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Thursday, April 28, 2022

भाजपा गठबंधन सरकार की किसान विरोधी नीतियों के कारण अन्नदाता सबसे ज्यादा उपेक्षित और बर्बादी के कगार पर है: अभय सिंह चौटाला

भाजपा गठबंधन सरकार की किसान विरोधी नीतियों के कारण अन्नदाता सबसे ज्यादा उपेक्षित और बर्बादी के कगार पर है: अभय सिंह चौटाला

फसल की बुआई से लेकर कटाई तक इस्तेमाल होने वाली खाद, बीज, डीजल, कृषि यंत्र सभी चीजों पर टैक्स लगा दिया गया है
भाजपा सरकार द्वारा फसल का मूल्य स्वामीनाथन रिपोर्ट के आधार पर दिए जाने पर किए गए वायदे को अभी तक पूरा नहीं किया है

चंडीगढ़ : इनेलो प्रधान महासचिव एवं ऐलनाबाद के विधायक अभय सिंह चौटाला ने मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर द्वारा किसानों की आय में बढ़ौतरी करने के बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि भाजपा गठबंधन सरकार की किसान विरोधी नीतियों के कारण किसान सबसे ज्यादा उपेक्षित और बर्बादी के कगार पर है। फसल की बुआई से लेकर कटाई तक इस्तेमाल होने वाली खाद (जो पहले 1200 प्रति कट्टा आता था आज 1350 के आसपास आता है), बीज और डीजल पर टैक्स, कृषि यंत्रों पर जीएसटी लगा दिया गया है जिससे फसल की लागत बहुत बढ़ गई है। ग्रामीण क्षेत्रों में बिजली नाममात्र की आती है जिससे किसान ट्यूबवैल से पानी की सिंचाई नहीं कर पा रहे हैं। वहीं भाजपा सरकार द्वारा फसल का मूल्य स्वामीनाथन रिपोर्ट के आधार पर दिए जाने पर किए गए वायदे को अभी तक पूरा नहीं किया है।
आज प्रदेश ही नहीं पूरे देश में किसानों की वित्तीय हालात बहुत दयनीय है और अन्नदाता कर्जे में डूबा हुआ है जिस कारण से कई प्रदेशों में किसान आत्महत्या करने पर मजबूर हो रहे हैं। भाजपा सरकार द्वारा लागू की गई फसल बीमा की आड़ में प्राइवेट कंपनियां भी किसानों को उसकी खराब हुई फसल का पूरा पैसा नहीं देकर सिर्फ लूट रहे हैं। अबकी बार मौसम की मार के कारण पांच से सात क्विंटल प्रति एकड़ पैदावार घटी है जिससे किसानों को नुकसान हुआ है। भाजपा सरकार ने ऐलान किया था कि किसान अपनी फसल को पूरे देश में कहीं पर भी बेच सकता है लेकिन यह भी झूठ का पुलिंदा निकला। आज प्रदेश का किसान अपनी फसल के अवशेष (तूड़ी) बेचना चाहता है लेकिन भाजपा सरकार ने प्रदेश से बाहर तूड़ी बेचने पर प्रतिबंध लगा दिया है। बिजली महकमे की लापरवाही के कारण शार्ट-सर्किट से किसानों की हजारों एकड़ फसल आग की भेंट चढ़ चुकी है उसका भी मुआवजा सरकार नहीं दे रही है।

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