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Friday, May 28, 2021

कोरोना की तीसरी वेव के लिए सेक्टर 48 में तैयारियां शुरू, फिलहाल बंद किये गए कई वार्ड

कोरोना की तीसरी वेव के लिए सेक्टर 48 में तैयारियां शुरू, फिलहाल बंद किये गए कई वार्ड

जीएमसीएच-32 में भी कई बैड खाली, जिनमें 100 से ज्यादा ऑक्सीजन वाले बैड

चण्डीगढ़  : चंडीगढ़ प्रशासन ने तुरंत प्रभाव से सेक्टर 32 से जुड़े कुछ मिनी कोविड सेंटरों को बंद कर दिया है। सूद धर्मशाला और धनवंतरि कालेज में बने सेंटर के कोविड मरीज दूसरे सेंटरों में शिफट कर खाली कर दिये गए हैं। यहां तैनात डॉक्टरों और पैरामेडिकल स्टाफ को जीएमसीएच 32 में वापिस बुला लिया गया है। सेक्टर 48 के अस्पताल में कई कोविड वार्ड बंद कर दिये गए हैं। इस अस्पताल को अगले 10 से 15 दिन में पूरी तरह बंद कर दिया जाएगा। यहां कोविड की तीसरी वेव की तैयारी के लिए समुचित प्रबंध शुरू कर दिये गए हैं। इसी तरह सेक्टर 32 में भी काफी मरीजों को छुट्टी देने के बाद बैड खाली हो गए हैं। इस वकत दोनों जगह पर 100 से ज्यादा ऑक्सीजेनेटिड बैड खाली हो गए हैं। कोविड के एकदम से चंडीगढ़ में केस गिरने की वजह से प्रशासन की ओर से ऐसा कदम उठाया गया है। चंडीगढ़ में पेशेंट के कम लोड को देखते हुए काफी कोविड वार्ड बंद किये जा रहे हैं। नए कोविड मरीजों को स्पेसेफिक कोविड वार्डों में भर्ती किया जाने लगा है। बाकि वार्डों को खाली रखा जा रहा है। जरूरत पडऩे पर इन्हें दोबारा शुरू किया जा सकता है। सेक्टर 48 में किसी नए कोविड मरीज को नहीं भेजा जा रहा।
जीएमसीएच 32 के आईसीयू व कोविड वार्ड जब तक फुल न हो जाएं। यानि यहां पर भी अभी बहुत से वार्ड व बैड खाली पड़े हैं। जीएमसीएच 32 में फिलहाल 10 वेकेंट बैडों का बफर रखा गया है ताकि एमरजेंसी मरीजों को यहां दाखिल किया जा सके। इस तरह सेक्टर 48 के अस्पताल का एक विंग कुछ दिनों में और अगले 10 से 15 दिन में पूरा बंद कर दिया जाएगा। यहां स्टैंड बॉय मोड में सुविधा रखी गई है ताकि जरूरत पडऩे पर दोबारा थोड़े समय में ही इसे चालू किया जा सके। सीनियर डॉक्टर जीएमसीएच 32 और सेक्टर 48 के अस्पताल में कोविड वार्ड और आईसीयू का मुआयना करेंगे। ऑक्सीजन पाइपलाइन, फर्नीचर व अन्य सामान के लिए अगर कोई जरूरत होगी तो वह बनाई जाएगी। इसे प्राथमिकता से करवाया जाएगा। इस पीरियड को तीसरी वेव की तैयारी के लिए उपयोग किया जा रहा है। जो कमियां फिलहाल रही हैं उन्हें पूरा करने की कोशिश जल्द की जाएगी।
जीएमसीएच 32 के ऑक्सीजन टैंकों के ओवरफलो की समस्या पर भी ध्यान दिया जा रहा है। स्प्रींकलर, शॉवर इत्यादि का स्थाई प्रबंध किया जा रहा है। वेपोराइजर का प्रबंध किया जा रहा है ताकि कोई चोकिंग की वजह से कोई घटना न घटे। डॉक्टर हरीश दसारी ने बताया कि उन्होंने कई कोविड सेंटरों का दौरा किया जहां बहुत ही बेहतर व्यवस्था है। मरीजों के लिए बेहतरीन प्रबंध हैं। डा. संजय डी कू्रज ने बताया कि बहुत से पेशेंट जिन्हें कोविड नेगेटिव पाया गया है, उन्हें घर पर बेहतर प्रबंधन की जरूरत होगी। इन्हें ऑक्सीजन दिये जाने की जरूरत है। उन्होंने सलाह दी कि ऐेसे मरीजों के लिए पोस्ट कोविड सेंटर विशेष रूप से शुरू किया जाए। एक मिनी कोविड सेंटर को इसमें कनवर्ट किया जा सकता है।
 डॉक्टर हरीश दसारी ने कुछ मिनी कोविड केयर सेंटरों से जो जीएमसीएच 32 से अटैच से हैं बात की कि वह पोस्ट कोविड सुविधा अपने यहां निर्णय से पहले ही चालू कर दें ताकि मरीजों को राहत मिल सके। कोविड संबंधित दवाएं, मैनपावर को लेकर मेडिकल सुपरिटेंडेंट ने बताया कि अस्पताल में फिलहाल 28 पेशेंट मयूकरमायकोसिस के हैं जिसमें से 10 कोविड पॉजीटिव हैं। बाकि नेगेटिव हैं। एंफोटेरेसिन के 50 टीके इन मरीजों के लिए पीजीआई से मंगवाए गए हैं। बाकि दवा अगले कुछ दिन में उपलबध हो जाएगी। डायरेक्टर हेल्थ सर्विस ने 5000 एंफोटेरेसिन टीकों का आर्डर पहले ही दे दिया है। टेस्टिंग को लेकर डायरेकटर ने बताया कि 9 टीमें टेस्टिंग में लगी हैं और दो और टीमें लगा दी गई हैं। टेस्टिंग की संखया 800 टेस्ट प्रतिदिन कर दी गई है। उन्होंने बताया कि दो टीमें कल भी लगा दी जाएंगी। एसडीएम साऊथ ने दो छोटे वाहन उपलबध कराने की मांग की थी ताकि छोटे इनर एरिया में टेस्टिंग हो सके। फैसला किया गया कि व्हीकल 30 जून तक हायर कर लिए जाएं।

*10 वेंटीलेटर नये मिले*
नए वेंटीलेटर लगाने को लेकर डा. पलटा ने कहा कि 10 नए वेंटीलेटर उन्हें मिले हैं जिसमें से चार चालू कर दिये गए हैं जबकि बाकि कल शुक्रवार तक चालू हो जाएंगे। एमएस ने बताया कि चारों वेंटीलेटर एचडीयू एरिया में इंस्टाल किये गए हैं। बलैक फंगस के मरीजों को यह आवंटित होंगे। वेंटीलेटरों की रिपेयर को लेकर डा. पलटा ने बताया कि 55 वेंटीलेटरों में 54 वेंटीलेटर चालू हालत में हैं। एक वेंटीलेटर की रिपेयर में एक हफते का समय लग सकता है। इसके स्पेयर पार्ट मंगवाए गए हैं।
 

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