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Monday, March 7, 2022

पेट्रोल- डीजल के दाम बढ़ने की आशंका ने बढा़ई टेंशन, कई ड्रम तेल खरीद स्टॉक कर रहे किसान

पेट्रोल- डीजल के दाम बढ़ने की आशंका ने बढा़ई टेंशन, कई ड्रम तेल खरीद स्टॉक कर रहे किसान 
 सोनीपत :  रूस व यूक्रेन के बीच चल रहे युद्ध के बाद अंतर्राष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल के दामों में हुई बढ़ोतरी ने किसानों की टेंशन बढ़ा दी है। रबी सीजन की फसलों की कटाई प्रक्रिया के दौरान डीजल की डिमांड काफी अधिक बढ़ जाती है। ऐसे में तेल के दामों में बढ़ोतरी की आशंका के चलते किसानों ने अब तेल का स्टॉक करना शुरू कर दिया है। रविवार को भी किसान एक साथ कई ड्रम तेल खरीदते नजर आए। किसानों ने बताया कि मौजूदा समय में रुस और यूक्रेन के बीच युद्ध चल रहा है। जिसका असर तेल के दामों पर दिखाई देगा। किसानों को आशंका है कि जैसे ही देश में पांच राज्यों में हुए चुनावों के परिणाम घोषित होंगे, उसके बाद तेल के दामों में अत्यधिक वृद्धि हो सकती है। जिसका खामियाजा किसानों को झेलना पड़ सकता है। 
दरअसल, रबी सीजन की फसलें पककर तैयार है। मौजूदा समय में सरसों की कटाई चल रही है। अप्रेल माह में गेहूं की कटाई व कढ़ाई प्रक्रिया शुरू हो जाएगी। गेहूं की कटाई व कढ़ाई प्रक्रिया में अधिकतर हिस्सों में किसान मशीनों का इस्तेमाल कर रहे हैं। जिसके चलते डीजल तेल की डिमांड बढ़ जाती है। अप्रैल माह में ही खरीफ सीजन की फसलों की बिजाई व रोपाई के लिए खेतों की जुताई व सिंचाई का काम भी किया जाता है। सिंचाई के काम के लिए अधिकतर किसान जिले में डीजल इंजन पर निर्भर है। करीब दो माह से स्थिर है तेल के दाम सोनीपत जिले में मौजूदा समय में डीजल के भाव 86 रुपए 87 पैसे है। जोकि पिछले कई महीनों से स्थिर बनी हुई है। विशेषज्ञों के अनुसार इसकी एक बड़ी वजह देश के पांच राज्यों में चल रहे चुनाव भी है। चुनावी मौसम में आमतौर पर सरकार तेल के दामों को नियंत्रित करने की कोशिश करती है। ऐसे में किसानों का मानना है कि जैसे ही 10 मार्च को पांच राज्यों के चुनावों के नतीजे आएंगे, वैसे ही पेट्रोल व डीजल के दामों में बढ़ोतरी होनी शुरू हो जाएगी और ये 100 रुपए प्रति लीटर तक पहुंच सकते हैं। जिसका खामियाजा सबसे अधिक किसानों को झेलना पड़ेगा। ऐसे में किसान अभी से तेल का स्टॉक करने की कवायद में जुट गए हैं।

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