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Friday, September 18, 2020

समीक्षा बैठक:800 से कम लिंगानुपात वाले गांवों में विशेष रूप से जागरूकता अभियान चलाएं

समीक्षा बैठक:800 से कम लिंगानुपात वाले गांवों में विशेष रूप से जागरूकता अभियान चलाएं

कन्या भ्रूण हत्या करना व करवाना महापाप है तथा जघन्य अपराध है। इसके साथ-साथ यह एक कानूनी अपराध भी है। जिला में कन्या भ्रूण हत्या की पूर्ण रोकथाम के लिए हम सभी को अथक प्रयास करने होंगे और धार्मिक-सामाजिक संस्थाओं तथा जन प्रतिनिधियों का सहयोग जरूरी है। यह बात डीसी डॉ. नरहरि सिंह बांगड़ ने बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ अभियान, पीएनडीटी एक्ट, पोक्सो एक्ट सहित विभिन्न महत्वाकांक्षी अभियानों के तहत आयोजित समीक्षा बैठकों की अध्यक्षता करते हुए कहीं।

उपायुक्त डॉ. बांगड़ ने संबंधित विभाग के अधिकारियों से कहा कि वे समय-समय पर कन्या भ्रूण हत्या की रोकथाम के लिए छापामार कार्यवाही करें और जिला के जिन गांवों में 800 से कम लिंगानुपात है, उन गांवों में अधिकारी विशेष रूप से जागरूकता अभियान चलाएं।

उपायुक्त ने संबंधित विभाग के अधिकारियों से कहा कि वे 11 से 14 वर्ष तक की जो भी बच्चियां स्कूल नहीं जा रही हैं उन्हें तुरंत प्रभाव से स्कूल के साथ जोड़ा जाए, ताकि कोई भी बच्चा शिक्षा से वंचित ना रह सके। बैठक में नगराधीश अनुभव मेहता, डीईओ दयानंद सिहाग, सीएमओ डॉ. मनीष बंसल, डीईईओ देवेन्द्र सिंह मौजूद रहे।

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