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Friday, June 12, 2020

डी सी ने मनेठी पंहुच एम्स प्रोजेक्ट के लिए जमीन देने का किया आहवान


 मनेठी एम्स बड़ा प्रोजेक्ट, विश्व स्तरीय चिकित्सा सुविधाएं मिलेंगी और क्षेत्र में खुलेंगे विकास के नये द्वार

( पंकज कुमार ) रेवाड़ी, 12 जून।  डीसी यशेन्द्र सिंह शुक्रवार को मनेठी पंहुचे और भू-स्वामियों से मनेठी एम्स के लिए जमीन देने का आहवान किया। डी सी ने कहा कि हरियाणा सरकार ने क्षेत्र के महत्वाकांक्षी मनेठी एम्स प्रोजेक्ट को जल्द से जल्द अमलीजामा पहनाने के लिए ई-भूमि पोर्टल को अब 30 जून तक खोलने का निर्णय लिया है ताकि भू स्वामी ई-भूमि पोर्टल पर स्वेच्छा से मनेठी एम्स प्रोजेक्ट के लिए अपनी जमीन आसानी से दे सकें।  
  डी सी यशेन्द्र सिहं ने मनेठी उपतहसील में उपस्थित भू स्वामियों से कहा कि आपके क्षेत्र में बनने जा रहा एम्स बड़ा प्रोजेक्ट है। सरकार ने ई-भूमि पोटर्ल पर स्वेच्छा से जमीन देने के लिए 30 जून तक समय दिया है। इस क्षेत्र के लिए बड़े गौरव की बात होगी कि आपके क्षेत्र में विश्वस्तरीय चिकित्सा संस्थान बनने जा रहा है। मनेठी एम्स बनने से आप सभी को विश्वस्तरीय चिकित्सा सुविधाएं मिलेगी। बड़ा मैडिकल संस्थान बनने से क्षेत्र के युवाओं को रोजगार मिलेगा। काफी सख्यां में डॉक्टर्स और स्टाफ यहां रहेगा।  उनको दूध, सब्जी आदि की जरूरत पड़ेगी, वो सब यहीं से खरीदेगें। उन्होंने कहा कि एम्स बनने से मनेठी, भालखी माजरा गांवों का नाम विश्व के मानचित्र पर आएगा। 

ई भूमि पोर्टल पर क्रमांक नंबर 40 पर अपलोड

उपायुक्त यशेन्द्र सिंह ने कहा कि सरकार ने ई-भूमि पोर्टल के माध्यम से मनेठी एम्स के लिए जमीन की आवश्यकता जनवरी माह में अपलोड की थी। लॉकडाउन के दौरान बंद हुए पब्लिक डीलिंग के कार्यो के कारण सरकार ने एक बार  फिर  ई भूमि पोर्टल को मनेठी एम्स के लिए खोल दिया है।  प्रदेश सरकार ने ई-भूमि पोर्टल पर मिले अच्छे रिस्पोंस और ग्रामीणों की मांग पर ई भूमि पोर्टल को खोलने की अवधि 30 जून तक बढ़ा दी है। मनेठी एम्स प्रोजेक्ट पूरे विवरण के साथ पर  ई भूमि पोर्टल  पर क्रमांक नंबर 40 पर अपलोड है। उपायुक्त यशेन्द्र सिंह ने कहा कि मनेठी एम्स प्रोजेक्ट के लिए भू स्वामी ई-भूमि पोर्टल के माध्यम से अपनी जमीन सरकार को देने के लिए स्वयं ऑनलाइन, कॉमन सर्विस सैंटर , पटवारी या सरकार द्वारा अधिकृत एग्रीगेटर के माध्यम से अपनी पेशकश कर सकते हैं।

भू स्वामियों ने दिया भरोसा, 30 जून से पहले दे देंगे जमीन 

  उपायुक्त ने कहा कि मनेठी गांव में लगभग 947 एकड़ और माजरा मुस्तिल भालखी में 891 एकड़ भूमि एनसीजेड अरावली जोन से बाहर है। जबकि ई-भूमि पोर्टल पर मनेठी एम्स प्रोजेक्ट के लिए केवल 200 एकड़ भूमि की आवश्यकता चिकित्सा शिक्षा एवं अनुसंधान विभाग द्वारा बताई गई है। उम्मीद है कि आप गांवों के भू स्वामी मिल बैठकर 30 जून से पहले ही मनेठी में प्रस्तावित विश्व स्तरीय चिकित्सा सुविधाओं से लैस मनेठी एम्स के लिए जमीन ई-भूमि पोर्टल पर स्वेच्छा देंगे। भू स्वामियों ने कहा कि उनका प्रयास रहेगा कि 30 जून से पहले ही जमीन दे देंगे। 

एम्स बनने से होगा क्षेत्र का विकास 

     उपायुक्त ने कहा कि मनेठी एम्स प्रदेश और इस क्षेत्र के लोगों को विश्वस्तरीय चिकित्सा सुविधाएं मुहैया करवाने के लिए बनाया जा रहा है। मनेठी एम्स के शुरू होने से इस क्षेत्र मेंं हैल्थ और चिकित्सा शिक्षा के क्षेत्र में उद्यमी निवेश करेंगे। इससे क्षेत्र के युवाओं को रोजगार के अनेक अवसर उपलब्ध होंगे। उन्होंने कहा कि मनेठी एम्स के लिए केवल 200 एकड़ भूमि की जरूरत ई-भूमि पोटर्ल पर विभाग द्वारा मांगी गई है। उम्मीद है कि मनेठी व माजरा मुस्तिल भालखी गांवों के भू स्वामी मनेठी एम्स के महत्व को समझते हुए स्वेच्छा से जमीन देने के लिए आगे आएंगे। 
  इस दौरान एसडीएम रेवाड़ी रविंद्र यादव, नायब तहसीलदार राजेंद्र सिंह, सरपंच श्योताज सिंह सहित मनेठी एम्स संघर्ष समिति सदस्य और भूस्वामी मौजूद रहे।
फोटो कैप्शन: मनेठी उपतहसील परिसर में उपस्थित भू स्वामियों को स्वेच्छा से मनेठी एम्स के लिए जमीन देने का आहवान करते हुए डी सी यशेन्द्र सिंह साथ में एसडीएम रेवाड़ी रविंद्र यादव।

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