अब चाय, कॉफी नहीं आयुर्वेदिक देसी काढ़ा है लोगों की पहली पसंद, आयुर्वेदिक देसी काढ़ा इम्युनिटी पावर बढ़ाने में सहायक
(पंकज कुमार) रेवाड़ी, 11 जून। उपायुक्त यशेन्द्र सिंह ने कहा कि आयुष मंत्रालय द्वारा कोरोना से बचाव के लिए लोगों को आयुर्वेदिक काढ़ा पीने की सलाह दी जा रही है, जिसके अनुसार दिन में कम से कम एक बार काढ़ा पीने से व्यक्ति काफी हद तक कोरोना वायरस के संक्रमण से बच सकता है।
जिला आयुर्वेदिक अधिकारी डॉ अजीत सिंह ने बताया कि कोरोना के बाद लोगों की जीवनशैली में बदलाव आया है। हर कोई अपनी रोग प्रतिरोधक क्षमता को मजबूत करने में जुटा है ताकि कोरोना के साथ-साथ अन्य बिमारियों से भी बचाव हो सके । इम्युनिटी बूस्टर के प्रति लोगों में तेजी से जागरूकता बढ़ी है। इससे कोरोना ही नहीं, कई बीमारियों को दूर किया जा सकता है। पहले जो लोग सुबह अपने दिन की शुरूआत कॉफी व चाय की चुस्की से करते थे, वह अब आयुर्वेदिक देसी काढ़ा उनकी पहली पंसद बन गया है। लोगों का मानना है कि ये उनकी जिंदगी में बूस्टर का काम कर रहा है।
--यह है काढ़ा बनाने की विधि
आयुष मंत्रालय द्वारा बताई गई विधि के मुताबिक ऐसे आपको काढ़ा बनाना है। घर में जितने सदस्य हैं उतना कप पानी लें और उसे चूल्हे पर उबालना शुरू करें। जब पानी गर्म हो जाए तो आंच धीमी करें और उसमें तुलसी पत्ता, दालचीनी, काली मिर्च, सौंठ, मुनक्का और गुड़ डाल दें। सभी सामग्रियों को डालने के बाद जब पानी खौलने लगे तो इसे छान लें और इसमें नींबू निचोड़ दें। इस काढ़े को दिन में अगर आप दो बार पी लें। इस काढ़े को पीने से आप कोरोना समेत कई अन्य बीमारियों से आसानी से लडऩे में सक्षम हो जाएंगे।
--काढ़ा बनाने में इन सामग्रियों का करें प्रयोग
सबसे अच्छी बात यह है कि काढ़ा बनाने के लिए जरुरी वस्तुओं में से ज्यादातर चीजें हर घर की रसोई में आसानी से मिल जाती हैं। काढ़ा बनाने के लिए आपको तुलसी के पत्तें, दालचीनी, काली मिर्च, सौंठ, मुनक्का, गुड़, नींबू को प्रयोग करना होगा। इसके अलावा भारत के देसी नुस्खे जैसे तुलसी, अदरक, काली मिर्च, दाल चीनी, अजवाइन, गिलोय आदि का काढ़ा पीने से भी कोरोना से काफी हद तक बचा जा सकता है।
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