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Wednesday, July 15, 2020

तिहरे हत्याकांड में गवाह बने बुजुर्ग की घर के बाहर गोलियां मारकर हत्या,5वीं हत्या चुनावी रजिश में पूर्व सरपंच की पांचवीं हत्या बाहर चबूतरे पर बैठे बुजुर्ग पर बरसाई गोलियां गाड़ी पंक्चर होने के बाद के बाद छोड़ भागे

बाहर चबूतरे पर बैठे बुजुर्ग पर बरसाई गोलियां, गाड़ी पंक्चर होने के बाद के बाद छोड़ भागे

तिहरे हत्याकांड में गवाह बने बुजुर्ग की घर के बाहर गोलियां मारकर हत्या,5वीं हत्या चुनावी रजिश में पूर्व सरपंच की पांचवीं हत्या


भिवानी। भिवानी के बहुचर्चित बड़ेसरा ट्रिपल मर्डर में गवाह और पूर्व सरपंच के बुजुर्ग ताऊ पर सुबह छह बजे घर के बाहर ही गाड़ी में आए चार युवकों ने गोलियां बरसा दी। बुजुर्ग को तीन गोलियां लगी और उसकी मौके पर ही मौत हो गई। हत्या का आरोप जेल में बंद पूर्व सरपंच प्रतिनिधि आनंद बबलू के छोटे बेटे पर है। हत्या के बाद आरोपी महम की ओर भागे जहां महम बाइपास पर उनकी गाड़ी खराब हो गई। जिसके बाद आरोपियों ने एक अन्य गाड़ी छीनी। उसे भी मदीना गांव के पास छोड़ आरोपी फरार हो गए। आरोपी है कि हत्या जेल में बंद आनंद बबलू ने ही करवाई है। फिलहाल पुलिस की अलग-अलग टीमें डीएसपी वीरेंद्र के नेतृत्व में जांच में जुटी है। सरपंच चुनावों से चली आ रही रंजिश में यह पांचवीं हत्या है। 
मामला बुधवार सुबह करीब छह बजे का है। वर्ष 2017 में हुए बलजीत,भल्लेराम और महेंद्र सिंह की हत्या मामले में गवाह करीब 71 वर्षीय सूबे सिंह अपने घर के बाहर चबूतरे पर बैठा था। इसी दौरान एक स्वीफ्ट कार घर के बाहर आकर रूकी। जिसमें से चार युवक उतरकर आए और चालक गाड़ी में ही सवार रहा। युवकों ने आते ही बुजुर्ग पर गोलियां बरसा दी। उन्हें तीन गोलियां लगी। एक गोली गर्दन के पास, दो गोलियां पेट में लगी। बुजुर्ग की मौके पर ही मौत हो गई। हत्या के बाद बदमाश महम की ओर से भागे। महम बाइपास पर गाड़ी खराब हो गई। जिसके बाद बदमाशों ने एक अन्य गाड़ी छीनी और फिर मदीना की ओर निकल गए।

कोर्ट में केस की तारीख भी नहीं लगी

सूत्र बताते है कि मदीना गांव के पास छीनी हुई गाड़ी को भी छोड़ दिया। सूचना मिलते ही बवानीखेड़ा थाना पुलिस, सीआईए,एंटी व्हीकल थेफ्ट टीमें महम की ओर रवाना हुई। डीएसपी हेडक्वार्टर वीरेंद्र सिंह स्वयं टीमों का नेतृत्व करते हुए केस की जांच में जुट गए। मृतक के पोते मोहित,भतीजे राज कुमार ने आरोप लगाया कि जेल में बंद आनंद बबलू ने ही हत्या करवाई है।
आनंद के छोटे बेटे अमन ने तीन-चार अन्य के साथ मिलकर वारदात को अंजाम दिया है। मृतक बुजुर्ग सूबे सिंह बलजीत,भल्लेराम और महेंद्र की हत्या मामले में मुख्य गवाह था। इसी कारण उसकी हत्या की गई है। लॉकडाउन के कारण कोर्ट में केस की  तारीख भी नहीं लगी।

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