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Friday, August 7, 2020

रोडवेज की सेहत का ख्याल!:आज से पूरी 52 सवारियों के साथ चलेंगी रोडवेज बसें, थर्मल स्कैनिंग के बाद सवार हो सकेंगे, मास्क अनिवार्य

रोडवेज की सेहत का ख्याल!:आज से पूरी 52 सवारियों के साथ चलेंगी रोडवेज बसें, थर्मल स्कैनिंग के बाद सवार हो सकेंगे, मास्क अनिवार्य

राजस्थान परिवहन निगम के बाद लिया गया फैसला अभी चंडीगढ़, दिल्ली, पंजाब, उत्तराखंड, जम्मू-कश्मीर व हिमाचल प्रदेश में बसों का आवागमन शुरू नहीं हुआ है

चंडीगढ़: कोरोना के कारण 35 सवारियों के साथ चल रही हरियाणा रोडवेज की बसें 7 अगस्त से पूरी 52 सवारियों के साथ चल सकेंगी। परिवहन निगम ने यह निर्णय लिया है। बस अड्‌डों पर पहले बसों को सैनिटाइज किया जाएगा। बस में चढ़ने से पहले यात्रियों की थर्मल स्कैनिंग जरूरी होगी।
सभी के लिए मास्क अनिवार्य है। किसी को भी बीच रास्ते से बस में नहीं बैठने दिया जाएगा। नियमों का पालन न करने वाले यात्रियों को बसों में सफर की इजाजत नहीं दी जाएगी। परिवहन मंत्री मूलचंद शर्मा ने यह जानकारी दी है। उल्लेखनीय है कि 5 अगस्त को प्रदेश में 1629 बसों का संचालन हुआ।
पड़ोसी राज्यों की तर्ज पर निर्णय
रोडवेज की बसों में फिलहाल 35 यात्रियों को बैठाकर ही सफर कराया जा रहा था। ताकि सोशल डिस्टेंसिंग बनी रहे, लेकिन पंजाब, राजस्थान, यूपी समेत कई पड़ोसी राज्यों में बसों में पूरी सवारियां बैठाई जाने लगी हैं। इसी तर्ज पर हरियाणा ने भी निर्णय5 लिया है।
*फिलहाल यहां नहीं जाएंगी बसें*
राज्य परिवहन निगम के निदेशक वीरेंद्र दहिया ने बताया कि अभी चंडीगढ़, दिल्ली, पंजाब, उत्तराखंड, जम्मू-कश्मीर व हिमाचल प्रदेश में बसों का आवागमन शुरू नहीं हुआ है। अभी पड़ोसी राज्यों में सिर्फ यूपी व राजस्थान में बसें जा रही हैं।
कोरोना की वजह से पूरी तरह से लड़खड़ा चुके सार्वजनिक परिवहन सेक्टर को सरकार की तरफ से कुछ राहत मिली है। रोडवेज बसों में अभी तक 35 यात्रियों की अनुमति को समाप्त करके अब फुल सीटिंग बसों के संचालन की इजाजत दे दी गई है जिससे शुक्रवार से जिला के तमाम रूटों पर चलने वाली बसों में 52 यात्री सफर कर सकेंगे। सरकार के इस कदम से रोडवेज की हालत में भी काफी हद तक सुधार होगा।

राजस्थान परिवहन निगम के बाद लिया गया फैसला


राज्य में रोडवेज बसों का संचालन 20 मई से प्रारंभ किया गया था और उसके बाद जून माह में लॉकडाउन को पूरी तरह से समाप्त कर दिया गया था। लॉकडाउन समाप्त होने के पश्चात रोडवेज प्रबंधन की तरफ से सभी रूटों पर बसों का संचालन प्रारंभ कर दिया गया था लेकिन कोरोना की वजह से अभी भी लोगों ने सार्वजनिक परिवहन सेवा से अभी काफी हद तक दूरी बनाई हुई है। इसके चलते तमाम रूटों पर दो से तीन बसों का ही संचालन हो रहा है उनमें भी यात्रियों की संख्या अधिक नहीं है।
हालांकि रेवाड़ी डिपो से चलने गुड़गांव, नारनौल, महेंद्रगढ़, कोसली रूटों पर यात्रियों की संख्या लगातार बढ़ी जिससे इन बसों में सफर करने वालों की संख्या का आंकड़ा प्रतिदिन साढ़े 3 हजार तक पहुंच चुका है। जिन रूटों पर यात्रियों की संख्या अच्छी है वहां पर रोडवेज के लिए मुश्किल यह हो रही थी कि 35 की संख्या निर्धारित होने की वजह से उन्हें दो बसें भेजनी पड़ रही थी जबकि आमदनी उसके मुकाबले कम थी।
जयपुर, पंचकूला व आगरा जैसे रूटों पर रोडवेज के लिए यह काफी घाटे का सफर बना हुआ था लेकिन इन शहरों के लिए कनेक्टविटी बनाए रखने के लिए बसों का संचालन किया जाना भी जरूरी है। इसी बीच राजस्थान परिवहन निगम की तरफ से भी पिछले दिनों सभी रूटों पर बसों का संचालन प्रारंभ करने के साथ 52 यात्रियों को ले जाने की अनुमति दे दी गई थी। ऐसे में राजस्थान के विभिन्न शहरों से आने वाली बसें फुल सीटिंग के साथ आ रही है जिससे नुकसान भी कम हो रहा है। इसी को देखते हुए अब हरियाणा रोडवेज प्रबंधन की तरफ से गुरुवार को जारी किए गए आदेश में 52 यात्रियों को बैठाने की अनुमति दे दी गई है।

लोकल रूटों पर बढ़ेगी रोडवेज बसों की संख्या

रोडवेज अधिकारियों ने बताया कि बसों में 52 यात्रियों की सीटिंग क्षमता है और इसमें सभी सीटों पर यात्रियों को बैठाने की अनुमति के बाद लोकल रूटों पर काफी हद तक सहूलियत होगी। अधिकांश रूटों पर चालक-परिचालकों के समक्ष यह दिक्कत आ रही थी कि उनको सोशल डिस्टेंसिंग की पालना सुनिश्चित करने के लिए 35 से अधिक यात्रियों को बैठाने की अनुमति नहीं थी जिससे इससे अधिक यात्री होने की स्थिति में उन्हें दूसरे वाहनों से आना पड़ता था। अब 52 यात्रियों की अनुमति के बाद बीच रास्ते के भी यात्री सवार हो सकेंगे। वहीं जयपुर, आगरा सहित अन्य रूटों के लिए यात्रियों की संख्या बढ़ेगी।

रूट पर जाने से पहले बस होगी सेनिटाइज, मास्क अनिवार्य

अभी कोरोना संक्रमण के मामलों में कमी नहीं आई है जिसको देखते हुए रोडवेज ने सभी यात्रियों के लिए मास्क की अनिवार्यता लागू की है। वहीं संबंधित रूट पर जाने से पहले बस को सेनिटाइज भी किया जाएगा। इसके अतिरिक्त यात्रियों की थर्मल स्कैनिंग भी की जाएगी। रोडवेज महाप्रबंधक नवीन शर्मा ने बताया मुख्यालय की तरफ इसकी अनुमति दे दी गई है।

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