चांदना निवासी श्रवण से नकली नोट लेकर आती थी। जिस पर 19 जून को श्रवण को हिरासत में लिया गया। श्रवण ने आगे बताया कि वह गांव घिलौर माजरी के बिजेंद्र से नकली नोट लेकर आता था। श्रवण ही इन नकली नोटों को प्रीतो व मनजीत को देता था। बिजेंद्र के पास से 500-500 रुपए के सात नकली नोट बरामद हुए। जिस पर इन्हें गिरफ्तार किया गया था। इसके बाद से ही मास्टरमाइंड पंकज व गुलबहार की तलाश की जा रही थी।
*गिरोह में दो महिलाएं व 4 पुरुष शामिल*
इस दौरान अपराध शाखा-2 की टीम को पता लगा कि पंकज हथनीकुंड बैराज से होता हुआ जिले में आएगा जिस पर उसे नाकाबंदी कर दबोच लिया गया। उसके पास से 2000 के 10 नकली नोट मिले। उससे पूछताछ के बाद उसके साथी गुलबहार को भी गिरफ्तार किया गया। आरोपी गुलबहार के कब्जे से 2000 के 25 नोट बरामद किए गए। इस गिरोह में दो महिलाएं व 4 पुरुष शामिल थे। इस गिरोह से कुल 2 लाख 20 हजार के नकली नोट बरामद किए गए।
प्रिंटर से छापे थे नकली नोट
आरोपियों ने बताया कि उन्होंने प्रिंटर से फोटोस्टेट कर नकली नोट छापे थे। 500 से लेकर ₹2000 तक का नोट उन्होंने छपा था। उनका कहना है कि दूर से देखने में नोट असली लगते थे लेकिन उन्हें नहीं पता था कि वह इस तरह से पकड़े जाएंगे।
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