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Thursday, March 24, 2022

भूपेंद्र हुड्डा बोले- मुझे और बेटे दीपेंद्र हुड्डा को पद का कोई लालच नहीं

भूपेंद्र हुड्डा बोले- मुझे और बेटे दीपेंद्र हुड्डा को पद का कोई लालच नहीं 
 जींद : पूर्व सीएम एवं नेता प्रतिपक्ष भूपेंद्र हुड्डा ने कहा कि वे पद के लिए राजनीति नहीं करते, उनका मकसद कांग्रेस पार्टी के संगठन को मजबूत करना है। कांग्रेस के सत्ता में आते ही पुरानी पेशन पद्धति तथा खिलाडियों के कोटे को बहाल कर दिया जाएगा। गठबंधन सरकार भ्रष्टतम सरकार है, केवल इवेंट मैनेजमेंट का कार्य किया जा रहा है। भूपेंद्र सिंह हुड्डा वीरवार को बलजीत रेढू के आवास पर पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे। इस अवसर पर सफीदों के विधायक सुभाष गांगोली, धर्मेंद्र ढूल, सुरेश गोयत, रिषीपाल सरपंच, सतपाल उर्फ सतू, दीपक पिंडारा, प्रदीप गिल समेत काफी संख्या में कार्यकर्ता मौजूद थे। भूपेंद्र हुड्डा ने कहा कि उन्हें तथा दीपेंद्र हुड्डा को पद का कोई लालच नहीं है, उनका मुख्य देह केवल कांग्रेस पार्टी संगठन को मजबूत करना है। उन्होंने माना कि पिछले सात सालों से जिले तथा ब्लॉक पर संगठन न होने के कारण पार्टी को नुकसान हुआ लेकिन जल्द ही प्रदेश में पार्टी का मजबूत संगठन होगा।  उन्होंने कहा कि कांग्रेस शासनकाल में रिकार्ड विकास कार्य हुए। अब गठबंधन सरकार भ्रष्टतम सरकार है केवल इंवेट मैनेजमेंट किया जा रहा है। मजदूर, किसान, व्यापारी समेत हर वर्ग सरकार की नीतियों से परेशान है। प्रदेश लगातार कर्जवान होता जा रहा है। सरकार की यह नीति है कि कर्ज लो घी की तरह पिओ, मौज करो और उसे हजम कर जाओ। बजट सिवाए सब्जबाग के कुछ नहीं था, बिल्कुल पूरी तरह थोथा था। अब खिलाडियों के कोटे को भी सरकार ने खत्म कर दिया। खिलाड़ियों ने ही विश्वभर में प्रदेश तथा देश का नाम रोशन किया था। उन्होंने कहा कि अगर कांग्रेस सरकार आती है तो कर्मचारियों की पुरानी पेशन बहाल किया जाएगा और खिलाडियों को कोटा भी दिया जाएगा। उन्होंने सरकार से मांग की कि सरकार तुरंत प्रभाव से दोनों मदो को बहाल करें।  आप पार्टी को लेकर उन्होंने कहा कि हर प्रदेश का अपना राजनीतिक वातावरण होता है, हरियाणा में आप का कोई राजनीतिक असर नहीं होगा। दिल्ली में आप की सरकार है और दिल्ली तीन तरफ से हरियाणा से घिरी हुई है। पंजाब में आप की सरकार बनने पर भी हरियाणा की राजनीति पर कोई असर नहीं पडने वाला। आप में शामिल होने वालों के बारे में उन्होंने वैदर काकस की संज्ञा दी। शहरी निकाय चुनाव के बारे में उन्होंने कहा कि कॉरपोरेशन के चुनाव पार्टी सिंबल पर लडा जाएगा, जबकि नगर परिषद तथा पालिका के चुनाव पार्टी सिंबल को लेकर अभी तक फैसला नहीं हुआ। बीरेंद्र सिंह को अपना भाई बताते हुए कहा कि अच्छा है 76 साल बाद अपना जन्मदिन मना रहे हैं लेकिन उन्हें इसको लेकर न्यौता नहीं मिला।

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