अपहरण बाद बर्खास्त पुलिसकर्मी की हत्या मामले में बड़ी कार्रवाई, एसआई समेत सात पुलिसवाले सस्पेंड
रोहतक। रोहतक कोर्ट से अग्रिम जमानत के लिए आए खेड़ी महम कस्बे के बर्खास्त पुलिसकर्मी की कोर्ट परिसर से अपहरण के बाद हत्या की वारदात के मामले में ड्यूटी में लापरवाही पाए जाने पर सात पुलिसकर्मियों को एसपी राहुल शर्मा ने सस्पेंड कर दिया है। जिनमें कोर्ट सुरक्षा इंचार्ज एसआई समेत अन्य पुलिसकर्मी शामिल है।
साथ ही सभी के खिलाफ विभागीय जांच भी खोल दी है। इसके अलावा अपराध शाखा 1 ने चार नामजद आरोपियों को भी गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस ने आरोपी सुनील, नन्हा, धर्मवीर सहित चार को गिरफ्तार किया है। आरोपियों के खिलाफ पुलिस आगामी कार्रवाई कर रही है।
ज्ञात रहे कि खेड़ी महम गांव का रहने वाले 50 वर्षीय वीरेंद्र हरियाणा पुलिस का बर्खास्त सिपाही था। जिसे काफी साल पहले लंबे समय तक अनुपस्थित रहने के कारण बर्खास्त कर दिया गया था। वीरेंद्र ने वर्ष 2009 में अपने परिचित विजय के साथ मिलकर 4700 गज का प्लाट सत्यवान से खरीदा था। उसका एग्रीमेंट हो चुका था लेकिन अभी रजिस्ट्री नहीं हुई थी। 2015 तक प्लाट पर वीरेंद्र व विजय का कब्जा था। पूरे रुपये नहीं मिलने पर सत्यवान ने प्लॉट की चारदीवारी गिरा दी थी। तभी से दोनों पक्षों के बीच विवाद चल रहा है।
करीब एक माह पहले भी उनके बीच मारपीट हुई थी, जिसमें वीरेंद्र के खिलाफ केस दर्ज हुआ था। उस पर मारपीट के कई अन्य मामले भी दर्ज थे। शुक्रवार यानि 24 जुलाई सुबह वह रोहतक कोर्ट में अग्रिम जमानत के लिए आया था।
इसी दौरान कैंटीन के पास कई नकाबपोश आए, जिन्होंने सरेआम उसके साथ मारपीट शुरू कर दी और गेट नंबर दो की तरफ खड़ी गाड़ी में डालकर ले गए। पुलिस भी उसकी तलाश में लगी हुई थी। दोपहर के समय वीरेंद्र का शव टिटौली रोड पर पड़ा मिला था।
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