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Monday, July 27, 2020

हरियाणा में 43,293 स्टूडेंट्स ने छोड़े प्राइवेट स्कूल,सरकारी में बढ़े दाखिले,

हरियाणा में 43,293 स्टूडेंट्स ने छोड़े प्राइवेट स्कूल,सरकारी में बढ़े दाखिले, हिसार में हुए सबसे ज्यादा 3434 एडमिशन 21.50 लाख पहुंची सरकारी स्कूलों में बच्चों की संख्या,सबसे अधिक नौवीं कक्षा में 9800 दाखिले


चंडीगढ़। कोरोना वायरस का असर हरियाणा की शिक्षा प्रणाली में साफ दिखाई देने लगा है। राज्य में 43 हजार 293 स्टूडेंट्स ने कोरोना काल के दौरान प्राइवेट स्कूलों को छोड़कर सरकारी स्कूलों में एडमिशन ले लिया है। बता दें कि सरकारी स्कूलों में आठवीं क्लास तक फीस नहीं लगती, जबकि नौवीं से 12वीं कक्षा तक 700 रुपए सालाना फीस है। वहीं विद्यार्थियों को हजारों रुपए स्कॉलरशिप की राशि भी मिलती है। इस कारण लोग अपने बच्चों को सरकारी स्कूलों में शिक्षा दिलाने का मन बना चुके हैं। अब सरकारी स्कूलों में पिछले साल की अपेक्षा विद्यार्थियों की संख्या बढ़ गई है। स्कूल खुलने पर आंकड़ा और भी बढ़ सकता है।

नौवीं कक्षा में सबसे ज्यादा एडमिशन

इस बार प्राइवेट स्कूलों को छोड़कर जो विद्यार्थी सरकारी स्कूलों में आए हैं। उनमें सबसे अधिक नौवीं कक्षा में आने वाले विद्यार्थी हैं। सरकारी सूत्रों के अनुसार इनका आंकड़ा करीब 9800 तक जा चुका है। जबकि 11वीं कक्षा में अब एडमिशन प्रक्रिया शुरू होनी है,इस कक्षा में भी विद्यार्थी बड़ी संख्या में आ सकते हैं।

21.50 लाख हुई संख्या

सरकारी स्कूलों में विद्यार्थियों की संख्या अब तक करीब 21 लाख थी, लेकिन अब यह बढ़कर करीब 21.50 लाख हो चुकी है। जिन विद्यार्थियों ने सरकारी स्कूलों में एडमिशन लिया है, वे प्राइवेट स्कूलों से बाकायदा स्कूल लिविंग सर्टिफिकेट लेकर आए हैं। जबकि फिलहाल 82 हजार के करीब ऐसे विद्यार्थी हैं, जो एसएलसी लेने की लाइन में हैं।

जिला वाइज कहां कितने स्टूडेंट्स ने लिया दाखिला

 जिला   स्टूडेंट
अम्बाला  1655
भिवानी  1950
चरखी दादरी  546
फरीदाबाद  2074
फतेहाबाद  2604
गुड़गांव  2453
हिसार  3434
झज्जर  1502
जींद 2132
कैथल  2249
करनाल 2876
कुरुक्षेत्र  1840
महेंद्रगढ़  1206
नूंह    929
पंचकूला  1400
पलवल  1290
पानीपत  2301
रेवाड़ी  2122
रोहतक  1555
सिरसा  2369
सोनीपत  2502
यमुनानगर  2299
कुल  43293 विद्यार्थी

अच्छा रिजल्ट भी बना रुझान

शिक्षा विभाग के अनुसार 10वीं कक्षा में जहां वर्ष 2019 में 9563 विद्यार्थियों ने मेरिट हासिल की थी, वर्ष 2020 में यह संख्या बढ़कर 15246 हो गई है। इसमें 54 फीसदी बढ़ोत्तरी हुई है। जबकि वर्ष 2019 में 12वीं कक्षा में 13223 विद्यार्थी मेरिट में आए थे, अबकी आर आंकड़ा 23385 हो गया है। 12वीं कक्षा में मेरिट में 77 फीसदी की बढ़ोत्तरी दर्ज की गई है। जबकि प्राइवेट स्कूलों में 10वीं में 18 और 12वीं में 70 फीसदी बढ़ोत्तरी हुई है।

टेब देने की तैयारियों में जुटा शिक्षा विभाग

अबकी बार शिक्षा विभाग रोजाना लाखों विद्यार्थियों को ऑनलाइन शिक्षा दे रहा है। कुछ ऐसे विद्यार्थी हैं जिनको पढ़ाई में आगे लाने के लिए टेब की दरकार होगी। ऐसे में सरकार नौंवी से 12वीं कक्षा तक के विद्यार्थियों को टेब देने की तैयारी कर रही है। सरकार ने वित्त एवं शिक्षा विभाग के एसीएस को इसके लिए योजना तैयार करने को कहा है, ताकि सरकार को पहले से यह पता लग जाए कि कितना खर्च उठाना पड़ेगा।

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