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Monday, August 3, 2020

धर्म भाई का फर्ज निभाने गांव चिड़ाना पहुंचकर विधायक कुंडू ने बंधवाई राखी बलराज कुंडू

धर्म भाई का फर्ज निभाने गांव चिड़ाना पहुंचकर विधायक कुंडू ने बंधवाई राखी बलराज कुंडू

बलराज कुंडू ने जब राखी बंधवाने को हाथ आगे बढ़ाया तो भर आयी कांता देवी की भी आंखें।

कांता के पति एक एकड़ के छोटे किसान सदानन्द की करीब सवा महीने पहले सड़क हादसे में हुई थी मृत्यु, बच्चे भी हो गए थे घायल।सदानन्द की पत्नी कांता को विधायक बलराज कुंडू ने बनाया था धर्म की बहन, एक लाख की दी थी आर्थिक मदद।

जींद के गांव देशखेड़ा की सविता ने भी अपने धर्म भाई बलराज को रोहतक फार्म पर पहुंचकर राखी बांधकर दी शुभकामनाएं। किसान कुलदीप की आकस्मिक मृत्यु के बाद बलराज ने सविता को भी बनाया था धर्म की बहन, दी 1 लाख की आर्थिक मदद।

गोहाना, 3 अगस्त : चिड़ाना गांव की रहने वाली कांता देवी आज उस वक्त भाव विभोर हो उठी जब उसने महम के निर्दलीय विधायक बलराज कुंडू को एक बार फिर से अपने घर के आंगन में खड़े पाया। रक्षाबंधन के मौके पर बलराज कुंडू अपनी धर्म बहन कांता के घर राखी बंधवाने पहुंचे थे। बहन का सिर पुचकारने के बाद कुंडू ने राखी बंधवाई और बहन को उसका नेग दिया। यह पल ऐसा था जब न केवल कांता बल्कि उसके विधायक भाई बलराज भी भावुक नजर आये क्योंकि इसके पीछे की कहानी है ही कुछ ऐसी कि देखने और सुनने वाला कोई भी शख्स कह उठता है कि धरती पर आज भी धर्म के रक्षक और मानवता के सच्चे सेवक मौजूद हैं।

करीब महीने भर पहले की ही बात है जब एक दर्दनाक सड़क हादसे में कांता ने अपने पति सदानन्द को हमेशा के लिए खो दिया था और बेटे-बेटियां भी गंभीर रूप से घायल हो गए थे। महज 1 एकड़ जमीन का किसान सदानन्द जैसे-तैसे अपनी 3 बेटियों और 1 बेटे तथा धर्मपत्नी कांता का गुजारा चला रहा था। अचानक से उसके इस दुनियां से चले जाने से परिवार पर संकट खड़ा हो गया था और कोई रास्ता नजर नहीं आ रहा था।
सामाजिक कार्यों के लिए खास पहचान रखने वाले महम के निर्दलीय विधायक बलराज कुंडू को सोशल मीडिया से यह खबर मिली तो वे खुद को रोक नहीं पाए और एक दिन अचानक से इस परिवार से मिलने पहुंच गए थे। घर की हालत देख सदानन्द की धर्मपत्नी कांता देवी को अपनी धर्म की बहन बनाते हुए सिर पर हाथ रखकर सांत्वना देते हुए त्वरित मदद के रूप में 1 लाख रुपए देते हुए कहा कि "आज से तू मेरी धर्म की बहन है और मैं तेरा बड़ा भाई। चिंता मत करना जब तक तेरे भाई बलराज के शरीर में प्राण रहेंगे तुझे और तेरे बच्चों को दुःखी नहीं होने दूंगा"।
आज रक्षा बंधन के मौके पर बलराज फिर से अचानक अपनी धर्म बहन के घर बरोदा के गांव चिड़ाना पहुंच गए और राखी बंधवाई। बच्चों की पढ़ाई लिखाई और हालचाल जाना और अपनी धर्म बहन को फिर सांत्वना देते हुए कहा कि बेबे फिक्र मत करया कर, तेरा भाई बलराज हमेशा तेरे साथ खड़या स।

बताते चलें कि यह कोई अकेला किस्सा नहीं है जब विधायक बलराज ने सामाजिकता और मानवता का संदेश दिया है बल्कि ऐसे तो अनेक किस्से हैं जब कुंडू कहीं भी जरूरतमंदों की मदद में खड़े नजर आते हैं। इसी तरह जींद जिले के गांव देशखेड़ा की रहने वाली सविता पत्नी स्वर्गीय कुलदीप के लिए भी आज का दिन यादगार रहेगा क्योंकि सविता ने भी कांता की तरह आज अपने धर्म भाई विधायक बलराज कुंडू को रोहतक उनके फार्म पर पहुंचकर राखी बांधी।

बताते चलें कि सोनीपत जिले के गांव चिड़ाना की रहने वाली कांता और सविता की कहानी काफी मिलती जुलती है। सविता के पति कुलदीप की भी फसल खराब होने पर खेतों में ही सदमे से जान चली गयी थी और वहां भी बलराज कुंडू ऐसे ही मसीहा बनकर पहुंचे थे और सविता को धर्म बहन बनाते हुए परिवार और बच्चों का खर्च उठाया था।


 

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